Tuesday, 31 October 2023

नवंबर में 15 दिन बंद रहेंगे बैंक, जल्दी निपटा लीजिए अपने काम; यहां देखिए छुट्टियों की पूरी लिस्ट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नवंबर के लिए बैंक की छुट्टियों की लिस्ट जारी कर दी है. आरबीआई के हॉलीडे कैलेंडर (RBI Holiday Calander) के मुताबिक, नवंबर में कुल 15 दिन बैंक बंद रहेंगे. इनमें महीने के सभी रविवार और सेकेंड और फोर्थ सैटर्डे (दूसरा और चौथा शनिवार) शामिल है.

RBI हर महीने के लिए छुट्टियों की लिस्ट तैयार करती है. छुट्टियों को Negotiable Instruments Act के तहत तीन कैटेगरी में बांटा जाता है. हॉलीडे, रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट हॉलीडे और बैंक क्लोजिंग ऑफ अकाउंट.

करवा चौथ और दीपावली समेत कई रीजनल फेस्टिवल पर भी बैंक में काम नहीं होगा.

आरबीआई कैलेंडर के मुताबिक, कुछ बैंकों में रिजनल फेस्टिवल पर छुट्टियां रहती हैं. छुट्टियों की संख्या अलग-अलग राज्यों और बैंकों में अलग-अलग हो सकती हैं.

1 नवंबर को कन्नड़ राज्योत्सव/कुट/करवा चौथ के कारण कर्नाटक, मणिपुर और हिमाचल प्रदेश में बैंक बंद रहेंगे.

10 नवंबर को वंगाला महोत्सव के कारण अगरतला, देहरादून, गंगटोक, इंफाल, कानपुर और लखनऊ में बैंकों में हॉलीडे रहेगा.

भारत के ज्यादातर राज्यों में बैंक 11 से 14 नवंबर तक बंद रहेंगे.

15 नवंबर को भाईदूज/चित्रगुप्त जयंती/निंगोल चक्कौबा/भ्रातृद्वितीया के मौके पर गंगटोक, इंफाल, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ और हिमाचल प्रदेश में बैंक बंद रहेंगे.

20 नवंबर को छठ पर्व के कारण बिहार और छत्तीसगढ़ में बैंकों में हॉलीडे रहेगा.

23 नवंबर को सेंग कुत्सनेम/ईगास-बग्वाल के कारण उत्तराखंड और मणिपुर में बैंक बंद रहेंगे.

चौथे शनिवार और रविवार, गुरु नानक जयंती/कार्तिक पूर्णिमा/रहस पूर्णिमा के कारण बैंक 25-27 नवंबर तक लंबे वीकेंड पर बंद रहेंगे.

कनकदास जयंती के अवसर पर 30 नवंबर को कर्नाटक में बैंक बंद रहेंगे.

इसलिए आप अपने बैंक से जुड़े काम हॉलीडे कैलेंडर के मुताबिक ही प्लान करें. हालांकि, बैंक ब्रांच बंद होने के बाद भी इन बैंकों की ऑनलाइन सर्विस और यूपीआई जैसी सुविधाएं पहले की तरह ही चालू रहेंगी.

यहां देखिए नवंबर 2023 के लिए बैंकों में नेशनल और रीजनल हॉलीडे की Full List:-

1 नवंबर: कन्नड़ राज्योत्सव/कुट/करवा चौथ
10 नवंबर: वांगला महोत्सव
13 नवंबर: गोवर्धन पूजा/लक्ष्मी पूजा (दीपावली)/दिवाली
14 नवंबर: दिवाली (बाली प्रतिपदा)/दीपावली/विक्रम संवंत नव वर्ष दिवस/लक्ष्मी पूजा
15 नवंबर: भाईदूज/चित्रगुप्त जयंती/लक्ष्मी पूजा (दीपावली)/निंगोल चक्कौबा/भ्रातृद्वितीया
20 नवंबर: छठ
23 नवंबर: सेंग कुत्सनेम/ईगास-बग्वाल
27 नवंबर: गुरु नानक जयंती/कार्तिक पूर्णिमा/रहस पूर्णिमा
30 नवंबर: कनकदास जयंती



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Monday, 30 October 2023

भाई और बीवी के साथ मिलकर अजय देवगन ने 23 साल पहले बनाई थी 36 करोड़ की फिल्म, लागत भी ना निकाल सकी फिल्म

किसी फिल्म से अजय देवगन और काजोल जैसे सितारों का नाम जुड़ता है तो फैन्स को ये यकीन होता है कि फिल्म बेहतरीन होगी. इस उम्मीद के साथ की एक बढ़िया कहानी, शानदार एक्टिंग और सुनने लायक म्यूजिक से सजी फिल्म उसे देखने को मिलेगी, वो थियेटर तक पहुंच भी जाता है. लेकिन हर बार ये जरूरी नहीं होता कि सितारों से सजी हर फिल्म उम्मीदों पर खरी ही उतरे. कई बार बड़ी फिल्में भी ऊंची दुकान, फीका पकवान की तर्ज पर दर्शकों को निराश करती है. आज हम आपको अजय देवगन और काजोल की ऐसी ही एक फिल्म के बारे में बता रहे हैं जो भारी भरकम बजट में बनी लेकिन लागत निकालने से पहले ही धराशाई हो गई.

नहीं चला जोड़ी का जादू

काजोल और अजय देवगन ने कई फिल्मों में एक साथ काम किया है. इन्हीं में से एक फिल्म थी राजू चाचा जो बच्चों को ध्यान में रख कर बनाई गई थी. फिल्म में काजोल, अजय देवगन, ऋषि कपूर, संजय दत्त और गोविंद नामदेव  जैसे सितारे नजर आए. इतने भारी भरकम लोगों की मौजूदगी भी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर डूबने से नहीं बचा पाई. 23 साल पहले फिल्म राजू चाचा 36 करोड़ रु. के बजट से बनकर तैयार हुई. लेकिन लाइफ टाइम कलेक्शन कर सकी सिर्फ 10.69 करोड़ रु. 

ऐसी थी फिल्म की कहानी

फिल्म एक ऐसे परिवार के इर्द गिर्द घूमती है जो बहुत रईस है. परिवार में तीन बच्चे और पिता हैं और एक बच्चों की देख रख करने वाली नैनी है. अचानक पिता की मौत होती है और परिवार की संपत्ति हड़पने के लिए रिश्तेदार एक्टिव हो जाते हैं. ऐसे ही रिश्तेदारों से बच्चों को बचाने के लिए एंट्री होती है राजू चाचा की. लीड और टाइटल रोल में अजय देवगन हैं. फिल्म को डायरेक्ट किया था अजय देवगन के भाई अनिल देवगन ने.



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Sunday, 29 October 2023

पाकिस्तान : नवाज शरीफ के खिलाफ अवमानना याचिका पर सुनवाई 15 नवंबर को

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय पांच साल पहले कथित तौर पर न्यायपालिका-विरोधी भाषण देने के मामले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ दायर याचिका पर 15 नवंबर को सुनवाई करेगा. पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख 73-वर्षीय शरीफ, अपने चार साल के स्व-निर्वासन के बाद 21 अक्टूबर को लंदन से पाकिस्तान लौट आये थे.

समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने नवाज शरीफ के खिलाफ अवमानना याचिका पर सुनवाई की तारीख 15 नवंबर तय की है. इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आमिर फारूक याचिका पर सुनवाई करेंगे.खबर के अनुसार, पिछले पांच वर्ष से लंबित अदालत की अवमानना याचिका शरीफ के खिलाफ उनके 2018 के बयानों के लिए एक नागरिक द्वारा दायर की गई थी.

शरीफ को 2018 में अपने बेटे की यूएई फर्म में वर्क परमिट रखने के लिए प्रधानमंत्री के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था. अयोग्य ठहराये जाने के बाद शरीफ ने इस्लामाबाद से अपने गृहनगर लाहौर तक एक रोड शो किया और विभिन्न शहरों में कई भाषण दिए.उनके भाषणों की सामग्री को शीर्ष अदालत की अवमानना के रूप में देखा गया था.



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मंगल के आकाश में उड़ रहा एक भारतीय का बनाया हुआ NASA का चॉपर

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का एक एयरक्राफ्ट मंगल ग्रह पर उड़ान भर रहा है. यह एक ऐसा हेलीकॉप्टर है जो अनजाने वातावरण में उड़ान भरने में सक्षम है. इस 1.8 किलोग्राम के हेलिकॉप्टर के इनजेनिटी (Ingenuity) कहा जाता है और इसका निकनेम "गिन्नी" है. यह नासा के प्रिजरवेंस रोवर का हिस्सा है जिसे 2020 में लॉन्च किया गया था और वह अब भी मंगल ग्रह पर सक्रिय है.

इस एयरक्राफ्ट को डिज़ाइन करने वाले व्यक्ति डॉ जे बॉब बलराम (Dr J Bob Balaram) हैं. बलराम एक भारतीय नागरिक हैं और वे वर्तमान में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) में कार्यरत हैं. आईआईटी मद्रास में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले डॉ बलराम ने कहा, "इनजेनिटी हेलीकॉप्टर बनाना एक चुनौती थी. किसी को भी इस पर विश्वास नहीं था."

अल्ट्रा-लाइट वेट कार्बन फाइबर से बना इनजेनिटी

इनजेनिटी टेक्नालॉजी का चमत्कार है. इसका वजन मात्र 1.8 किलोग्राम है. यह अल्ट्रा-लाइट वेट कार्बन फाइबर से बना है और केवल आधा मीटर लंबा है. मंगल ग्रह पर हवा का घनत्व पृथ्वी से 27,000 मीटर ऊपर हवा के घनत्व जैसा है. यह ऊंचाई का वह स्तर है जिस पर मौजूदा हेलीकॉप्टरों कभी नहीं पहुंचे.

इनजेनिटी को उड़ाने के लिए ब्लेड 2400 और 2900 आरपीएम (RPM) पर घूमते हैं. यह गति पृथ्वी पर किसी भी हेलीकॉप्टर की ब्लेडों की गति की तुलना में लगभग 10 गुना तेज है.

किसी दूसरी दुनिया में नियंत्रित उड़ान का पहला परीक्षण

इनजेनिटी पहली बार किसी दूसरी दुनिया में संचालित, नियंत्रित उड़ान का परीक्षण करने का एक प्रकार का प्रयोग है.

प्रिजरवेंस रोवर पर सवार होकर यह हेलिकॉप्टर 18 फरवरी, 2021 को स्टोववे की तरह मंगल की सतह पर पहुंच गया. इनजेनिटी हेलीकॉप्टर को 3 अप्रैल, 2021 को सतह पर तैनात किया गया था.

एक बार जब रोवर एक उपयुक्त "एयरफील्ड" लोकेशन पर पहुंच गया तो उसने सतह पर इनजेनिटी जारी कर दी ताकि यह 30-मार्टियन-डे की एक्सपेरिमेंटल विंडो पर टेस्ट फ्लाइट्स की एक सीरीज कर सके, भारत के चंद्रयान रोवर प्रज्ञान के समान.

डॉ बलराम ने की भारत के मून मिशन की सराहना

डॉ बलराम ने भारत के ऐतिहासिक चंद्र मिशन की जोरदार सराहना की. उन्होंने कहा, "विक्रम लैंडिंग ने रोंगटे खड़े कर दिए, इसरो को अपने लक्ष्य हासिल करने चाहिए."

उनके हेलीकॉप्टर ने तीन सफल उड़ानों के बाद अपना टेक्नालॉजी डिमास्ट्रेशन पूरा कर लिया है. इनजेनिटी ने 19 अप्रैल, 2021 को अपनी पहली उड़ान भरी थी. वह जमीन से करीब तीन मीटर ऊपर उठा, थोड़ी देर के लिए हवा में घूमा और एक टर्न पूरा करके उतरा.

थिन एटमॉस्फियर में नियंत्रित उड़ान मील का पत्थर

मंगल के बेहद थिन एटमॉस्फियर में नियंत्रित उड़ान संचालित करना एक बड़ा मील का पत्थर है. यह पृथ्वी से परे दुनिया की पहली उड़ान भी थी.

बाद में हेलिकॉप्टर ने क्रमश: अधिक दूरी और अधिक ऊंचाई की अतिरिक्त प्रायोगिक उड़ानें सफलतापूर्वक पूरी कीं. इसने अब तक मंगल ग्रह के थिन एटमॉस्फियर में 64 उड़ानें भरी हैं. उन्होंने कहा, फ्लाइंग इनजेनिटी वास्तव में दूसरे ग्रह पर 'राइट ब्रदर्स मोमेंट' था.

