Saturday, 30 September 2023

देश में इस वर्ष मानसून का मौसम समाप्त, औसत से कम दर्ज की गई बारिश 

नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम मानसून का मौसम शनिवार को समाप्त हो गया. इस मौसम में भारत में ‘औसत से कम' बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. विभाग ने बताया कि देश में औसत से कम 820 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि किसी अल नीनो वर्ष में बारिश का दीर्घकालिक औसत 868.6 मिलीमीटर (मिमी) रहता है.

विभाग ने कहा कि सकारात्मक कारकों, मुख्य रूप से हिंद महासागर डिपोल (आईओडी) और मैडेन-जूलियन ऑसीलेशन (एमजेओ) ने अल नीनो स्थितियों के कारण होने वाली बारिश की कमी को कुछ कम किया और ‘‘लगभग सामान्य'' वर्षा हुई.

आईओडी एक महासागर-वायुमंडलीय घटना है जो प्रशांत महासागर में अल नीनो के उतार-चढ़ाव के समान है जबकि एमजेओ भी एक समुद्री-वायुमंडलीय घटना है जो दुनियाभर में मौसम की गतिविधियों को प्रभावित करती है. वर्ष 2023 से पहले, भारत में लगातार चार वर्षों तक मानसून के मौसम में ‘‘सामान्य'' और ‘‘सामान्य से अधिक'' बारिश दर्ज की गई थी.

विभाग ने बताया कि सकारात्मक कारकों के कारण अल नीनो देश में मानसून की बारिश को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर सका. दीर्घकालिक औसत (एलपीए) के 96 प्रतिशत से 104 प्रतिशत के बीच बारिश को सामान्य माना जाता है. भारतीय मानसून विभिन्न प्राकृतिक कारकों के कारण समय के साथ होने वाले अंतर्निहित उतार-चढ़ाव और बदलावों को संदर्भित करता है.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अल नीनो के प्रभाव का मुकाबला करने वाले सकारात्मक कारकों के साथ, 2023 का मानसून 94.4 प्रतिशत बारिश दर्ज करने के साथ समाप्त हुआ, जिसे ‘‘सामान्य के करीब'' माना जाता है. पूरे देश में मासिक बारिश जून में एलपीए का 91 प्रतिशत, जुलाई में 113 प्रतिशत, अगस्त में 64 प्रतिशत और सितंबर में 113 प्रतिशत रही.

महापात्र ने कहा, ‘‘मौसम संबंधी 36 उपविभागों में से तीन (कुल क्षेत्रफल का नौ प्रतिशत) में अधिक बारिश हुई, 26 में सामान्य बारिश हुई (कुल क्षेत्रफल का 73 प्रतिशत) और सात में कम बारिश हुई. कम बारिश वाले सात उपखंडों में नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गांगेय पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल शामिल हैं.''

मौसम विभाग ने कहा कि पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य 1,367.3 मिमी की तुलना में 1,115 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 18 प्रतिशत कम है. उसने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में दीर्घकालिक औसत 587.6 मिमी के मुकाबले 593 मिमी बारिश दर्ज की गई. मध्य भारत में सामान्य बारिश 978 मिमी के मुकाबले 981.7 मिमी दर्ज की गई.

महापात्र ने दो कारकों पर प्रकाश डाला - हिंद महासागर डिपोल और मैडेन-जूलियन ऑसीलेशन - जिसने इस साल के मानसून मौसम को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया. उन्होंने एमजेओ को भारत में मानसून के मौसम पर अल नीनो के प्रभाव का मुकाबला करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक बताया.

इस साल, भारत में जून में नौ प्रतिशत बारिश की कमी हुई, लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में लगातार पश्चिमी विक्षोभ और एमजेओ के अनुकूल चरण के कारण जुलाई में सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. अल नीनो की स्थिति भारत में कमजोर मानसूनी हवाओं और शुष्क परिस्थितियों से जुड़ी है.

छत्तीस प्रतिशत बारिश की कमी के साथ अगस्त 2023, 1901 के बाद से सबसे शुष्क महीना और भारत में अब तक का सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया था, जिसका कारण अल नीनो की स्थिति को मजबूत करना है. कई निम्न दबाव प्रणालियों और एमजेओ के सकारात्मक चरण के कारण सितंबर में अधिक बारिश हुई थी.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/brPL14V

केरल के कोझिकोड ट्रेन आगजनी मामला: दिल्ली के स्व-कट्टरपंथी युवक के खिलाफ चार्जशीट दायर

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल ट्रेन आगजनी मामले में एकमात्र आरोपी के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. अप्रैल में घटित इस घटना में एक बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हो गई थी और नौ घायल हुए थे.

संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि नई दिल्ली के शाहीन बाग इलाके के निवासी शारुख सैफी को भारतीय दंड संहिता (आईपीएस), गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), रेलवे अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम (पीडीपीपी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपित किया गया है.

सत्ताईस-वर्षीय व्यक्ति पर दो अप्रैल को अलाप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस के डी1 कोच में आग लगाकर आतंकवादी कृत्य करने का आरोप है. प्रवक्ता ने आरोप-पत्र के हवाले से कहा, “इस भयानक मामले में एकमात्र आरोपी शारुख ने यात्रियों पर पेट्रोल छिड़का था और लोगों को मारने के इरादे से लाइटर से बोगी में आग लगा दी थी.”

प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी चलती अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस में चढ़ गया था, उसने आतंकी कृत्य को अंजाम दिया और रत्नागिरी (महाराष्ट्र) भागने से पहले कन्नूर तक उसी ट्रेन में यात्रा करता रहा. प्रवक्ता के अनुसार, उसे ट्रेन से अंततः गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारी ने कहा कि शारुख ने 31 मार्च को नई दिल्ली से केरल की यात्रा शुरू की थी और दो अप्रैल को वहां पहुंचा था.

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आरोपी ने शोरानूर में एक पेट्रोल पंप से पेट्रोल और वहीं रेलवे स्टेशन के पास की दुकान से एक लाइटर खरीदा.' अधिकारी के अनुसार, जांच से पता चलता है कि उसने आतंक और आगजनी से जुड़े कृत्य के लिए केरल को चुना था, क्योंकि वह अपने 'जिहादी' कृत्य को ऐसे स्थान पर अंजाम देना चाहता था, जहां उसे पहचाना न जा सके.

प्रवक्ता ने कहा, 'आम जनता के मन में आतंक पैदा करने के उद्देश्य से किए गए कृत्य के बाद उसका इरादा सामान्य जीवन में लौटने का था.' अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने हिंसक उग्रवाद और जिहाद के पक्ष में सोशल मीडिया पर उपलब्ध विभिन्न ऑनलाइन प्रचार सामग्री के माध्यम से कट्टरपंथ का रास्ता अपनाया था.

यह मामला शुरू में केरल के कोझिकोड रेलवे पुलिस थाने में और बाद में विशेष जांच दल द्वारा दर्ज किया गया था. सत्रह अप्रैल को गृह मंत्रालय के निर्देशन में मामले की जांच अपने हाथ में ले ली. अपनी जांच के दौरान, एनआईए ने दिल्ली में 10 स्थानों पर तलाशी ली और डिजिटल उपकरण जब्त किए. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कई गवाहों से पूछताछ की गई और रेलवे स्टेशन से सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किए गए.

यह भी पढ़ें -

कनाडा में मणिपुर के आदिवासी नेता के भाषण से उन पर खालिस्तान से संबंधों के आरोप सामने आए

खालिस्तानी आतंकी का धमकी वाला ऑडियो हुआ वायरल, भारत ने कनाडा को पहले ही किया था आगाह



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/e7xN0Ru

लिव इन साथी को बुरी तरह घायल करने का आरोपी गिरफ्तार, लड़की को 850 से ज्‍यादा आए थे टांके

उत्तरी दिल्ली के रूप नगर इलाके में अपनी लिव-इन पार्टनर पर प्रेम प्रसंग के संदेह में हमला करने के आरोप में 27 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शनिवार को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 15 अप्रैल को हमले की घटना में महिला को 850 से अधिक टांके लगे हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी रिंकू के रूप में हुई है. कमला नगर के जवाहर नगर निवासी भरत ने अप्रैल में बताया था कि उसकी बहन की 2011 में शादी हुई थी, लेकिन पति-पत्नी कुछ विवादों की वजह से अलग रहने लगे थे. 

अधिकारियों के अनुसार, महिला ने जवाहर नगर में रहना शुरू कर दिया. उनके मुताबिक छह-सात साल पहले भरत की बहन को रिंकू नामक युवक से प्यार हो गया जो कमला नगर में जूते की एक दुकान पर काम करता था. इसके बाद दोनों लिव-इन रिश्ते में साथ रहने लगे. अधिकारी के अनुसार बाद में दोनों में तकरार हो गई और भरत की बहन कमला नगर में एक पीजी में रहने लगी. 

लड़की को लगे थे 850 से ज्‍यादा टांके 

अधिकारी ने बताया कि भरत को 15 अप्रैल को सुबह करीब 9.15 बजे पीजी से फोन आया कि किसी ने उसकी बहन पर हमला किया है और जब वह मौके पर पहुंचा तो लड़की खून से लथपथ पड़ी थी और उसकी गर्दन और पूरे शरीर पर गहरी चोट थी. पुलिस के मुताबिक उसे हिंदू राव अस्पताल ले जाया गया जहां उसे 850 से ज्यादा टांके लगे. 

नंबर बदल-बदलकर रिश्तेदारों से करता था बात 

विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि आरोपी फरार था और अपने करीबी रिश्तेदारों से नंबर बदल-बदलकर बात करता था. उन्होंने कहा कि आरोपी की लोकेशन गुजरात के शेपर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में मिली और छापा मारकर उसे पकड़ लिया गया. यादव के मुताबिक रिंकू ने मामले में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है. 

