असम मंत्रिमंडल द्वारा चार नवगठित जिलों को मौजूदा जिलों में विलय करने की मंजूरी के बाद प्रदेश में विरोध शुरू हो गया है. प्रदर्शनकारियों ने बिश्वनाथ जिले में घंटों सड़कों को जाम रखा. बजाली जिले में भी विरोध प्रदर्शन हुए. उन्होंने ''वापस जाओ'' के नारे लगाए और सरकार से फैसला वापस लेने की मांग की.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि कैबिनेट ने मौजूदा जिलों के साथ चार नवगठित जिलों के प्रशासनिक विलय को मंजूरी दे दी है. कैबिनेट की मंजूरी के अनुसार, बिश्वनाथ जिले को सोनितपुर में मिला दिया जाएगा, नगांव में होगा होजई का विलय, बक्सा के साथ तमुलपुर जिले और बरपेटा जिले में बजाली जिले का विलय किया जा रहा है.
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम परिसीमन प्रक्रिया के खिलाफ हैं. सरकार ने ऐसे फैसले क्यों लिए हैं? हम सरकार के व्यवहार से खुश नहीं हैं." दूसरे ने कहा, "हमने सरकार से निर्णय वापस लेने का आग्रह किया है."
सरकार ने कहा कि यह परिसीमन चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार किया गया है, यह अनिवार्य है कि असम सरकार 1 जनवरी, 2023 से किसी भी जिले या प्रशासनिक इकाइयों में कोई बदलाव ना करे, क्योंकि राज्य अपनी परिसीमन प्रक्रिया शुरू करेगा.
from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/XvZ5VCE
No comments:
Post a Comment