अगले साल के शुरुआती दिनों में एनआईएसएआर (NISAR) नाम का एक अर्थ इमेजिंग उपग्रह श्रीहरिकोटा से उड़ाया जाएगा. इसे भारत और अमेरिका ने संयुक्त रूप से बनाया है. यह दोनों देशों की लगातार मजबूत होती संयुक्त अंतरिक्ष पहल का हिस्सा होगा.

भारतीय छात्रों को अंतरिक्ष के क्षेत्र में मदद करना चाहते हैं डॉ बलराम

डॉ बलराम मृदुभाषी हैं. उनका कहना है कि वे शीघ्र ही नासा से रिटायर हो रहे हैं. अब वह भारतीय छात्रों को अंतरिक्ष के आश्चर्यों से आकर्षित होने में मदद करना चाहते हैं और भारत में आउटरीच के लिए और अधिक योगदान देने की उम्मीद करते हैं.

उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास में उनके व्यावहारिक प्रशिक्षण ने इनजेनिटी उड़ान की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा, सचमुच उनके जैसे सैकड़ों छात्र हैं जो आगे बढ़ सकते हैं और भारत को गौरवान्वित कर सकते हैं.



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Saturday, 28 October 2023

मुंबई : लगभग छह दशक के बाद अब सड़कों पर नहीं चलेंगी काली-पीली पद्मिनी टैक्सी

पिछले कई दशकों से अगर कोई देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) के बारे में सोचता था, तो उसके मन में शहर की ‘प्रीमियर पद्मिनी' टैक्सी की तस्वीर जरूर उभरती थी. आम लोगों के लिए दशकों से सवारी का सुगम साधन बनी इस टैक्सी सेवा को ‘काली-पीली' के तौर पर जाना जाता था, जो इसके रंग को दर्शाता है. शहरवासियों का इस टैक्सी सेवा से गहरा जुड़ाव रहा है और अब लगभग छह दशक के बाद इसकी ‘‘यात्रा'' समाप्त होने जा रही है. नये मॉडल और ऐप-आधारित कैब सेवाओं के बाद ये काली-पीली टैक्सी अब मुंबई की सड़कों से हट जाएंगी. हाल में सार्वजनिक ट्रांसपोर्टर ‘बेस्ट' की प्रसिद्ध लाल डबल-डेकर डीजल बसों के सड़कों से हटने के बाद अब काली-पीली टैक्सी भी नजर नहीं आएंगी. 

परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आखिरी ‘प्रीमियर पद्मिनी' को 29 अक्टूबर, 2003 को तारदेव आरटीओ में एक काली-पीली टैक्सी के रूप में पंजीकृत किया गया था. चूंकि, शहर में कैब संचालन की समय सीमा 20 साल है, ऐसे में अब सोमवार से मुंबई में आधिकारिक तौर पर ‘प्रीमियर पद्मिनी' टैक्सी नहीं चलेगी. 

मुंबई की आखिरी पंजीकृत प्रीमियर पद्मिनी टैक्सी (एमएच-01-जेए-2556) की मालिक प्रभादेवी ने कहा, ‘‘ये मुंबई की शान है और हमारी जान है.''

वहीं, कुछ लोगों ने मांग की है कि कम से कम एक ‘प्रीमियर पद्मिनी' को सड़क पर या संग्रहालय में संरक्षित किया जाए.

पुरानी टैक्सी कार के शौकीन डैनियल सिकेरा ने कहा कि ये मजबूत टैक्सी पांच दशकों से अधिक समय से शहर के परिदृश्य का हिस्सा रही हैं और पिछली कई पीढ़ियों से इनसे भावनात्मक जुड़ाव रहा है. 

कुछ साल पहले, शहर के सबसे बड़े टैक्सी चालक संघ में शुमार ‘मुंबई टैक्सीमेन यूनियन' ने सरकार से कम से कम एक काली-पीली टैक्सी को संरक्षित करने के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. 

परेल निवासी और कला प्रेमी प्रदीप पालव ने कहा कि आजकल ‘प्रीमियर पद्मिनी' टैक्सी केवल मुंबई में दीवारों पर भित्तिचित्रों में देखी जा सकती हैं. 

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, यह धीरे-धीरे गायब हो गयी हैं, लेकिन इसने लोगों के दिलों में जगह बना ली है.''

‘मुंबई टैक्सीमेंस यूनियन' के महासचिव एएल क्वाद्रोस ने याद किया कि टैक्सी के रूप में ‘प्रीमियर पद्मिनी' की यात्रा 1964 में ‘फिएट-1100 डिलाइट' मॉडल के साथ शुरू हुई थी. 

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शोले में ‘डबल रोल’ में था ये बच्चा, एक फिल्म की वजह से की सुपरस्टार एक्ट्रेस से शादी...पहचाना क्या?

शोले मूवी का एक एक किरदार और हर किरदार का सिग्नेचर डायलोग फैन्स आज भी नहीं भूल सके हैं. इस फिल्म का छोटा सा भी कैरेक्टर क्यों न हो, उसकी यादें आज भी तरोताजा हैं. फिर वो चाहें सांबा का किरदार हो, कुछ देर के लिए स्क्रीन पर दिखीं मौसी हो या फिर गोली से बचने के बाद हंसने वाला कालिया ही क्यों न हो. इसी फिल्म में ये बच्चा भी नजर आया था, जिसने फिल्म में ट्विस्ट लाने वाले बेहद अहम किरदार को अदा किया. फिल्म में इस बच्चे ने दोहरी भूमिका भी निभाई लेकिन फैन्स को आज तक उसका सिर्फ एक ही रोल याद है. इस तस्वीर को देखकर आपने पहचाना कि कौन है ये बच्चा.

शोले में डबल रोल

आप ये जरूर सोचेंगे कि फिल्म में ऐसा कोई किरदार था ही नहीं जिसने डबल रोल किया हो. लेकिन ये बच्चा वाकई डबल रोल में था. अगर आप अब तक नहीं पहचाने तो हम बता दें कि ये बच्चा है सचिन पिलगांवकर जो शोले मूवी में अहमद के रोल में दिखा था, जिसका डाकू बेरहमी से कत्ल करते हैं. खुद सचिन पिलगांवकर एक रियलिटी शो में ये जानकारी दे चुके हैं कि फिल्म में वो डबल रोल में थे, जिसमें से एक कैमरे के आगे था और एक पर्दे के पीछे. अहमद का रोल करने वाले सचिन पिलगांवकर ने फिल्म में एडिटिंग का भी काम किया है. वो डायरेक्टर रमेश सिप्पी की कुर्सी के पीछे बैठकर इस विधा को गहराई से समझते थे और उसके बाद ये काम भी किया.

एक्ट्रेस को किया प्रपोज

सचिन पिलगांवकर का नाम हिंदी और मराठी सिनेमा दोनों के लिए जाना माना है. वो मराठी सिनेमा के डायरेक्टर और प्रड्यूसर भी हैं. नवरी मिले नवरिआला में उन्होंने सुप्रिया को काम करने का मौका दिया. फिल्म के दौरान ही उन्हें सुप्रिया पसंद आने लगीं लेकिन प्रपोज किया फिल्म पूरी होने के बाद. सचिन पिलगांवकर को ये डर था कि सुप्रिया कहीं उन्हें इंकार कर फिल्म अधूरी ही न छोड़ दें. सुप्रिया ने तो सचिन पिलगांवकर का प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया लेकिन उनके माता पिता नहीं माने. जब सचिन पिलगांवकर ने उन्हें यकीन दिलाया कि वो नदिया के पार में काम कर चुके हैं तब जाकर बात बनी.



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The Railway Men Teaser: भोपाल गैस त्रासदी पर आधारित है नेटफ्लिक्स वेब सीरीज द रेलवे मैन, बाबिल खान आएंगे नजर

The Railway Men Teaser: यशराज फिल्म्स भारत के तेज़ी से बढ़ते डिजिटल कंटेंट क्षेत्र में अपना पहला कदम रख रहा है. वाईआरएफ के स्ट्रीमिंग कंटेंट प्रोडक्शन बिजनेस का नाम वाईआरएफ एंटरटेनमेंट होगा और यह अपने पहले साल में पांच विशाल प्रोजेक्ट्स को तैयार करने के साथ अपनी शुरुआत करेगा. इस बैनर की ओर से पेश किया जाने वाला पहला बड़ा प्रॉजेक्ट है द रेलवे मैन. दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक आपदा, 1984 की भोपाल गैस त्रासदी के गुमनाम नायकों को दी जाने वाली एक श्रद्धांजलि है जो कि भोपाल स्टेशन पर काम करने वाले रेलवे के कर्मचारी हैं. वाईआरएफ ने उसी दिन भोपाल के उन वीरों को सलामी देने के लिए इस प्रोजेक्ट की घोषणा की है, जिन्होंने 37 साल पहले इस शहर पर मुसीबत के आने पर हजारों लोगों की जान बचाई थी. द रेलवे मैन का निर्देशन शिव रवैल कर रहे हैं, जो वाईआरएफ के साथ काम करते आ रहे हैं और जिनका मार्गदर्शन आदित्य चोपड़ा कर रहे हैं.

द रेलवे मैन में आर माधवन, के के मेनन, दिव्येंदु शर्मा और बाबिल खान जैसे शानदार कलाकार नजर आयेंगे. यह शो इन चार कलाकार पर आधारित होगा. द रेलवे मेन की शूटिंग कल 1 दिसंबर से शुरू की गई. बता दें कि 2 दिसंबर, 1984 की आधी रात के बाद, अमेरिकन यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन की एक कीटनाशक फैक्ट्री से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव हो गया. ऐसा बताया गया है कि उस रात पांच लाख से अधिक लोग जहर का शिकार बने थे और आधिकारिक मृत्यु का आंकड़ा 5,000 से ऊपर पहुंच गया था. बचे हुए हज़ारों लोगों ने कहा है कि वे, उनके बच्चे और पोते-पोतियां इस रिसाव के कारण कैंसर, अंधेपन, सांस, रोग प्रतिकारक शक्ति और तंत्रिका प्रणाली से जुडी समस्याओं जैसी पुरानी बीमारियों से जूझ रहे हैं. 'द रेलवे मैन' 2 दिसंबर, 2022 को स्ट्रीम करेगी.
 

सलमान खान फिल्म की प्रमोशन के बाद चंडीगढ़ से मुंबई लौटे



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Friday, 27 October 2023

कांग्रेस ने तेलंगाना के लिए 45 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, अजहरुद्दीन को जुबली हिल्स से टिकट

नई दिल्ली/हैदराबाद: कांग्रेस ने 30 नवंबर को होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को 45 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, दिवंगत लोक गायक गद्दर की बेटी जी वी वेन्नेला का नाम भी शामिल है. पूर्व सांसदों मधु याशकी गौड़, पोन्नम प्रभाकर और पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी को भी चुनाव में उतारा गया है. पार्टी की ओर से घोषित उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, अजहरुद्दीन को हैदराबाद शहर के जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है. वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं.

कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी को मुनुगोडे से मैदान में उतारा गया है, जिसका उन्होंने पूर्व में प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ दी और शुक्रवार को फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए. रेड्डी के कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के कारण पिछले साल मुनुगोडे में उपचुनाव हुआ था, जिसमें वह हार गए थे.

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता मधु गौड़ याक्षी को लाल बहादुर नगर, के. राजगोपाल रेड्डी को मुनुगोडे, मुरली नाइक को महबूबाबाद और रॉबिन रेड्डी को अंबरपेट से टिकट दिया गया है. गद्दर की बेटी वेन्नेला सिकंदराबाद कैंट-एससी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी. कांग्रेस तेलंगाना की कुल 119 सीट में से 100 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. तेलंगाना में 119 विधानसभा सीट के लिए एक चरण में, 30 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना तीन दिसंबर को होगी.

कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर शुक्रवार को फिर से चर्चा की थी. सीईसी ने बुधवार को भी तेलंगाना को लेकर बैठक की थी. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है. कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे चुनौती देने का प्रयास कर रही हैं.

राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीट जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी. वहीं, कांग्रेस को 19 और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को सात सीट पर जीत मिली थी. भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था.