ये भी पढ़ें :

* मोबाइल चोरों के इंटरनेशनल सिंडीकेंट का खुलासा, दिल्‍ली से चोरी हुए मोबाइल भेजे जाते थे बांग्‍लादेश
* Video: iPhone डिलीवरी में हुई देरी तो 2 लोगों ने दिल्‍ली के स्‍टोर में कर्मचारियों को जमकर पीटा
* दिल्ली में इस साल भी पटाखों की बिक्री और जलाने पर जारी रहेगा प्रतिबंध : दिल्ली सरकार



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/aPQhZRE

Friday, 29 September 2023

राजस्थान में कोचिंग संस्थानों के लिए दिशा निर्देश, सामान्य परीक्षा के परिणाम सार्वजनिक न करें

जयपुर: देश के कोचिंग केंद्र कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान सरकार ने उनके कल्याण के मद्देनजर कई दिशा निर्देश जारी किए हैं जिनके तहत नौंवी कक्षा से पहले छात्रों को कोचिंग संस्थानों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और छात्रों के मानसिक दबाव को कम करने की जिम्मेदारी कोचिंग संस्थानों की होगी.

राजस्थान सरकार ने कोटा सहित राज्य के विभिन्न शहरों में चल रहे कोचिंग संस्थानों के नियमन के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं जिसमें छात्रों को डेढ़ दिन का साप्ताहिक अवकाश देना व बच्चों और शिक्षकों का अनुपात सही रखना शामिल है.साथ ही कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों से विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं करने को कहा गया है.

राज्य सरकार ने इस संबंध में शिक्षा सचिव भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता में 15 सदस्यीय समिति गठित की थी. इसके कुछ दिनों बाद नौ पन्नों के दिशानिर्देश जारी किए गए हैं. समिति का गठन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग संस्थानों के केंद्र कोटा शहर में विद्यार्थियों द्वारा आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बाद कोचिंग संस्थानों और अन्य हितधारकों के परामर्श से किया गया था.

इन दिशा निर्देश में मुख्यतः इस बात पर बल दिया गया की नौवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने से पहले छात्रों को कोचिंग संस्थानों में प्रवेश न दिया जाए. साथ ही डेढ़ दिन का साप्ताहिक अवकाश देने, बच्चों और शिक्षकों का अनुपात सही करने, 'इजी एग्जिट' एवं हेल्पलाइन सेवाएं तथा निगरानी व्यवस्था को 24 घंटे सुचारू रूप से चलाये जाने की व्यवस्था के निर्देश दिए गए.

इसमें कोचिंग संस्थानों से कहा गया है कि वे सामान्य परीक्षाओं यानी 'असेसमेंट टेस्ट' के परिणाम सार्वजनिक नहीं करें. वे इन परीक्षाओं के परिणामों को गोपनीय रखते हुए अपने स्तर पर नियमित विश्लेषण करें तथा जो बच्चे निरंतर कम अंक प्राप्त कर रहे हैं एवं जिनका शैक्षणिक प्रदर्शन निरंतर गिर रहा है उनकी इन दिशानिर्देशों के प्रावधानानुसार विशेष काउंसलिंग करें.

इसके साथ ही संस्थानों से कहा गया है कि वे प्रवेश के बाद आयोजित होने वाले 'असेसमेंट टेस्ट' के आधार पर बैचों का पुनर्निर्धारण/ बैच वर्गीकरण नहीं करें. संस्थानों के शिक्षकों से विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं करने को कहा गया है.

इसके अलावा संस्थानों द्वारा ‘रिफंड पॉलिसी' (शुल्क वापसी नीति) को अपनाने पर भी जोर दिया गया. परामर्श एवं प्रशिक्षण संबंधित दिशा निर्देश भी जारी किए गए. छात्रों पर मानसिक दबाव को कम करने के लिए भी कई उपाय सुझाए गए हैं.

सरकार की ओर से जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को भी जिले के कोचिंग संस्थानों में राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देश के कोचिंग केंद्र कहे जाने वाले कोटा शहर में इस साल 23 छात्रों ने आत्महत्या की है, जो अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है. पिछले साल यह आंकड़ा 15 था.

राज्य में चल रहे कोचिंग संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में तनाव कम करने एवं उनके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए दिशा निर्देश 2023 की अनुपालन में एक उच्चस्तरीय ऑनलाइन बैठक बृहस्पतिवार को मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में हुई.

बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि बच्चों में पढ़ाई के अवांछित तनाव को कम करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि वह हताश और निराश होकर गलत कदम न उठाएं.

सरकारी बयान के अनुसार, शर्मा ने कहा कि पढ़ने वाले बच्चों में इस तरह की किसी भी अप्रिय घटना को रोकने की जिम्मेदारी कोचिंग संचालकों की है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गंभीरता से इस दिशा में प्रयास किया जा रहे हैं.

उन्होंने हर 10 दिन में इस संबंध में बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए.

मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टर और जिला एसपी को भी जिले के कोचिंग संस्थानों में राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

बैठक में प्रमुख शासन सचिव (उच्च एवं तकनीकी शिक्षा) भवानी सिंह देथा ने बताया कि विषय की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए समिति द्वारा संबंधित भागीदारों जैसे कोचिंग संचालकों, अभिभावकों, मनोवैज्ञानिक सलाहकारों,शिक्षाविदों आदि से विस्तृत विचार विमर्श कर सुझाव लिए गए. उन्होंने बताया कि प्राप्त सुझावों का गहन अध्ययन एवं विश्लेषण करने के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को पेश कर दी गई है. इसके अनुसार बैठक में कोचिंग संचालकों द्वारा सभी दिशा निर्देशों की पूरी तरह पालना सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/O3mMInV

उत्तर प्रदेश: छात्रवृत्ति गबन मामले में ईडी ने 2.84 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने उत्तर प्रदेश के कुछ शैक्षणिक संस्थानों द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर, अल्पसंख्यक वर्ग और दिव्यांग छात्रों के लिए 75 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति निधि के कथित गबन से जुड़े मामले में 2.84 करोड़ रुपये के प्लॉट, एक फ्लैट और बैंक जमा को कुर्क किया है.

धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत कुर्की का अस्थायी आदेश जारी किया गया है. इसके बात सैयद इशरत हुसैन जाफरी के नाम पर पंजीकृत 76,83,000 रुपये मूल्य के सात प्लॉट, उनकी पत्नी रचना जाफरी के नाम पर पंजीकृत 52,00,000 रुपये कीमत का एक फ्लैट, प्रवीण सिंह चौहान के नाम पर पंजीकृत 76,55,000 करोड़ रुपये की कीमत के दो प्लॉट और उनकी पत्नी हेमा सिंह के नाम पर पंजीकृत 240,00,000 रुपये मूल्य का एक प्लॉट शामिल है.

एजेंसी ने रवि प्रकाश गुप्ता द्वारा खरीदे गए राम एंड श्याम एजुकेशनल सोसाइटी के नाम पर पंजीकृत 35,50,000 रुपये मूल्य का एक प्लॉट और विक्रम नाग के बैंक खाते में जमा 19,69,000 रुपये को भी कुर्क करने का आदेश दिया है.

ईडी ने एक बयान में बताया कि इन संपत्तियों की कुल कीमत 2.84 करोड़ रुपये है. इससे पहले इस मामले में एजेंसी ने 3.24 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी और चार लोगों को गिरफ्तार किया था और आरोप पत्र भी दाखिल किया था.

ईडी ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस की एक प्राथमिकी के आधार पर धन शोधन का मामला दर्ज किया गया है. एजेंसी ने आरोप लगाया कि हाइजिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट और एसएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के प्रबंधकों और न्यासियों ने अपने संस्थानों में 'फर्जी' छात्रों के दाखिले किए और सरकारी पोर्टल पर उनके नाम पर छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया.

उसने आरोप लगाया कि प्राप्त छात्रवृत्ति को कॉलेजों के खातों में अंतरित कर दिया गया और उसके बाद पैसे को बैंक से निकाल लिया गया या व्यक्तिगत खातों में अंतरित कर दिया गया और इस तरह से करोड़ों रुपये के सरकारी धन का गबन हुआ.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/0wT39rt

प्रधानमंत्री ‘प्रचंड’ ने कैलाश-मानसरोवर की यात्रा की, नेपाल के जरिये यहां तक पहुंच का संकल्प लिया

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड' ने चीन में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में स्थित कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील का दौरा किया और नेपाल के जरिये भारतीयों सहित तीर्थयात्रियों के लिए यहां तक पहुंचने को और अधिक सुगम बनाने का संकल्प लिया. चीन की आठ दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे प्रचंड ने बुधवार को तिब्बत की राजधानी ल्हासा का दौरा करने के बाद बृहस्पतिवार को हिंदुओं द्वारा पवित्र माने जाने वाले कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील का दौरा किया.

प्रधानमंत्री ने नेपाल की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी आरएसएस को बताया कि तीर्थयात्रियों के लिए करनाली प्रांत के हुमला जिले के माध्यम से नेपाली मार्ग से कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की यात्रा के प्रावधान किए जाएंगे.

‘मायरिपब्लिका' अखबार की खबर में प्रचंड के हवाले से कहा गया कि हुमला जिले के रास्ते कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील तक नेपाल, भारत और अन्य देशों के पर्यटकों सहित आगंतुकों और तीर्थयात्रियों की यात्रा की अनुमति देने के लिए सैद्धांतिक रूप से चीनी सरकार के साथ एक समझौता किया गया है.

खबर के मुताबिक, मानसरोवर झील हुमला जिले के मुख्यालय सिमिकोट से लगभग 160 किलोमीटर दूर है. प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को चीन के सिचुआन प्रांत के सचिव के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वांग शिनहुई ने किया, जो सिचुआन प्रांत पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं.

वार्ता के दौरान प्रचंड ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ अपनी हालिया बैठकों और चीन में अन्य उच्च स्तरीय चर्चाओं को याद किया.

प्रचंड ने शनिवार को हांगझू में एशियाई खेलों के इतर राष्ट्रपति शी से मुलाकात की और बीजिंग की यात्रा की, जहां उन्होंने सोमवार को चीनी प्रधानमंत्री ली के साथ व्यापक बातचीत की.

उनकी उपस्थिति में चीन और नेपाल ने व्यापार और सड़क संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए सात समझौता ज्ञापनों सहित 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए.

न्यूयॉर्क से 23 सितंबर को सीधे चीन पहुंचे प्रचंड ने ल्हासा में प्राचीन पोटाला महल और जोखांग मंदिर का दौरा किया. उनके शनिवार को नेपाल लौटने का कार्यक्रम है.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/o4dVntF

मणिपुर: इंफाल घाटी में स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण, शनिवार को कर्फ्यू में रहेगी ढील

मणिपुर की इंफाल घाटी में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के खाली पड़े पैतृक आवास पर हमले की कोशिश समेत हिंसक झड़पों के एक दिन बाद शुक्रवार को स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण रही. प्राधिकारियों ने इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट जिलों में सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी ताकि लोग आवश्यक सामान तथा दवाएं आदि खरीद सकें.

