असम सरकार ने पाकिस्तानी नागरिक अली शेख के खिलाफ मामला दर्ज करने का फैसला किया है. अली शेख के साथ लोकसभा सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ गोगोई का 'बॉस' रह चुका है. इसे लेकर भाजपा कांग्रेस सांसद पर पाकिस्तान के साथ संबंधों के आरोप लगा रही है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में रविवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
मुख्यमंत्री सरमा ने मीडिया से कहा, "अली शेख ने पाकिस्तान सरकार द्वारा गठित समितियों में विभिन्न पदों पर काम किया है. ऐसा प्रतीत होता है कि शेख एलिजाबेथ गोगोई के संपर्क में था, जो एक ब्रिटिश नागरिक और असम के सांसद गौरव गोगोई की पत्नी हैं. ब्रिटिश नागरिक एलिजाबेथ ने शेख के साथ काम किया था."
सीएम सरमा ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए मंत्रिमंडल ने पुलिस महानिदेशक को अली तौकीर शेख के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करने का निर्देश दिया है.

उन्होंने यह भी कहा कि जब एलिजाबेथ की शादी असम के तत्कालीन मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई से होने वाली थी, तो शेख को मुख्यमंत्री आवास में आने-जाने की पूरी आजादी थी. जांच दल इस पहलू की भी जांच करेगा.
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि एलिजाबेथ ब्रिटिश नागरिक होने के बावजूद भारत में चुनाव प्रक्रिया में भाग ले चुकी हैं और राज्य सरकार इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी.
मुख्यमंत्री सरमा ने यह भी कहा, "ऐतिहासिक रूप से असम आईएसआई और अन्य आतंकवादी संगठनों का गढ़ रहा है, जो बांग्लादेश और पाकिस्तान में सक्रिय थे."
पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गौरव गोगोई के खिलाफ हमले तेज कर दिए थे और उन पर ऐसे संगठनों से जुड़े होने का आरोप लगाया था जो राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर कर सकते हैं.
ये आरोप ब्रिटिश नागरिक एलिजाबेथ कोलबर्न तथा कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़ी संस्थाओं के साथ काम करने के उनके व्यापक अनुभव से जुड़े हैं.

मुख्यमंत्री सरमा का दावा है कि गोगोई से विवाह के बावजूद एलिजाबेथ ने 12 वर्षों तक अपनी ब्रिटिश नागरिकता बरकरार रखी तथा आईएसआई से जुड़े व्यक्तियों के साथ काम किया.
मुख्यमंत्री सरमा ने इस बात पर गंभीर सवाल उठाए कि एक भारतीय नागरिक से शादी के 12 साल बाद भी एलिजाबेथ ने अभी तक भारतीय नागरिकता क्यों नहीं अपनाई.
इस बीच, गौरव गोगोई ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें 2026 के असम चुनावों से पहले बदनाम करने के अभियान का हिस्सा बताया है.
उन्होंने अपनी पत्नी के आईएसआई से संबंध होने के आरोप को "हास्यास्पद" बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि ये दावे राजनीति से प्रेरित हैं.
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