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आपकी सरकार ने ही शरद पवार को पद्म विभूषण दिया: सुप्रिया सुले का पीएम मोदी पर पलटवार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को शिरडी की रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) को लेकर बयान दिया था. अब उनकी बेटा और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule)ने पीएम मोदी पर पलटवार किया है. सुले ने कहा कि ये मोदी सरकार ही थी, जिसने शरद पवार को कृषि क्षेत्र में उनके काम के लिए देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण दिया था. किसानों के लिए NCP संस्थापक के योगदान कम करके कतई नहीं देखना चाहिए.

दरअसल, पीएम मोदी ने गुरुवार को अहमदनगर जिले के शिरडी में रैली की. पीएम मोदी ने इस दौरान शरद पवार का नाम लिए बिना कहा था, "महाराष्ट्र में कुछ लोगों ने केवल किसानों के नाम पर राजनीति की. महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता ने देश के कृषि मंत्री के रूप में काम किया. मैं व्यक्तिगत रूप से उनका सम्मान करता हूं, लेकिन उन्होंने किसानों के लिए क्या किया है?” 

बता दें कि शरद पवार कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार (2004-14) में कृषि मंत्री थे. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जब पवार केंद्रीय कृषि मंत्री थे, तो किसान बिचौलियों की दया पर थे.

सिंधदुर्ग जिले में पत्रकारों से बात करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा, "जब भी प्रधानमंत्री महाराष्ट्र आते हैं, वे एनसीपी को प्राकृतिक रूप से भ्रष्ट पार्टी करार देते हैं." बारामती से सांसद सुले ने कहा, "पवार साहब को कृषि और राजनीति में उनके काम के लिए मोदी सरकार ने ही पद्म विभूषण दिया था."

इससे पहले शुक्रवार की दोपहर राज्य के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को शिरडी में विरोध प्रदर्शन के लिए मंच छोड़ देना चाहिए था या पीएम मोदी को सही बात कहनी चाहिए थी.

देशमुख ने नागपुर में पत्रकारों से कहा, “अजित दादा को (विरोध में) मंच छोड़ देना चाहिए था या पीएम मोदी को उचित जानकारी देनी चाहिए थी, ताकि वह अपने बयान को सही कर सकें." देशमुख ने बताया कि पीएम मोदी ने अतीत में कृषक समुदाय में उनके योगदान के लिए शरद पवार की प्रशंसा की है.

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शरद पवार की अजित पवार को लेकर की गई भविष्यवाणी से एनसीपी के दोनों गुट आमने-सामने



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गाजा में इजरायल सेना ने किए ताबड़तोड़ हवाई हमले, जवाब में हमास ने दागे रॉकेट; जंग के 10 अपडेट

  1. इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि हमास का मेन ऑपरेशन बेस यानी मुख्य ठिकाना गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा अस्पताल के नीचे है. IDF ने इससे जुड़ी सैटेलाइट इमेज जारी की है.
  2.  हमास ने कहा कि उसने फिलिस्तीनी क्षेत्र पर इजरायल की भीषण बमबारी के बाद जवाबी कार्रवाई में रॉकेट दागे. हमास की आर्म्ड विंग 'इज़ेदीन अल-क़सम ब्रिगेड' ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा, "नागरिकों के नरसंहार के जवाब में इजरायल के कब्जे वाले क्षेत्रों को टारगेट करते हुए रॉकेट से हमले किए गए.
  3. अलजजीरा के मुताबिक, कतर की मध्यस्थता में इजरायल और हमास के बीच सीजफायर और प्रीजनर स्वैप एग्रीमेंट पर बातचीत हो रही है. हालांकि, हमास का कहना है कि जब तक सीजफायर नहीं होता तब तक बंधकों को नहीं छोड़ा जाएगा.
  4. जंग में अब तक UN के 57 कर्मियों की मौत हो चुकी है. इजरायल-हमास जंग में 20 ज्यादा पत्रकारों को जान गंवानी पड़ी है. गाजा में 7 अक्टूबर के बाद से अब तक कुल 19 जर्नलिस्ट्स मारे गए हैं. ये सभी फिलिस्तीनी मूल के थे. जबकि एक जर्नलिस्ट की 22 अक्टूबर को मौत की पुष्टि हुई.
  5.  जब उत्तरी गाजा में हवाई हमले चल रहे थे, तब इजरायल के कई शहरों में रॉकेट चेतावनी सायरन बज रहे थे. शुक्रवार को रॉकेट हमलों में सेंट्रल तेल अवीव को निशाना बनाया गया.
  6. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी कि गाजा पट्टी मानवीय पीड़ा का सामना कर रहा है. यहां भोजन, पानी और बिजली की कमी हो गई है. गुटेरेस ने एक बयान में कहा, "मैं युद्धविराम, सभी बंधकों की बिना शर्त रिहाई और जीवन रक्षक आपूर्ति की डिलीवरी के लिए अपनी अपील दोहराता हूं."
  7. इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास और ISIS को बीमार करार दिया है. नेतन्याहू ने कहा, "हमास-ISIS बीमार है. उन्होंने अपने आतंक के लिए अस्पतालों को मुख्यालय में बदल दिया है. हमने इसे साबित करने वाली खुफिया जानकारी जारी की है." 
  8.  इस बीच इजरायल जंग में स्पंज बम का इस्तेमाल कर रहा है. गाजा में हमास सुरंगों से हमले कर रहा है. यहां तक इजरायली सेना की पहुंच नहीं है. ऐसे में इन हमलों से बचने के लिए इजरायल ने स्पंज बम बनाए हैं. फोम से बने ये बम फटने के बाद ज्यादा से ज्यादा जगह में फैल जाता है और सख्त हो जाता है.
  9. इसके साथ ही इजरायल केमिकल ग्रेनेड की टेस्टिंग भी कर रहा है. इनमें कोई एक्सप्लोसिव नहीं होता, लेकिन इसका इस्तेमाल सुरंगों की एंट्रेंस या किसी तरह के गैप को बंद करने में होता है.
  10.  इस बीच संयुक्त राष्ट्र (UN) का कहना है कि गाजा को जितनी मदद की जरूरत है, उतनी मदद नहीं दी जा रही है. अब तक सिर्फ 84 ट्रक राहत सामग्री लेकर पहुंचे हैं. वहां रह रहे 23 लाख लोगों के लिए ये बेहद ही कम है


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Thursday, 26 October 2023

बहन की सुरक्षा के लिए भाई ने भाई ने कुछ ऐसा किया, जिसे देखकर लोगों ने कहा- दुनिया का ख़ूबसूरत रिश्ता है

भाई और बहन का रिश्ता बहुत ही प्यारा होता है. इस रिश्ते में प्यार, ख्याल और एक सुंदर व्यवहार है. आए दिन सोशल मीडिया पर भाई और बहन के वीडियो देखने को मिलते रहते हैं. अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि trampoline पर बहन चढ़ी हुई है. ऐसे में उसे उतारने के लिए भाई झूक जाता है और अपनी पीठ पर उतरने को कहता है. इस वीडियो को देखने के बाद लोग रह से दंग हो रहे हैं.

देखें वायरल वीडियो

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक भाई अपनी बहन का ध्यान रखता है. ऐसा लगता है कि वो बहन को कोई चोट नहीं लगने देना चाहता है. इस वीडियो को देखने के बाद लोग पूरी तरह से खुश नज़र आ रहे हैं. 

वायरल हो रहे इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है. इस वीडियो को देखने के बाद कई यूज़र्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- बहुत ही प्यारा वीडियो है. एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- भाई-बहन का रिश्ता बहुत ही अनमोल होता है.

देखा जाए तो भाई और बहन का रिश्ता बहुत ही ज्यादा प्यारा होता है. दोनों के बीच लड़ाई होती है तो लेकिन एक दूसरे का ख्याल भी रखा जाता है. लोगों को यह वीडियो काफी पसंद आ रहा है.


 



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Wednesday, 25 October 2023

मैच के बीच में लाइट शो खिलाड़ियों के लिए अच्छा नहीं, आंखे चौंधिया जाती हैं- मैक्सवेल

भारत में हो रहे आईसीसी विश्व कप के दौरान दर्शकों के मनोरंजन के लिए स्टेडियम में ड्रिंक ब्रेक के दौरान लाइट शो का आयोजन किया जा रहा है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला ग्लेन मैक्सवेल इससे खुश नहीं है. मैक्सवेल ने बुधवार को यहां नीदरलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड शतकीय पारी खेलने के बाद कहा कि यह दर्शकों के लिए अच्छा है, लेकिन खिलाड़ियों के लिए भयानक है.

उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने बिग बैश लीग के इस तरह का अनुभव किया है. उस दौरान पर्थ स्टेडियम में रोशनी चली गयी थी . लाइट शो के लिए अंधेरा होने के बाद जब फिर से लाइट जलने पर ऐसा लगाता है जैसे इससे आंखे चौंधिया रही है और सिरदर्द हो रहा है.''

उन्होंने कहा, ‘‘ लाईट शो के बाद आंखों से सामंजस्य बैठाने में थोड़ा समय लगता है. मुझे लगता है कि यह क्रिकेटरों के लिए सबसे बेवकूफी भरा विचार है.''उन्होंने कहा, ‘‘ पर्थ स्टेडियम की रोशनी खराब हो गई थी और मैं बल्लेबाजी के दौरान दूसरे छोर पर था और मुझे फिर से सामंजस्य बैठाने में काफी समय लग गया. ऐसे में बस जितना संभव हो मैं आंखों को छिपाने की कोशिश करता हूं और इसे अनदेखा करने की कोशिश करता हू. यह एक भयानक विचार है.''उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रशंसकों के लिए अच्छा है लेकिन खिलाड़ियों के लिए भयानक है.''



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गाजावासियों के दक्षिण में पनाह लेने के बाद वहां बम क्यों बरसा रहा इजरायल?

इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Hamas)के बीच 19 दिनों से जंग (Israel Palestine Conflict) चल रही है. 7 अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल की तरफ कुछ मिनटों में 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे थे. हमास के लड़ाकों ने सुरंगों के जरिए जमीनी हमले भी किए. इसके बाद से इजरायल गाजा पट्टी (Gaza City) पर जवाबी कार्रवाई कर रहा है. इजरायल ने गाजा पट्टी में घुसकर हमास (Hamas) के ठिकानों को खत्म करने की बात कही है. इसके लिए गाजावासियों को वहां से दक्षिण गाजा में शिफ्ट होने को कहा गया था. हमलों के डर से ज्यादातर नागरिक दक्षिण गाजा चले भी गए हैं, ताकि महफूज रह सके. लेकिन इजरायल अब दक्षिण गाजा पर भी हमले कर रहा है. 

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली वॉरशिप ने दक्षिणी गाजा में ठिकानों पर हमले तेज कर दिए हैं. इससे वहां से पनाह लिए हुए लोगों में डर फैल गया है कि वे दक्षिण गाजा में भी उतने ही असुरक्षित हैं, जितने कि उत्तर में अपने घरों में थे. 

गाजावासियों को दक्षिण की ओर जाने के लिए कहने के बाद से इजरायली सेना (IDF) ने पूरे क्षेत्र में हमास के ठिकानों पर बमबारी की. गाजा में अधिकारियों का कहना है कि 7 अक्टूबर को शुरू हुए इजरायली हमलों के बाद से 6546 फिलिस्तीनी मारे गए हैं.

25 अक्टूबर से तेज हुई बमबारी
गाजावासियों ने कहा कि 25 अक्टूबर को दक्षिण गाजा में बमबारी तेज हो गई. एक हमले में मिस्र की सीमा से लगभग 10 किमी (6 मील) दूर खान यूनिस में कई अपार्टमेंट तबाह हो गए. इस बीच इजरायली सेना ने कहा है कि भले ही हमास का पावर सेंटर गाजा सिटी में है, फिर भी यह पूरे इलाके में नागरिक आबादी के बीच फैला हुआ है.

इजरायल ने एक दिन में हिट किए 400 टारगेट्स
इजरायल ने खुद माना है कि उसने एक दिन में 400 टारगेट्स हिट किए. खान यूनिस इलाके में एक गैस स्टेशन को तबाह कर दिया गया. हालांकि, इजरायल की तरफ से सिर्फ 47 लोगों के मारे जाने की बात कही गई है.

इजरायली सेना ने पिछले बयानों को दोहराते हुए कहा, "जहां भी हमास का टारगेट होगा, IDF हमास की आतंकवादी क्षमताओं को नाकाम करने के लिए हमला करेगा. हम इन हमलों में नागरिकों के नुकसान को कम करने के लिए संभावित सावधानी भी बरत रहे हैं."