दिन के दौरान कोई हिंसा की सूचना नहीं मिलने पर, सरकार ने शनिवार को सुबह पांच बजे से अपराह्न दो बजे तक दोनों जिलों में कर्फ्यू हटाए जाने की घोषणा की है. प्रशासन की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया, ‘‘ सुबह पांच बजे से अपराह्न दो बजे तक आम लोगों की उनके आवासों के बाहर आवाजाही पर लगी रोक हटा दी गई है. छूट में सक्षम प्राधिकारी से अनुमोदन प्राप्त किए बिना कोई सभा/धरना विरोध/रैली आदि शामिल नहीं होगी. ''

बिष्णुपुर जिला प्रशासन ने एक अलग आदेश में कहा कि उसके अधिकार क्षेत्र में कर्फ्यू में छूट शनिवार को सुबह पांच बजे से शाम पांच बजे तक होगी. स्वास्थ्य, बिजली, मीडिया और नगर निगमों जैसी आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को कर्फ्यू के दायरे से छूट दी गई है.

इंफाल घाटी में भारी सुरक्षा व्यवस्था तथा कर्फ्यू के बावजूद भीड़ ने बृहस्पतिवार की रात को मुख्यमंत्री के खाली पड़े पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की. सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के कई गोले छोड़े और इस प्रयास को नाकाम कर दिया.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘इंफाल के हिंगांग इलाके में मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर बृहस्पतिवार रात को हमले की कोशिश की गयी. सुरक्षाबलों ने मुख्यमंत्री के पैतृक आवास से करीब 100-150 मीटर दूर भीड़ को रोक दिया था.''

मुख्यमंत्री राजधानी इंफाल के केंद्र में एक अलग आधिकारिक आवास में रहते हैं जिस पर सुरक्षाकर्मियों का कड़ा पहरा रहता है. सूत्रों ने बताया कि इंफाल में बृहस्पतिवार की रात को विभिन्न स्थानों पर सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में कई लोग घायल हो गए.

सूत्रों ने बताया कि इंफाल ईस्ट के हट्टा मिनुथोंग में, मारे गए दो छात्रों के लिए न्याय की मांग करते हुए निकाली जा रही एक रैली में उस समय हिंसा भड़क गयी जब सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया. घटना में कई लोग घायल हुए और उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार देर रात को भीड़ ने इंफाल ईस्ट के चेकोन इलाके में एक मकान में आग लगा दी। बाद में दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया. उन्होंने बताया कि इंफाल ईस्ट जिले के वांगखेई, खुरई और कोंग्बा में प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों की आवाजाही बाधित करने के लिए टायर जलाए और लोहे की छड़ों तथा पत्थरों से सड़कें अवरुद्ध कर दीं.

एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, मणिपुर सरकार ने पिछले दो दिन में यहां सुरक्षा बलों के प्रदर्शनकारियों पर, मुख्य रूप से छात्रों पर कथित रूप से अत्यधिक बल प्रयोग की शिकायतों की जांच के लिए बृहस्पतिवार को एक समिति का गठन किया. छात्रों से शांति बनाए रखने और सामान्य स्थिति बहाल करने में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने की अपील करते हुए पुलिस ने कहा, ‘‘कोई भी बदमाश अगर मौजूदा स्थिति का फायदा उठाते हुए पाया गया तो पुलिस उससे सख्ती से निपटेगी.''

मणिपुर पुलिस ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, ‘‘ राज्य में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई. अधिकारियों को घायल छात्रों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मियों के बारे में बताया गया. ''

सुरक्षा अधिकारियों ने जनता, विशेषकर छात्रों से निपटने में न्यूनतम बल का उपयोग करने पर चर्चा की. मणिपुर की राजधानी इंफाल में जुलाई से लापता एक लड़के और लड़की के शव की तस्वीरें सोमवार को सोशल मीडिया पर आने के एक दिन बाद, मंगलवार को फिर से हिंसा भड़क गयी। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का एक दल इस घटना की जांच कर रहा है.
 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/8UWxjfT

PM मोदी की डिग्री: अदालत ने केजरीवाल की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई पूरी की, आदेश सुरक्षित

गुजरात उच्च न्यायालय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री से संबंधित मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दायर पुनर्विचार याचिका पर बहस पूरी होने के बाद शुक्रवार को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया. दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव ने फैसला सुरक्षित रख लिया.

इससे पहले जून में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और उसके हालिया आदेश की समीक्षा की मांग की. उच्च न्यायालय ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के उस निर्देश को दरकिनार कर दिया था, जिसमें उसने गुजरात विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री मोदी की कला परास्नातक (एमए) की डिग्री के बारे में उन्हें जानकारी मुहैया कराने को कहा था.

न्यायमूर्ति वैष्णव ने मार्च में सीआईसी के आदेश के खिलाफ गुजरात विश्वविद्यालय की अपील स्वीकार की थी और केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था. केजरीवाल द्वारा अपनी पुनर्विचार याचिका में उठाए गए प्रमुख तर्कों में से एक यह है कि मोदी की डिग्री ऑनलाइन उपलब्ध होने के गुजरात विश्वविद्यालय के दावे के विपरीत, ऐसी कोई डिग्री विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है.

शुक्रवार की सुनवाई के दौरान केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ वकील पर्सी कविना ने न्यायमूर्ति वैष्णव को बताया कि गुजरात विश्वविद्यालय द्वारा संदर्भित दस्तावेज मोदी की बीए की डिग्री है जबकि यह मामला उनकी एमए की डिग्री के बारे में है.

कविना ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा उल्लिखित दस्तावेज “निश्चित रूप से कोई डिग्री नहीं है”. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात विश्वविद्यालय की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलील दी कि उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ केजरीवाल की इस पुनर्विचार याचिका का उद्देश्य “बिना किसी कारण के विवाद को जीवित रखना” है.

उन्होंने तर्क दिया कि यद्यपि विश्वविद्यालय को आरटीआई अधिनियम के तहत अपने छात्र की डिग्री साझा करने से छूट दी गई है, जब तक कि यह सार्वजनिक हित के अंतर्गत न आती हो, गुजरात विश्वविद्यालय प्रबंधन ने जून, 2016 में अपनी वेबसाइट पर डिग्री अपलोड की थी और याचिकाकर्ता को भी इसके बारे में सूचित किया था.

मेहता ने तर्क दिया, “आदर्श रूप से, उन्हें उसके बाद अपनी याचिका वापस ले लेनी चाहिए थी. लेकिन, आगे बढ़ते रहे। उन्होंने सार्वजनिक चर्चा के स्तर को नीचे ला दिया.” अप्रैल 2016 में, तत्कालीन सीआईसी आचार्युलु ने दिल्ली विश्वविद्यालय और गुजरात विश्वविद्यालय को मोदी की डिग्री के बारे में केजरीवाल को जानकारी प्रदान करने का निर्देश दिया था.


 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/6qZXPfi

Thursday, 28 September 2023

 शनिवार और रविवार को हो सकती है BJP केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक

नई दिल्ली: आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शनिवार और रविवार को होने की उम्मीद है. इस बैठक में पार्टी की कोशिश औपचारिक रूप से चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले अधिक से अधिक उम्मीदवारों के नामों पर मंथन पूरा कर लेने की होगी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई अन्य वरिष्ठ नेता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) के सदस्यों में शामिल हैं. यह समिति उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम फैसला लेती है. सूत्रों ने बताया कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से संबंधित सीईसी की तीसरी बैठक में राजस्थान को लेकर चर्चा हो सकती है.

इससे पहले की दो बैठकों में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के उम्मीदवारों पर चर्चा की गई थी. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों के अलावा चार अन्य सांसदों को उम्मीदवार बनाया है. ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा राजस्थान में इसी रणनीति के तहत केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी को विधानसभा चुनाव में उतार सकती है.

भाजपा ने 2019 में राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से एक को छोड़कर सभी पर जीत दर्ज की थी. तेलंगाना और मिजोरम में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. निर्वाचन आयोग अक्टूबर के पहले पखवाड़े में सभी पांच राज्यों में चुनावी प्रक्रिया को औपचारिक रूप से शुरू कर सकता है. चुनाव नवंबर-दिसंबर में होने की संभावना है.

मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए भाजपा ने अब तक 79 उम्मीदवारों और छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. चुनावों की घोषणा से पहले ही उम्मीदवारों के नाम तय कर लेना भाजपा की नयी रणनीति का हिस्सा है. आम तौर पर चुनाव की घोषणा के बाद पार्टी अपने उम्मीदवारों की घोषणा करती है.

इन पांच राज्यों में से भाजपा केवल मध्य प्रदेश में सत्ता में है जबकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पास बागडोर है. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है. शाह और नड्डा ने पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देने और प्रचार सहित अन्य अभियानों के लिए बुधवार को जयपुर में राजस्थान के नेताओं के साथ मैराथन बैठक की.

पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा इनमें से किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं करेगी. सूत्रों के मुताबिक शाह और नड्डा बृहस्पतिवार रात रायपुर पहुंचेंगे और छत्तीसगढ़ की चुनावी तैयारियों के मद्देनजर प्रदेश के नेताओं से चर्चा करेंगे.
 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/AECq87K

दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए बांस के पौधे लगाए गए : उपराज्यपाल

नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए बांस के पौधे लगाने की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस पहल से शहर के वातावरण को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी. उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की अमृतसर में हुई बैठक में उपराज्यपाल सक्सेना ने हाल के महीनों में दिल्ली के सौंदर्यीकरण के लिए अपनाए गए तरीकों और अभिनव कदमों पर प्रस्तुति दी.

उत्तरी क्षेत्रीय परिषद (एनजेडसी) की हाल ही में हुई बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की थी. एनजेडसी में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के अलावा केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ शामिल हैं. सक्सेना ने कहा कि दिल्ली सरकार के वन विभाग ने बांस के लगभग 2.90 लाख पौधे लगाए हैं. इसके अलावा दिल्ली विकास प्राधिकरण ने यमुना के तट पर 'बांसेरा' समेत कई अन्य इलाकों में बांस के 25,000 अतिरिक्त पौधे लगाए हैं.

