Monday, 1 January 2024

"अब तक की सबसे छोटी कहानी..." : कांग्रेस पर पंजाब CM भगवंत मान का तंज

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नए साल के पहले दिन कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने पार्टी के अंत तक की भविष्यवाणी कर दी. आम आदमी पार्टी के नेता ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली या पंजाब में एक मां अपने बच्चे को जो सबसे छोटी कहानी  सुना सकती है, वह है 'एक थी कांग्रेस'.

भगवंत मान की इस कड़ी आलोचना को विपक्षी गुट के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा है, जो कुछ ही महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे की बातचीत शुरू करने की तैयारी कर रहा है.

पंजाब और दिल्ली मिलाकर 21 लोकसभा की सीटें
इस बयान को आम आदमी पार्टी की दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के साथ सीटें साझा करने से इनकार के रूप में भी देखा जा रहा है. पंजाब और दिल्ली में कुल मिलाकर 21 लोकसभा की सीटें हैं. हालांकि इन दोनों राज्यों में 2019 के आम चुनाव में AAP का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था.

कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब की 13 सीटों में से आठ पर जीत हासिल की. लेकिन गुटबाजी की वजह आम आदमी पार्टी सिर्फ एक सीट पर ही जीत हासिल कर पायी थी. भगवंत मान पंजाब में आम आदमी पार्टी के आखिरी सांसद थे, जिन्होंने पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के लिए अपनी सीट छोड़ दी थी. बाद में उनकी संगरूर सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुरमेल सिंह हार गए थे. वहीं दिल्ली में AAP बीजेपी से सभी सात सीटें हार गई थी.

विपक्षी गुट 'इंडिया' भाजपा के खिलाफ आमने-सामने की लड़ाई के सिद्धांत पर आगे बढ़ रहा है. हालांकि बंगाल, दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों में कांग्रेस को कितनी प्रतिशत सीटें दी जाएंगी, इस पर अभी तक कोई सहमति नहीं है. क्योंकि यहां शासन करने वाली पार्टियां से कांग्रेस के ज्यादा अच्छे संबंध नहीं हैं.

ममता ने टीएमसी के बंगाल में सभी 42 लोकसभा सीटों पर लड़ने के दिए संकेत
पिछले हफ्ते, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया था कि तृणमूल कांग्रेस राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से किसी को भी कांग्रेस के साथ साझा करने का इरादा नहीं रखती है. ममता बनर्जी ने उत्तर 24 परगना में एक सभा में कहा, "इंडिया का गठबंधन पूरे देश में होगा. बंगाल में तृणमूल लड़ेगी और भाजपा को हराएगी. याद रखें, बंगाल में केवल तृणमूल ही भाजपा को सबक सिखा सकती है, कोई अन्य पार्टी नहीं."

वहीं शिवसेना (यूबीटी) ने भी ज्यादा सीटें साझा करने में अपनी अनिच्छा का संकेत दिया है. वरिष्ठ पार्टी नेता संजय राउत ने कहा, "ये महाराष्ट्र है, और शिवसेना यहां की सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है. उद्धव ठाकरे राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के निर्णय लेने वाले नेताओं के साथ सकारात्मक चर्चा कर रहे हैं."

उन्होंने कहा, ''हमने हमेशा कहा है कि शिवसेना दादरा और नगर हवेली सहित लोकसभा चुनाव में 23 सीटों पर लड़ती रही है और यह कायम रहेगा.''



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