हमास लड़कों के घर वैलिड टारगेट
इजरायली सेना ने कहा है कि जिन घरों में आतंकवादी रहते हैं, वे "वैलिड टारगेट" हैं. भले ही उनके साथ गाजा के नागरिक भी रहते हों. इजरायली वायु सेना के एक सीनियर अधिकारी ने हाल ही में एक ब्रीफिंग में कहा, "तथाकथित प्राइवेट होम दरअसल प्राइवेट होम नहीं हैं."

इजरायल ने उत्तरी गाजा खाली करने का आदेश क्यों दिया?
इजरायली सेना ने 12 अक्टूबर को गाजावासियों के लिए फरमान जारी किया था. इजरायल ने कहा कि गाजा की 2.3 मिलियन (23 लाख) आबादी में लगभग आधी आबादी को यहां से दक्षिण में महफूज जगह पर चले जाना होगा. इसके लिए लोगों को 24 घंटे की डेडलाइन दी गई थी. 

सैन्य प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने बाद में कहा: "हम गाजा शहर में महत्वपूर्ण सैन्य गतिविधि के लिए क्षेत्र तैयार कर रहे हैं. यह अगला चरण है. इसलिए हम नागरिकों से गाजा नदी के दक्षिण में जाने के लिए कह रहे हैं."

सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिक और टैंकर तैनात 
इजरायल ने गाजा के साथ सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिक और टैंकर तैनात कर दिए हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इजरायल जल्द ही जमीनी हमले शुरू करेगा. इससे पहले 18 अक्टूबर को इजरायली सेना ने गाजा के निवासियों से दक्षिणी गाजा के तट पर अल मवासी में मानवीय क्षेत्र कहे जाने वाले इलाके को खाली करने को कहा.

इजरायल ने 22 अक्टूबर को दोबारा चेतावनी दी कि उत्तर में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को आतंकवादी संगठन के समर्थकों के रूप में पहचाना जा सकता है.

अब तक कितने लोग गाजा से दक्षिण की ओर चले गए हैं?
हमास ने फिलिस्तीनियों से इजरायल की चेतावनी को नज़रअंदाज़ करने का आग्रह किया था. फिर भी कई लोग अपना घर-बार छोड़कर दक्षिण की ओर जा रहे हैं. कई लोग चले गए हैं. अंतरराष्ट्रीय सहायता संगठनों का कहना है कि उत्तर से दूर लोगों का बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ है. 

मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA) ने 24 अक्टूबर को अनुमान लगाया कि गाजा के भीतर 1.4 मिलियन (14  लाख) से अधिक लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं. मिस्र और इजरायल दोनों के साथ गाजा की सीमा बंद कर दी गई है, जिससे निवासी प्रभावी रूप से एन्क्लेव के अंदर फंस गए हैं.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि लाखों लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए कुछ ही घंटे देना खतरनाक और बेहद परेशान करने वाला था. कई पश्चिमी सरकारों ने गाजा बॉर्डर पर फंसे हुए नागरिकों के लिए ह्यूमन कॉरीडोर खोलने की अपील की. अरब देशों ने इजरायल से युद्ध रोकने की गुजारिश भी की है.


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Tuesday, 24 October 2023

देशभर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया दशहरा, उत्सव में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री भी हुए शामिल

नई दिल्ली: बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा, जिसे विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है, मंगलवार को देशभर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया. देश के अलग-अलग हिस्सों में रावण, उसके बेटे मेघनाद और भाई कुंभकर्ण के बड़े-बड़े पुतले जलाए गए. इन कार्यक्रमों में आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक नेताओं ने भी भाग लिया.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कई अन्य नेताओं ने दशहरा उत्सव मनाने के लिए दिल्ली में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए. राष्ट्रीय राजधानी के द्वारका में आयोजित एक कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से देश को जातिवाद और क्षेत्रवाद के नाम पर विभाजित करने की कोशिश करने वाली ताकतों को खत्म करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि दशहरा उन विचारधाराओं के दहन का भी प्रतीक होना चाहिए जो भारत के विकास के बारे में नहीं बल्कि अपने स्वार्थों को पूरा करने से जुड़े हैं.

प्रधानमंत्री ने यहां दशहरा कार्यक्रम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह त्योहार केवल रावण के पुतले जलाने और राक्षस पर भगवान राम की जीत तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे देश में हर बुराई पर देशभक्ति की जीत का प्रतीक भी होना चाहिए. मोदी ने एक सांकेतिक धनुष से तीर चला कर लंका दहन समारोहों की शुरूआत की.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां लाल किला के पास श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा समारोह में भाग लिया. बाद में उन्हें पुतले की ओर तीर चलाने के लिए सांकेतिक धनुष-बाण दिया गया. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने नव श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दशहरा समारोह में भाग लिया. कार्यक्रम में 'जय श्री राम' के नारों के बीच सोनिया को रामायण की एक प्रति उपहार में दी गई.

दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी विभिन्न रामलीला समितियों द्वारा आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग में सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाया. तवांग, चीन की सीमा से लगा रणनीतिक रूप से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है.

सिंह ने एक सैन्य अड्डे पर 'शस्त्र पूजा' करने के बाद कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. नवरात्र के नौ दिवसीय उत्सव के समापन के बाद दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है. पश्चिम बंगाल में विजयादशमी के मौके पर राज्य के विभिन्न नदी घाटों पर देवी दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया गया.

कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस ने शहर में हुगली नदी के किनारे 34 घाटों पर व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं. विजयादशमी के मौके पर महिलाओं ने पारंपरिक 'सिंदूर खेला' (एक-दूसरे के चेहरे पर सिन्दूर लगाना) अनुष्ठान में भाग लिया. फिल्म अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता सहित कई मशहूर हस्तियों ने कोलकाता में विभिन्न सामुदायिक पूजा पंडालों में 'सिंदूर खेला' अनुष्ठान में भाग लिया.

जम्मू-कश्मीर में दशहरा के मौके पर श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में भारी संख्या में लोग एकत्र हुए. अधिकारियों ने बताया कि जोरदार जयकारों के बीच मैदान में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशाल पुतलों का दहन किया गया. उन्होंने बताया कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग भी उत्सव देखने गए. उन्होंने बताया कि जम्मू में भी यह त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया गया.

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी पर गोरक्षपीठ के प्रमुख संत के रूप में शहर में पारंपरिक शोभा यात्रा का नेतृत्व किया. इस दौरान लोग सड़कों के दोनों ओर खड़े हुए थे. मुस्लिम और सिंधी समुदाय के सदस्यों ने शोभायात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर आदित्यनाथ का स्वागत किया. शोभायात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सजे हुए 'रथ' पर खड़े हुए दिखाई दिए.

बिहार सरकार ने राज्य में दशहरा के मौके पर शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशील इलाकों में ड्रोन तैनात करने और सीसीटीवी कैमरे लगाने सहित व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे. पंजाब और हरियाणा में कई स्थानों पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने होशियारपुर में एक दशहरा कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने कहा कि यह देखकर अच्छा लगा कि कई बच्चे उत्सव देखने आए हैं और इससे उन्हें हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के बारे में और भी बेहतर ज्ञान प्राप्त होगा.

महाराष्ट्र में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में दशहरा रैली को संबोधित किया और कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी. उन्होंने लोगों से इस अवसर का जश्न मनाने के लिए देश भर के मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा.

कर्नाटक के मैसुरु शहर में मंगलवार को 'जंबो सवारी' (हाथियों की सावरी) के साथ 10 दिवसीय दशहरा उत्सव का समापन हो गया. मैसुरु शहर की देवी चामुंडेश्वरी को 'अभिमन्यु' (हाथी) के ऊपर 750 किलोग्राम के सोने के बने 'हौदा' पर विराजमान किया गया और शोभायात्रा निकाली गयी. इसमें सुसज्जित हाथियों का समूह शामिल था. हाथियों के समूह का नेतृत्व 'अभिमन्यु' नामक हाथी ने किया.

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, जिला प्रभारी मंत्री एच सी महादेवप्पा, मैसुरु के ‘राजा' यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार और पूर्व शाही परिवार के सदस्यों ने देवी चामुंडेश्वरी की पूजा अर्चना की. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां लाल किले में आयोजित दशहरा समारोह में शामिल हुए और कहा कि उनकी सरकार भगवान राम के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए राष्ट्रीय राजधानी के लोगों की सेवा करने की कोशिश कर रही है.

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ''भगवान राम हमारे आदर्श हैं. उनके जीवन और राम राज्य की उनकी अवधारणा से बहुत कुछ सीखने को है. हमारा प्रयास है कि कोई भी भूखा न सोए और सभी को दिल्ली में अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बिजली मिले.'' केजरीवाल ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और उनके कल्याण व खुशी के लिए प्रार्थना भी की.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने दशहरे के मौके पर गांधीनगर स्थित अपने आवास पर 'शस्त्र पूजा' की. राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, पटेल ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अपने सुरक्षा कर्मियों के हथियारों की पारंपरिक पूजा की, जिसमें स्वचालित बंदूकें और पिस्तौलें शामिल थीं. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को शुभकामनाएं दीं और उनसे शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण समाज बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया.

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने मंगलवार को यहां सप्ताह भर चलने वाले कुल्लू दशहरा उत्सव का उद्घाटन किया. यह उत्सव भगवान रघुनाथ की पारंपरिक रथ यात्रा के साथ शुरू हुआ. राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की संस्कृति बहुत समृद्ध और अनूठी है और दुनिया भर में इसकी एक अलग पहचान है.

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गाजा का दावा, रात भर इजरायली हमलों में 700 फिलिस्तीनी मारे गए

इजरायली हवाई हमलों में रात भर में 700 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए. गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि इजरायल की दो सप्ताह पुरानी कुल घेराबंदी में पिछले 24 घंटे में मरने वालों की संख्या सबसे अधिक है, क्योंकि सहायता के लिए दबाव बढ़ गया है. एन्क्लेव में बेरोकटोक प्रवेश की अनुमति दी गई.

इजरायली सेना ने कहा कि उसने हमास के 400 से अधिक ठिकानों पर हमला किया और रात भर में उसके दर्जनों लड़ाकों को मार डाला, लेकिन गाजा के सत्तारूढ़ इस्लामी समूह को नष्ट करने में समय लगेगा, जिसके 7 अक्टूबर को सीमा पार से हुए घातक हमले ने इजरायल को झकझोर कर रख दिया था.

अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों द्वारा गाजा में मानवीय तबाही की चेतावनी के साथ, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इसे समर्थन देने के लिए इज़राइल के लिए उड़ान भरी.

मैक्रॉन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि फ्रांस हमास के साथ युद्ध में इज़रायल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है, लेकिन उसे नियमों के बिना नहीं लड़ना चाहिए. नेतन्याहू ने कहा कि इज़रायल नागरिकों की रक्षा करने की कोशिश करेगा, और ये सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि वे अब हमास के अत्याचार के अधीन नहीं रहेंगे

.

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने मंगलवार को गाजा में आपातकालीन सहायता को निर्बाध रूप से अनुमति देने के लिए कहा कि इजरायली बमबारी के दो सप्ताह के बाद इसकी फिलिस्तीनी आबादी का समर्थन करने के लिए 20 गुना से अधिक वर्तमान डिलीवरी की आवश्यकता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने, संयुक्त राष्ट्र की बढ़ती हताशा भरी नई अपील में, सहायता की सुरक्षित डिलीवरी की अनुमति देने के लिए तत्काल मानवीय युद्धविराम का आह्वान किया.

गाजा में डॉक्टरों का कहना है कि इजराइल की अब तक की सबसे भारी बमबारी के तहत 14 लाख से अधिक लोगों के अस्थायी आश्रयों के लिए अपने घरों से भाग जाने के बाद अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों में भीड़भाड़ और खराब स्वच्छता के कारण होने वाली बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं.

लेकिन दशकों के इजरायली-फिलिस्तीनी संघर्ष के सबसे खूनी प्रकरण में जल्द ही युद्धविराम की संभावना कम ही दिखाई दे रही है.

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर से अब तक घनी आबादी वाले क्षेत्र में इजरायली बमबारी में कम से कम 5,791 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 2,360 बच्चे भी शामिल हैं. इसमें कहा गया है कि अकेले पिछले 24 घंटों में कुल 704 लोग मारे गए हैं.

मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि इजरायली बमबारी के दो हफ्तों में ये 24 घंटे में होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या है.