उपराज्यपाल ने दावा किया कि बांस के पेड़ अन्य पौधों की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जित करते हैं और कम पानी की खपत करते हैं, जिससे जल स्तर बढ़ाने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के संदेह के बावजूद, बांस के पौधे पिछले आठ महीनों में 10-20 फुट तक बढ गए हैं. दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या के मद्देनजर इस पहल से शहर के वातावरण को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.

उपराज्यपाल ने बताया कि नजफगढ़ नाला और यमुना नदी को साफ करने के लिए, हजारों टन जमा गाद और कचरे के निपटान के लिए 'आंशिक गुरुत्वाकर्षण डी-सिल्टिंग' जैसे किफायती और अभिनव उपाय किए गए.

ये भी पढ़ें:-

'चोरी की रात पड़ोस में चल रही थी पार्टी.. खुले थे दरवाजे', दिल्ली ज्वेलरी शॉप चोरी मामले में नया अपडेट

उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर लगाम लगाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही पुलिस



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/9DBzwPJ

CM नीतीश BJP से कभी गठबंधन नहीं करेंगे: जदयू अध्यक्ष

पटना: जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ‘ललन' ने बृहस्पतिवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह से “महागठबंधन” के साथ हैं और “सात जन्मों में भी” भाजपा से गठबंधन नहीं करेंगे. ललन ने अपने पूर्व सहयोगी दल पर काना-फूसी अभियान में शामिल होने का आरोप लगाया ताकि यह गलत धारणा बनाई जा सके कि नीतीश कुमार का मन बदल रहा है.

उन्होंने पूछा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश के लोगों से जो वादा किया था क्या उनमें से किसी एक को भी पूरा किया जा सका है. जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) नेता नीतीश कुमार ने एक साल पहले भाजपा से नाता तोड़कर बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनायी थी.

ललन ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, “मैं जानता हूं कि हमारी अपनी पार्टी में भाजपा के कई समर्थक हैं जो इस तरह के भ्रम को जन्म देने में शामिल हैं. ऐसा ही एक तत्व रणबीर नंदन थे जिन्हें हमने कल ही निष्कासित कर दिया था. उनका कहना था कि बिहार के हित में नीतीश कुमार को नरेन्द्र मोदी से हाथ मिला लेना चाहिए मानो नीतीश कुमार उनकी सलाह के अनुसार काम करते हैं.'

जदयू की बिहार इकाई के प्रवक्ता और पूर्व विधान परिषद सदस्य नंदन को बार-बार पार्टी लाइन के खिलाफ जाने के कारण निष्कासित कर दिया गया है. हालांकि, बाद में नंदन ने दावा किया कि निष्कासन आदेश जारी होने से पहले ही उन्होंने जदयू छोड़ दिया था क्योंकि उनका नीतीश कुमार से मोहभंग हो गया था.

ललन ने मीडिया के एक वर्ग में बिहार के मुख्यमंत्री द्वारा एक बार फिर पलटी मारकर भाजपा के साथ चले जाने की अटकलें पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि ये गोदी मीडिया वाले केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं.

उन्होंने आरोप लगाया, 'ये चैनल और एंकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा तैयार की गई पटकथा के अनुसार काम कर रहे हैं, जो इस हास्यास्पद शो के निर्माता और निर्देशक भी हैं. इनका काम पूरे देश में केवल भ्रम फैलाना है कि नीतीश कुमार की नरेन्द्र मोदी से नजदीकियां बढ़ रही हैं, लेकिन नीतीश भाजपा में कभी नहीं शामिल होंगे.'



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/52saTx1

‘चंद्रयान 3’ के रोवर ‘प्रज्ञान’ ने वह काम कर दिया है जो इससे अपेक्षित था: इसरो प्रमुख

वेरावल (गुजरात): भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3' के रोवर ‘प्रज्ञान' ने वह काम कर दिया है जो इससे किये जाने की अपेक्षा की गई थी और यदि यह वर्तमान निष्क्रिय अवस्था (स्लीप मोड) से सक्रिय होने में विफल रहता है तो भी कोई समस्या नहीं होगी.

वह गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर दर्शन करने गये थे और इसके बाद यहां संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी अब एक्सपीओसैट या एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह प्रक्षेपण के लिए तैयारी कर रही है और यह प्रक्षेपण नवंबर या दिसंबर में किया जा सकता है.

चंद्रमा पर वर्तमान में ‘प्रज्ञान' के सुप्तावस्था या निष्क्रिय अवस्था में होने की स्थिति पर इसरो प्रमुख ने कहा कि चंद्रमा पर तापमान शून्य से लगभग 200 डिग्री सेल्सियस नीचे जाने पर अत्यधिक प्रतिकूल मौसम के कारण इसके इलेक्ट्रॉनिक सर्किट यदि क्षतिग्रस्त नहीं हुए हैं, तो यह फिर से सक्रिय हो जायेगा.

उन्होंने कहा, ‘‘यदि यह सक्रिय नहीं हुआ तो भी ठीक है क्योंकि रोवर ने वह काम कर दिया है जो इससे करने की अपेक्षा की गई थी.'' इसरो ने पिछले सप्ताह कहा था कि चंद्रमा पर सुबह होने के साथ ही ‘चंद्रयान-3' के सौर ऊर्जा से संचालित लैंडर ‘विक्रम' और रोवर ‘प्रज्ञान' के साथ संपर्क स्थापित कर इन्हें फिर से सक्रिय करने का प्रयास कर रहा है ताकि वे वैज्ञानिक प्रयासों को जारी रख सकें.

चंद्रमा पर रात होने से पहले, लैंडर और रोवर दोनों क्रमशः चार और दो सितंबर को निष्क्रिय अवस्था में चले गये थे. सोमनाथ ने आगामी मिशन के बारे में कहा कि इसरो अब एक्सपीओसैट या एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह के लिए तैयारी कर रहा है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक्सपोसैट तैयार है और इसे हमारे पीएसएलवी रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जायेगा. हमने अभी तक किसी तारीख की घोषणा नहीं की है, लेकिन इसका प्रक्षेपण नवंबर या दिसंबर में किया जा सकता है.'' सोमनाथ ने कहा कि एक और मिशन ‘इन्सैट-3डीएस' की भी तैयारी है, जो एक जलवायु उपग्रह है और जिसे दिसंबर में प्रक्षेपित किया जायेगा.

उन्होंने कहा, ‘‘फिर हम एसएसएलवी डी3 का प्रक्षेपण करेंगे. जैसा कि आप जानते हैं यह हमारा लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान है. यह तीसरा प्रक्षेपण है. यह प्रक्षेपण नवंबर या दिसंबर में किया जायेगा. इसके बाद नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार या निसार की बारी आयेगी. इसे अगले साल फरवरी में प्रक्षेपित किया जायेगा.'' उन्होंने कहा कि ‘गगनयान' मिशन के परीक्षण यान ‘डी1' का प्रक्षेपण अक्टूबर में किया जायेगा.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/ucp2H5s

क्या होगा BJP की त्रिमूर्ति का : आखिर राजस्थान, MP और छत्तीसगढ़ चुनावी मैदान में बिना CM फेस के क्यों?

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में दो महीने के अंदर विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2023) होने वाले हैं. इन तीनों राज्यों में बीजेपी (BJP) ने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के बजाय सामूहिक नेतृत्व के भरोसे चुनाव लड़ने का फैसला किया है. इन राज्यों में बीजेपी के दिग्गज नेताओं के भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh Chouhan), राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह (Raman Singh) का नाम शामिल है. सवाल उठ रहा है कि इन नेताओं के राजनीतिक भविष्य क्या होगा? अभी तक इन तीनों ही नेताओं की विधानसभा में उम्मीदवारी घोषित नहीं की गई है. इस बीच बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 1 अक्टूबर को होगी. इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होनी है. 

वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. रमन सिंह तीन बार छत्तीसगढ़ के सीएम रह चुके हैं. खास बात यह है कि इस लिस्ट में सीएम शिवराज का भी नाम शामिल हैं, जो मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं. वे इससे पहले तीन बार राज्य में सीएम रह चुके हैं. लेकिन, बीजेपी ने इन तीन राज्यों में सामूहिक नेतृत्व के दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. अभी तक पार्टी की ओर से किसी भी नेता को सीएम फेस नहीं बनाया गया है. बीजेपी नेतृत्व ने शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे को सीएम चेहरा प्रोजेक्ट नहीं किया गया. 

राजस्थान में हर दिन महिलाओं का अपमान हो रहा और अशोक गहलोत सरकार चुप है : जेपी नड्डा

मध्य प्रदेश में सीएम का विकल्प खुला रखा
मध्य प्रदेश में 3 केंद्रीय मंत्री उतारकर सीएम का विकल्प खुला रखा गया है. बीजेपी ने सोमवार को 39 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी, जिसमें 3 केंद्रीय मंत्री और 4 सांसदों के नाम भी शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रह्लाद सिंह पटेल को पार्टी ने मैदान में उतारा है. अब यही फॉर्मूला राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी अपनाने की बात कही जा रही है. शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे के चुनाव लड़ने पर भी सवाल है. संभावना है कि इस बार रमन सिंह को टिकट ही ना दिया जाए. बीजेपी इन तीनों राज्यों में उनके उत्तराधिकारी की तलाश में है.

राजस्थान में रिपीट होगा मध्य प्रदेश का फॉर्मूला
बीजेपी राजस्थान में मध्य प्रदेश के फॉर्मूले पर अमल करते हुए केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा के चुनावी रण में उतार सकती है. इनमें केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम सबसे आगे चल रहा है. केंद्रीय कानून मंत्री और बीकानेर से सांसद अर्जुन राम मेघवाल का नाम भी इसमें शामिल है. इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौर भी इस रेस में हैं. राजसमंद से सांसद दीया कुमारी विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं.

