Monday, 31 March 2025

PM मोदी के पैर धोने का पल आज भी याद करते हैं कुंभ के सफाईकर्मी, बोले- आज तक ऐसा कोई नेता नहीं देखा

संगम नगरी प्रयागराज में हाल ही में 2025 दिव्य-भव्य महाकुंभ संपन्न हुआ. हर बार की तरह इस बार भी सफाईकर्मियों ने अपने अथक परिश्रम से कुंभ मेले को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन 2019 के अर्धकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो सफाईकर्मियों का सम्मान किया था, वह दृश्य आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है. 2019 के कुंभ में सफाईकर्मियों के पांव धोकर उन्हें सम्मानित करने वाले प्रधानमंत्री मोदी के उस ऐतिहासिक पल को याद करते हुए सफाई कर्मी आज भी गर्व महसूस करते हैं. सफाई का कार्य करने वाली ज्योति मेहतर ने कहा कि हमने पहले कभी नहीं सोचा था कि कोई प्रधानमंत्री सफाई कर्मियों का इतना सम्मान करेगा. आज तक किसी नेता ने हमें इतना सम्मान नहीं दिया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे चरण पखारे और हमें गौरवान्वित किया. यह पल हमें हमेशा याद रहेगा, खासकर जब कुंभ मेले में काम करते हैं, तब यह यादें और ताजा हो जाती हैं.

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाए गए इस सम्मानजनक कदम के अलावा ज्योति यह भी मानती हैं कि मोदी सरकार की योजनाएं सभी के लिए समान रूप से लागू होती हैं, बिना किसी भेदभाव के. वह कहती हैं कि सरकार की योजनाओं का लाभ हर वर्ग को मिलता है, चाहे वह कोई भी हो. मोदी जी सबको बराबर मानते हैं और संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का भी उतना ही सम्मान करते हैं.

वहीं सफाईकर्मी नरेश ने भी 2019 के उस क्षण को याद करते हुए कहा कि आज तक हमने ऐसा कोई नेता नहीं देखा, जिन्होंने किसी सफाई कर्मी का पांव धोया हो. पीएम मोदी गरीब और अमीर में कोई फर्क नहीं करते हैं. उन्होंने हमें ऐसा सम्मान दिया है, जिससे हम लोगों को काफी खुशी होती है.

सफाईकर्मी ने कहा कि पीएम मोदी की वजह से हमारे साथ अब कोई भेदभाव नहीं होता है. प्रधानमंत्री मोदी ने जो किया, वह हमारी पूरी बिरादरी के लिए गर्व की बात थी. इससे हमें यह एहसास हुआ कि हमारा काम भी समाज के लिए बहुत जरूरी है और हमें भी सम्मान मिलना चाहिए.

बता दें कि 2019 में प्रयागराज के अर्ध कुंभ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अपने हाथों से सफाईकर्मियों के पांव धोकर उन्हें सम्मान दिया था. यह दृश्य न केवल सफाईकर्मियों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए सामाजिक समानता और सम्मान की एक मिसाल बन गया था। यह कदम स्वच्छता और श्रम की गरिमा को दर्शाता है और यह संदेश देता है कि समाज के हर वर्ग का सम्मान किया जाना चाहिए. इस बार प्रयागराज का महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बन गया, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान करने पहुंचे थे. इस भव्य आयोजन में सफाईकर्मियों की भूमिका बेहद अहम थी. 2025 के कुंभ मेले में भी सफाईकर्मियों ने पूरी निष्ठा से अपनी जिम्मेदारी निभाई और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए सम्मान को याद कर गर्व महसूस कर रहे हैं.



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Sunday, 30 March 2025

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में घर में घुसकर मां-बेटी की धारदार हथियार से हत्या

गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा क्षेत्र में हमलावरों ने एक घर में घुसकर एक महिला और उसकी 10 वर्षीय बेटी की कथित तौर पर धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि शनिवार देर रात शिवपुर चकदहा गांव में यह घटना हुई और मृतकों की पहचान पूनम निषाद (40) और उसकी छोटी बेटी अनुष्का (10) के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार पूनम की बड़ी बेटी खुशबू (18) अलग कमरे में सो रही थी इसलिये वह बच गयी। बाद में उसी ने ही पुलिस को सूचित किया कि उसने हमलावरों की आवाज पहचान ली है जिसमें से एक की पहचान स्थानीय युवक संजय, उसके पिता और अन्य लोगों के रूप में हुई है. उसने बताया कि संजय के पिता ने कथित तौर पर हमलावरों से खुशबू को भी मारने को कहा था लेकिन उसकी सूचना पर पुलिस तबतक मौके पर पहुंच गयी जिससे हमलावर वहां से भाग गये.

पुलिस ने बताया कि हमलावरों के जाने के बाद खुशबू बाहर निकली और उसने अपनी मां और बहन को खून से लथपथ पाया. पूनम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अनुष्का ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने महत्वपूर्ण सुबूत जुटाए हैं और कई संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. हम घटना की कड़ियों को जोड़ने के लिए कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं। मामले की जांच जारी है.''

उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरने की कोशिश की.

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मुख्य विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर में मां-बेटी की हत्या ने साबित कर दिया है कि भाजपा के राज में अपराधी कैसे बेखौफ होकर एक के बाद एक और एक से बड़ी एक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. गोरखपुर का कहीं कोई पुरसाहाल है क्या?''



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वित्त वर्ष 2024-25 में भारत के खनिज उत्पादन में हुई रिकॉर्ड बढ़त

खान मंत्रालय ने रविवार को कहा कि देश में लौह अयस्क, मैंगनीज अयस्क, बॉक्साइट और सीसा जैसे प्रमुख खनिजों का उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद वित्त वर्ष 2024-25 में भी तेजी से बढ़ा है.  

आधिकारिक आंकड़ों में बताया गया कि लौह अयस्क का उत्पादन, जो वैल्यू के हिसाब से कुल खनिज उत्पादन का 70 प्रतिशत है, वित्त वर्ष 2024-25 के अप्रैल-फरवरी के दौरान बढ़कर 263 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) हो गया है, यह वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि में 252 एमएमटी था, जो सालाना 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.

पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क का उत्पादन 274 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) था. वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-फरवरी) में मैंगनीज अयस्क का उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि के 3.0 एमएमटी से 12.8 प्रतिशत बढ़कर 3.4 एमएमटी हो गया, जबकि बॉक्साइट का उत्पादन भी चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 11 महीनों के दौरान 3.6 प्रतिशत बढ़कर 22.7 एमएमटी हो गया है, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में 21.9 एमएमटी था.

वहीं, सीसा का उत्पादन वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-फरवरी अवधि में 3.5 प्रतिशत बढ़कर 3.52 लाख टन हो गया है, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 3.4 लाख टन था. अलौह धातु क्षेत्र में वित्त वर्ष 2024-25 के 11 महीनों में प्राइमरी एल्युमीनियम उत्पादन सालाना आधार पर 0.9 प्रतिशत बढ़कर 38.36 लाख टन हो गया जो वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि में 38.00 लाख था.

समीक्षा अवधि के दौरान, रिफाइंड कॉपर का उत्पादन 7.1 प्रतिशत बढ़कर 4.64 लाख टन से 4.97 लाख टन हो गया है. भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है, रिफाइंड कॉपर के शीर्ष-10 उत्पादकों में से एक है और दुनिया में चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है.

चालू वित्त वर्ष में लौह अयस्क के उत्पादन में निरंतर वृद्धि स्टील में मजबूत मांग को दिखाता है, जो इन धातुओं का उपयोग करने वाली इंडस्ट्री है.
 



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Saturday, 29 March 2025

दशकों पुराने कागज ने बदली किस्मत...घर की सफाई के दौरान मिले 37 साल पुराने कागजात, शख्स की खुशी देख हंस पड़े लोग

Chandigarh man finds RIL shares: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक चौंकाने वाली खबर वायरल हो रही है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. हाल ही में एक शख्स को घर की सफाई करते समय एक ऐसे डॉक्यूमेंट्स मिले कि वह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुके हैं. दरअसल, चंडीगढ़ के रतन ढिल्लों को घर की सफाई करते समय 37 साल पुराने रिलायंस इंडस्ट्रीज (#RelianceShares) के शेयर मिले, जिनकी मौजूदा बाजार कीमत 11 लाख रुपये हो चुकी है. जैसे ही यह खबर इंटरनेट पर आई, यूजर्स ने मजेदार प्रतिक्रियाओं की झड़ी लगा दी. कुछ लोग इसे छिपा हुआ खजाना बता रहे हैं, तो कुछ ने अपनी पुरानी अलमारियों की तलाशी लेना शुरू कर दिया है. 

कहां मिले 37 साल पुराने शेयर? (Reliance Shares Viral News)

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह व्यक्ति अपने पुराने कागजात ढूंढ कर रहा था, जब उसे 1987 में खरीदे गए रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के कुछ शेयर मिले. उस समय इन शेयरों की कीमत मामूली थी, लेकिन 37 सालों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के जबरदस्त ग्रोथ के चलते उनकी वैल्यू आज ₹11 लाख तक पहुंच चुकी है.

यहां देखें वायरल पोस्ट 

इंटरनेट पर आई मीम्स की बाढ़ (37-year-old investment)

जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोगों ने मजेदार मीम्स और कमेंट्स करने शुरू कर दिए. कुछ लोगों ने इसे 'खजाना मिलने' से तुलना की, तो कुछ ने मजाक में कहा कि, काश, हमारे भी दादा-दादी ने ऐसे शेयर खरीद कर रखे होते. वायरल हो रहे इस पोस्ट को देखने के बाद एक यूजर ने लिखा, अब मैं भी अपने पुराने दस्तावेज़ टटोलने जा रहा हूं, शायद मुझे भी कोई छिपा खजाना मिल जाए. वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, 37 साल पहले ₹1000 का निवेश आज करोड़ों में बदल सकता है, इसलिए निवेश की ताकत को कभी कम मत समझो.  

पुरानी निवेश योजनाओं पर बढ़ी लोगों की रुचि (how to check unclaimed shares)

इस मामले के बाद कई लोग अपने पुराने निवेशों की खोज करने में जुट गए हैं. वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि दीर्घकालिक निवेश (Long-term Investment) का यह सबसे बेहतरीन उदाहरण है. शेयर बाजार में अगर धैर्य और समझदारी से निवेश किया जाए, तो यह भविष्य में बड़ा लाभ दे सकता है. यह मामला उन सभी लोगों के लिए एक सीख है, जो शेयर बाजार में निवेश करने से हिचकिचाते हैं. अगर सही कंपनी में लंबे समय तक निवेश किया जाए, तो यह एक छोटा सा निवेश भी बड़ी रकम में बदल सकता है. 

ये भी देखेंः- सोने की मुर्गी से कम नहीं है ये भैंस



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Friday, 28 March 2025

ईद के दौरान विस्फोट और दंगों का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल, मुंबई में कड़ी सुरक्षा 

ईद के दौरान डोंगरी जैसे इलाकों में अवैध रोहिंग्या/बांग्लादेशी/पाकिस्तानी घुसपैठियों द्वारा हिंदू-मुस्लिम दंगे, आगजनी और बम विस्फोट की चेतावनी वाला संदेश सोशल मीडिया पर पुलिस को मिलने के बाद मुंबई में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि यह धमकी बृहस्पतिवार सुबह सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर प्राप्त हुई, जिसे नवी मुंबई पुलिस को टैग किया गया था. 

इस पोस्ट में मुंबई पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया, क्योंकि '31 मार्च-1 अप्रैल 2025 को ईद के दौरान, डोंगरी जैसे क्षेत्रों में रहने वाले कुछ अवैध रोहिंग्या/बांग्लादेशी/पाकिस्तानी घुसपैठिए हिंदू-मुस्लिम दंगे, आगजनी और बम विस्फोट कर सकते हैं'. 

मुंबई में कड़ी की गई सुरक्षा

अधिकारी ने बताया कि नवी मुंबई पुलिस द्वारा सतर्क किये जाने के बाद मुंबई पुलिस ने पूरे महानगर में सुरक्षा कड़ी कर दी है और डोंगरी जैसे इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी है. 

उन्होंने बताया कि अभी तक किसी भी संदिग्ध या अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है. 

उन्होंने बताया, 'मुंबई पुलिस के अलावा अपराध शाखा, आतंकवाद निरोधक दस्ता और विशेष शाखा भी कड़ी निगरानी कर रही है.'
 



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Thursday, 27 March 2025

हम 3-6 महीने में बर्बाद हो जाएंगे अगर... अमेरिकी टैरिफ पर पी चिदंबरम की चेतावनी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सरकार से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ युद्ध की धमकी पर भारत की प्रतिक्रिया स्पष्ट करने को कहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले पर संसद में कोई चर्चा या विपक्षी दलों के साथ परामर्श नहीं किया गया है. उन्होंने ट्रंप के खिलाफ़ जवाबी कार्रवाई करने में समान हितों वाले अन्य देशों के साथ साझा आधार तलाशने का आह्वान किया. एनडीटीवी से बात करते हुए चिदंबरम ने कहा कि यदि भारत सरकार की यह धारणा है कि अमेरिका एक कदम आगे और दो कदम पीछे जा रहा है, तो उसके पास इसका प्रतिकार करने के लिए एक नीति होनी चाहिए.