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खान यूनिस में हवाई हमले के बाद, अब्दुल्ला तबाश ने अपनी मृत बेटी सिदरा के शव को पकड़ लिया और उसके खून से सने चेहरे और बालों को पकड़कर जाने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "मैं जितना हो सके उसे देखना चाहता हूं."

इज़रायली टैंक और सेनाएं इज़रायल और एन्क्लेव के बीच की सीमा पर जमी हैं और ज़मीनी आक्रमण के आदेशों की प्रतीक्षा कर रही हैं. एक ऐसा ऑपरेशन जो बंधकों को छुड़ाने को लेकर काफी कठिन हो सकता है.

दक्षिणी इज़राइल में सीमा पार से हमास के हमले के जवाब में बमबारी की गई, जिसमें बंदूकधारियों ने एक ही दिन में 1,400 से अधिक लोगों - ज्यादातर नागरिकों, को मार डाला.

इजराइल ने कहा कि उसने रात में जिन लक्ष्यों को निशाना बनाया, उनमें एक सुरंग भी थी, जिससे हमास को समुद्र से इजराइल में घुसपैठ करने की इजाजत मिली, साथ ही मस्जिदों में हमास के कमांड सेंटर भी थे. रॉयटर्स इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं कर सका.

शहरीकृत गाजा के व्यापक क्षेत्रों को इजरायली बमों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया है, जिससे इसके 2.3 मिलियन लोगों में से आधे से अधिक लोगों को क्षेत्र में कहीं और शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है. भोजन, साफ़ पानी, दवाएँ और ईंधन तेज़ी से ख़त्म हो रहे हैं.

निवासियों ने कहा कि खान यूनिस में एक पेट्रोल स्टेशन पर एक इजरायली मिसाइल के हमले में कई लोग मारे गए या घायल हो गए, जहां शहर के पूर्वी हिस्से से भागे लोग अपने उपकरणों को चार्ज करने और पानी के कनस्तर भरने के लिए एकत्र हुए थे.

पेट्रोल स्टेशन के पास रहने वाले अब्दुल्ला अबू अल-अत्ता ने कहा, "उन्होंने उन पर नींद में ही बमबारी कर दी."

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 40 से अधिक चिकित्सा केंद्रों में ईंधन खत्म होने या इजरायली बमबारी से क्षतिग्रस्त होने के बाद परिचालन रोक दिया गया.



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अमेरिकी राज्यों ने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने को लेकर मेटा पर दायर किया मुकदमा

अमेरिका के दर्जनों राज्य मेटा और इसकी इंस्टाग्राम पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की लत भरे नेचर के जरिए युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालने का आरोप लगाते हुए मुकदमा कर रहे हैं. मंगलवार को ओकलैंड, कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में दायर एक शिकायत में, कैलिफोर्निया और इलिनोइस सहित 33 राज्यों ने कहा कि मेटा, जो फेसबुक भी संचालित करता है, उसने अपने प्लेटफार्मों के महत्वपूर्ण खतरों के बारे में जनता को बार-बार गुमराह किया है और जान-बूझकर छोटे बच्चों और किशोरों को नशे की लत में डाल दिया है.

शिकायत में कहा गया है, "मेटा ने युवाओं और किशोरों को लुभाने, अपने साथ जोड़ने और अंततः फंसाने के लिए शक्तिशाली और अभूतपूर्व प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया है. जिसका मकसद मुनाफ़ा कमाना है." मुकदमा पर्याप्त नागरिक दंड सहित विभिन्न प्रकार के उपायों की मांग करता है.

मेटा पर कई मुकदमा दर्ज
मेटा मुकदमा बच्चों और किशोरों की ओर से सोशल मीडिया कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाइयों की श्रृंखला में नई है. बाइटडांस का टिकटॉक और गूगल का यूट्यूब भी सोशल मीडिया की लत के बारे में बच्चों और स्कूल जिलों की ओर से दायर सैकड़ों मुकदमों का विषय हैं.

मेटा ने एक बयान में कहा, "हम निराश हैं कि किशोरों द्वारा उपयोग किए जाने वाले कई ऐप्स के लिए स्पष्ट, आयु-उपयुक्त मानक बनाने के लिए कंपनियों के साथ उत्पादक रूप से काम करने के बजाय, अटॉर्नी जनरल ने ये रास्ता चुना है."

मेटा पर अधिकांश ध्यान 2021 में दस्तावेज़ों के जारी होने से उपजा है, जिसमें पता चला है कि मेटा के पास डेटा है, जो दर्शाता है कि इंस्टाग्राम, जो एक फोटो-शेयरिंग ऐप के रूप में शुरू हुआ था, नशे की लत है और किशोर लड़कियों के लिए कई बार छवि को खराब कर रहा है.

मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि मेटा ये सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि युवा सोशल मीडिया पर जितना संभव हो उतना समय बिताएं, ये जानने के बावजूद कि किशोर मस्तिष्क अन्य यूजर्स से पसंद के रूप में अप्रूवल की जरूरत के प्रति संवेदनशील होते हैं. मुकदमे में कहा गया है कि मेटा ने सार्वजनिक रूप से इस बात से इनकार किया कि उसका सोशल मीडिया हानिकारक है.

मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि मेटा ने 13 साल से कम उम्र के बच्चों के डेटा के संग्रह पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून का भी उल्लंघन किया है.

मुकदमे में ये भी आरोप लगाया गया कि मेटा आभासी वास्तविकता में राज्यों द्वारा बताई गई हानिकारक प्रथाओं का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है, जिसमें मेटा के होराइजन वर्ल्ड्स प्लेटफॉर्म के साथ-साथ संचार ऐप व्हाट्सएप और मैसेंजर भी शामिल है.

नौ अन्य राज्यों द्वारा मंगलवार को इसी तरह के मुकदमे दायर करने की उम्मीद है, जिससे मुकदमा करने वाले राज्यों की कुल संख्या 42 हो जाएगी.

मेनलो पार्क, कैलिफ़ोर्निया, कंपनी और अन्य सोशल मीडिया कंपनियां पहले से ही बच्चों और स्कूल जिलों की ओर से इसी तरह के दावे करते हुए सैकड़ों मुकदमों का सामना कर रही हैं.



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Monday, 23 October 2023

प्रदेशों की डिज़ाइनिंग में टक्कर का मुकाबला: वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन 

वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम के अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय फैशन डिज़ाइनर्स ने धूम मचा रखी है. अपनी कलाकारी से वे पूरे विश्व को भारत के आधुनिक वस्त्र और परिधानों की ख़ूबसूरती दिखला रहें हैं, और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की “वोकल फोर लोकल” पहल को फैशन की दुनिया में बढ़ावा दे रहे हैं. वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम एक विश्व स्तरीय संस्था है, जिस से दुनिया के हर कोने के फैशन डिज़ाइनर सदस्य जुड़े हुए हैं. वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम ने इस साल भारत में कई कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमे से आगरा और भोपाल में आयोजित कार्यक्रम काफ़ी प्रभावशाली रहे.वर्ल्ड डिज़ाइनिंग फोरम और आगरा विकास प्राधिकरण ने साथ मिलकर आगरा (उत्तर प्रदेश) में एक 45 दिवसीय फैशन फेस्टिवल आयोजित किया; भोपाल (मध्यप्रदेश) में नेशनल हैंडलूम डे के अवसर पर वर्ल्ड डिज़ाइनिंग फोरम और भारतीय फैशन डिज़ाइनर्स ने मिलकर एक भव्य समारोह का आयोजन किया.

इण्डियन फैशन डिज़ाइनर डे के अवसर पर वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम 30 दिसंबर के दिन गाला डिनर और अवार्ड सेरेमनी आयोजित कर रहा हैं. देश के उभरते और चहेते फैशन डिज़ाइनर्स और हस्तियाँ इस समारोह में शामिल होंगे. 

16 प्रदेशों के डिज़ाइनर्स अपनी क्षेत्रीय कला अपने अनूठे अन्दाज़ में पेश करेंगे. इस शाम के लिए इस प्रदर्शिनी के साथ-साथ वर्ल्ड डिज़ाइन फोरम एक रोमांचक प्रतियोगिता का भी आयोजन कर रहा है, जहां 11 अलग-अलग प्रदेशों की टीम्स एक दूसरे का सामना करेंगी. यह 11 टीम्स - दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, झारखंड, छतीस गढ़, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, तमिल नाडु व केरल राज्य से आएंगी और फैशन का ख़िताब जीतने के लिए एक दूसरे को काँटे की टक्कर देंगी. 

कई टीम्स के कैप्टेन चुने जा चुके हैं, उत्तरप्रदेश की टीम का नेतृव्त अदिति जग्गी करेंगी, और गुजरात टीम कैप्टेंसी पूर्वा बुच को सौंपी गई है. केरल से टीम कैप्टन जज़िला के.एम रहेंगी, तमिलनाडु से कविता सेंदुराज, कर्नाटक से आशा एम थॉमस, झारखंड से आस्था किरन, ओडिशा से मशहूर फैशन डिज़ाइनर एवं बिग बॉस के सब्यसाची सत्पथी, और छत्तीसगढ़ टीम कैप्टेंसी की भूमिका प्रिया बावनकर संभालेंगी.

इस प्रतियोगिता में देश के सबसे बेहतरीन डिज़ाइनर्स अपनी कला और हुनर का प्रदर्शन तो करेंगे ही, और साथ ही हमारी हस्तकला और संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा. किस राज्य की टीम जीत हासिल करेगी, यह तो कहना मुश्किल है परंतु कोई भी टीम जीते - असल जीत भारत और भारतीय संस्कृति की होगी.



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शतक से भले चूक गए कोहली, मगर 20 साल बाद न्यूज़लीलैंड को हरा कर इतिहास रच दिया

भारत ने धर्मशाला में धमाका करते हुए 20 साल के कलंक को मिटाकर एक शानदार जीत दर्ज की है. दरअसल, भारत का मुकाबला न्यूज़लैंड से था. इस मुकाबले में न्यूज़ीलैंड की टीम ने 274 रनों का टार्गेट दिया. भारत की शुरुआत ठीक रही, मगर 71 रन की पारी के बाद रोहित शर्मा के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा. हालांकि, चेस मास्टर विराट कोहली ने इस मैच में बेहतरीन योगदान देते हुए भारत को जीत के बेहद करीब पहुमचा दिया. इस मैच में कोहली शतक से चूक गए, मगर पूरी दुनिया में अपनी एक छाप छोड़ दी. सोशल मीडिया पर कोहली ट्रेंड कर रहे हैं. सभी यूज़र्स उनके बारे में अपनी प्रतिक्रियाएं लिख रहे हैं.

विराट कभी हार नहीं मानता है

किंग ने न्यूज़ीलैंड से बदला ले लिया है

कोहली को दिल से सलाम

कभी-कभी 95 रन शतक से भी बहुत ही ज़्यादा है

किंग कोहली

ICC Cricket World Cup 2023 के 21वें मुकाबले में विराट कोहली की 95 रनों की पारी के दम पर न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया जारी टूर्नामेंट में इकलौती अजेय टीम बनी हुई है. वहीं, भारत को वनडे विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ 20 सालों के बाद जीत मिली है. भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2003 में वनडे विश्व कप में आखिरी जीत दर्ज की थी, उसके बाद टीम की यह पहली जीत है. न्यूजीलैंड से मिले 274 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही टीम इंडिया ने 48 ओवरों में ही 4 विकेट रहते मैच अपने नाम किया. भारत के लिए विजयी रन रवींद्र जडेजा ने बनाए.



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अगर बिजली चली गई तो "कुछ ही मिनटों में" बच्चों को खो देंगे: गाजा अस्पताल

Israel Palestine Conflict: इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है. दोनों ही तरफ से एक दूसरे पर हमले हो रहे हैं. इस बीच रविवार को इजरायली ग्राउंड फोर्सेज ने रातभर गाजा पट्टी में कई जगहों पर हमले किए हैं. इस युद्ध में गाजा में सबसे अधिक प्रभावित बच्चे हो रहे हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के अनुसार गाजा के एक अस्पातल में बच्चों के आईसीयू में कार्य कर रहे डॉक्टर मरीजों के लिए ईंधन और बुनियादी दवाएं ढूंढने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अगर उनके इनक्यूबेटर की बिजली चली जाती है तो कुछ ही मिनटों में कई बच्चे मर जाएंगे. 