वसुंधरा राजे की CM गहलोत संग तस्‍वीर वायरल, राजस्‍थान चुनाव से पहले निकाले जा रहे कई मायने

राजस्थान चुनाव के लिए बीजेपी का माइक्रो मैनेजमेंट
-बीजेपी ने राजस्थान को 7 ज़ोन में बांटा है.
-7 ज़ोन के 44 जिलों की ज़िम्मेदारी 44 नेताओं को दी गई है.
-राजस्थान के बाहर के हर नेता को एक जिले की कमान सौंपी गई है.
-इनका काम मुद्दे तय करना है. उम्मीदवारों की मदद करना है.
-केंद्रीय नेताओं के कार्यक्रम का समन्वय भी करना है.
-अन्य राज्यों से सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों, विधायकों, पूर्व सांसदों की तैनाती होनी है.
-सभी बाहरी नेताओं को जिलों, विधानसभाओं, मंडलों की जिम्मेदारी दी गई है.
-बाहरी नेताओं को चुनाव मैनेजमेंट की जिम्मेदारी.
-हर ज़ोन के प्रभारी और सह प्रभारी भी बनाए गए.

किसे किस जिले की मिली जिम्मेदारी? 
-प्रवेश वर्मा (सांसद, दिल्ली)- जोधपुर देहात
-सुनील जाखड़ (अध्यक्ष, पंजाब BJP)-सीकर
-जितेंद्र सिंह (केंद्रीय मंत्री)- जयपुर शहर
-निर्मल सिंह (पूर्व डिप्टी सीएम, जम्मू कश्मीर)- जयपुर देहात दक्षिण
-कविंद्र गुप्ता (पूर्व डिप्टी सीएम, जम्मू कश्मीर)- दौसा
-अरविंद यादव (नेता, हरियाणा BJP)-अजमेर देहात
-रमेश बिधूड़ी (सांसद, दिल्ली)- टोंक
-कृष्ण पाल गुर्जर (केंद्रीय मंत्री)- सवाई माधोपुर
-रमेश पोखरियाल निशंक (पूर्व सीएम, उत्तराखंड)- करौली
-धन सिंह रावत (मंत्री, उत्तराखंड)- धौलपुर
-ओमप्रकाश धनखड़ (अध्यक्ष, हरियाणा BJP)- झुंझुनू
-नायाब सैनी (सांसद, हरियाणा)- अलवर दक्षिण
-सुनीता दुग्गल (सांसद, हरियाणा)- अलवर उत्तर
-अरुण असीम (नेता, यूपी BJP)- कोटा देहात
-कुलदीप कुमार (उपाध्यक्ष, उत्तराखंड BJP)- बारां
-प्रवाण माली (विधायक, गुजरात)- बांसवाड़ा
-मुकेश पटेल (विधायक, गुजरात)- राजसमंद
-महिपाल ढाडा (MLA, हरियाणा)- हनुमानगढ़
- संदीप जोशी (महामंत्री, हरियाणा BJP)- चूरू
-जुगलकिशोर (नेता, यूपी BJP)- जयपुर देहात

राजस्थान : जेपी नड्डा और अमित शाह का विधानसभा चुनाव को लेकर वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन

राजस्थान की रणनीति पर मंथन
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर में देर रात तक बैठक की. शाह और नड्डा ने सबसे पहले वसुंधरा राजे के साथ बैठक की. इसके बाद राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई. बैठक में विधानसभा सीटों और रणनीति पर चर्चा हुई. इस दौरान तय हुआ कि बीजेपी सामूहिक नेतृत्व के फ़ॉर्मूले के साथ चुनाव में उतरेगी.  किसी को भी मुख्यमंत्री चेहरा नहीं बनाया जाएगा. रणनीति के मुताबिक, केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को बीजेपी कमजोर सीटों से चुनाव लड़ा सकती है. बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन सर्वोच्च है. नेता उसके बाद आते हैं. 

छत्तीसगढ़ में दिग्गज 
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों ने कमर कसनी शुरू कर दी है. दोनों ही दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरुवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे. राजस्थान का दौरा करने के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह रायपुर पहुंचे. वहां बीजेपी दफ़्तर में प्रदेश के नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन किया. साथ ही चुनाव घोषणापत्र के ड्राफ़्ट और कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा किए जाने की उम्मीद है. राज्य बीजेपी के नेताओं से परिवर्तन यात्रा को लेकर फीडबैक भी लिया.

वसुंधरा राजे को 'साइडलाइन' कर कौन से 'फॉर्मूले' पर राजस्थान चुनाव लड़ना चाहती है BJP?

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे छत्तीसगढ़ के बलौदाबाज़ार-भाटापारा में किसानों और मज़दूरों के सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस मौके पर खरगे ने बीजेपी और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ लोगों को भ्रमित करने में लगी है.

बहरहाल, मध्य प्रदेश के बाद केंद्रीय मंत्रियों और सासंदों को टिकट देकर बीजेपी ये भी संदेश देना चाहती है कि बीजेपी के पास सीएम फेस की कमी नहीं है. साथ ही नए और कद्दावर चेहरों से कार्यकर्ताओं में जोश आएगा. नए चेहरों की ताजगी दिखेगी और चुनाव अभियान में धार आएगी.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/p7Ofg9y

असली हिंदुस्तान : ‘मिलाद-ए-शरीफ’ के जुलूस में हिंदू महिला ने मुस्लिम बच्चे पर लुटाया 'प्यार', पहनाई नोटों की माला; देखें VIDEO

केरल में धर्मनिरपेक्षता और धार्मिक सद्भाव को प्रदर्शित करते हुए एक हिंदू महिला ने राज्य के इस उत्तरी जिले में बृहस्पतिवार को 'मिलाद ए शेरिफ' के अवसर पर एक रैली में भाग ले रहे एक मुस्लिम बच्चे को नोटों की माला पहना दी.इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ जिसमें महिला को रैली में भाग ले रहे बच्चों का बारिश में इंतजार करते हुए देखा जा सकता है. रैली के पहुंचने पर महिला सड़क पार करके नोटों की एक माला निकालती है और जुलूस में मौजूद एक बच्चे के गले में डाल देती है और उसके गाल को चूमती है.

देखें वीडियो

महिला ने बाद में एक टेलीविजन चैनल को बताया कि उसे बाद में पता चला कि बच्चा उसके पड़ोसी का था. महिला के मुताबिक वह धार्मिक सौहार्द के वातावरण में पली-बढ़ी है और उसकी इच्छा थी कि जिले के कोडूर कस्बे में निकलने वाले जुलूस में किसी को नोटों की माला पहनाए. शीना नामक इस महिला ने कहा, ‘‘मेरे पास पैसा था और मैं ऐसा करना चाहती थी, इसलिए मैंने किया। इसकी और कोई वजह नहीं है।''
 



from NDTV India - Zara hatke https://ift.tt/LvqZWbx

Wednesday, 27 September 2023

जेपी नड्डा और अमित शाह का विधानसभा चुनाव को लेकर वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन 

जयपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी के राजस्थान नेतृत्व के साथ आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को चर्चा कर रहे हैं. इस तरह की अटकलें हैं कि दो केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है.

मध्य प्रदेश में भाजपा द्वारा तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला है. पड़ोसी राज्य में भी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. शाह और नड्डा बुधवार शाम एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे और हवाई अड्डे के पास एक होटल गए जहां पार्टी की कोर कमेटी की बैठक शुरू हुई.

पार्टी सूत्रों ने बताया, “होटल में कोर कमेटी की बैठक जारी है.'' सूत्रों ने बताया कि बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी, सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता सतीश पूनिया और अन्य नेता मौजूद थे. बैठक के देर रात तक चलने की संभावना है.

पार्टी की राज्य इकाई के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है. पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की जा रही है.

उन्होंने कहा “वे भाजपा द्वारा राज्य में आयोजित चार “परिवर्तन यात्राओं”से प्राप्त प्रतिक्रिया पर भी चर्चा करेंगे.'' पार्टी सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह, नड्डा और शाह आरएसएस के स्थानीय नेताओं से मुलाकात करेंगे.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष भी जयपुर में हैं. इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और अन्य नेताओं ने जयपुर हवाई अड्डे पर शाह और नड्डा का स्वागत किया था.

राज्य के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों से निकाली गई पार्टी की “परिवर्तन यात्राओं” के पूरा होने के अवसर पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जयपुर के पास हुई एक रैली के बाद शाह और नड्डा का यह दौरा हो रहा है.

पार्टी अब युवाओं, किसानों और महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्यक्रमों की योजना बना रही है. दौरे से कुछ घंटे पहले, भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने अजमेर दक्षिण सीट से विधायक अनीता भदेल के खिलाफ पार्टी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया.

एक प्रदर्शनकारी श्रवण कुमार ने संवाददाताओं से कहा, 'विधायक के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है और उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया जाना चाहिए.'

ये भी पढ़ें:-

राजस्थान में हर दिन महिलाओं का अपमान हो रहा और अशोक गहलोत सरकार चुप है : जेपी नड्डा

कांग्रेस ने जिस तरह 5 साल सरकार चलाई, वह 0 नंबर पाने की हकदार : जयपुर में गरजे PM मोदी

"हमारी पहचान खत्म करना चाहती है कांग्रेस": PM मोदी ने जयपुर की रैली में विपक्ष पर किए ये 10 वार



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/gaH0cmK

भारतीय नौसेना नया स्वदेशीकरण रोडमैप पेश करेगी, स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का होगा प्रदर्शन

नई दिल्ली: भारतीय नौसेना अगले सप्ताह एक अद्यतन स्वदेशीकरण रोडमैप का अनावरण करेगी और दो दिवसीय विशाल संगोष्ठी में पानी के भीतर ड्रोन, अग्निशमन प्रणाली और रोबोटिक्स से संबंधित घरेलू प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करेगी. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. इसके अलावा इस संगोष्ठी में विभिन्न महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्म में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट पहलों की रूपरेखा बताई जाएगी.

यह रोडमैप चार और पांच अक्टूबर को आयोजित होने वाले वार्षिक 'स्वावलंबन' सेमिनार के दूसरे संस्करण में जारी किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं. अधिकारियों ने बताया कि पानी के अंदर काम करने वाले ड्रोन, हथियारबंद नौकाएं और अग्निशमन प्रणालियों सहित विभिन्न सैन्य हार्डवेयर में उपयोग की जाने वाली पचहत्तर प्रौद्योगिकियों को सेमिनार में प्रदर्शित किया जाएगा.

नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नौसेना ने पिछले साल 'स्वावलंबन' सेमिनार में 75 प्रौद्योगिकियों को विकसित करने का संकल्प लिया था और लक्ष्य हासिल कर लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले साल, प्रधानमंत्री की मौजूदगी में, भारतीय नौसेना ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में कम से कम 75 प्रौद्योगिकियां विकसित करने की प्रतिबद्धता जताई थी. पिछले साल किए गए वादे पूरे किए गए हैं.''

नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख ने कहा कि नौसेना ने इस प्रतिबद्धता को साकार करने की दिशा में काफी समय और प्रयास किए हैं. वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने कहा, ‘‘ आज, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि स्वावलंबन पहल ने व्यापक जनसमूह हासिल कर लिया है और यह निरंतर गति पकड़ रही है. और, मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछले साल किए गए सभी वादे संपूर्ण रूप से पूरे किए गए हैं, और कुछ मामलों में तो उनसे भी आगे निकल गए हैं. ''

ब्यौरा दिए बिना वाइस एडमिरल सिंह ने कहा कि दो दिवसीय सेमिनार में कई नीतिगत फैसले और नई घोषणाएं सामने आएंगी. भारतीय नौसेना के उप प्रमुख ने कहा, ‘‘भारतीय नौसेना आत्मनिर्भरता पहल में सबसे आगे है. यह हमारे लिए मुख्य सिद्धांत है.'' स्वदेशीकरण के मोर्चे पर विभिन्न पहलों को सूचीबद्ध करते हुए उन्होंने कहा कि नौसेना के पास अब अनुमोदित उत्पादों की एक श्रृंखला है और ऐसी कई परियोजनाएं जल्द ही पूरी हो जाएंगी.
 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/otXYIn4

असम-मेघालय अंतरराज्यीय सीमा पर फिर हुई झड़प, एक व्यक्ति घायल

शिलांग/दिफू: असम-मेघालय अंतरराज्यीय सीमा के पास एक विवादित क्षेत्र में फिर से झड़प हो गई, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के स्थानीय लोगों ने एक-दूसरे पर तीर-कमान और गुलेल से हमला किया.

अधिकारियों के अनुसार, झड़प की यह घटना मेघालय के वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले और असम के वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिले के बीच सीमा पर लापांगप गांव में मंगलवार को हुई. अधिकारियों ने बताया कि घटना में कार्बी आंगलोंग जिले का एक व्यक्ति घायल हो गया, जबकि मेघालय की ओर से किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई.

दोनों राज्यों के पुलिस दलों ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बात कर उन्हें समझाया जिसके बाद स्थिति नियंत्रित हुई. मेघालय के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने झड़प वाले स्थान पर ग्रामीणों के जुटने पर रोक लगा दी. ऐसे में शांति तो है, लेकिन बुधवार को सुबह तक स्थिति तनावपूर्ण थी.

वेस्ट जंयतिया हिल्स जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हम स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए असम के वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिले में अपने समकक्षों के साथ समन्वय कर रहे हैं.''

लापांगप गांव के एक बुजुर्ग देइमोनमी लिंगदोह ने दावा किया कि गांव के किसान अपने धान के खेतों में काम कर रहे थे तभी खेतों के पास छिपे असम के लोगों ने उन पर गुलेल और तीर-कमान से हमला किया.

उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही हमले के बारे में जानकारी मिली तो हमारे गांव के लगभग 250-300 लोग घटनास्थल पर पहुंचे और जवाबी हमला किया. कल पूरे दिन तनाव बना रहा.' उन्होंने जिला प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है.

वहीं, कार्बी आंगलोंग के तापत इलाके के स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मंगलवार को जब वे अपने खेतों में काम कर रहे थे तो पड़ोसी राज्य मेघालय के लगभग 200 लोगों ने उन पर गुलेल, लाठियों और खंजर से हमला किया. झड़प के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं.

असम-मेघालय अंतरराज्यीय सीमा के एक विवादित खंड पर स्थित मुकरोह गांव में पिछले साल 22 नवंबर को हुई गोलीबारी की घटना में पांच मेघालय निवासियों और असम के एक वन रक्षक सहित कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी.

अंतरराज्यीय सीमा को पुनर्गठित करने के लिए दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच आधिकारिक वार्ता अग्रिम चरण में है. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री वार्ता के एक और दौर के लिए अगले महीने की शुरुआत में बैठक करने वाले हैं.

असम और मेघालय ने मतभेद वाले छह क्षेत्रों में विवाद को सुलझाने के लिए पिछले साल एक सीमा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. सूत्रों ने बताया कि मतभेद वाले बाकी छह इलाकों पर बातचीत अग्रिम चरण में है.

यह भी पढ़ें:-

"सियासी सहूलियत से आतंकवाद पर एक्शन...": विदेश मंत्री एस जयशंकर ने UN से दिया कनाडा को 'जवाब'



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/3aP4wZq

संपत्ति के मामले में भारत में 40 फीसदी से ज्यादा बुजुर्ग गरीब : संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र की एक नयी रिपोर्ट के अनुसार भारत में 40 फीसदी से ज्यादा बुजुर्ग संपत्ति के मामले में गरीब हैं और करीब 18.7 प्रतिशत बुजुर्गों के पास आमदनी का कोई जरिया नहीं है. संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की ‘इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023' में कहा गया है कि बुजुर्गों में गरीबी का यह स्तर उनके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर, भारत में हर पांच में दो बुजुर्ग संपत्ति के लिहाज से गरीब श्रेणी में हैं. यह जम्मू- कश्मीर में 4.2 प्रतिशत और पंजाब में पांच प्रतिशत है जबकि लक्षद्वीप में 40.2 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ में 47 प्रतिशत है.”

उनके काम, पेंशन और आय की स्थिति के विश्लेषण से पता चलता है कि 18.7 प्रतिशत बुजुर्गों के पास आमदनी का कोई जरिया नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 17 राज्यों में यह अनुपात राष्ट्रीय स्तर से ज्यादा है. उसके मुताबिक, उत्तराखंड में यह 19.3 प्रतिशत है तो लक्षद्वीप में 42.4 फीसदी है.

रिपोर्ट में बताया गया है कि वृद्ध महिलाओं में उच्च जीवन प्रत्याशा है, जो कई देशों की प्रवृत्ति के अनुरूप है. संयुक्त राष्ट्र की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, “60 साल की उम्र में, भारत में एक व्यक्ति 18.3 साल और जीने की उम्मीद कर सकता है, जो महिलाओं के मामले में 19 साल और पुरुषों के मामले में 17.5 साल है.”

रिपोर्ट में कहा गया है कि उदाहरण के लिए, हिमाचल प्रदेश और केरल में, 60 वर्ष की महिलाओं की जीवन प्रत्याशा क्रमशः 23 और 22 वर्ष है, जो इन राज्यों में 60 वर्ष के पुरुषों की तुलना में चार वर्ष अधिक है जबकि राष्ट्रीय औसत में सिर्फ डेढ़ साल का अंतर है.

रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, उत्तराखंड, केरल, हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में 60 वर्ष की महिलाओं की जीवन प्रत्याशा 20 वर्ष से अधिक है.

रिपोर्ट में कहा गया है, “ बुढ़ापे में गरीबी स्वाभाविक रूप से लैंगिक आधारित होती है जब वृद्ध महिलाओं के विधवा होने, अकेले रहने, आय का कोई स्रोत नहीं होने और अपनी संपत्ति कम होने तथा आश्रय के लिए पूरी तरह से परिवार पर निर्भर होने की संभावना ज्यादा होती है.”

बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि बुजुर्ग विधवा महिलाएं अक्सर अकेली रहती हैं और उन्हें बहुत कम आश्रय मिलता है तथा उन्हें कई बीमारियां घेर लेती हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि बुजुर्गों में महिलाओं का ज्यादा प्रतिशत 'जनसांख्यिकीय संरचना में उच्च असंतुलन' को दर्शाता है.

साल 1991 के बाद से, बुजुर्गों में लिंगानुपात (प्रति 1,000 पुरुषों पर महिलाएं) लगातार बढ़ रहा है, जबकि सामान्य आबादी का लिंगानुपात स्थिर है. इसका मतलब है कि पुरुषों की तुलना में बुजुर्ग महिलाओं की संख्या अधिक है.

रिपोर्ट के अनुसार 2014 से 2021 के बीच कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के तहत बुजुर्गों पर खर्च में 182 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

ये भी पढ़ें:-

लोकसभा चुनाव से पहले तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट तेज, असदुद्दीन ओवैसी ने दिए संकेत

अरविंद केजरीवाल ने रामलीला, दुर्गा पूजा के दौरान मध्य रात्रि तक लाउडस्पीकर के उपयेाग की अनुमति दी



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/2ldcNs9

एक साथ चुनाव पर रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए कोई समयसीमा नहीं : विधि आयोग के अध्यक्ष

नई दिल्ली: विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) ऋतु राज अवस्थी ने बुधवार को कहा कि एक साथ चुनाव के मुद्दे पर काम अब भी जारी है और इस संबंध में रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए कोई समयसीमा नहीं दी गई है. उन्होंने यह भी कहा कि यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और ऑनलाइन प्राथमिकी सबंधी रिपोर्ट को अंतिम रूप देकर कानून मंत्रालय को भेज दिया गया है.

कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अवस्थी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “एक साथ चुनावों पर अब भी कुछ काम चल रहा है. हमने रिपोर्ट को अंतिम रूप नहीं दिया है. इसे अंतिम रूप देने के लिए कोई समयसीमा नहीं है.” प्रक्रिया के अनुसार, विधि आयोग की सभी रिपोर्ट केंद्रीय कानून मंत्रालय को सौंपी जाती है, जो उन्हें संबंधित मंत्रालयों को भेज देता है.

एक साथ चुनाव का मुद्दा वर्षों से विधि आयोग के पास लंबित है. पिछले विधि आयोग ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए तीन विकल्प सुझाए थे, लेकिन कहा था कि कई बिंदुओं पर विचार किया जाना बाकी है.

उसने अपनी मसौदा रिपोर्ट के साथ जारी एक सार्वजनिक अपील में कहा था कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने में कई बाधाओं को दूर किया गया है लेकिन कुछ बिंदुओं पर “अब भी विचार बाकी है”. उसने सभी हितधारकों से यह सुझाव देने के लिए कहा था कि क्या एक साथ चुनाव कराने से किसी भी तरह से लोकतंत्र, संविधान की मूल संरचना या देश की संघीय राजनीति के साथ छेड़छाड़ होगी.

