अदाणी समूह की खाद्य तेल और अन्य खाद्य कारोबार से जुड़ी कंपनी अदाणी विल्मर के बिक्री में पिछले साल अर्थात 2022-23 में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. कंपनी की तरफ से गुरुवार को कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष यानी 2022-23 में उसकी बिक्री करीब 14 प्रतिशत बढ़ने से उसका राजस्व 55,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया. अदाणी विल्मर की एक साल पहले कुल आय 54,327.16 करोड़ रुपये रही थी. कंपनी की तरफ से शेयर बाजारों को दी गई एक सूचना में कहा गया है कि कंपनी की हाल ही में समाप्त वित्त वर्ष में बिक्री सालाना आधार पर बढ़कर 14 प्रतिशत रही. बिक्री में वृद्धि ने इसके राजस्व को इस वर्ष 55,000 करोड़ रुपये के पार पहुंचाने में मदद की है.
बयान के मुताबिक, कंपनी ने अपने परिचालन को बढ़ाने और खाद्य उत्पादों में बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में अच्छी प्रगति की है.कंपनी ने कहा कि हमने वित्त वर्ष 2022-23 का अंत खाद्य और रोजमर्रा के उपयोग वाली वस्तुओं (एफएमसीजी) की श्रेणी में लगभग 3,800 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ किया. इस तरह मात्रा के मामले में हमने सालाना आधार पर लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जबकि राजस्व के मामले में 55 प्रतिशत बढ़त हासिल की है.
अदाणी विल्मर ने कहा कि आयातित खाद्य तेलों की आपूर्ति साल के पहले भाग की तुलना में चौथी तिमाही के दौरान सुचारू रही है.अदाणी विल्मर, भारत के अदाणी समूह और सिंगापुर के विल्मर समूह का एक संयुक्त उद्यम है. यह भारत में सबसे बड़ी उपभोक्ता खाद्य एफएमसीजी कंपनियों में से एक है.
ये भी पढ़ें-
- सरकार ने बदला गैस की कीमत तय करने का फॉर्मूला, जानें- CNG और PNG कितनी हो सकती हैं सस्ती?
- दाने-दाने को मोहताज पाकिस्तान, क्या मार्शल लॉ लगाकर आर्थिक संकट से उबरेगा?
from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/5KyvzVu
No comments:
Post a Comment