55 बच्चों की हो जाएगी मौत

गाजा सिटी के अल-शिफा अस्पताल में डॉक्टर नासिर बुलबुल ने कहा कि हम सभी से इस महत्वपूर्ण विभाग के लिए आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति भेजने की अपील करते हैं अन्यथा हमें भारी तबाही का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर बिजली चली गई, तो इन विभागों में, जहां 55 बच्चे भर्ती हैं, हम उन्हें पांच मिनट के भीतर खो देंगे. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि गाजा पट्टी में इलेक्ट्रिक इनक्यूबेटरों में 130 नवजात शिशु हैं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में जनरेटर - और विशेष रूप से गाजा के 13 सार्वजनिक अस्पतालों में से सबसे बड़े शिफा अस्पताल में - ईंधन खत्म हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमने इनक्यूबेटरों सहित ईंधन को सबसे आवश्यक जीवन रक्षक सेवाओं के तौर पर रखा है. लेकिन हम नहीं जानते कि यह कितने समय तक चलेगा.

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने क्या कहा? 

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम पूरी दुनिया से ईंधन के लिए मदद करने की अपील कर रहे हैं.  हमने अपने सार्वजनिक और निजी पेट्रोल स्टेशनों से भी कहा है कि वे अस्पतालों में लोगों की जान बचाने में मदद के लिए जो भी ईंधन बचा सकते हैं उसे दान करें. 

कई बच्चे हो चुके हैं अनाथ

इस अस्पताल में कई ऐसे बच्चे भी हैं जिनके माता पिता और परिवार के अन्य सदस्य इजरायल द्वारा किए गए बमबारी में मारे जा चुके हैं. शिफा अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि रिश्तेदारों के आगे आने और ऐसे बच्चे का नाम रखने का वो इंतजार कर रहे हैं.  जिसकी मां फातिमा अल-हर्ष के घर पर बमबारी हुई थी.  उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने बच्चे को तो बचा लिया, लेकिन मां या उसके 11 सदस्यीय परिवार को नहीं बचाया जा सका. बच्चे का इलाज कर रहे चिकित्सक ने फेसबुक पर लिखा कि जब बच्चा ठीक हो जाएगा तो हमें नहीं पता कि अनाथ होने के बाद उसकी देखभाल कौन करेगा. 

इज़रायली वायुसेना ने अपने हाई-टेक 'आयरन स्टिंग' सिस्टम का जारी किया फुटेज

बताते चलें कि इज़रायली वायुसेना ने अपने हाई-टेक 'आयरन स्टिंग' सिस्टम का फुटेज रविवार को जारी किया, क्योंकि यह सिस्टम पहली बार इस्तेमाल में लाया गया. इज़रायली रक्षा सेना (IDF) की मैगलन इकाई ने इस अत्याधुनिक हथियार प्रणाली का इस्तेमाल ग़ाज़ा पट्टी इलाके में हमास के रॉकेट लॉन्चरों को निशाना बनाने और दर्जनों आतंकवादियों को तितर-बितर करने के लिए इस्तेमाल किया.

इस बीच सोमवार तड़के इज़रायल ने ग़ाज़ा पर हवाई हमले किए, जबकि रात में विमानों ने दक्षिणी लेबनान पर हमला किया था... उधर, इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बढ़ते युद्ध का आकलन करने के लिए अपने शीर्ष जनरलों और अपने युद्ध मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई. ग़ाज़ा में मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, इज़रायल की दो हफ़्ते से जारी बमबारी में अब तक कम से कम 4,600 लोग मारे गए हैं. इज़रायल ने हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमलों के बाद जवाबी हमले की कार्रवाई शुरू की थी.



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हूबहू रजनीकांत की तरह लगता है ये चायवाला, वीडियो देख आंखों पर नहीं होगा यकीन

रजनीकांत देश के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक हैं. उनका करियर शानदार रहा है और वह अलग-अलग भाषाओं की कई फिल्मों का हिस्सा रहे हैं. वह अपनी एक्शन से भरपूर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं और दर्शकों के बीच उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है. लोग उनकी फिल्मों का जश्न मनाते हैं और उन्हें देखने के लिए सिनेमाघरों में भर भर के आते हैं. पब्लिक उन्हें उनकी लार्जर देन लाइफ इमेज के लिए जानती है और पसंद करती है. फिलहाल उनका नाम किसी फिल्म की वजह से नहीं बल्किन किसी और वजह से चर्चा में है. दरअसल रजनीकांत के एक हमशक्ल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें रजनीकांत का हमशक्ल सड़क पर नजर आया है. यह शख्स बिल्कुल थलाइवा जैसा दिखता है और उसका हेयरस्टाइल भी उन्हीं की तरह है. उन्हें नीली शर्ट और पैंट में देखा जा सकता है और उन्होंने रजनीकांत जैसा चश्मा लगा रखा है. वायरल हो रहे क्लिप में इस शख्स को बॉडीगार्ड्स के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है.

उस शख्स की शक्ल रजनीकांत से बेहद मिलती-जुलती है और जब यह क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो लोग हैरान रह गए. हालांकि अभी रजनीकांत के हमशक्ल के बारे में कोई सही जानकारी नहीं मिली है. पोस्ट के कमेंट्स में आई जानकारी के मुताबिक यह पाया गया कि यह व्यक्ति कोच्ची का रहने वाला है और वहां चाय की दुकान चलाता है. सुपरस्टार से मिलती-जुलती शक्ल होने के चलते वह इस एरिया में काफी पॉपुलर है.

अब असली रजनीकांत की बात करें तो अब वह अपनी बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत की फिल्म 'लाल सलाम' में दिखाई देंगे. फिल्म में विष्णु विशाल और विक्रांत भी लीड रोल में हैं. ये फिल्म जनवरी 2024 में रिलीज हो सकती है. इसके अलावा रजनीकांत डायरेक्टर टीजे ज्ञानवेल के साथ #Thaivar170 नाम की फिल्म में दिखाई दे सकते हैं. फिल्म में कुछ और बड़े सितारे भी हैं जैसे अमिताभ बच्चन, फहद फासिल, राणा दग्गुबाती. यह रजनीकांत की मचअवेटेड फिल्मों में से एक है.

हाल ही में यह भी अनाउंसमेंट की गई थी कि थालाइवा, लोकेश कनगराज के साथ एक फिल्म करेंगे. मेकर्स ने अभी तक इसकी कास्ट या रिलीज डेट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. हाल में रजनीकांत सुपरहिट फिल्म जेलर में नजर आए थे. इसने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म ने वर्ल्ड वाइड 600 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की.



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शशि थरूर ने की महुआ मोइत्रा के साथ अपनी तस्वीर काटकर प्रसारित करने की आलोचना, ‘ओछी राजनीति’ बताया

कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shahi Tharoor) ने उन तस्वीरों को काटकर इंटरनेट पर प्रसारित किये जाने की सोमवार को आलोचना की, जिनमें उन्हें तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के साथ देखा जा सकता है. उन्होंने इसे ‘ओछी राजनीति' करार दिया. तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा कि वह मोइत्रा के जन्मदिन की पार्टी में शामिल हुए थे, जिसमें उनकी बहन समेत करीब 15 लोग मौजूद थे. थरूर ने कहा कि जन्मदिन पार्टी में ली गयी तस्वीर को काटकर (क्रॉप करके) उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. 

उन्होंने कहा, ‘‘यह ओछी राजनीति है. यह उस बच्ची (महुआ) की जन्मदिन पार्टी थी. माना वह बच्ची नहीं है, लेकिन मेरे लिए वह उसी तरह है. वह सांसद (महुआ), मुझसे 20 साल छोटी हैं.''

थरूर ने कहा, ‘‘उनकी जन्मदिन पार्टी में करीब 15 लोग शामिल हुए थे, जिनमें मेरी बहन भी थीं. पूरी तस्वीर दिखाने के बजाय वे लोग उसके कटे हुए हिस्से को प्रसारित कर रहे हैं.''

कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह इस तरह के लोगों को तवज्जो नहीं देते और जनता के लिए काम करने में व्यस्त रहते हैं. 

उन्होंने कहा, ‘‘वे इसे निजी मुलाकात की तरह दिखा रहे हैं, अगर ऐसा था तो, फिर तस्वीर किसने खींची.''

मोइत्रा ने भी पहले कहा था कि भारतीय जनता पार्टी की ‘ट्रोल सेना' द्वारा सोशल मीडिया पर डाली जा रहीं उनकी कुछ निजी तस्वीरों को देखकर उन्हें हंसी आ रही है. 

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘मुझे सफेद ब्लाउज से ज्यादा हरी ड्रेस पहनना बेहतर लगता है और तस्वीर काटने की क्या जरूरत है. रात्रिभोज में शामिल अन्य लोगों को भी तो दिखाया जाए. बंगाल की महिलाएं अपना जीवन (लाइफ) जीती हैं.''

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* कैश कांड : TMC महुआ मोइत्रा के खिलाफ लेगी एक्शन, पार्टी ने मांगा जवाब
* "कुछ छिपा रहे हैं...?", महुआ मोइत्रा मामले में TMC की चुप्पी पर BJP ने उठाए सवाल
* "उन्होंने स्वीकार कर लिया..." TMC के महुआ मोइत्रा से दूरी बनाने पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने उठाए सवाल



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भारत-पाकिस्तान बंटवारे के 76 साल बाद करतारपुर में मिले चचेरे भाई-बहन

भारत और पाकिस्तान के विभाजन के दौरान 76 साल पहले अलग हुए एक भाई और बहन ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे में एक बार फिर से मिल सके. उनका यह मिलन सोशल मीडिया की वजह से संभव हुआ. पाकिस्तान के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. मोहम्मद इस्माइल और उनकी बहन सुरिंदर कौर पाकिस्तान तथा भारत के अपने-अपने शहरों से करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंचे और रविवार को उनका भावनात्मक पुनर्मिलन हुआ. दोनों की उम्र करीब 80 साल है.

इवेक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि करतारपुर साहिब के प्रशासन ने चचेरे भाई-बहन के पुनर्मिलन के लिए सुविधा प्रदान की. इस्माइल लाहौर से लगभग 200 किलोमीटर दूर पंजाब के साहीवाल जिले से हैं जबकि सुरिंदर कौर जालंधर से हैं. इस्माइल और सुरिंदर कौर के परिवार विभाजन से पहले जालंधर जिले के शाहकोट शहर में रहा करते थे जब दंगों ने उन्हें अलग कर दिया. पाकिस्तानी पंजाबी यूट्यूब चैनल ने इस्माइल की कहानी पोस्ट की, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया के एक सरदार मिशन सिंह ने उनसे संपर्क किया और उन्हें भारत में अपने परिवार के सदस्यों के बारे में बताया.

सिंह ने इस्माइल को कौर का टेलीफोन नंबर दिया जिसके बाद दोनों भाई-बहन ने बात की और करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से गुरुद्वारा दरबार साहिब में मिलने का फैसला किया. करतारपुर में मिलने के दौरान दोनों भावुक हो गए.

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अंकिता नहीं है अंकिता लोखंडे का नाम, असली नाम है कुछ और, जानते हैं आप ?

पॉपुलर टीवी शो 'पवित्र रिश्ता' में अपने लीड रोल से दर्शकों के दिल में जगह बनाने वाली अंकिता लोखंडे आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. फिलहाल वह अपने पति विक्की जैन के साथ रियलिटी शो बिग बॉस सीजन-17 में बतौर कंटेस्टेंट शामिल हैं. उनका नाम बड़े स्टार्स में शामिल है तो आज हम आपको उनके नाम से ही जुड़ा एक ट्रीविया बताने वाले हैं. क्या आप अंकिता लोखंडे का असली नाम जानते हैं?

19 दिसंबर 1984 को इंदौर, मध्य प्रदेश में जन्मी अंकिता हमेशा से एक एक्ट्रेस बनना चाहती थीं. अपने सपनों को साकार करने के लिए वह मुंबई आ गईं. उन्हें खेलों में भी काफी दिलचस्पी थी और वह स्टेट लेवल बैडमिंटन चैंपियन थीं. बताया जाता है कि एक्ट्रेस का असली नाम तनुजा लोखंडे है. कई एक्टर्स की तरह अंकिता ने इंडस्ट्री में एंट्री करने से पहले अपना नाम बदला था.

अंकिता ने अपने टेलीविजन करियर की शुरुआत 2006 में टैलेंट-हंट शो आइडिया जी सिनेस्टार में एक कंटेस्टेंट के तौर पर की थी. इसके बाद अंकिता 'बाली उमर को सलाम' के साथ टेलीविजन पर अपनी शुरुआत करने वाली थीं. ऑडिशन अच्छा रहा लेकिन ये शो कभी शुरू ही नहीं हुआ.