इसमें कहा गया था कि जब संसद या विधानसभा में किसी भी एक दल को बहुमत नहीं है और ऐसी स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न समितियों और आयोगों ने सुझाव दिए हैं. इन समितियों ने प्रस्ताव दिया है कि प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री की नियुक्ति या चयन उसी तरीके से किया जा सकता है जिस तरह से सदन के अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है.

अब मौजूदा विधि आयोग ने इस विषय पर आगे काम करना शुरू कर दिया है. पॉक्सो अधिनियम पर विधि आयोग की रिपोर्ट सहमति की उम्र के मुद्दे से संबंधित है. हर तीन साल में गठित होने वाला विधि आयोग जटिल कानूनी मुद्दों पर सरकार को सलाह देता है.

ये भी पढ़ें:-
अपने टैक्स रिफंड को लेकर इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकती है मुश्किल

5 लाख रुपये से अधिक प्रीमियम वाले जीवन बीमा से मिलने वाली रकम के लिए नियम तय

समाजवादी पार्टी नेता आजम खान के आवास पर इनकम टैक्स की छापेमारी तीसरे दिन समाप्त



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/AW153YN

"44 जिले, 44 बाहरी नेता" : BJP ने राजस्थान चुनाव के लिए ऐसे बनाया माइक्रो मैनेजमेंट प्लान

राजस्थान चुनाव (Rajasthan Elections 2023) में बीजेपी (BJP) ने माइक्रो मैनेजमेंट के लिए रणनीति तैयार कर ली है. प्रदेश को सात जोन में बांटा गया है. दूसरे राज्यों के 44 नेताओं को इन सात जोन के 44 जिलों की दी जिम्मेदारी दी गई है. हर बाहरी नेता को एक जिले की कमान सौंपी गई है. इनका काम अपने प्रभार के जिले में मुद्दों को तय करना, उम्मीदवारों की मदद करना, केंद्रीय नेताओं के कार्यक्रम का समन्वयन करना और चुनाव से जुड़े अन्य कार्य होंगे.  

राजस्थान चुनाव को लेकर बनाई गई रणनीति के मुताबिक, अन्य राज्यों से सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों, विधायकों, पूर्व सांसदों, पूर्व मंत्रियों आदि को तैनात किया गया है. सभी बाहरी नेताओं को जिलों, विधानसभाओं और मंडलों तक की जिम्मेदारी दी गई. इन्हें चुनाव प्रबंधन करने को कहा गया. हर जोन के प्रभारी और सह प्रभारी भी बनाए गए हैं. मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में विधानसभावार कार्यों का आवंटन किया गया था. अभी तक 26 नेता जयपुर पहुंचे हैं. उन्होंने अपने जिलों में जाकर काम संभाल लिया है.

अन्य नेता भी जल्दी ही पहुंचेंगे राजस्थान
दिल्ली सांसद प्रवेश वर्मा को जोधपुर देहात पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड को सीकर, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को जयपुर शहर, हरियाणा विधायक महिपाल ढाडा को हनुमानगढ, हरियाणा प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी को चूरू, यूपी से बीजेपी नेता जुगलकिशोर को जयपुर देहात, उत्तर जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम निर्मल सिंह को जयपुर देहात, दक्षिण जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविन्द्र गुप्ता को दौसा, हरियाणा के बीजेपी नेता अरविंद यादव को अजमेर देहात, दिल्ली सांसद रमेश विधूड़ी को टोंक की जिम्मेदारी दी गई है.

इसी तरह यूपी में बीजेपी नेता अरुण असीम को कोटा देहात, उत्तराखंड में प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार को बारां की जिम्मेदारी सौंपी गई है. गुजरात के विधायक प्रवीण माली को बांसवाड़ा और मुकेश पटेल को राजसमंद जिलों की जिम्मेदारी दी गई है. केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को सवाई माधोपुर, सांसद और पूर्व मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को करौली जिलों का दायित्व दिया गया है.  

उत्तराखंड सरकार में मंत्री धन सिंह रावत को धौलपुर, हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ को झुंझुनू की कमान सौंपी गई है. हरियाणा से सांसद नायाब सैनी अलवर दक्षिण, तो सांसद सुनीता दुग्गल अलवर उत्तर जिले का मोर्चा संभालेंगी.  इसी तरह अन्य नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है.  

ये भी पढ़ें:-

राजस्थान में हर दिन महिलाओं का अपमान हो रहा और अशोक गहलोत सरकार चुप है : जेपी नड्डा

कांग्रेस ने जिस तरह 5 साल सरकार चलाई, वह 0 नंबर पाने की हकदार : जयपुर में गरजे PM मोदी

"हमारी पहचान खत्म करना चाहती है कांग्रेस": PM मोदी ने जयपुर की रैली में विपक्ष पर किए ये 10 वार



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/E9G2nYk

Tuesday, 26 September 2023

क्रेच से लेकर टीकाकरण केंद्रों तक, तिहाड़ जेल महिला कैदियों के बच्चों को बेहतर सेवाएं देने का प्रयास करती है

टीकाकरण केंद्रों से लेकर क्रेच (शिशुगृह) की सुविधाओं तक, राष्ट्रीय राजधानी स्थित तिहाड़ जेल महिला कैदियों के बच्चों की देखभाल करने में एक अप्रत्याशित, परंतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की कोशिश कर रही है. इन महिला कैदियों के बच्चों का शिशुकाल एशिया के सबसे बड़े कारागार की चारदीवारों में आकार लेता है. वर्तमान में, उच्च सुरक्षा वाली जेल में 20,000 से अधिक कैदी हैं, जिनमें 584 महिलाएं शामिल हैं. इनमें से कुछ कैदी मुकदमे का सामना कर रहे हैं, जबकि अन्य दोषी हैं.

ये महिलाएं तिहाड़ की सेंट्रल जेल नंबर-छह में अपनी सजा काटती हैं. अन्य 162 महिला कैदी मंडोली जेल में बंद हैं.छह साल से कम उम्र के 21 बच्चे तिहाड़ महिला जेल में रह रहे हैं, जबकि 10 बच्चे अपनी मां के साथ मंडोली जेल में हैं. तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘वे दिन गये जब गर्भवती कैदी जेल परिसर के अंदर बच्चे को जन्म देती थीं.''उन्होंने कहा कि उन्हें प्रसव के लिए नामित अस्पतालों में स्थानांतरित किया जाता है.

अधिकारी ने कहा कि अब साथी कैदी गर्भवती महिलाओं की देखभाल करते हैं. उन्होंने कहा कि जेल परिसर में बेहतर भोजन सुविधाएं और लगातार स्वास्थ्य जांच शिविर उपलब्ध होते हैं.

जेल मैनुअल के अनुसार, जेल के बाहर बच्चे को जन्म देने की सुविधा केवल तभी अस्वीकार की जाएगी, जब किसी विशेष कैदी के लिए उच्च सुरक्षा जोखिम हो.

जेल अधिकारियों के मुताबिक, इंडिया विजन फाउंडेशन (आईवीएफ) ‘अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड डेवलपमेंट' नाम से एक कार्यक्रम चला रहा है, जिसके तहत टीकाकरण से लेकर क्रेच सुविधाओं तक शिशुओं को जेल के अंदर ही मिलता है.

उन्होंने आगे कहा कि प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को खेल, ड्राइंग और गायन जैसी कई तरह की गतिविधियां भी प्रदान की जा रही हैं.



from NDTV India - Zara hatke https://ift.tt/iYbTGX2

iPhone SE 4 में भी मिल सकता है USB टाइप C पोर्ट और फेस आईडी, लॉन्चिंग से पहले लीक हुए फीचर्स

एपल के अफोर्डेबल आई-फोन iPhone SE 4 की लॉन्चिंग 2025 तक होने की उम्मीद है.  iPhone SE 4 को पिछले साल आए iPhone SE (2022) का नेक्स्ट जेनरेशन माना जा रहा है. इस अफोर्डेबल आई-फोन के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन एक यूजर ने ऑनलाइन लीक कर दिया है. फोर्थ जेनरेशन का iPhone SE मॉडल Apple की A15 बायोनिक चिप से ऑपरेट होगा. ऐसा एपल ने पहली बार iPhone 13 सीरीज में शुरू किया था. iPhone SE 4 में iPhone 15 की तरह ही बेहतर कैमरा, फेस आईडी और USB टाइप C पोर्ट मिल सकता है. iPhone 15 सीरीज 12 सितंबर को लॉन्च हुई है.
 

नितिन प्रसाद नाम के एक  X यूजर(पहले ट्विटर) ने पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दावा किया था कि iPhone SE 4 में LTPS OLED डिस्प्ले होगा. इसे BOE या Tianma से बनाया जा सकता है. डिस्प्ले का साइज भी पिछले जेनरेशन की तुलना में बड़ा बताया गया है. इस यूजर के मुताबिक iPhone SE 4 में iPhone SE (2022) के छोटे 4.7-इंच पैनल की तुलना में 6.1-इंच की स्क्रीन होगी.

1 लाख से अधिक महंगे iPhone 15 Pro और iPhone 14 Pro को 6 फीट ऊंचाई से गिराया, कौन सी डिवाइस हुई क्रैक? जानें

A15 बायोनिक चिप से होगा ऑपरेट
नितिन प्रसाद का दावा है कि हैंडसेट कंपनी की A15 बायोनिक चिप से ऑपरेट होगा. यह वही चिप है जो iPhone 14, iPhone 14 Plus, iPhone 13, iPhone 13 Mini, iPhone 13 Pro, iPhone 13 Pro Max और Apple TV 4K (2023) को ऑपरेट करती है. इसका मतलब है कि iPhone SE 4 पहली बार थोड़े पुराने चिप से लैस हो सकता है. जबकि iPhone SE (2022) में iPhone 14 मॉडल के समान चिपसेट था.