यूपीए सरकार के तहत केंद्रीय वित्त मंत्री रहे चिदंबरम ने एनडीटीवी से कहा, "लेकिन आपके पास वैकल्पिक परिदृश्य होना चाहिए. क्या होगा अगर वे (अमेरिका) एक कदम आगे बढ़ते हैं? हमारी प्रतिक्रिया क्या होगी? क्या होगा अगर वे दो कदम पीछे हटते हैं? हमारी प्रतिक्रिया क्या होगी? और उस प्रतिक्रिया को पूरी दुनिया के सामने सार्वजनिक करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन कम से कम संसद में एक बयान तो होना ही चाहिए, या विपक्षी दलों के साथ परामर्श तो होना ही चाहिए. हम पूरी तरह से अंधेरे में हैं."

मेरी जानकारी के अनुसार, अधिकांश मंत्री अंधेरे में हैं. अमेरिका की अनिश्चित नीति के प्रति इस प्रतिक्रियात्मक नीति को बनाने में कौन शामिल है? मुझे नहीं पता. ऐसा लगता है कि किसी को भी नहीं पता.  अमेरिका में आयातित ऑटोमोबाइल और कार पार्ट्स पर 2 अप्रैल से 25 प्रतिशत टैरिफ लगेगा. भारतीय ऑटो एंसिलरी फर्मों को सबसे ज्यादा झटका लगेगा क्योंकि वे अमेरिका को बहुत सारे कंपोनेंट निर्यात करती हैं. भारत के ऑटो कंपोनेंट सेक्टर के राजस्व का लगभग पांचवां हिस्सा निर्यात से आता है. इसमें से 27 प्रतिशत अकेले अमेरिकी बाजार को जाता है.

भारत को अपना हित सर्वोपरि रखना चाहिए

उन्होंने कहा, "यदि आप संसद में सार्वजनिक चर्चा नहीं चाहते हैं, तो आपको कम से कम संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख विपक्षी दलों को आमंत्रित करना चाहिए और उनके नेताओं को विश्वास में लेना चाहिए कि वैकल्पिक परिदृश्यों पर क्या काम किया जा रहा है." उन्होंने कहा कि भारत को अपना हित सर्वोपरि रखना चाहिए, लेकिन कई देश इस बात पर एकमत हैं कि अमेरिका द्वारा लगाया गया एकतरफा शुल्क अस्वीकार्य है.

हमारी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी

उन्होंने कहा, हम एक प्रमुख कृषि निर्यातक हैं. हम एक प्रमुख कपड़ा निर्यातक हैं. हम बहुत सारे औद्योगिक सामान भी निर्यात करते हैं. इसलिए हमें उन देशों के साथ मिलकर काम करना चाहिए जो कृषि निर्यात, कपड़ा निर्यात और औद्योगिक सामान निर्यात के लिए विश्व बाजार में हैं, और एक साझा दृष्टिकोण विकसित करना चाहिए. आप देखिए, अगर ट्रंप एक बार में एक देश को चुनते हैं, और टैरिफ लगाते हैं, तो यह उस देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा. "मान लीजिए कि वह भारत को चुनते हैं, और अन्य देशों को छोड़ देते हैं और  कहते हैं, ये भारत से निर्यात किए गए सामानों पर टैरिफ हैं, हम बर्बाद हो जाएंगे. तीन से छह महीने के भीतर, हमारी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी":.



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"कोलंबिया विश्वविद्यालय ने मुझे धोखा दिया": अमेरिका से ‘सेल्फ डिपोर्ट' हुई भारतीय छात्रा ने सुनाई अपनी आपबीती

अमेरिका ने कुछ हफ्ते पहले 37 वर्षीय भारतीय पीएचडी छात्रा रंजिनी श्रीनिवासन का वीजा कथित तौर पर “हिंसा और आतंकवाद की वकालत” करने तथा हमास समर्थित गतिविधियों में शामिल होने के कारण रद्द कर दिया गया था.  रंजिनी श्रीनिवासन ने अब अपनी आपबीती सुनाई है और ​​कहा कि उसे अपने अल्मा मेटर - प्रसिद्ध कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा 'धोखा' दिया गया है. अल जजीरा को दिए साक्षात्कार में श्रीनिवासन ने कहा, "मैंने कोलंबिया विश्वविद्यालय में पांच साल काम किया, मुझे नहीं पता, कभी-कभी तो सप्ताह में 100 घंटे भी काम किया. मैंने कभी नहीं सोचा था कि संस्थान मुझे निराश करेगा. लेकिन ऐसा हुआ."

उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि कोलंबिया अपने होश में आएगा और मुझे फिर से नामांकित करेगा. मेरी पीएचडी के लिए सभी आवश्यकताएं पूरी हो गई हैं, और जो कुछ भी बचा है, उसके लिए मुझे अमेरिका में रहने की भी आवश्यकता नहीं है." 

दरअसल रंजिनी श्रीनिवासन अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही थी. होमलैंड सुरक्षा विभाग ने एक बयान में कहा था कि भारतीय नागरिक रंजनी श्रीनिवासन ने एफ-1 छात्र वीजा पर कोलंबिया विश्वविद्यालय में शहरी नियोजन में डॉक्टरेट की छात्रा के रूप में अमेरिका में कदम रखा था. रंजिनी आतंकवादी संगठन हमास को समर्थन देने वाली गतिविधियों में शामिल थी और विदेश विभाग ने 5 मार्च को उसका वीजा रद्द कर दिया था. अपना छात्र वीजा रद्द होने के बाद श्रीनिवासन कनाडा चली गई थी.

आखिर क्या हुआ था उस दिन

श्रीनिवासन ने याद किया कि कैसे उन्हें 5 मार्च को अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से एक ईमेल मिला था जिसमें कहा गया था कि उनका छात्र वीजा अनिश्चित काल के लिए रद्द कर दिया गया है. कुछ ही घंटों के भीतर, जब वह कोलंबिया और अपने पीएचडी समूह के अधिकारियों से संपर्क करके यह समझने की कोशिश कर रही थी कि क्या हुआ था, संयुक्त राज्य अमेरिका के आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन के एजेंट उनके दरवाजे पर आ गए. लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला.

अगली शाम, जब वह घर पर नहीं थी, एजेंट वापस आए और उसे बुलाने लगे. कुछ घंटों बाद, कोलंबिया के एक अन्य छात्र महमूद खलील को कैंपस में हिरासत में लिया गया, जिसके कारण छात्रों और अधिकारियों के बीच अशांति फैल गई. श्रीनिवासन ने बताया कि वो अपनी गिरफ्तारी के डर से, अपने दस्तावेजों, आवश्यक वस्तुओं और कुछ कीमती वस्तुओं से भरा बैग लेकर भागने में सफल रहीं. जब वह भाग रही थीं, तब एजेंट लगातार उनकी तलाश कर रहे थे. 11 मार्च को, अधिकारियों को चकमा देने के बाद, वह किसी तरह न्यूयॉर्क से कनाडा के लिए उड़ान भरने में सफल रहीं. जहां उन्होंने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से संपर्क किया, जो उनकी मदद के लिए आए.

अमेरिका में गिरफ्तार होने का डर था

न्यूयॉर्क के लागार्डिया एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज में उन्हें अपने सामान से भरा बैग ले जाते हुए दिखाया गया था. फुटेज को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया था. श्रीनिवासन ने बताया कि उन्हें अमेरिका में गिरफ्तार होने का डर था. चार दिन बाद, अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग की सचिव क्रिस्टी नोएम ने एक्स पर एक पोस्ट में उव्हें "आतंकवादी समर्थक" करार दिया था.

बता दें अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने पिछले हफ्ते “यहूदी छात्रों के लगातार जारी उत्पीड़न को लेकर विश्वविद्यालय की निष्क्रियता” के कारण कोलंबिया यूनिवर्सिटी को दिए जाने वाले लगभग 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर के संघीय अनुदान और अनुबंधों को तत्काल रद्द करने की घोषणा की थी. 

इस पूरी घटना पर कोलंबिया विश्वविद्यालय की ओर से इस घटना पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की गई है. वहीं श्रीनिवासन फिलहाल कनाडा में हैं



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जम्मू कश्मीर के कठुआ में मुठभेड़, पुलिस के 3 जवान शहीद; 2 आतंकी ढेर

Kathua Encounter: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी है. यहां कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर शुरू हुआ तलाशी अभियान में मुठभेड़ में बदला. जिसके बाद सेना और पुलिस के जवानों और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई. इस एनकाउंटर में जम्मू-कश्मीर पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए. जबकि दो आतंकी भी मारे गए. सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस के 5 जवानों के घायल होने की जानकारी भी सामने आई है. मिली जानकारी के अनुसार यहां 3-4 आतंकियों के छिपे होने की बात सामने आई है. इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है.

बताया गया कि यहां सुरक्षा बलों ने करीब पांच आतंकी घुसपैठियों के समूह को खत्म करने के लिए अपना अभियान तेज कर दिया है. हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह वही समूह है जो कठुआ क्षेत्र के सान्याल जंगल में पहले की गई घेराबंदी से बचकर भाग रहा था या फिर हाल ही में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों का एक और समूह था. अधिकारियों ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान भीषण गोलीबारी और विस्फोट हुए.

राजबाग के घाटी जूथाना क्षेत्र में जखोले गांव के पास हुई इस मुठभेड़ में लगभग पांच आतंकवादियों का एक समूह शामिल है. 

अभियान में दो आतंकी ढेर

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) के नेतृत्व में सेना, BSF और CRPF की सहायता से किए गए हमले में दो आतंकवादी ढेर हो गए. इस दौरान एक उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) समेत 3 सुरक्षाकर्मी कथित तौर पर मुठभेड़ स्थल के पास फंस गए, जो घने पेड़ों से घिरे एक नाले के पास है.

मुठभेड़ समाप्त होने पर स्पष्ट होगी पूरी जानकारी

अधिकारियों ने कहा कि मुठभेड़ समाप्त होने के बाद ही स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी. उल्लेखनीय है कि रविवार शाम कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में एसओजी ने आतंकवादियों के एक समूह को रोका था. अधिकारियों ने बताया कि व्यापक तलाशी अभियान के बावजूद आतंकवादी प्रारंभिक घेराबंदी से बच निकलने में सफल रहे.

जंगली क्षेत्र से गुजर रहे थे आतंकी, तभी पहुंचे जवान

अधिकारियों ने कहा कि माना जा रहा है कि उन्हें प्रारंभिक मुठभेड़ स्थल से लगभग 30 किलोमीटर दूर जाखोले के पास देखा गया होगा. अधिकारियों ने बताया कि जब एक एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस दल गुप्त सूचना मिलने के बाद वहां पहुंचा तो आतंकवादी जंगली क्षेत्र से गुजर रहे थे.

कठुआ का सुफैन गांव में गोलियों की गूंज

उन्होंने बताया कि इस दौरान भारी गोलीबारी हुई, जिसके परिणामस्वरूप मुठभेड़ शुरू हो गई. पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के अतिरिक्त बलों को तुरंत क्षेत्र में तैनात किया गया. कठुआ जिले का सुफैन गांव गोलियों, ग्रेनेड और रॉकेट फायर की लगातार आवाजों से थर्रा उठा. पूरे दिन भीषण मुठभेड़ हुई और कई शक्तिशाली विस्फोट भी हुए.

रविवार को सान्याल में आतंकियों का एक समूह देखा गया था

इससे पहले, रविवार शाम को पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सान्याल गांव में आतंकवादियों के एक समूह को रोका गया था. इसके बाद पुलिस, सेना, एनएसजी, बीएसएफ और सीआरपीएफ की मदद से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें हेलीकॉप्टर, यूएवी, ड्रोन, बुलेटप्रूफ वाहन और खोजी कुत्तों सहित उन्नत तकनीकी और निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया.

तलाशी दलों को हीरानगर में मुठभेड़ स्थल के पास एम4 कार्बाइन की चार मैगजीन, दो ग्रेनेड, एक बुलेटप्रूफ जैकेट, स्लीपिंग बैग, ‘ट्रैकसूट', खाने-पीने के कई पैकेट और ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस' बनाने के लिए सामग्री से भरे अलग-अलग पॉलीथीन बैग मिले.

पुलिस का मानना ​​है कि आतंकवादियों ने शनिवार को सीमा पार से घुसपैठ की. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी पिछले चार दिन से कठुआ से आतंकवाद रोधी अभियान की निगरानी कर रहे हैं.



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Wednesday, 26 March 2025

दर्जनों हेलीकॉप्टर, हजारों कर्मचारी, फिर काबू नहीं हो रही दक्षिण कोरिया की जंगल में लगी आग, अब तक 24 की मौत

दक्षिण कोरिया के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में लगी जंगल की आग को बुझाने के लिए बुधवार को भी अग्निशमन कर्मियों ने कड़ी मशक्कत की. इस आग में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन तेज हवाओं और शुष्क मौसम के कारण आग को फैलने से रोकने के प्रयासों में बाधा आ रही है. 

आग बुझाने के लिए दर्जनों अग्निशमन हेलीकॉप्टर, करीब 5,000 कर्मचारी और करीब 560 उपकरण लगाए गए हैं, लेकिन पिछले शुक्रवार को दक्षिण ग्योंगसांग प्रांत के सांचियोंग काउंटी में लगी जंगल की आग पूरे क्षेत्र के उत्तर-पूर्व में फैल गई है.

पांच दिन में आग पास के उइसोंग तक फैल गई है और पड़ोसी एंडोंग, चेओंगसोंग, येओंगयांग और येओंगदेओक तक बढ़ रही है.  'सेंट्रल डिजास्टर एंड सेफ्टी काउंटमेजर हेडक्वार्टर्स' (केंद्रीय आपदा और सुरक्षा प्रतिवाद मुख्यालय) के आंकड़ों के अनुसार, शाम 4 बजे तक जंगल की आग से 24 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 20 उइसोंग में और चार सांचियोंग से थे.

पुलिस और अग्निशमन अधिकारियों ने पहले उत्तरी ग्योंगसांग प्रांत के उत्तरी हिस्से में 21 लोगों की मौत की गणना की थी, जिसमें एंडोंग में दो, चेओंगसोंग में तीन, येओंगयांग में छह और येओंगदेओक में सात शामिल थे.

तेज हवाओं के कारण जंगल की आग पूर्वी तटीय क्षेत्रों में फैलने का खतरा है, जिससे चिंता बढ़ गई है कि लपटें तटीय काउंटी उलजिन तक पहुंच सकती हैं, जहां एक प्रमुख परमाणु ऊर्जा संयंत्र है.

वन अधिकारी ने अप्रत्याशित कारकों, जैसे हवा की दिशा में अचानक बदलाव, के प्रति सावधानी बरतने की अपील की. यूसेओंग जंगल की आग शुरू में पूर्व की ओर फैल गई थी, मंगलवार और बुधवार को दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी हवाएं देखी गईं.

योंगयांग में, पांच पीड़ितों में से चार मंगलवार को रात लगभग 11 बजे सड़क पर जलकर मर गए. बुधवार को, कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने घातक जंगल की आग को और फैलने से रोकने में मदद करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आह्वान किया, इसे "अब तक की सबसे भीषण जंगल की आग" बताया.

हान ने कहा कि अब तक, जंगल की आग ने 17,000 हेक्टेयर जंगल और 209 घरों और कारखानों को नष्ट कर दिया है.

आग की लपटों ने उइसोंग में गौन मंदिर को नष्ट कर दिया, जो सिला राजवंश (57 ईसा पूर्व-935 ई.) के दौरान 681 ई. में बनाया गया एक प्राचीन मंदिर है. मंदिर में संग्रहीत राष्ट्रीय खजाने को पहले ही अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया था.

इससे पहले, देश में एक बड़ी जंगल की आग से जूझते हुए उइसोंग में एक अग्निशमन हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट की मौत हो गई.
 



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Tuesday, 25 March 2025

पर्यावरण संरक्षण में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं पीएम मोदी : अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि एक बात पूरी दुनिया निर्विवाद रूप से स्वीकार कर चुकी है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर्यावरण के संरक्षण में पूरी दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं. इसी कारण उन्हें संयुक्त राष्ट्र ने 'चैंपियंस ऑफ अर्थ' की उपाधि देकर सम्मानित किया है. आपदा प्रबंधन संशोधन विधेयक, 2024 पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री ने यह बात कही. बाद में विधेयक सदन में पारित हो गया. इसे लोकसभा की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है.

गृह मंत्री ने बताया कि एनडीआरएफ ने 'वसुधैव कुटुम्बकम्' की भावना को ध्यान में रखते हुए 2015 में नेपाल के भूकंप में ऑपरेशन मैत्री, 2018 में ऑपरेशन समुद्र मैत्री इंडोनेशिया, 2023 में ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्की और सीरिया, ऑपरेशन करुणा म्यांमार और ऑपरेशन सद्भाव के तहत वियतनाम में आपदा प्रबंधन का कार्य किया. इन सभी देशों की न केवल सरकारों ने बल्कि वहां की जनता ने भी एनडीआरएफ और प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की.

विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के सांसद के आरोपों का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष कांग्रेस के समय में बना था और पीएम केयर प्रधानमंत्री मोदी के शासन में बना है. कांग्रेस के शासन में एक परिवार का ही नियंत्रण होता था. सरकारी फंड में कांग्रेस के अध्यक्ष सदस्य होते थे.

उन्होंने कहा कि हमने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को इसका सदस्य नहीं बनाया. हमारे यहां प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री पदेन सदस्य हैं. प्रधानमंत्री राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को फंड दिया गया, जिसे तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष और उनका परिवार चलाता है. हमने फंड का इस्तेमाल कोरोना महामारी, आपदा राहत, ऑक्सीजन प्लांट, गरीबों को सहायता, टीकाकरण और वेंटिलेटर के लिए किया.

आपदा प्रबंधन संशोधन विधेयक पर बोलते हुए अमित शाह ने बताया कि 2004 से 2014 तक एसडीआरएफ का बजट 38 हजार करोड़ रुपये था.वर्ष 2014 से 2024 के बीच इस बजट को बढ़ाकर एक लाख 24 हजार करोड़ रुपये किया गया. वहीं, 2004 से 2014 तक एनडीआरएफ को 28 हजार करोड़ रुपये मिले जबकि अगले 10 साल में एनडीआरएफ को करीब 80 हजार करोड़ रुपये मिले हैं. दोनों का संयुक्त बजट 66,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर दो लाख करोड़ रुपये से अधिक कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 250 करोड़ रुपये का नेशनल डिजास्टर रिस्पांस रिजर्व बनाया है. साल 2016 में पहला नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान जारी हुआ. वर्ष 2018-19 में सुभाष चंद्र बोस डिजास्टर मैनेजमेंट अवॉर्ड की स्थापना की गई. नेशनल साइक्लोन रिस्क मिटिगेशन का पहला फेज ओडिशा और आंध्र प्रदेश में वर्ष 2018 में शुरू किया गया. उस समय ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों में ही एनडीए की सरकार नहीं थी. बीते पांच साल में केंद्र ने 97 टीमें भेजकर तुरंत सहायता करने का प्रावधान किया.

गृह मंत्री ने बताया कि एनडीआरएफ की 16 बटालियन कार्यरत हैं. आज एनडीआरएफ के भगवा रंग के कपड़े देखकर लोगों को शांति मिलती है. लोगों को लगता है कि ये आ गए हैं, अब हम बच जाएंगे. न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में हमने काम किया है. आपदा प्रबंधन स्किल को बेहतर करने के लिए भारत ने जापान, तजाकिस्तान, मंगोलिया, इटली, मालदीव, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और बांग्लादेश के साथ समझौता ज्ञापन किया है. इन सभी देशों की भौगोलिक परिस्थितियों में कोई न कोई ऐसा डिजास्टर है, जो भारत के अंदर भी संभव है. इस समझौते से यह होगा कि हमारे अभ्यास का लाभ उन्हें होगा और उनके यहां जो व्यवस्था है, उसे हमारे यहां लाने के लिए हमने काम किया है। इन देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठियां भी आयोजित की गई हैं, जहां आपदा प्रबंधन के विशेषज्ञों ने अपनी जानकारी साझा की.



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Monday, 24 March 2025

इतने पैसे में ऐसा ही काम मिलेगा...एम्प्लॉई ने बॉस को दिया ऐसा जवाब, देखते ही देखते हो गया VIRAL

Boss savage reply to woman on salary increment: किसी भी कर्मचारी (एंप्लॉय ऑफिस) की मेहनत और उसके प्रदर्शन का सीधा संबंध उसकी सैलरी से होता है या नहीं? इस सवाल को लेकर लिंक्डइन पर एक दिलचस्प बहस छिड़ गई है. यह चर्चा तब शुरू हुई जब मुंबई की एक कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट डायरेक्टर, दुष्यंत मिश्रा का एक पोस्ट वायरल हुआ. उन्होंने अपनी एक एम्प्लॉई वेदिका के साथ हुई बातचीत को साझा किया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से चर्चा का विषय बन गई. लिंक्डइन पोस्ट के मुताबिक, वेदिका नाम की एक एम्प्लॉई से बातचीत के दौरान जब दुष्यंत मिश्रा ने उनके काम की गुणवत्ता पर सवाल किया, तो उन्होंने जवाब दिया, इतने पैसे में ऐसा ही काम होगा. 

एंप्लॉय से मिले जवाब को सुनकर दुष्यंत मिश्रा ने उनसे पूछा कि, अगर कंपनी उसकी सैलरी बढ़ा दे, तो क्या वह और अच्छ काम करेंगी? डायरेक्टर ने एम्प्लॉई पर तंज कसते हुए बोला कि अगर तुम्हारी सैलरी 1.5 लाख या इससे ज्यादा बढ़ा जी जाए तो क्या तुम्हें लगता है तुम्हारे काम की क्वालिटी इससे बढ़ जाएगी? उन्होंने सवाल किया कि क्या सैलरी ही एकमात्र फैक्टर है जो कर्मचारी को बेहतर परफॉर्म करने के लिए प्रेरित करता है या फिर यह उसकी खुद की प्रोफेशनल एथिक्स और मेहनत पर निर्भर करता है? 

सैलरी vs काम की गुणवत्ता - कौन सा पहलू ज्यादा महत्वपूर्ण? (Viral Debate on LinkedIn)

अपने पोस्ट में दुष्यंत मिश्रा ने कर्मचारियों को सलाह देते हुए लिखा, आपको जो पैसा मिलता है, वह आपकी काम की क्वालिटी के अनुसार दिया जाता है. अपनी क्षमताओं पर काम करें और उच्च गुणवत्ता का काम करें, फिर आपको अपने योग्य सैलरी जरूर मिलेगी. यह पोस्ट वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. कुछ लोग मिश्रा की इस सोच से सहमत नजर आए और बोले कि सैलरी खुद ही क्वालिटी वर्क का नतीजा होती है, जबकि कुछ लोगों का मानना था कि अच्छी सैलरी मिलने से कर्मचारी को बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है.  

सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया (Salary or Performance What Comes First?)

इस पोस्ट पर हजारों लाइक्स और कमेंट्स आ चुके हैं. कुछ यूजर्स ने लिखा कि, हर कर्मचारी को उतनी ही सैलरी मिलती है, जितना उसके स्किल्स और अनुभव के अनुसार सही होता है. वहीं कुछ ने कहा कि, कम सैलरी होने पर कर्मचारी का मनोबल गिर सकता है और वह केवल न्यूनतम प्रयास से ही काम करेगा. इस बहस के बाद एक बड़ा सवाल उठता है कि, क्या सैलरी वाकई किसी कर्मचारी की परफॉर्मेंस सुधार सकती है या फिर परफॉर्मेंस बेहतर होने पर सैलरी अपने आप बढ़ती है?  

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₹5500 में हाफ चिकन, वजह पूछने पर स्टाफ ने कहा- पीती हैं दूध और क्लासिकल गाना सुनती हैं ये मुर्गियां

Shanghai Restaurant Charges RS 5500 for Half Chicken: अगर आपको किसी रेस्टोरेंट में 5,500 रुपये में हाफ चिकन खाने को मिले तो शायद आप हैरान रह जाएंगे, लेकिन चीन के शंघाई शहर में एक रेस्टोरेंट ने ऐसा कर दिखाया है. यहां सिर्फ हाफ प्लेट चिकन के लिए लोगों को 5 हजार का बिल पे करना पड़ रहा है. इस खबर को जानने के बाद यकीनन आपके भी पैरों तले जमीन खिसक गई होगी. दरअसल, यहां के एक लग्जरी रेस्टोरेंट में हाफ चिकन की कीमत 480 युआन (लगभग ₹5,500) रखी गई है. इस भारी-भरकम कीमत को लेकर जब ग्राहकों ने सवाल उठाया, तो स्टाफ ने जो जवाब दिया, उसने सबको चौंका दिया.  

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क्यों इतना महंगा है यह चिकन? (Restaurant Charged 480 Yuan for Half Chicken)

SCMP (South China Morning Post) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रेस्टोरेंट का दावा है कि उनकी मुर्गियों की परवरिश बेहद खास तरीके से की जाती है. इन मुर्गियों को रोजाना क्लासिकल म्यूजिक सुनाया जाता है और उन्हें दूध पिलाया जाता है. रेस्टोरेंट के स्टाफ का कहना है कि इस अनोखे पालन-पोषण के कारण चिकन का स्वाद और क्वालिटी बेहद खास हो जाती है, जिससे इसकी कीमत भी अधिक होती है.  

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सोशल मीडिया पर मिक्स्ड रिएक्शन (shanghai restaurant chicken price)

यह खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स के मजेदार रिएक्शन देखने को मिले. कुछ लोगों ने इसे मार्केटिंग स्ट्रैटेजी बताया, तो कुछ ने इस पर हैरानी जताई कि क्या सच में म्यूजिक और दूध से चिकन का स्वाद बदल सकता है? कई लोगों ने इस कीमत को महज एक 'गिमिक' करार दिया और कहा कि यह सिर्फ अमीर ग्राहकों को आकर्षित करने का तरीका है.  

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क्या म्यूजिक और दूध से बदलता है चिकन का स्वाद? (sunflower chicken price in china)

वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो यह अवधारणा पूरी तरह असंभव नहीं है. शोध बताते हैं कि जानवरों पर म्यूजिक का प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उनकी ग्रोथ और हेल्थ बेहतर हो सकती है. दूध और अन्य पोषण से चिकन की क्वालिटी पर फर्क पड़ सकता है. हालांकि, यह कितना असरदार है, इस पर कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है.  

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शंघाई का फूड ट्रेंड और लग्जरी डाइनिंग (RS 5500 for Half Chicken)

शंघाई में लग्जरी डाइनिंग का चलन बढ़ता जा रहा है, जहां लोग अनोखे और प्रीमियम अनुभव के लिए मोटी रकम खर्च करने को तैयार रहते हैं. महंगे सी-फूड, सोने की परत चढ़े डिशेज़ और अनोखी कुकिंग तकनीकों वाले फूड आइटम्स यहां आम बात हो गई है. ऐसे में यह म्यूजिक और दूध वाला चिकन भी इसी ट्रेंड का हिस्सा माना जा सकता है. शंघाई के इस रेस्टोरेंट का महंगा चिकन सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है. 

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Sunday, 23 March 2025

कनाडा के PM ने आम चुनाव की तारीख का किया ऐलान, ट्रंप के 'विलय' और टैरिफ की चुनौती के बीच बड़ी घोषणा

कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने देश में मध्‍यावधि चुनाव कराने का ऐलान कर दिया है. कार्नी ने अचानक से 28 अप्रैल को देश में चुनाव कराने की घोषणा की है. उन्‍होंने जस्टिन ट्रूडो के हटने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री पद का पदभार संभाला था. कनाडा की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी का मुकाबला मुख्य विपक्षी दल कंजर्वेटिव पार्टी से होगा. कार्नी का यह फैसला ऐसे वक्‍त में आया है, जब कनाडा अपने पड़ोसी देश अमेरिका के साथ ट्रेड वार से जूझ रहा है. वहीं अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्‍य बनाने की बात कह चुके हैं. 

प्रधानमंत्री कार्नी ने कहा कि उन्होंने अचानक चुनाव कराने का आह्वान किया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके देश को लिबरल पार्टी की मौजूदा सरकार से अधिक मजबूत जनादेश वाली सरकार मिले. पड़ोसी देश अमेरिका के साथ ट्रेड वार और राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की बार-बार धमकी को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण है, जिसे कनाडा के लोगों ने सिरे से खारिज कर दिया है. 

ट्रंप कनाडा को तोड़ना चाहते हैं: कार्नी

प्रधानमंत्री कार्नी ने कहा, "मैंने अभी-अभी गवर्नर जनरल से संसद को भंग करने और 28 अप्रैल को चुनाव कराने का अनुरोध किया है. उन्होंने इस पर सहमति जताई है." इस घोषणा के दौरान पीएम कार्नी ने कहा कि "डोनाल्ड ट्रंप हमें (कनाडा को) तोड़ना चाहते हैं", लेकिन उन्होंने कसम खाई कि वे ऐसा कभी नहीं होने देंगे.

यह दावा करते हुए कि कनाडा एक गंभीर खतरे का सामना कर रहा है, उन्होंने कहा कि साहसिक निर्णय लेने के लिए उनके देश को एक मजबूत जनादेश प्रदान करने का लक्ष्य रखना चाहिए.  

समर्थन का लाभ उठाने की कोशिश!

माना जा रहा है कि कार्नी की कोशिश लिबरल पार्टी के नेता के रूप में मिल रहे समर्थन का लाभ उठाना है, जिसके कारण वह प्रधानमंत्री बनने में कामयाब रहे हैं. 

पूर्व केंद्रीय बैंकर मार्क कार्नी ने हाल ही में कनाडा के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. 59 साल के कार्नी ने जस्टिन ट्रूडो की जगह ली, जिन्होंने जनवरी में अपने इस्तीफे की घोषणा की थी. लिबरल पार्टी द्वारा नया नेता चुने जाने तक ट्रूडो सत्ता में बने रहे थे.



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Saturday, 22 March 2025

प्याज पर निर्यात को लेकर सरकार ने लिया बड़ा फैसला, 1 अप्रैल से होगा लागू

सरकार ने इस साल 1 अप्रैल से प्याज पर 20 प्रतिशत निर्यात शुल्क समाप्त करने का फैसला किया है. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईटीसी) द्वारा शनिवार शाम जारी अधिसूचना में बताया गया है कि केंद्र सरकार "इस बात से संतुष्ट होते हुए कि जनहित में ऐसा करना आवश्यक है" प्याज पर निर्यात शुल्क "शून्य" करने का फैसला किया है. इसमें कहा गया है कि यह अधिसूचना 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी.

फिलहाल प्याज पर 20 प्रतिशत निर्यात शुल्क लागू है. केंद्र सरकार ने देश में प्याज की कीमतों में भारी तेजी को देखते हुए दिसंबर 2023 में इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद मई 2024 में न्यूनतम 550 डॉलर प्रति टन के न्यूनतम निर्यात मूल्य की सीमा और 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क के साथ विदेशों में प्याज बेचने की अनुमति दी गई थी. 

सितंबर 2024 में न्यूनतम निर्यात मूल्य समाप्त कर दिया गया था और निर्यात शुल्क भी घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया था. निर्यात प्रतिबंध के बावजूद, वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कुल प्याज निर्यात 17.17 लाख टन और वित्त वर्ष 2024-25 में (18 मार्च तक) 11.65 लाख टन रहा.

सरकार के अनुसार, मासिक प्याज निर्यात मात्रा सितंबर 2024 में 72 हजार टन से बढ़कर जनवरी 2025 में 1.85 लाख टन हो गई है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा, "यह निर्णय किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और उपभोक्ताओं के लिए प्याज की कीमत काबू में रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का एक और प्रमाण है. रबी फसलों की अच्छी मात्रा में अपेक्षित आवक के बाद मंडी और खुदरा दोनों कीमतें कम हो गई हैं."

भले ही, मौजूदा मंडी कीमतें पिछले वर्षों की इसी अवधि के स्तर से ऊपर हैं, लेकिन अखिल भारतीय भारित औसत मॉडल कीमतों में 39 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. इसी तरह, अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमतों में पिछले एक महीने में 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.



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Friday, 21 March 2025

मुझे और मेरे भाई को मारा, मेरी बुक्स, खिलौने सब दब गए... बच्चे ने सुनाई बुलडोजर एक्शन की आपबीती

Ajmer Bulldozer Action: मुझे और मेरे भाई को धक्का मारकर निकाल दिया. फिर मुझे जोर-जोर से मारा भी. मेरे पापा को भी मारा. मेरी बुक्स, खिलौने, कपड़े दब गए. यहां पर जेसीबी आई थी, जिसने सबकुछ ढहा दिया... घर पर बुलडोजर चलने के बाद किसी बच्चे की क्या स्थिति होती है, यह वाकया उसकी बानगी पेश कर रहा है. मामला राजस्थान के अजमेर जिले का है. जहां बीते दिनों अजमेर विकास प्राधिकरण ने पंचशील क्षेत्र में स्थित डॉ. कुलदीप शर्मा के घर पर बुलडोजर चलाया था. 

मेरे पति को 20 से ज्यादा पुलिस वालों ने पीटा

अब डॉ. कुलदीप शर्मा के सेकेंड क्लास में पढ़ने वाले बेटे इंशान शर्मा ने अपनी आपबीती बताई है. इंशान की मां ने बताया कि मेरे पति के साथ 20 से ज्यादा पुलिस वालों ने मारपीट करी है, मुझे धमकाया. ऐसे में जो भी सक्षम स्तर के अधिकारी हैं, उनका सस्पेंशन होना चाहिए. उन लोगों के खिलाफ चार्जशीट जानी चाहिए, जिनके साइन से ये सारा हुआ. 

'मेरे पति को घसीटते हुए गाड़ी में लेकर गए'

डॉ. कुलदीप की पत्नी ने बताया कि अजमेर विकास प्राधकिरण मेरे मकान वापस बनाकर दे या फिर इसका मुआवजा दे. बड़ी मुश्किल से एफआईआर दर्ज करवा पाई हूं. मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा था कि आप एफआईआर मत करो. मेरे पति को घसीटते हुए गाड़ी में लेकर गए, जैसे कोई क्रिमिनल हो. 

पड़ोसी बोले- डॉक्टर साहब के साथ हुआ बहुत बुरा व्यवहार

दूसरी ओर डॉक्टर के पड़ोस में रहने वाले पड़ोसी अक्षय ने बताया कि एडीए ने कल जिस तरीके से डॉक्टर साहब के साथ बर्ताव किया, उनको मारा-पीटा, कपड़े फाड़ दिए और घसीटते हुए बाहर निकाला, यह बहुत ही बुरा व्यवहार है. अचानक से जिस तरह से सब किया गया, वह सही नहीं है.

क्या है पूरा मामला, जानिए

यह मामला अजमेर के पंचशील क्षेत्र में भूखंड संख्या A-57 से जुड़े अतिक्रमण हटाने से जुड़ा है. विवाद तब शुरू हुआ, जब 2 नवंबर 2021 को नितिन दरगड़ ने नीलामी में 487 वर्ग मीटर का भूखंड खरीदा, लेकिन गलती से 90 वर्ग मीटर अतिरिक्त भूमि भी दे दी गई. जब उन्होंने भवन निर्माण की अनुमति के लिए आवेदन किया, तो अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) को इस गलती का पता चला और अनुमति देने से इनकार कर दिया. 

14 फरवरी 2025 को भूखंड A-56 पर बिना स्वीकृति निर्माण करने पर प्राधिकरण ने दरगड़ को नोटिस जारी किया. 14 मार्च को जवाब में दरगड़ ने कहा कि उन्होंने नियमों के तहत ही निर्माण किया है. इस पर प्राधिकरण संतुष्ट नहीं हुआ और 17 मार्च को अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया.

बुलडोजर एक्शन के बाद डॉक्टर के रोते-बिलखते वीडियो भी आया था सामने

डॉक्टर कुलदीप शर्मा के घर पर चला बुलडोजर

गुरुवार को एडीए ने कार्रवाई की, जिसमें अजमेर के डॉक्टर कुलदीप शर्मा का घर भी चपेट में आ गया. उनके 2 कमरे, लैट्रिन, बाथरूम और हाल को बुलडोजर से ढहा दिया गया. जिस समय निर्माण ढहाने के लिए जेसीबी मशीन पहुंची, उस समय डॉक्टर कुलदीप शर्मा और उनकी पत्नी बाहर थे, घर में सिर्फ अकेले बच्चे थे. 

आरोप है कि बच्चों को धक्का मारकर बाहर निकाल दिया गया है. पड़ोसियों की सूचना पर पहुंचे डॉक्टर कुलदीप के साथ भी मारपीट की गई और उनके घसीटते हुए गाड़ी में ले जाया गया. डॉक्टर के परिवार को कहना है कि यह सब बिना किसी नोटिस के किया गया है. डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की गई है. 



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Thursday, 20 March 2025

सैलरी कटने से नाराज था पुणे का बस ड्राइवर, जानबूझकर लगाई आग, 4 कर्मचारी जिंदा जल गए

महाराष्ट्र के पुणे में एक प्राइवेट कंपनी की मिनी बस में आग लगने के मामले (Pune Bus Fire) में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले की जांच कर रही पुलिस ने गुरुवार को दावा किया कि बस चालक ने खुद बस में आग लगाई थी. जिसकी वजह से कंपनी के चार कर्मचारियों की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, बस का ड्राइवर अपनी सैलरी में हुई कटौती से नाराज था. 

ये भी पढ़ें-पुणे: हिंजेवाड़ी में टेम्पो में लगी भीषण आग, चार लोगों की जलने से दर्दनाक मौत और कई घायल

पिंपरी चिंचवाड़ के पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा, " जांच से पता चला है कि आग कोई हादसा नहीं बल्कि साजिश का नतीजा थी."

सैलरी में कटौती से नाराज था बस ड्राइवर

पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी बस ड्राइवर जनार्दन हंबरदेकर हाल ही में अपनी सैलरी में हुई कटौती से नाराज था. गायकवाड़ ने कहा कि कुछ कर्मचारियों के साथ उसका विवाद था. वह उनसे बदला लेना चाहता था. पुलिस अधिकारी का कहना है कि जिन कर्मचारियों के खिलाफ जनार्दन के भीतर गुस्सा था, वे बस में आग लगने से मारे गए लोगों में शामिल नहीं हैं. 

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केमिकल खरीदा, माचिस जलाकर लगा दी आग

बस में आग लगने की यह घटना बुधवार सुबह पुणे शहर के पास हिंजवड़ी क्षेत्र में हुई. उस समय ‘व्योमा ग्राफिक्स' की बस में 14 कर्मचारी सवार थे. पुलिस कमिश्नर ने कहा, " आरोपी ने बेंजीन (ज्वलनशील रसायन) खरीदा था.  उसने बस में पोंछने के लिए इस्तेमाल होने वाला एक कपड़ा भी रखा था. गुरुवार को जब बस हिंजवड़ी के पास पहुंची तो उसने माचिस जलाई और कपड़े में आग लगा दी."

बस ड्राइवर खुद भी झुलस गया

उन्होंने कहा कि आग लगने के बाद जनार्दन खुद भी घायल हो गया. लेकिन कुछ अन्य लोगों के साथ वह बस से नीचे उतरने में सफल रहा. पुलिस अधिकारी ने बताया  कि आरोपी ड्राइवर का अस्पताल में इलाज चल रहा है. बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इस घटना में 10 यात्री झुलस गए, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हुए हैं. मारे गए कर्मचारियों में शंकर शिंदे (63), राजन चव्हाण (42), गुरुदास लोकरे (45) और सुभाष भोसले (44) की मौत हो गई.
 



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सलवार का नाड़ा तोड़ना रेप की कोशिश नहीं... इलाहाबाद HC के फैसले के इस विवादित हिस्से को हटाने की मांग

नाबालिग लड़की के साथ रेप की कोशिश (Attempt To Rape) से जुड़े एक मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट के 17 मार्च को दिए विवादित फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. वकील अंजले पटेल की ओर से दायर इस याचिका में फैसले के उस विवादित हिस्से को हटाने की मांग की गई है, जिसमें कोर्ट ने कहा था कि पीड़ित के ब्रेस्ट को पकड़ना,और पजामे के नाड़े को तोड़ने के बावजूद आरोपी के खिलाफ रेप की कोशिश का मामला नहीं बनता.

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सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

याचिका में मांग की गई है कि कोर्ट केन्द्र सरकार/ हाई कोर्ट रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश दे कि वो फैसले के इस विवादित हिस्से को हटाएं. इसके साथ ही याचिका में मांग की गई है कि जजों की ओर से की जाने वाली ऐसी विवादित टिप्पणियों को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट अपनी तरफ से एक दिशानिर्देश जारी करें.

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने क्या कहा था?

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक आदेश में कहा था कि पीड़िता की चेस्‍ट पकड़ना और उसकी सलवार का नाड़ा तोड़ना रेप या रेप का प्रयास नहीं माना जाएगा, बल्कि गंभीर यौन उत्पीड़न माना जाएगा. पवन और आकाश पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में 11 साल की पीड़िता की चेस्‍ट पकड़ने, उसके पायजामा का नाड़ा तोड़ने और उसे पुलिया के नीचे खींचने की कोशिश करने का आरोप लगा है. राहगीरों के हस्तक्षेप के बाद आरोपी मौके से भाग गए थे. ये घटना साल 2021 में तब हुई, जब आरोपी ने बच्ची को लिफ्ट देने की पेशकश की थी.

कासगंज ट्रायल कोर्ट के निर्देश पर पवन और आकाश को शुरू में रेप के बलात्कार के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 376 और पॉक्सो एक्‍ट की धारा 18 के तहत मुकदमा चलाना था. हालांकि, इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति राम मनोहर नारायण मिश्रा की बेंच ने निर्देश दिया कि आरोपियों पर धारा 354-बी आईपीसी (निर्वस्‍त्र करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) के साथ-साथ पॉक्सो अधिनियम की धारा 9/10 (गंभीर यौन उत्पीड़न) के तहत मुकदमा चलाया जाए. बेंच ने कहा, 'आरोपी पवन और आकाश के खिलाफ लगाए गए आरोप और मामले के तथ्य शायद ही मामले में रेप की कोशिश का अपराध बनाते हैं. बलात्कार के प्रयास का आरोप लगाने के लिए अभियोजन पक्ष को यह स्थापित करना होगा कि यह तैयारी के चरण से आगे निकल गया था. तैयारी और अपराध करने की वास्तविक कोशिश के बीच का अंतर मुख्य रूप से दृढ़ संकल्प की अधिक डिग्री में होता है.'
 



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फरीदाबाद: फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की मांग करने वाला व्यक्ति गिरफ्तार

हरियाणा की फरीदाबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत कर्मचारी को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का अधिकारी बन पुलिस विभाग से एस्कॉर्ट वाहन की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि उसे शहर की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

इसने बताया कि बुधवार रात को पुलिस उपायुक्त (मध्य फरीदाबाद) ने पल्ला थाने के एसएचओ को सूचना दी कि उनके पास एक कॉल आई है, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को दक्षिण दिल्ली का डीसीपी सुरेंद्र चौधरी बताया है.

पुलिस ने बताया कि फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि उसे फरीदाबाद आना है और वह रास्ता नहीं जानता, इसलिए उसे सही स्थान पर पहुंचने के लिए तुरंत पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की जरूरत है.

इसने बताया कि इसके बाद एसएचओ ने दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया और दिल्ली सीमा पर पहुंचे, जहां कुछ देर इंतजार करने के बाद उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई जिसने खुद को दक्षिण दिल्ली का डीसीपी बताया.

पुलिस ने बताया कि उसे कार में बैठाकर फरीदाबाद की ओर ले जाया गया. जब दक्षिण दिल्ली के कथित डीसीपी से उसके गंतव्य के बारे में पूछा गया तो उसने एसएचओ से कहा कि उसे वापस नोएडा छोड़ दिया जाए.

पुलिस के अनुसार इसके बाद पता चला कि व्यक्ति फर्जी आईपीएस अधिकारी है. पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान गौरव शर्मा के रूप में हुई है जो दिल्ली के महरौली में रहता है और नोएडा में एक निजी कंपनी में काम करता है.

एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसने इंटरनेट के जरिए डीसीपी दक्षिण दिल्ली और डीसीपी मध्य फरीदाबाद के फोन नंबर हासिल किए थे.''



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Wednesday, 19 March 2025

लुक में किसी हीरो से कम नहीं हैं माधुरी के बेटे, 22 साल के आरिन को देख कर फैंस ने कहा- एक दिन सुपरस्टर बनेगा

बॉलीवुड की धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित आज दो बेटों की मां हैं. माधुरी के बड़े बेटे की उम्र 22 साल हैं और एक्ट्रेस खुद 57 साल की हो रही हैं, लेकिन 'मोहिनी' की खूबसूरती में जरा भी कमी नहीं आई है. माधुरी दीक्षित बीते 4 दशक से बॉलीवुड से जुड़ी हैं. माधुरी ने 1999 में डॉक्टर श्रीराम नेने से शादी की थी, बावजूद इसके वह शादी के 24 साल बाद भी अभिनय कर रही हैं. माधुरी के बेटे अब लंबाई में उनसे बड़े हो चुके हैं और जवान भी. माधुरी ने अपने पहले बेटे अरिन नेने को उनके 22वें बर्थडे (17 मार्च) को विश किया है. माधुरी ने अपने बेटे के साथ एक अनदेखी तस्वीर भी शेयर की है.

माधुरी दीक्षित के बड़े बेटे

इस तस्वीर में माधुरी अपने बेटे अरिन के साथ दिख रही हैं. माधुरी दीक्षित ने डॉक्टर श्रीराम नेने से शादी रचाई और इस शादी से एक्ट्रेस को दो बेटे अरिन और रियान हुए. अरिन की बात करें तो वह दिखने में अपनी स्टार मां माधुरी और पिता की तरह दिखते हैं.  अरिन डाक्टर पिता की तरह टॉल एंड हैंडसम हैं. अरिन ने साउदर्न कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. अरिन बड़े होकर क्या बनेंगे माधुरी ने अभी ऐसा कुछ खुलासा नहीं किया है. फिलहाल अरिन अपनी आगे की पढ़ाई कर रहे हैं.  इसके अलावा अरिन भी मां माधुरी की तरह सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं. अरिन अपनी स्टडी से रिलेटेड और फैमिली संग तस्वीरें शेयर करते रहते हैं.
 

माधुरी दीक्षित का वर्कफ्रंट
माधुरी दीक्षित के फिल्मी करियर की बात करें तो आज से 40 साल पहले एक्ट्रेस ने फिल्म अबोध (1984) से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. माधुरी की हिट फिल्मों में तेजाब, राम लखन, दिल, साजन, बेटा, खलनायक, हम आपके हैं कौन, कोयला, दिल तो पागल है, हम तुम्हारे हैं सनम, देवदास और भूल भुलैया शामिल हैं. माधुरी ने साल 2022 में वेब-सीरीज द फेम गेम में भी काम किया था. इसके अलावा माधुरी दीक्षित टीवी रियलिटी शोज में बतौर जज और गेस्ट भी नजर आती हैं.  अभी फिलहाल माधुरी की झोली में कोई प्रोजेक्ट नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए  वह अपने फैंस से जुड़ी रहती हैं.  


 



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Tuesday, 18 March 2025

चुनाव से पहले कांग्रेस का दलित कार्ड! अखिलेश सिंह की जगह राजेश कुमार को सौंपी बिहार अध्यक्ष की कमान

कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले मंगलवार को अपनी राज्य इकाई में बड़ा बदलाव करते हुए राजेश कुमार को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. वो राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह लेंगे. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विधायक राजेश कुमार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया.

कांग्रेस आलाकमान चुनावी साल में बिहार को लेकर एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहा है. हाल की में बिहार प्रभारी को बदलने के बाद कन्हैया कुमार की पद यात्रा कराना और अब प्रदेश अध्यक्ष को ही बदल दिया गया.

चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी ने भूमिहार जाति से आने वाले अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह दलित समुदाय से ताल्लुक रखने रखने वाले राजेश कुमार को बिहार की कमान सौंपी है. यह बदलाव ऐसे समय किया गया है जब कृष्णा अल्लावरू को बिहार का प्रभारी बनाए जाने और कन्हैया कुमार की अगुवाई में 'नौकरी दो, पलायन रोको' यात्रा शुरू किए जाने से अखिलेश सिंह के असहज होने की खबरें थीं.
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इस बात की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी कि अखिलेश सिंह पार्टी से नाराज चल रहे हैं. कन्हैया कुमार को बिहार में बिना प्रदेश अध्यक्ष से पूछे उतार देना उनको खल गया था.

कन्हैया कुमार से ना सिर्फ महागठबंधन की दूसरी पार्टी, बल्कि खुद कांग्रेस के भी कई नेता उनका बिहार में आना पसंद नहीं कर रहे हैं. अखिलेश सिंह की नाराजगी इस हद तक थी कि 12 मार्च को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की समीक्षा बैठक तक रद्द करनी पड़ी और अब अखिलेश सिंह को पद से भी हटना गवारा हो गया.

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अखिलेश प्रसाद सिंह के राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद के साथ अच्छे रिश्ते हैं. वह कभी राजद का हिस्सा हुआ करते थे. वो 2022 में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने थे.

दलित समुदाय से आते हैं राजेश कुमार

राजेश कुमार औरंगाबाद जिले की कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वह 2015 और 2020 में विधायक निर्वाचित हुए. राजेश कुमार दलित समुदाय से आते हैं. इन्हें बिहार की कमान देकर कांग्रेस एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश कर रही है. वहीं बिहार में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने की जिम्मेदारी नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरु को दी गई है. अल्लावरु ने पार्टी को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है.

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव संभावित है.



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यात्रीगण कृपया ध्यान दें! रेलवे का दावा - टाइम की 'पाबंद' हैं ये ट्रेनें

भारतीय रेलवे के बारे में यह आम धारणा थी कि अगर आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं तो समय पर अपने गंतव्य पहुंच पाना मुश्किल है,लेकिन रेलवे प्रतिदिन इस धारणा को अब गलत साबित करता हुआ दिख रहा है. यह दावा किसी और ने नहीं बल्कि खुद भारतीय रेलवे ने किया है. रेलवे के अनुसार इस साल लगभग 7 फ़ीसदी अधिक समय से ट्रेन चली हैं.

'12 मंडल में पाबंदी 95%'

लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बहुत ख़ुशी के साथ बताना चाहूंगा कि हमारे 68 डिवीजन में से 49 डिवीजन ऐसे हैं, जिनकी पंक्चुआलिटी 80% से अधिक है. उससे भी गौरव की बात ये है, कि 12 डिवीजन ऐसे हैं, जहां पंक्चुआलिटी 95% पहुंच गई है.

मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि इस बढ़ी हुई दक्षता का नतीजा है कि ट्रेन संचालन सुचारू हुआ है, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई सेवाओं दोनों को लाभ हुआ है. वर्तमान में भारतीय रेलवे 13,000 से अधिक यात्री ट्रेनों का संचालन करता है, जिनमें 4,111 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें, 3,313 पैसेंजर ट्रेनें और 5,774 उपनगरीय ट्रेनें शामिल हैं.

किस डिवीज़न में कितनी ट्रेन लेट?

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, ECOR के वालटेर में 82.6 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रही है जबकि लगभग 18 प्रतिशत ट्रेन देरी से चल रही है. वहीं WCR डिविजन के भोपाल में 84.1 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रही है जबकि लगभग 16 प्रतिशत ट्रेन यहां देरी से चल रही है. इसी तरह SECR के नागपुर में 85.4 प्रतिशत ट्रेन ही समय से चल रही है जबकि लगभग 15 फ़ीसदी ट्रेन देरी से गनत्व्य पहुंच रही हैं. इसके अलावा CR के भुसावल में 87.4, नागपुर सेंट्रल में 87.8, ER के मालदा में 88.1, NFR के रंगिया में 88.3, NCR के आगरा 88.3, ECR के सोनपुर में 88.6, NR के फिरोजपुर में 89.2, SCR के विजयवाडा में 89.5 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रहीं हैं.

कहां-कहां पर ट्रेन 90% से अधिक पंक्चुअल?

NWR के जयपुर मंडल में ट्रेनें 97.1 प्रतिशत समय से चल रही है. यहां केवल 2.9 प्रतिशत ट्रेन देरी से चलती हैं. WR डिविजन के भावनगर में 99.6 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रही है जबकि 0.4 प्रतिशत ट्रेन यहां देरी से चल रही हैं. SR के मदुराई में 99.2 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रहीं हैं, केवल 0.8 फीसदी ट्रेन लेट चल रहीं हैं. WR के रतलाम में ट्रेन 98.9 प्रतिशत और NWR के बीकानेर में 98.1 प्रतिशत ट्रेन समय से चल रहीं हैं सिर्फ 1.9 प्रतिशत ट्रेन लेट चल रही हैं.


स्पेशल ट्रेन चलाने के बावजूद समय से ट्रेन

रेलवे ने दावा किया कि होली, दिवाली, छठ, गर्मी की छुट्टी और महाकुंभ के दौरान भारी भीड़, यात्रियों की मांग को देखते हुए कई विशेष ट्रेनों के परिचालन के बावजूद, अधिकांश रेलवे मंडलों ने 90% से अधिक समय की पाबंदी बनाए रखी.



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Monday, 17 March 2025

PM मोदी ने न्यूजीलैंड में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर प्रधानमंत्री लक्सन से चिंता जताई

भारत और न्यूजीलैंड ने सोमवार को रक्षा संबंधों को संस्थागत बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी समझौते पर हस्ताक्षर किए और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न्यूजीलैंड के अपने समकक्ष क्रिस्टोफर लक्सन से मुलाकात के दौरान उनके देश में कुछ खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिए जाने पर चिंता से अवगत कराया.

मोदी और लक्सन के बीच वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने शिक्षा, खेल, कृषि और जलवायु परिवर्तन सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए तथा रक्षा उद्योग क्षेत्र में सहयोग के लिए खाका तैयार करने का निर्णय लिया.

मोदी और लक्सन ने दोनों देशों के बीच ‘‘संतुलित, महत्वाकांक्षी, व्यापक और पारस्परिक रूप से लाभकारी'' मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए वार्ता शुरू करने का स्वागत किया. विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने संकेत दिया कि दोनों देश इस वर्ष के अंत तक एफटीए पर हस्ताक्षर करने का प्रयास करेंगे.

मोदी ने अपने मीडिया वक्तव्य में कहा कि भारत और न्यूजीलैंड एक स्वतंत्र, खुले, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम विस्तारवाद की नहीं, बल्कि विकास की नीति में विश्वास करते हैं.'' उनकी यह टिप्पणी क्षेत्र में चीन के विस्तारवादी रुख पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच आई है.

एक संयुक्त वक्तव्य के अनुसार, दोनों नेताओं ने ऐसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की जहां संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाएगा.

लक्सन रविवार को पांच दिवसीय यात्रा पर राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे, जिसका मुख्य उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच गहन आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देना है. एफटीए वार्ता के संदर्भ में, मोदी और लक्सन ने डिजिटल भुगतान क्षेत्र में सहयोग के शीघ्र कार्यान्वयन की संभावना तलाशने के लिए दोनों पक्षों के संबंधित अधिकारियों के बीच चर्चा पर सहमति व्यक्त की.

संयुक्त वक्तव्य के अनुसार, व्यापार समझौते के लिए वार्ता के संदर्भ में, दोनों पक्षों ने पेशेवरों और कुशल कामगारों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने वाली व्यवस्था पर चर्चा शुरू करने को लेकर सहमति व्यक्त की, जिसका मुख्य उद्देश्य अनियमित प्रवास की चुनौती से निपटना है.

बातचीत में मोदी ने 2019 में क्राइस्टचर्च में हुए आतंकवादी हमले और 26/11 मुंबई हमले का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी रूप में आतंकवाद ‘‘अस्वीकार्य'' है. उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादी हमलों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है. हम आतंकवादी, अलगाववादी और कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ मिलकर सहयोग करना जारी रखेंगे.''

मोदी ने कहा, ‘‘इस संदर्भ में, हमने न्यूजीलैंड में कुछ गैरकानूनी तत्वों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में अपनी चिंता साझा की. हमें विश्वास है कि हमें इन सभी गैरकानूनी तत्वों के खिलाफ न्यूजीलैंड सरकार से सहयोग मिलता रहेगा.''

प्रेस वार्ता में मजूमदार ने कहा कि मोदी-लक्सन के बीच वार्ता में न्यूजीलैंड में कुछ खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों का मुद्दा उठा. उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने मित्रों को उनके देशों में भारत विरोधी तत्वों की गतिविधियों और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले तथा हमारे राजनयिकों पर हमले की धमकी देने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा अन्य लोकतांत्रिक स्वतंत्रताओं के दुरुपयोग के बारे में सचेत करते हैं.''

मजूमदार ने कहा, ‘‘न्यूजीलैंड की सरकार ने पहले भी हमारी चिंताओं को ध्यान में रखा है तथा इस पर विचार किया है.'' उन्होंने कहा, ‘‘आज भी हमें यही जवाब मिला है.''

मोदी ने कहा कि दोनों पक्षों ने रक्षा एवं सुरक्षा साझेदारी को मजबूत एवं संस्थागत बनाने का निर्णय लिया है तथा रक्षा उद्योग क्षेत्र में सहयोग के लिए एक खाका तैयार किया जाएगा. न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने और मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चुनौतीपूर्ण रणनीतिक दृष्टिकोण पर चर्चा की.

लक्सन ने कहा, ‘‘मैंने समृद्ध हिंद-प्रशांत में योगदान देने के लिए अपने-अपने हितों पर साझा चिंताओं को दूर करने की हमारी मजबूत प्रतिबद्धता दोहराई.''

प्रस्तावित एफटीए पर मोदी ने कहा कि डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण और फार्मा जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग और निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-न्यूजीलैंड रक्षा संबंधों पर भी विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत और संस्थागत बनाने का निर्णय लिया है. संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण, बंदरगाह यात्राओं के साथ-साथ रक्षा उद्योग में भी आपसी सहयोग के लिए खाका बनाया जाएगा.''

दोनों पक्षों के बीच हस्ताक्षरित समझौतों में भारत के केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) और न्यूजीलैंड की सीमा शुल्क सेवा के बीच पारस्परिक मान्यता समझौता भी शामिल है. संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि रक्षा समझौता समग्र रक्षा संबंधों को और मजबूत करेगा.

समुद्री सुरक्षा के संदर्भ में, न्यूजीलैंड ने भारत के संयुक्त समुद्री बलों से जुड़ने का स्वागत किया. मोदी और लक्सन दोनों ने न्यूजीलैंड की कमान टास्क फोर्स 150 के दौरान रक्षा संबंधों में प्रगति का स्वागत किया.

दोनों नेताओं ने वैश्विक चुनौतियों पर भी बात की. पश्चिम एशिया की स्थिति पर, मोदी और लक्सन ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अपने दृढ़ समर्थन की पुष्टि की. संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि उन्होंने स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए वार्ता जारी रखने का अपना आह्वान दोहराया, जिसमें सभी बंधकों की रिहाई और गाजा में तेज, सुरक्षित और निर्बाध मानवीय पहुंच शामिल है.

मोदी और लक्सन ने यूक्रेन में युद्ध पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया और अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों और क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के आधार पर न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए समर्थन व्यक्त किया.

संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि दोनों नेताओं ने सीमा पार आतंकवाद समेत सभी तरह के आतंकवाद की निंदा की. इसमें कहा गया कि मोदी और लक्सन ने सभी देशों की ओर से संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल, निरंतर और ठोस कार्रवाई करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया.

उन्होंने आतंकवाद के वित्तपोषण नेटवर्क और सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने, ऑनलाइन सहित आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने तथा आतंकवाद के अपराधियों को शीघ्र न्याय के दायरे में लाने का आह्वान किया.
 



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शरद पवार ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, तारीफ के साथ-साथ की यह गुजारिश

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ की है. इसके साथ ही इस चिट्ठी में शरद पवार ने उनसे मराठा योद्धाओं पेशवा बाजीराव प्रथम, महादजी शिंदे और सूबेदार मल्हारराव होलकर की घुड़सवारी मूर्तियां लगाने का अनुरोध भी किया. दरअसल पीएम मोदी 21 फरवरी को दिल्ली के विज्ञान भवन में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे, इसी को लेकर शरद पवार ने 11 मार्च को चिट्ठी लिखी.

शरद पवार ने क्या कुछ लिखा

पीएम मोदी को लिखी इस चिट्ठी में शरद पवार ने लिखा, "मैं आपका बहुत आभारी हूं कि आपने 21 फरवरी 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन करने के मेरे अनुरोध को विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया. सरहद पुणे और अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल द्वारा आयोजित इस साहित्यिक उत्सव को आपके नेतृत्व में ऐतिहासिक महत्व प्राप्त हुआ. आपके ज्ञानवर्धक भाषण ने दुनिया भर के मराठी लोगों को प्रभावित किया. उद्घाटन समारोह के दौरान मेरे प्रति अपने विशेष स्नेह को प्रदर्शित करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं."

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पेशवा बाजीराव-1, महादजी शिंदे और सूबेदार मल्हारराव होलकर की प्रतिमा की मांग

उन्होंने आगे चिट्ठी में लिखा, "सम्मेलन का स्थल तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. यह वही स्थान है जहां कभी पेशवा बाजीराव प्रथम, महादजी शिंदे और सूबेदार मल्हारराव होलकर ने डेरा डाला था, उनकी विरासत हमारे देश के इतिहास में दर्ज है.

इसे देखते हुए, सरहद पुणे ने शुरू में इस स्थान पर इन महान योद्धाओं की प्रतिमाएं स्थापित करने का प्रस्ताव रखा. हालांकि, कई साहित्यिक हस्तियों और शुभचिंतकों ने यह भावना व्यक्त की है कि पूर्ण आकार की घुड़सवारी मूर्तियां उनकी वीरता और योगदान के लिए अधिक उपयुक्त श्रद्धांजलि होंगी.

शरद पवार ने लिखा, "तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए मैं आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि आप दिल्ली सरकार और एनडीएमसी को पूर्ण आकार की (पेशवा बाजीराव प्रथम, महादजी शिंदे और सूबेदार मल्हारराव होलकर) घुड़सवारी प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए आवश्यक अनुमति प्रदान करने का निर्देश दें.

आपका नेतृत्व हमेशा भारत के गौरवशाली अतीत को सम्मान देने और संरक्षित करने में सहायक रहा है. हम आपके दयालु विचार और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं."



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Sunday, 16 March 2025

मैं चुनाव नहीं, लोगों का हित देखकर सरकार चलाता हूं: PM मोदी ने बताया कैसे किए प्रशासनिक सुधार

PM Modi Lex Fridman Podcast: अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शासन के तौर-तरीकों के बारे में भी बात की. उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने कैसे प्रशासनिक सुधार किए? कैसे गलत हाथों में जा रहा देश का पैसा बचाया? पुराने कानूनों को कैसे खत्म किया? लोग उनपर भरोसा क्यों करते हैं? इन सब चीजों के बारे में भी उन्होंने चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा, "मेरी सरकार की जो नीतियां रहती हैं, उसके लाभार्थियों में जाति, धर्म, पंथ, पैसा, पॉलिटिक्स किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होता." 

मैं चुनाव केंद्रित नहीं जनता केंद्रित शासन करता हूंः पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मेरे शासन के मॉडल में विश्वास की बड़ी ताकत है. मैं चुनाव केंद्रित शासन नहीं करता हूं. मैं जनता केंद्रित शासन चलाता हूं. पीएम मोदी के यह कहकर साफ किया कि वो चुनाव नहीं लोगों का हित देखकर सरकार चलाते हैं. 

मैंने देश को देव मान लिया हैः PM मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैंने देश को ही देव मान लिया है और जनता को जर्नादन. मैं जनता से कटता नहीं हूं. मैं उनसे जुड़ा रहता हूं. मेरा अपना कोई इंटरेस्ट नहीं है. मैं जिस पार्टी से हूं, वहां लाखों समर्पित कार्यकर्ता हैं. जो देशहित में हमेशा काम करते रहते हैं. उन कार्यकर्ताओं का परिश्रम लोग देखते हैं. इस कारण हम चुनाव जीतते हैं.

प्रशासनिक सुधार पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरे देश में जो पुरानी बीमारियां घुस गई हैं, जो गलत आदते हैं,  उनसे जितनी ज्यादा मुक्ति दिला सकता हूं, दिलाऊं. मैंने 2014 में सत्ता में आने के बाद इसपर काम करना शुरू किया. 

बड़ी संख्या में फर्जी लोग उठा रहे थे सरकार योजनाओं का लाभ

पीएम मोदी ने आगे कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मैंने देखा कि लोक कल्याण के काम में सरकारी स्कीम का बेनिफिट लेने वाले कई ऐसे भी लोग हैं, जिनका कभी जन्म ही नहीं हुआ था. उन्होंने आगे कहा कि इन फर्जी लाभार्थियों की शादी हो जाती है, विधवा हो जाते हैं, पेंशन मिलने लगता है. मैंने स्क्रूटनी करना शुरू किया. 

10 करोड़ फर्जी लाभार्थी हटवाएं, 3 लाख करोड़ पैसा बचा

फिर पीएम मोदी ने आगे बताया कि आपको जानकर हैरानी होगी, स्क्रूटनी के बाद 10 करोड़ डुप्लीकेट नाम सामने आए, जिनको मैंने व्यवस्था से हटवाया. डायरेक्ट बेनिफिट शुरू किया. डायरेक्ट बेनिफिट से बिचौलियों का काम खत्म हुआ. जो पैसा दिल्ली से निकलेगा, वो लोगों के पास जाने लगा. डायरेक्ट बेनिफिट से सरकार का 3 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक पैसा जो गलत लोगों के पास जा रहा था, वो बचा. 

1500 पुराने कानून खत्म किए

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल करता हूं. सरकार में मैंने खरीदार के लिए जेम पोर्टल बनाए. इससे सरकार को खरीदी में भी बहुत पैसा बच रहा है, समय बच रहा है. प्रतिस्पर्धा अच्छा मिल रहा है, अच्छी चीजें मिल रही हैं. पुराने कानून ढेर सारे थे. करीब 1500 कानून मैंने खत्म किए. सरकार में इस प्रकार की जो चीजें थी, उससे मुक्ति दिलवाई.   

यह भी पढ़ें - मैं खुद को धन्य मानता हूं कि मुझे RSS जैसे पवित्र संगठन से जीवन के मूल्य मिले: PM मोदी
 



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Saturday, 15 March 2025

छूट गई ट्रेन...कन्फर्म था टिकट? जानें छूटी हुई ट्रेन के बाद दूसरी ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं या नहीं? ज्यादातर लोग नहीं जानते रेलवे का ये नियम

Missed Train with a Confirm Ticket: भारतीय रेलवे (Indian Railways) अपने लाखों यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टिकट बुकिंग और रिफंड से जुड़े कई नियम बनाए हैं. अगर किसी कारणवश आपकी ट्रेन छूट जाती है, तो क्या आप उसी टिकट पर दूसरी ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं? क्या आपको रिफंड मिलेगा? आइए जानते हैं इससे जुड़े महत्वपूर्ण नियम.  

कन्फर्म टिकट पर दूसरी ट्रेन में यात्रा संभव है या नहीं? (Indian Railways ticket refund rules)  

अगर आपका टिकट कन्फर्म (Confirmed Ticket) था और आप किसी कारण से ट्रेन पकड़ने में असमर्थ रहे, तो भारतीय रेलवे आपको दूसरी ट्रेन में यात्रा की अनुमति नहीं देता. आपको नई ट्रेन के लिए नया टिकट लेना होगा. हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में आप TTE (ट्रेन टिकट एग्जामिनर) से अनुरोध कर सकते हैं. अगर सीट उपलब्ध हो और TTE अनुमति दे, तो अतिरिक्त चार्ज देकर यात्रा संभव हो सकती है.  

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ट्रेन छूटने पर क्या आपको रिफंड मिलेगा? (Missed train refund policy)

रेलवे के रिफंड नियम (IRCTC Refund Rules) के अनुसार, अगर आपकी ट्रेन छूट जाती है, तो आपको रिफंड तभी मिलेगा जब ट्रेन के प्रस्थान से कम से कम 4 घंटे पहले टिकट कैंसिल किया गया हो और TDR (Ticket Deposit Receipt) रेलवे द्वारा मान्य हो.  

रिफंड कटौती (IRCTC refund process)

  • कन्फर्म टिकट: बोर्डिंग स्टेशन के चार घंटे बाद रिफंड नहीं मिलेगा.  
  • RAC/वेटिंग टिकट: चार्ट बनने से पहले कैंसिल करने पर नाममात्र की कटौती होगी.  

स्पेशल ट्रेन और Tatkal टिकट का क्या? (Train ticket cancellation refund)

अगर आपका टिकट Tatkal (तत्काल) था, तो ट्रेन छूटने के बाद कोई रिफंड नहीं मिलेगा. स्पेशल ट्रेनों के नियम भी अलग होते हैं, इसलिए टिकट बुकिंग से पहले नियम जरूर पढ़ें. 

ट्रेन छूटने पर आगे की यात्रा कैसे करें? (Indian Railways TDR rules)

  • नई ट्रेन का टिकट बुक करें: ऑनलाइन (IRCTC) या काउंटर से.  
  • TTE से बात करें: उपलब्ध सीट होने पर यात्रा की संभावना.  
  • टिकट कैंसिल कर TDR फाइल करें: नियमानुसार रिफंड पाने का प्रयास करें. 

अगर आपकी ट्रेन छूट गई है, तो पैनिक न करें. रेलवे नियमों के अनुसार सही निर्णय लें और अपनी यात्रा को सुगम बनाएं. यात्रा के दौरान समय का विशेष ध्यान रखें ताकि आपको किसी भी प्रकार की परेशानी न हो.  

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ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच अमेरिका को झटका देने की तैयारी! F-35 डील तोड़ सकता है कनाडा

टैरिफ विवाद के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लग सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा अमेरिका के साथ एफ-35 डील तोड़ सकता है. दरअसल, कनाडा अमेरिका निर्मित एफ-35 लड़ाकू विमानों की एक बड़ी खरीद की समीक्षा कर रहा है, जो गंभीर तनाव के बीच हो रहा है.

ट्रंप प्रशासन द्वारा कनाडाई उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने से पहले उत्तरी अमेरिकी व्यापार समझौते के अंतर्गत आने वाले कनाडाई निर्यात पर शुल्क को निलंबित करने पर सहमत होने तक अमेरिका और कनाडा के बीच तनाव बना रहा. ट्रंप का यह कदम कनाडा के लिए एक बड़ा झटका था, जिसने उन्हें अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक संबंधों की समीक्षा करने पर मजबूर किया.

ट्रंप की ओर से कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का सुझाव देने से भी कनाडाई लोगों में काफी आक्रोश फैल गया. इस बीच, कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने रक्षा मंत्रालय से कहा है कि एफ-35 अनुबंध की समीक्षा की जाए और यह देखा जाए कि क्या यह कनाडा के लिए सर्वोत्तम निवेश है या नहीं.

शुक्रवार को पदभार ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने रक्षा मंत्रालय से कहा है कि यह निर्धारित किया जाए कि क्या एफ-35 अनुबंध, जैसा कि वर्तमान में है, कनाडा के लिए सर्वोत्तम निवेश है, क्या अन्य विकल्प भी हैं जो कनाडा की आवश्यकताओं को बेहतर ढंग से पूरा कर सकते हैं. यह बात मंत्रालय के प्रवक्ता लॉरेंट डी कैसानोव द्वारा भेजे गए ईमेल में कही गई है.

जनवरी 2023 में कनाडा सरकार ने लॉकहीड मार्टिन के साथ 88 एफ-35 खरीदने के लिए 19 बिलियन कनाडाई डॉलर का अनुबंध किया. हालांकि, अब कनाडा सरकार इस अनुबंध की समीक्षा कर रही है और यह सुनिश्चित करना चाहती है कि यह अनुबंध कनाडावासियों और कनाडाई सशस्त्र बलों के सर्वोत्तम हित में हो.

इस बीच, पुर्तगाल भी अपनी वायु सेना के पुराने हो रहे एफ-16 विमानों को प्रतिस्थापित करने के लिए अमेरिकी एफ-35 और यूरोपीय विमानों का अध्ययन कर रहा है. पुर्तगाल के निवर्तमान रक्षा मंत्री नूनो मेलो ने कहा है कि वे अपने सहयोगियों की पूर्वानुमानशीलता और नाटो के संदर्भ में संयुक्त राज्य अमेरिका की हालिया स्थिति को ध्यान में रखकर यह निर्णय लेंगे.



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मोहाली: पार्किंग विवाद में साइंटिस्ट की मौत मामले में 1 आरोपी गिरफ्तार

पंजाब के मोहाली में पार्किंग विवाद के दौरान 39 वर्षीय साइंटिस्ट अभिषेक स्वर्णकार की मौत हो गई थी. इस मामले में आरोपी मनिंदर पाल सिंह मोंटी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि आरोपी को रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा.

सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया है कि कैसे मनिंदर पाल सिंह मोंटी ने अभिषेक स्वर्णकार को धक्का दिया और मारा, जिससे उनकी मौत हो गई. इस घटना के बाद दोनों परिवारों के बीच बीच-बचाव हुआ और उन्हें वहां से हटा दिया गया.

 क्या है पूरा मामला?
मोहाली में पार्किंग विवाद को लेकर पड़ोसी द्वारा कथित तौर पर धक्का दिए जाने से भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) के एक शोधकर्ता की मौत हो गई. यह घटना मंगलवार रात की है जब अभिषेक स्वर्णकार अपनी मोटरसाइकिल पार्क कर रहे थे और उनके पड़ोसी मोंटी (26) ने इस पर आपत्ति जताई.

दोनों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई जिसके बाद मोंटी ने कथित तौर पर स्वर्णकार (39) को धक्का दे दिया और वह सड़क पर गिर गए. घटना के सीसीटीवी फुटेज के अनुसार मोंटी ने जमीन पर गिरे स्वर्णकार पर हमला किया लेकिन अन्य लोग उसे दूर ले गए.

वीडियो में स्वर्णकार को पहले आसपास के लोगों की मदद से खड़े होते हुए देखा गया, लेकिन वह फिर से गिर गए. पुलिस ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. उसने बताया कि आरोपी ही पीड़ित को अस्पताल ले गया.

पुलिस ने बताया कि स्वर्णकार किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और उनका डायलिसिस चल रहा था. वह झारखंड के रहने वाले थे और अपने माता-पिता के साथ मोहाली में किराए के मकान में रह रहे थे. वह मोहाली के आईआईएसईआर में शोधकर्ता था. मोहाली पुलिस थाना फेज-11 के थाना प्रभारी गगनदीप सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है.



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मिजोरम : 7 साल की बच्ची ने गाया 'वंदे मातरम', मंत्रमुग्ध हो गए अमित शाह, गिफ्ट में दिया गिटार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम राइफल्स के प्रतिष्ठानों को मिजोरम की राजधानी आइजोल से 15 किलोमीटर पूर्व स्थित जोखावसांग में स्थानांतरित करने के मौके पर आयोजित एक समारोह में भाग लिया. इस अवसर पर एक मिजोरम की बच्ची ने अमित शाह का दिल छू लिया. मंच पर जब एस्तेर लालदुहावमी हनामते ने 'वंदे मातरम' गाया, तो उसकी मासूम आवाज में देशभक्ति का ऐसा जोश था कि समारोह में मौजूद सभी लोग चौंक गए. इस पल ने अमित शाह को भी भावुक कर दिया और उन्होंने इसका वीडियो एक्स पर शेयर किया.

लालदुहावमी हनामते का वीडियो शेयर करते हुए अमित शाह ने लिखा, 'भारत के प्रति प्रेम हम सभी को जोड़ता है. आज आइजोल में मिजोरम की अद्भुत बच्ची एस्तेर लालदुहावमी हनामते को वंदे मातरम गाते हुए सुनकर बहुत भावुक हो गया. सात वर्षीय बच्ची का भारत माता के प्रति प्रेम उसके गीत में झलक रहा था, जिससे उसे सुनना एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला अनुभव बन गया. उसे एक गिटार उपहार में दिया और उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया.

'मिजोरम के विकास के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्ध'

वहीं, अमित शाह ने असम राइफल्स के शिविर को जोखावसांग स्थानांतरित करने का हवाला देते हुए कहा कि यह मिजोरम के विकास के लिए एक मील का पत्थर है और साथ ही मिजो लोगों के प्रति केंद्र की जिम्मेदारी का प्रतीक भी है. आइजोल की भौगोलिक स्थिति और भीड़भाड़ के कारण अर्धसैनिक बल के ठिकानों को आइजोल से जोखावसंग स्थानांतरित करने की मांग लगभग 35 वर्षों से उठ रही थी. लगभग 35 वर्षों से चली आ रही मांग अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वपूर्ण निर्णय के कारण पूरी होने जा रही है. यह केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं है, बल्कि मिजो लोगों के प्रति केंद्र की जिम्मेदारी का प्रमाण है. यह मिजोरम के विकास के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता है.



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Friday, 14 March 2025

शम्मी कपूर के हैंडसम पोते को क्या आपने देखा ? बॉलीवुड से कोसों दूर रहता हैं कपूर फैमिली का यह बेटा,करता हैं यह काम

कपूर फैमिली के कई चिराग ने तो फिल्म इंडस्ट्री में कदम भी नहीं रखा है, हालांकि कपूर खानदान की कम ही लड़कियां बॉलीवुड में आईं, लेकिन सिनेमा की सबसे बड़ी फैमिली के कुछ पुरुष भी ऐसे हैं, जिन्होंने सिनेमा की दुनिया से खुद को दूर रखा हुआ है. इसमें एक नाम हैं विश्व प्रताप कपूर का. यह हिंदी सिनेमा में कपूर खानदान की नींव रखने वाले पृथ्वीराज कपूर के बेटे शम्मी कपूर के पोते हैं. विश्व कपूर एक्टर आदित्य राज कपूर के बेटे हैं. विश्व कपूर फिल्मी दुनिया से दूर हैं और एक प्राइवेट लाइफ जीने में विश्वास रखते हैं. आइए जानते हैं 'जंगली' फेम स्टार शम्मी कपूर के पोते  विश्व प्रताप कपूर के बारे में.

शम्मी कपूर के पोते

आदित्यराज कपूर की एक बेटी तुलसी कपूर और बेटे विश्व कपूर हैं. तुलसी एक सिंगर हैं, तो विश्व लाइमलाइट से दूर अपने काम में बिजी रहते हैं. 41 साल के विश्व कपूर का जन्म मुंबई में हुआ. उन्होंने बॉम्बे इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई की है. विश्व ने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉयस (यूएस) से स्नातक किया है. शम्मी कपूर के पोते फेसबुक और इंस्टाग्राम दोनों पर एक्टिव हैं, लेकिन अपनी लाइफ को प्राइवेट रखते हैं. विश्व ने 30 सितंबर 2020 में शैली कपूर से शादी रचाई. वह करिश्मा कपूर, करीना कपूर, रणबीर कपूर, अरमान और आदर जैन के कजिन हैं. विश्व को कभी भी बी-टाउन और कपूर फैमिली की पार्टी में नहीं देखा जाता है.

शम्मी कपूर के बेटे

वहीं, बात करें विश्व प्रताप कपूर के स्टार पिता आदित्य राज कपूर की तो उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है. आदित्य को सत्यम शिवम सुंदरम, गवाही, दिल तो बच्चा है जी और यमला पगला दीवाना 2 में देखा गया है. आदित्य ने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर स्टार ताऊ राज कपूर की फिल्म बॉबी के लिए काम किया है. इसके अलावा धर्म-कर्म, गिरफ्तार और अजूबा में भी असिस्टेंट डायरेक्ट के तौर पर काम कर चुके हैं. आदित्य राज कपूर को बाइक चलाने का बहुत शौक है और वह सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर करते रहते हैं.


 



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Thursday, 13 March 2025

महाकाल में हर्बल होली... VIDEOS देखें देशभर में कहां-कहां किस तरह से किया गया होलिका दहन

आज देशभर में होलिका दहन किया गया है. वैसे तो इस बार होलिका दहन का मुहुर्त रात को 11.30 बजे से 12.30 बजे तक का बताया गया था लेकिन देशभर के कई हिस्सों में शाम होते ही होलिका दहन कर लिया गया. जानकारी के मुताबिक़ मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में सबसे पहले होलिका दहन किया गया. इसके बाद गर्भगृह में महाकाल के साथ होली खेली गई और उन्हें गुलाल लगाया गया. महाकाल को गुलाल लगाने के बाद मंदिर परिसर में भक्तों पर गुलाल उड़ाया गया. 

केवल मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर के कई अन्य हिस्सों में भी होलिका दहन की धूम दिखाई दी. उत्तर प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक में लोगों ने धूम धाम से होलिका दहन किया. इन्हीं की कुछ वीडियों सोशल मीडिया पर भी सामने आई हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने घर पर ही होलिका दहन किया. वहीं महाराष्ट्र में लोगों ने एकत्रित होकर होलिका दहन किया. हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में भी होलिका दहन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. यहां देखें होलिका दहन के वीडियोज - 

महाकाल में होलिका दहन

भोपाल में होलिका दहन 

कर्नाटक में होलिका दहन 

हरिद्वार में होली का त्योहार 

हिमाचल प्रदेश में होली 

बता दें कि पीए्म मोदी ने भी देशभर की जनता को होली की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए देश के लोगों को होली की शुभकामनाएं दी हैं. आज होलिका दहन के बाद अब शुक्रवार को देशभर के हिस्सो्ं में लोग रंग वाली होली खेलते हुए और इस रंगों के त्योहार का जश्न मनाते हुए नजर आएंगे. 



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अब खुद का स्पेस स्टेशन बनाने का रास्ता साफ, इसरो ने स्पेडेक्स उपग्रहों को ‘डी-डॉक’ का काम किया पूरा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने ‘स्पेडेक्स' उपग्रहों को ‘डी-डॉक' करने (अलग करने) का काम पूरा कर लिया है. इससे चंद्रमा की खोज, मानव अंतरिक्ष उड़ान और अपना स्वयं का अंतरिक्ष स्टेशन बनाने जैसे भविष्य के मिशन के लिए रास्ता साफ हो गया है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में उपग्रहों की सफल ‘डी-डॉकिंग' (अलग करने) की घोषणा की.

सिंह ने कहा कि स्पेडेक्स उपग्रहों ने अविश्वसनीय रूप से ‘डी-डॉकिंग' की प्रक्रिया को पूरा किया. इससे भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रयान 4 और गगनयान सहित भविष्य के महत्वाकांक्षी मिशनों के सुचारू संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने कहा, ‘‘इसरो की टीम को बधाई. यह हर भारतीय के लिए खुशी की बात है.'' सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निरंतर मार्गदर्शन उत्साह को बढ़ाता है.

स्पेडेक्स मिशन पिछले साल 30 दिसंबर को शुरू किया गया था, जब इसरो ने अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग' प्रयोग का प्रदर्शन करने के लिए दो उपग्रहों - एसडीएक्स01 और एसडीएक्स02 को कक्षा में स्थापित किया था. ‘स्पेस डॉकिंग' अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को जोड़ने की प्रक्रिया को कहते हैं.

कई प्रयासों के बाद अंतरिक्ष एजेंसी ने 16 जनवरी को दोनों उपग्रहों को सफलतापूर्वक ‘डॉक' किया था. बाद में, एक बयान में इसरो ने कहा कि ‘अनडॉकिंग' के बाद उसने उपग्रहों के साथ आगे के प्रयोगों की योजना बनाई है.

इसने एक बयान में कहा, ‘‘स्पेडेक्स उपग्रहों को 16 जनवरी 2025 को सफलतापूर्वक ‘डॉक' किया गया था. इसरो ने अब 13 मार्च, 2025 को सुबह 09:20 बजे (भारतीय समायानुसार) पहले ही प्रयास में स्पेडेक्स उपग्रहों को ‘अनडॉक' करने का महत्वपूर्ण अभियान पूरा कर लिया.'' अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि उपग्रहों को अलग करने (अनडॉकिंग) की प्रक्रिया 460 किलोमीटर की वृत्ताकार कक्षा में 45 डिग्री झुकाव के साथ हुई. इसने कहा कि उपग्रह अब स्वतंत्र रूप से परिक्रमा कर रहे हैं और उनकी स्थिति सामान्य है.. इसके साथ ही, इसरो ने अब वृत्ताकार कक्षा में ‘डॉकिंग' और ‘अनडॉकिंग' कार्यों के लिए आवश्यक सभी क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर लिया है.



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Wednesday, 12 March 2025

सिर्फ़ मेरा सम्मान नहीं, 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है..; मॉरीशस के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर पीएम मोदी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 14-16 मार्च को असम का दौरा करेंगे, जिसके दौरान वह ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन (ABSU) के वार्षिक सम्मेलन सहित कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे. गृह मंत्री 14 मार्च को जोरहाट पहुंचेंगे. गृह मंत्री अन्य कार्यक्रमों के लिए असम लौटने से पहले 15 मार्च को मिजोरम का भी दौरा करेंगे. किसानों के एक समूह ने मंगलवार को परियोजना के लिए 2010 में अधिग्रहित अपनी जमीन के मुआवजे को लेकर यहां प्रदर्शन करते हुए एक औद्योगिक मॉडल टाउनशिप का निर्माण कार्य रोक दिया. पुलिस ने इसके बाद महिलाओं सहित 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. 



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Tuesday, 11 March 2025

एलन मस्क को इतना टूटा हुआ पहले कभी नहीं देखा, जानें इंटरव्यू के दौरान क्यों हो गए इमोशनल

अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने फॉक्स बिजनेस को दिए एक इंटरव्यू में पहली बार इस बात को स्वीकार किया है कि तीन बड़ी कंपनियों स्पेसएक्स, टेस्ला और एक्स को एक साथ हैंडल करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है. खिलखिलाते एलन मस्क को अंदर से इतना टूटा हुआ पहले कभी नहीं देखा गया. अमेरिकी शेयर बाजार में कोहराम और उनकी कंपनी को भारी नुकसान के बीच फॉक्स न्यूज के इस इंटरव्यू में मस्क एक सवाल का जवाब देते-देते भावुक हो गए.

एलन मस्क की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. पहले उनकी स्पेस कंपनी SpaceX का एक बड़ा रॉकेट एक्सपलोड हुआ, फिर टेस्ला के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली, साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X भी दुनिभर में कई बार डाउन रहा.

टेस्ला के शेयर में आई 15 फीसदी की गिरावट के बाद सोमवार को कंपनी के शेयर की कीमत 222.15 डॉलर पर आ गई. इससे उनके कुल संपत्ति में एक दिन में लगभग 20 बिलियन डॉलर तक की कमी आई. 2024 के दिसंबर में टेस्ला के शेयर 436 डॉलर के हाई लेवल पर पहुंचे थे.

'एक्स' पर हुए साइबर हमले के तार यूक्रेन से जुड़े - एलन मस्क

एलन मस्क ने संकेत दिया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हाल में हुए साइबर हमले के तार यूक्रेन से जुड़े हो सकते हैं. इस साइबर हमले के कारण एक्स पर एक बड़ा ग्लोबल आउटेज हुआ था. भारत सहित यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया के लाखों यूजर्स सोमवार को लंबे समय तक माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म को एक्सेस नहीं कर पा रहे थे. आउटेज ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म डाउनडिटेक्टर के अनुसार, एक्स आउटेज दोपहर 3 बजे पीक पर था.

फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में मस्क ने कहा, "हमें ठीक से पता नहीं है कि क्या हुआ था, लेकिन यह यूक्रेन एरिया से उत्पन्न आईपी एड्रेस के साथ एक्स सिस्टम को डाउन करने की कोशिश के साथ एक बड़ा साइबर अटैक था."

डाउनटाइम के दौरान, एक्स ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया था और 40 हजार से ज्यादा यूजर्स को कनेक्टिविटी की समस्या का सामना करना पड़ा और वे पोस्ट करने या प्लेटफॉर्म पर पेज खोलने में भी असमर्थ थे.

एक्स पर साइबर हमले के रूप में आउटेज की पुष्टि करते हुए मस्क ने सोमवार को कहा था कि वे उन लोगों का पता लगाएंगे जो इस हमले के पीछे हैं.

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टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ने एक पोस्ट में कहा, "हम पर हर दिन अटैक होता है, लेकिन यह बहुत सारे रिसोर्स के साथ किया गया था. अटैक या तो एक बड़े कॉर्डिनेटेड ग्रुप या किसी देश की ओर से किया गया, हम पता लगा रहे हैं."

उन्होंने कहा था, "एक्स के खिलाफ एक बड़ा साइबर हमला हुआ था (जो कि अभी भी है)." उन्होंने कहा कि यह हमला उन्हें और उनके प्लेटफॉर्म को चुप कराने का एक प्रयास है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सलाहकार के रूप में मस्क लगातार यूक्रेन की आलोचना करते रहे हैं. हाल ही में, मस्क ने यह भी दावा किया कि यूक्रेन की फ्रंट लाइन उनकी स्टारलिंक सैटेलाइट सर्विस के बिना "ध्वस्त हो जाएगी", लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि वे पहुंच को रद्द नहीं करेंगे.

उन्होंने एक पोस्ट साझा कर अपने दावों को और भी पक्का कर दिया, जिसमें कहा गया है कि यह हमला उनके खिलाफ अभियान का हिस्सा था.



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यूक्रेन ने अमेरिका के प्रस्ताव को किया स्वीकार, 30 दिन के युद्ध विराम के लिए तैयार

यूक्रेन ने अमेरिका द्वारा दिए गए 30 दिन के युद्धविराम के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. इस युद्धविराम समझौते को दोनों पक्षों की आपसी सहमति के आधार पर बाद में आगे भी बढ़ाया जा सकता है. अमेरिका ने इस युद्धविराम का प्रस्ताव दिया था और अब यूक्रेन इस प्रस्ताव को मानने के लिए तैयार हो गया है. 

आज यूक्रेन और अमेरिकी अधिकारियों की मुलाकात हुई थी. मुलाक़ात के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया है, जिसमें यूक्रेन की ओर से ये बात कही गई है कि वो इस प्रस्ताव का स्वागत करते हैं और इसमें आगे भी यह कहा गया है कि अगर मीडिएशन के ज़रिए अगर आगे भी युद्ध को रोका जा सकता है तो उसे रोका जाएगा. 

बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में झड़प हुई थी, जिसके बाद माना जा रहा था कि यूक्रेन के लिए आगे समस्याएं बढ़ सकती हैं. हालांकि, अब यूक्रेन ने अमेरिका के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को फिलहाल 30 दिन के लिए युद्धविराम के जरिए रोका जा सकता है.



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