2009 में अंकिता को बड़ा ब्रेक मिला जब उन्हें एकता कपूर की टीवी सीरीज पवित्र रिश्ता के लिए चुना गया. यह शो 2009 से 2014 तक चला. उनकी परफॉर्मेंस के लिए उन्हें खूब तारीफें और अवॉर्ड्स मिले. इस सीरीज में उनके साथ सुशांत सिंह राजपूत भी लीड रोल में थे. यह तमिल टेलीविजन सीरीज थिरुमति सेल्वम का रीमेक था.

अंकिता ने रियलिटी शो कॉमेडी सर्कस में अपना कॉमेडी साइड दिखाया. हालांकि यह दर्शकों को ज्यादा पसंद नहीं आया. इस बीच एक्ट्रेस को कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' से बॉलीवुड में डेब्यू करने में करीब पांच साल लग गए. उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई की सेना में एक महिला सैनिक झलकारी बाई का रोल किया था. जो आखिर में रानी की सलाहकार बन गई.



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Saturday, 21 October 2023

"आज भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं" : गगनयान परीक्षण की सफलता पर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देश के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान में पहली मानव रहित परीक्षण उड़ान के पूरा होने के कुछ घंटों बाद कहा कि भारत के लिए आज कुछ भी असंभव नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सत्ता में आने के बाद से दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है. उन्होंने यहां सिंधिया स्कूल के 125वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाना, ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन)और जीएसटी (माल एवं सेवा कर) को लागू करना जैसे कई लंबित काम पिछले दस वर्षों में पूरे किए गए हैं.

प्रधानमंत्री ने श्रीहरिकोटा में भारत के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान में पहली मानव रहित परीक्षण उड़ान के पूरा होने का जिक्र करते हुए कहा कि आज सुबह ही हमने गगनयान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. उन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन लॉन्च करने की योजना, तेजस लड़ाकू जेट कार्यक्रम की सफलता और स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का भी उल्लेख किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है.

पीएम मोदी ने माधवराव सिंधिया का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वह रेल मंत्री थे तब देश में शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई थी, लेकिन उसके बाद दशकों तक देश में कोई नयी ट्रेन शुरू नहीं की गई, पर अब, यह उनकी सरकार है, जिसने आधुनिक वंदे भारत और नमो भारत जैसी आधुनिक ट्रेन शुरू की हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि 23 अगस्त को भारत ने एक बड़ी छलांग लगाई जब चंद्रयान -3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला अंतरिक्ष मिशन बन गया.

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ‘स्टार्टअप इकोसिस्टम' है और 2014 में 100 से बढ़कर स्टार्टअप की संख्या लगभग एक लाख हो गई है. मोदी ने कहा कि इसके अलावा भारत में दुनिया में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की दूसरा सबसे बड़ी संख्या है और मोबाइल फोन विनिर्माण में भी दूसरे स्थान पर है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने युवाओं के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र भी खोला है.

मोदी ने सिंधिया स्कूल के छात्रों से एक गांव गोद लेने, स्वच्छता पर ध्यान देने, लोकल फॉर वोकल, किसानों के बीच प्राकृतिक खेती के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, एक गरीब परिवार को गोद लेने, मोटे अनाज अथवा श्री अन्न का उपयोग करने और योग का अभ्यास करने जैसी चीजों का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आपके जीवन के अगले 25 वर्ष आपके और देश के लिए महत्वपूर्ण हैं. 'राष्ट्र प्रथम' दृष्टिकोण के साथ अगले 25 वर्षों में देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लें. प्रधानमंत्री ने कहा, 'अलग हटकर सोचें. दुनिया आपकी है.' इस अवसर पर उन्होंने स्कूल पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया.

सिंधिया परिवार की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी पिछली पीढ़ियों ने वाराणसी में गंगा के किनारे घाट बनाए और काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की. प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंधिया शासक दूरदर्शी थे और उन्होंने अपने राज्य में जल संरक्षण और शिक्षा को बढ़ावा दिया. उन्होंने कहा कि ग्वालियर में मिट्टी से बना हरसी बांध दशकों के बाद भी लोगों की पानी की जरूरतों को पूरा करता है. शायद बहुत कम लोग जानते हैं कि सिंधिया द्वारा शुरू की गई कंपनी बाद में दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) बन गई.

प्रधानमंत्री ने कहा कि अभिनेता सलमान खान, गायक नितिन मुकेश और रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी जैसी कुछ प्रसिद्ध हस्तियां इस स्कूल के पूर्व छात्र हैं. कार्यक्रम में नितिन मुकेश विशेष रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री और स्कूल के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संबोधित किया. सिंधिया ने याद किया कि 1980 के दशक में जब देश में सूचना प्रौद्योगिकी की शुरुआत हुई थी, तो इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने वाला सिंधिया स्कूल देश का पहला संस्थान था. इस अवसर पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (जो सिंधिया स्कूल के पूर्व छात्र हैं) भी उपस्थित थे.



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ज्ञानवापी विवाद : अदालत ने ASI के सर्वेक्षण में ‘वजूखाना’ को शामिल करने की अर्जी खारिज की

वाराणसी की एक अदालत ने शनिवार को ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) परिसर में चल रहे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सर्वेक्षण में ‘वज़ूखाना' को शामिल करने का अनुरोध करने वाली अर्जी शनिवार को खारिज कर दी. जिला सरकारी वकील राजेश मिश्रा ने बताया,‘‘याचिका को खारिज करते हुए जिला न्यायाधीश ए.के. विश्वेश ने आदेश में कहा कि भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशों के तहत विधिवत संरक्षित क्षेत्र का सर्वेक्षण नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन हो सकता है.''

यह याचिका वाराणसी के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले की याचिकाकर्ताओं में से एक राखी सिंह ने दायर की थी. अदालत ने 19 अक्टूबर को मामले की सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था.

बृहस्पतिवार को हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि फिलहाल वजूखाना को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर का सर्वेक्षण किया जा रहा है, लेकिन वजूखाना का सर्वेक्षण किए बिना ज्ञानवापी परिसर का सच सामने नहीं आ सकता. 

मस्जिद पक्ष ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए अदालत से कहा कि वजूखाना वाले हिस्से को उच्चतम न्यायालय के आदेश पर सील किया गया है. उसने आरोप लगाया कि हिंदू पक्ष ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डालने के लिए ऐसी मांग की है. 

एएसआई यहां काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि 17वीं शताब्दी की मस्जिद का निर्माण हिंदू मंदिर की पहले से मौजूद संरचना पर किया गया था या नहीं. 

एएसआई का सर्वेक्षण जुलाई में तब शुरू हुआ जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने वाराणसी जिला अदालत के आदेश को बरकरार रखा और फैसला सुनाया था कि यह कदम ‘‘न्याय के हित में आवश्यक'' है और इससे हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों को लाभ होगा. 

मस्जिद पक्ष इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय गया था. शीर्ष अदालत ने चार अगस्त को एएसआई सर्वेक्षण पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. 

ज्ञानवापी परिसर के चल रहे सर्वेक्षण को पूरा करने के लिए एएसआई को छह नवंबर तक का समय दिया गया है. 

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Friday, 20 October 2023

इजरायली नागरिक अब 90 दिनों तक बिना वीजा के कर सकते हैं अमेरिका की यात्रा 

द यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS)ने घोषणा की है कि पात्र इजरायली नागरिक अब बिना वीजा के 90 दिनों तक संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार यह अपडेट इजरायली यात्रियों के लिए वीजा छूट कार्यक्रम (VWP)के कार्यान्वयन में तेजी लाएगा, जो 30 नवंबर को शुरू होने वाला था. पिछले महीने, बाइडेन प्रशासन ने VWP में इजरायल को शामिल करने की पुष्टि की. जिसके तहत पात्र इजरायल के लोगों को बिना वीजा के अमेरिका में प्रवेश करने की अनुमति मिली. हालांकि, सीएनएन के अनुसार, नवीनतम घोषणा में कहा गया है कि अमेरिका अब समय से पहले आवेदन स्वीकार कर रहा है.

इस अवसर का लाभ उठाने के लिए, पात्र यात्रियों को अमेरिकी कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम फॉर ट्रैवल ऑथराइजेशन (ईएसटीए) के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा. यात्रियों के पास बायोमेट्रिक रूप से सक्षम पासपोर्ट होना चाहिए और अमेरिका में 90 दिनों से अधिक नहीं रहने की योजना होनी चाहिए. यह ध्यान देने योग्य है कि "गैर-बायोमेट्रिक, अस्थायी, या आपातकालीन यात्रा दस्तावेज, या गैर-वीजा छूट कार्यक्रम देश से यात्रा करने वाले यात्री पात्र नहीं हैं और उन्हें निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन करना होगा.

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, एप्लिकेशन वर्तमान में केवल अंग्रेजी में उपलब्ध है. डीएचएस इसे 1 नवंबर से पहले अन्य भाषाओं में पेश करने की योजना बना रहा है.

इजरायल-हमास युद्ध अपने 14वें दिन में प्रवेश कर गया है. अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि गाजा में सहायता नागरिकों तक पहुंचनी चाहिए, न कि गाजा तक, और यह भी कहा कि वह "बहुत सावधानी से" निगरानी करेगा कि क्षेत्र में सहायता कैसे पहुंचाई जाती है. 

एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि इजरायली सरकार को चिंता है कि गाजा को मिलने वाली सहायता को डायवर्ट कर दिया जाएगा, क्योंकि गाजा में इजरायली सैन्य बल और संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की कोई मौजूदगी नहीं है.

द टाइम्स ऑफ इजरायल ने बताया कि इजरायली रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि एक मालवाहक विमान आज सुबह दक्षिणी इजरायल के रेमन हवाई अड्डे पर उतरा, जिसमें इजरायली रक्षा बलों के लिए सैन्य एम्बुलेंस और चिकित्सा उपकरण थे. मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से यह आईडीएफ के लिए उपकरण लेकर इजरायल पहुंचने वाला यह 45वां विमान है. अब तक, लगभग 1,000 टन हथियार इजरायल पहुंच चुके हैं. 

सीएनएन के अनुसार, बाइडेन प्रशासन यूक्रेन और इजरायल को सहायता और संसाधन देने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस से 105 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुरोध कर सकता है.



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इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी 10 साल बाद अपने पार्टनर से अलग हो गईं

इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने शुक्रवार को अपने पार्टनर से अलग होने की घोषणा की. रायटर्स के अनुसार, मेलोनी ने कहा कि वह अपने टेलीविजन पत्रकार साथी एंड्रिया जियाम्ब्रुनो से अलग हो गईं हैं. एंड्रिया जियाम्ब्रुनो को हाल के हफ्तों में ऑन एयर सेक्सिस्ट कमेंट करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है. जियोर्जिया मेलोनी ने फेसबुक पर लिखा, "एंड्रिया जियाम्ब्रुनो के साथ मेरा रिश्ता, जो लगभग 10 साल तक चला, यहीं खत्म हो गया." उन्होंने कहा, "कुछ समय से हमारे रास्ते अलग हो गए हैं और इसे स्वीकार करने का समय आ गया है." इन दोनों की एक बेटी है.

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जियाम्ब्रुनो मीडियासेट में एक समाचार कार्यक्रम के प्रजेंटर के तौर पर कार्यरत हैं. मीडियासेट इटली के पूर्व प्रधानमंत्री और मेलोनी के सहयोगी सिल्वियो बर्लुस्कोनी के उत्तराधिकारियों के स्वामित्व वाले एमएफई मीडिया समूह का हिस्सा है.
इस सप्ताह दो दिन मीडियासेट के एक अन्य शो ने जियाम्ब्रुनो के कार्यक्रम के ऑफ-एयर अंश प्रसारित किए, जिसमें उन्हें अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए एक महिला सहकर्मी की तरफ बढ़ते हुए कहते हैं, "मैं तुमसे पहले क्यों नहीं मिला?"

गुरुवार को प्रसारित दूसरी अधिक स्पष्ट रिकॉर्डिंग में जियाम्ब्रुनो को एक अफेयर के बारे में शेखी बघारते हुए और महिला सहकर्मियों से यह कहते हुए सुना गया है कि यदि वे ग्रुप सेक्स में भाग लेती हैं तो वे उनके लिए काम कर सकती हैं. इससे पहले अगस्त में सामूहिक बलात्कार मामले के बाद पीड़िता को ही दोषी ठहराने वाली टिप्पणियों के लिए भी टीवी पत्रकार की जमकर आलोचना हुई थी. मेलोनी ने उस एपिसोड के बाद कहा था कि उन्हें उनके पार्टनर की टिप्पणियों के आधार पर आंका नहीं जाना चाहिए और भविष्य में वह उनके व्यवहार के बारे में सवालों का जवाब नहीं देंगी.
 



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चीन की बढ़ती परमाणु ताकत किस-किस के लिए खतरा, क्या जंग की तैयारी कर रहा ड्रैगन?

पूरी दुनिया इस वक्त दो बड़ी जंग में उलझी हुई है. एक ओर रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध लंबे अरसे से जारी है. वहीं इजरायल-हमास की जंग ने अब दुनिया को दो खेमों में बांट दिया है. इस सबके बीच चीन पर अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की रिपोर्ट ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

चीन की बढ़ती परमाणु ताकत से अमेरिका भी हैरान
चीन की मिलिट्री ताकत पर अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की रिपोर्ट आयी है, जो बता रही है कि चीन की परमाणु हथियार बढ़ाने की रफ़्तार दुनिया में सबसे तेज है. 2021 में चीन के पास 400 परमाणु हथियार थे, अब 500 से ज़्यादा हैं. अगले 7 साल में चीन के परमाणु हथियार दोगुने हो जाएंगे.

इस रिपोर्ट का दावा है कि 2030 तक चीन के पास 1000 से ज़्यादा परमाणु हथियार होंगे. इंटरकॉन्टिनेंटल दूरी की मिसाइल प्रणाली बनाने की कोशिश में चीन लगा हुआ है. चीन ने अगर ऐसी मिसाइल बना ली तो अमेरिका के लिए बड़ा खतरा होगा और ये अमेरिका समेत पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है.

चीन बढ़ा रहा बर्बादी का ज़ख़ीरा?
हालांकि चीन ने अमेरिका की इस रिपोर्ट को ख़ारिज कर दिया है. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि पेंटागन की रिपोर्ट चीन के प्रति पूर्वाग्रह से भरी हुई है. रिपोर्ट में तथ्यों को नजरअंदाज किया गया है. अमेरिका जान-बूझकर चीन के खतरे की बातें फैलाता है.

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चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन ने तो अपने परमाणु बलों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ज़रूरी न्यूनतम स्तर पर रखा हुआ है. चीन किसी भी देश के साथ परमाणु हथियारों की दौड़ में शामिल नहीं है.

ऐसे में सवाल उठता है कि चीन की बढ़ती परमाणु ताक़त, किस-किस के लिए ख़तरा है? क्या चीन जंग की तैयारी कर रहा है?

पूर्व राजनयिक स्कंद तायल ने कहा कि ये कोई नई बात नहीं है. चीन का उद्देश्य है कि 2049 तक वो दुनिया की बड़ी सैन्य ताकत बन जाए. इसीलिए वो अपनी परमाणु शक्ति भी बढ़ा रहा है. लेकिन अगर इसे इस तरह से देखा जाए कि अमेरिका और रूस के पास 5500 परमाणु हथियार है, लेकिन वो वियतनाम में हारा और अफगानिस्तान भी छोड़कर भाग गया. ऐसे में संख्या सिर्फ एक मात्र मनोवैज्ञानिक बढ़त है.
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उन्होंने कहा कि चीन ताइवान पर भी प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, कि कैसे उसे कमजोर किया जाए. चीन का लंबे समय का ये टारगेट है कि कैसे ताइवान पर कब्जा की जाए. लेकिन यूक्रेन-रूस युद्ध या इजरायल-फिलीस्तीन युद्ध का रूस किसी तरह का फायदा उठाने की कोशिश करता नहीं दिख रहा है.



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Thursday, 19 October 2023

KL Rahul को धन्यवाद दे रहा है देश, यूज़र ने कहा- 140 करोड़ जनता आपके कारण चैन की नींद सोएगी

भारत और बांग्लादेश के बीच हुए मैच में टीम इंडिया ने बहुत ही आसानी से जीत दर्ज कर ली है. इस मैच के हीरो रहे विराट कोहली को पूरा देश सलाम कर रहा है. उनके फैंस सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई दे रहे हैं. विराट कोहली के साथ-साथ देशवासी केएल राहुल को भी धन्यवाद कर रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- केएल राहुल के कारण ही विराट का शतक बना है. केएल राहुल ने देश की आवाज सुनी और विराट को ज्यादा खेलने के मौके दिए. फिलहाल विराट कोहली के साथ केएल राहुल भी ट्रेंड कर रहे हैं. आइए देखते हैं सोशल मीडिया पर कौन क्या-क्या कमेंट कर रहे हैं.

पीएम मोदी ने दी जीत की बधाई

सहवाग ने लिखा है

देखें ट्वीट- एक यूज़र ने लिखा है- जडेजा ने बेहतरीन गेंदबाजी की है, मगर शतक, शतक होता है. 

रोहित शर्मा ने विराट और केएल को गले लगा लिया

केएल राहुल के सपोर्ट के कारण ये संभव हो पाया है

एक यूज़र ने लिखा है- केएल राहुल चाहते तो अर्धशतक बना सकते थे, मगर उन्होंने विराट कोहली को तरजीह दी.

देखा जाए तो यह मैच भारत के लिहाज से बहुत ही बढ़िया रहा. भारत की गेंदबाजी, फिल्डिंग और बल्लेबाजी बहुत बेहतरीन रही है. भारत ने इस मैच को आसानी से जीत लिया है. विराट कोहली ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपना शतक बनाया. एक समय ऐसा लग रहा था कि विराट शतक से चूक जाएंगे, मगर केएल राहुल की समझदारी के कारण उन्होंने अपना शतक पूरा किया. सोशल मीडिया पर फैंस केएल को शुक्रिया कह रहे हैं.



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Wednesday, 18 October 2023

बच्चों में बहरेपन को लेकर समाज में जागरूकता पैदा की जानी चाहिए: मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि बच्चों में बधिरता (बहरेपन) के मामलों को लेकर समाज में जागरूकता पैदा की जानी चाहिए. भागवत ने यहां एक निजी अस्पताल द्वारा आयोजित बधिरता जागरूकता कार्यक्रम में यह बात कही. उन्होंने कहा कि बच्चे समाज का भविष्य होते हैं, और इसलिए समाज को बच्चों में बहरेपन के मुद्दे के बारे में व्यापक जानकारी और जागरूकता होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि संघ भी इस मिशन में मदद करेगा. भागवत ने आगे कहा कि बच्चों में बहरेपन के पीछे के कारणों पर शोध किया जाना चाहिए. कार्यक्रम के दौरान आंख-कान-गला (ईएनटी) रोग विशेषज्ञ डॉ. मिलिंद किर्तने ने कहा कि कॉक्लियर इम्प्लांट (जो सुनने में सुधार कर सकता है) से संबंधित उपकरणों पर जीएसटी की दर काफी ज्यादा है और भागवत को सरकार से इस मुद्दे पर गौर करने के लिए कहना चाहिए. आरएसएस प्रमुख ने जवाब दिया कि वह एक उपयुक्त व्यक्ति से बात करेंगे, हालांकि निर्णय लेने के लिए सरकार के अपने तौर-तरीके हैं.

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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी, 10 विधायकों के कटे टिकट

छत्तीसगढ़ के सत्ताधारी दल कांग्रेस ने राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 53 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की. पार्टी ने जहां पुराने विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है वहीं नए चेहरों को भी मौका दिया गया है. पार्टी ने अपने 25 मौजूदा विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है तथा एक पूर्व मंत्री सहित 10 मौजूदा विधायकों की टिकट काट दी है. पार्टी ने 22 नए चेहरों को मौका दिया है. पार्टी द्वारा जारी 53 उम्मीदवारों की सूची में 17 सीटें वे हैं जहां से कांग्रेस 2018 के विधानसभा चुनाव में हार गई थी.

सूची में पहले चरण की एक सीट तथा दूसरे चरण की 52 सीटों के उम्मीदवारों को स्थान दिया गया है. पार्टी ने अब तक कुल 83 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होना है प्रदेश के जिन 53 सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार का ऐलान किया है उनमें से 14 अनुसूचित जनजाति के लिए जबकि छह अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है. पार्टी ने 33 सामान्य सीटों में से 17 पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है.

सूची में तीन मौजूदा विधायकों और एक पूर्व राज्यसभा सांसद सहित दस महिला उम्मीदवार हैं. कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ विधायक धनेंद्र साहू, खेलसाय सिंह और रामपुकार सिंह को उनके पारंपरिक क्षेत्र अभनपुर, प्रेमनगर और पत्थलगांव (एसटी) से चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा को धरसीवा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी ने धरसीवा से अनिता योगेन्द्र शर्मा की टिकट काट दी है.

पार्टी ने जिन अन्य विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है उनमें गुलाब सिंह कमरो (भरतपुर सोनहत—एसटी), पारस नाथ राजवाड़े (भटगांव), प्रीतम राम (लुंड्रा-एसटी), विनय कुमार भगत (जशपुर-एसटी), यू डी मिंज (कुनकुरी-एसटी), प्रकाश शक्रजीत नायक (रायगढ़), उत्तरी जांगड़े (सारंगढ़-एससी), लालजीत सिंह राठिया (धरमजयगढ़-एसटी), पुरुषोत्तम कंवर (कटघोरा), डॉक्टर केके ध्रुव (मरवाही-एसटी), रश्मि आशीष सिंह (तखतपुर), शैलेश पांडेय (बिलासपुर), राम कुमार यादव (चंद्रपुर), देवेन्द्र बहादुर सिंह (बसना), द्वारिकाधीश यादव (खल्लारी), विकास उपाध्याय (रायपुर पश्चिम), अमितेश शुक्ला (राजिम), संगीता सिन्हा (संजारी बालोद), कुंवर सिंह निषाद (गुंडरदेही), कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोती लाल वोरा के पुत्र अरुण वोरा (दुर्ग शहर), देवेन्द्र यादव (भिलाई नगर) और आशीष कुमार छाबड़ा (बेमेतरा) शामिल हैं.

प्रवर्तन निदेशालय ने कथित कोयला लेवी घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में देवेंद्र यादव को आरोपी बनाया है. रायपुर की एक विशेष अदालत ने पिछले महीने इस मामले में यादव को नोटिस देकर 25 अक्टूबर को अदालत में पेश होने को कहा था. पार्टी ने मौजूदा विधायकों की जगह जिन उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है, उनमें रमेश सिंह (मनेंद्रगढ़ सीट), राजकुमारी मरावी (प्रतापपुर-एसटी), डॉक्टर अजय तिर्की (रामानुजगंज-एसटी), विजय पैकरा (सामरी), विद्यावती सिदार (लैलूंगा-एसटी), दुलेश्वरी सिदार (पाली-तानाखार-एसटी), कविता प्राण लहरे (बिलाईगढ़-एससी), जितिन जायसवाल (जगदलपुर) और पंकज शर्मा (रायपुर ग्रामीण) शामिल हैं.

पंकज शर्मा रायपुर ग्रामीण सीट से मौजूदा विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा के बेटे हैं. पार्टी ने प्रतापपुर सीट से वरिष्ठ विधायक प्रेमसाय सिंह टेकाम की टिकट काट दी है. साय को इस साल जुलाई माह में भूपेश मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था. बाद में साय के स्थान पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे मोहन मरकाम को मंत्री बनाया गया था. साय राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री थे.

पार्टी ने नए चेहरों में छत्तीसगढ़ राज्य पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी को बलौदाबाजार से उम्मीदवार बनाया है. वहीं पार्टी ने अहिवारा (एससी) सीट से एक नया चेहरा निर्मल कोसरे को मैदान में उतारा है. बघेल मंत्रिमंडल के सदस्य गुरु रुद्र कुमार अहिवारा से ही विधायक हैं. पार्टी ने इस बार कुमार को नवागढ़ सीट से मैदान में उतारा है. उनका नाम उम्मीदवारों की पहली सूची में था.

इस सूची के साथ ही पार्टी ने अब तक कुल 18 मौजूदा विधायकों की टिकट काट दी है. राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने अब तक 86 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी. राज्य में जेसीसी (जे) और बसपा को क्रमशः पांच और दो सीटें मिली थी. कांग्रेस के मौजूदा विधायक 71 है. कांग्रेस ने इस बार 75 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.

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