होंगे अपग्रेडेड कैमरे
लीक में यह भी कहा जाता है कि iPhone SE 4 अपग्रेडेड कैमरों से लैस होगा. इसका मतलब है कि रियर कैमरे और सेल्फी कैमरे में बेहतर सेंसर या लेंस हो सकते हैं. प्रसाद के मुताबिक, स्मार्टफोन में फेस आईडी का भी फीचर सपोर्ट होगा. ये एपल का बायोमेट्रिक सर्टिफिकेशन सिस्टम है, जो डिवाइस को अनलॉक करने या पेमेंट शुरू करने से पहले यूजर के चेहरे को सुरक्षित रूप से स्कैन करती है.

iPhone 15 Pro, iPhone 15 Pro Max की भारी डिमांड, 20,000 रुपये तक प्रीमियम पर बिक्री

कैसा होगा डिजाइन?
प्रसाद का यह भी दावा है कि iPhone SE 4 में एक डिज़ाइन होगा, जो iPhone XR की तरह ही होगा. इसे 2018 में Apple ने लॉन्च किया था. दूसरी ओर, डिस्प्ले नॉच iPhone 14 पर पाए जाने वाले जैसा होगा. उन्होंने बताया कि हैंडसेट में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट भी मिलने वाला है.

यूएसबी टाइप-सी पोर्ट भी मिलेगा
पिछले महीने एक टिपस्टर ने दावा किया था कि iPhone SE 4 एक यूएसबी टाइप-सी पोर्ट और फेस आईडी के लिए फीचर सपोर्ट के साथ-साथ इस साल के iPhone 15 प्रो और iPhone 15 प्रो मैक्स स्मार्टफोन पर आने वाले नए एक्शन बटन से लैस होगा. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ.

दो साल में SE डिवाइसों की एक नई पीढ़ी लाता है Apple 
Apple का हर दो साल में SE डिवाइसों की एक नई पीढ़ी जारी करने का इतिहास रहा है. इसने अब तक iPhone SE मॉडल की तीन पीढ़ियां जारी की हैं. पहला iPhone SE 2016 में पेश किया गया था. लेटेस्ट iPhone SE (2022) को पिछले साल मार्च में 43,900 रुपये की शुरुआती कीमत के साथ लॉन्च किया गया था. ये कीमत iPhone SE (2022) के बेस मॉडल 64GB स्टोरेज के लिए थी.
 

Apple को बड़ा झटका, iPhone बनाने वाली चेन्नई की फैक्टरी में लगी आग 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/TDFuQrC

Monday, 25 September 2023

सभी समाज को एकजुट करना चाहता है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ : RSS प्रमुख मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि आरएसएस पूरे समाज को एकजुट करना चाहता है और इस प्रक्रिया में कोई भी ऐसा नहीं है जो उसके लिए पराया हो. आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख अशोक दुबे द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि लखनऊ के चार दिवसीय दौरे पर आए भागवत ने सोमवार को अपने दौरे के आखिरी दिन यहां निराला नगर के सरस्वती कुंज में बुद्धिजीवियों से बातचीत की.

बुद्धिजीवियों से चर्चा के दौरान भागवत ने कहा, "संघ सम्पूर्ण समाज को संगठित करना चाहता है. इसमें संघ के लिए कोई पराया नहीं है. जो आज हमारा विरोध करते हैं, वे भी हमारे हैं. उनके विरोध से हमारी क्षति न हो, इतनी चिंता हम जरूर करेंगे. हम सर्व लोकयुक्त भारत वाले लोग हैं, मुक्त वाले नहीं."

मोहन भागवत ने कहा, "इतिहास में हम ये लिखा देना नहीं चाहते कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कारण देश का उद्धार हुआ, हम ये लिखा देना चाहते हैं कि इस देश में एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण हुआ, जिन्होंने उद्यम किया और अपने देश को पूरी दुनिया का गुरु बनाया. उस पवित्र कर्तव्य के प्रारंभ के लिए मैं आप सबसे आह्वान करता हूं."

आरएसएस चीफ ने कहा, "आरएसएस स्वयंसेवक होने के नाते सबको जोड़ने का हमारा प्रयास है. संघ के स्वयंसेवकों द्वारा समाज में अनेक अच्छे काम समाज परिवर्तन के लिए किए जा रहे हैं. आप सब प्रबुद्ध जन उन कार्यों में सहयोगी हो सकते हैं."



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/CNXzTd0

खालिस्तानी आतंकी कनाडा में खुलेआम हिंदुओं को दे रहे हैं धमकी, मंदिरों को भी पहुंचा रहे नुकसान: सूत्र

मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया है कि कनाडा में अपने बढ़ते दबदबे से उत्साहित होकर, खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों (पीकेई) ने वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं को खुलेआम डराना शुरू कर दिया है. साथ ही मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाने के कई मामले सामने आए हैं.

स्थिति पर करीब से नजर रखने वाले एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने नाम नहीं छापने का अनुरोध करते हुए कहा, "कनाडा में भारतीय मिशनों और राजनयिकों की भौतिक सुरक्षा के लिए खालिस्तानियों द्वारा खुली धमकियां एक बहुत ही गंभीर घटना है और वियना कन्वेंशन के तहत कनाडा के दायित्व को चुनौती देती है."

अधिकारी ने कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि मानवाधिकारों को मापने के लिए अलग-अलग पैमाने हैं.

अधिकारी ने कहा, "पंजाब में छोटे-छोटे मुद्दों पर भी कनाडा की आवाजें बहुत मजबूत हैं, जबकि कनाडा में बैठे पीकेई द्वारा धमकी, हिंसा, मादक पदार्थों की तस्करी और जबरन वसूली पर पूरी तरह से चुप्पी है, जिससे दोनों देश प्रभावित हो रहे हैं."

मामले से परिचित लोगों ने बताया कि आज खुफिया एजेंसियों की एक उच्चस्तरीय बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई.

जिन मुद्दों पर चर्चा की गई उनमें खालिस्तानियों की नरम पैरवी भी शामिल थी, जिसने ये सुनिश्चित किया कि उदारवादी और भारत समर्थक सिखों को पीकेई की बाहुबल और धन शक्ति द्वारा कनाडा के सभी बड़े गुरुद्वारों से बाहर निकाल दिया गया.

ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा रखे गए दस्तावेज़ों से पता चलता है कि पंजाब आज कनाडा से चलाए जा रहे जबरन वसूली रैकेटों के कारण भारी नुकसान झेल रहा है.

कनाडा स्थित गैंगस्टर ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से ड्रग्स लाते हैं और पूरे पंजाब में बेचते हैं. इस पैसे का एक हिस्सा कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथियों को जाता है.

एक खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है, "पिछले कुछ वर्षों में, खालिस्तानी चरमपंथियों का हौसला और बढ़ गया है. साथ ही उन्होंने कनाडा से बेखौफ होकर काम करना शुरू कर दिया है. पिछले दशक में, पंजाब से सामने आए आधे से ज्यादा आतंकी मामलों में कनाडा स्थित खालिस्तानी चरमपंथियों के संबंध सामने आए हैं."

रिपोर्ट में कहा गया है, "कनाडा में भी, कई खालिस्तानी नशीली दवाओं के व्यापार का हिस्सा हैं. पंजाब के गैंगस्टरों के बीच अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता अब कनाडा में आम है. भारत समर्थक सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की 2022 में सरे में ही हत्या कर दी गई थी. वहीं इस हत्या के बारे में कई लोग कहते हैं कि इसकी साजिश हरदीप सिंह निज्जर द्वारा ही रची गई थी.''

रिपोर्ट में कहा गया है, "लेकिन, कनाडाई एजेंसियों ने इसके पीछे के वास्तविक लोगों को खोजने और वास्तविक साजिश को उजागर करने में कोई तत्परता नहीं दिखाई. दो स्थानीय अपराधियों को, जो भारतीय मूल के नहीं थे, केवल इस मामले में आरोपित किया गया था."

रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 के बाद पंजाब में सिखों, हिंदुओं और ईसाइयों की लक्षित हत्याएं निज्जर और उसके सहयोगियों की करतूत थी, लेकिन कनाडाई एजेंसियों ने निज्जर और उनके दोस्तों भगत सिंह बराड़, पैरी दुलाई, अर्श दल्ला, लकबीर और लांडा सहित कई अन्य के खिलाफ कभी कोई जांच शुरू नहीं की.

सूत्रों ने कहा कि कनाडा के लिए, पंजाब में बढ़ती हत्याओं की संख्या के बावजूद वे राजनीतिक कार्यकर्ता बने हुए हैं.

एक अन्य अधिकारी ने कहा, "खालिस्तानी चरमपंथी 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता', 'राजनीतिक वकालत' आदि जैसी धारणाओं की आड़ में लगभग 50 वर्षों से कनाडाई धरती से स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं. 1985 में खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा कनिष्क बम विस्फोट सबसे बड़े आतंकवादी हमलों में से एक था. ये 9/11 से पहले के युग की दुनिया थी.''

अधिकारी ने कहा कि कनाडाई एजेंसियों के ढुलमुल रवैये के कारण तलविंदर सिंह परमार और उनके खालिस्तानी चरमपंथियों का समूह आज़ाद हो गया. अधिकारी ने कहा, वही तलविंदर सिंह परमार अब कनाडा में खालिस्तानियों का नायक है और 'सिख फॉर जस्टिस' ने अपने अभियान केंद्र का नाम उनके नाम पर रखा है.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/JEVAu25

Sunday, 24 September 2023

कभी नौकर के रोल के लिए मिले थे 50 रुपए, आज हैं करोड़ों के मालिक, टीवी पर इनके आने का बेसब्री से होता है इंतज़ार

टेलीविजन पर जब भी किसी फैमिली कॉमेडी शो का जिक्र होता है तो जहन में सबसे पहला नाम सब टीवी के फेमस शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा का आता है, जिसका हर किरदार फैंस के दिल में खास जगह बनाए बैठा है. ऐसे में आज हम आपको दिखाते हैं तारक मेहता का उल्टा चश्मा के एक ऐसे किरदार की तस्वीर जिसमें इन्हें पहचान पाना आपके लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगी. अगर दिमाग पर ज़ोर डालने के बाद भी आप इन्हें पहचान नहीं पा रहे हैं तो आपको एक हिंट बता देते हैं कि शादीशुदा होने के बाद भी इनका दिल किसी दूसरी लड़की के लिए धड़कता है.

कौन है ये कॉमेडी का किंग 

इस ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर को जरा गौर से देखिए बढ़ी हुई दाढ़ी और इंटेंस लुक में नजर आ रहा है ये शख्स कौन है? अगर आप गैस नहीं कर पाए तो हम आपको बता दें कि यह तारक मेहता का उल्टा चश्मा के सबसे पