दक्षिण कोरिया के लिथियम बैटरी फैक्ट्री में लगी भीषण आग में 22 लोगों की मौत की खबर है. मरने वालों में 18 चीनी नागरिक शामिल हैं. जबकि 50 से ज्यादा जख्मी बताए जा रहे हैं. दक्षिण कोरियाई फायर डिपार्टमेंट ने सोमवार को बताया कि यह देश में पिछले कई सालों में हुई सबसे बड़ी फैक्ट्री आपदाओं में से एक है. रिपोर्ट के मुताबिक, जिस वक्त धमाका हुआ, तब फैक्ट्री में 100 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे. फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है. धमाके की भीषणता को देखते हुए मौतों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
AP की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैक्ट्री को 2020 में स्थापित किया गया था. एरिसेल सेंसर और रेडियो क्युनिकेशन डिवाइसेस के लिए लिथियम बैटरी बनाती है. इसकी लेटेस्ट रेगुलेटरी फाइलिंग और इसके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, इसमें 58 कर्मचारी हैं.
योनहाप न्यूज एजेंसी के हवाले से AP की रिपोर्ट में बताया गया कि धमाका सबसे पहले फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर हुआ. यहां लिथियम-आयन बैटरियों की जांच और पैकेजिंग की जा रही थी.
फायर ब्रिगेड के अधिकारी किम जिन-यंग ने बताया कि भीषण आग में 22 लोग मारे गए. इनमें 20 विदेशी नागरिक थे. उनकी पहचान 18 चीनी, एक लाओसी के रूप में हुई है. जबकि एक विदेशी नागरिक की पहचान नहीं हो पाई.
फायर ब्रिगेड के अधिकारी किम जिन-यंग ने कहा, "ज़्यादातर शव बुरी तरह जल चुके हैं. इसलिए हर एक की पहचान करने में कुछ समय लगेगा. फायर ब्रिगेड की टीम धमाके के बाद लापता लोगों की भी तलाश कर रही है.
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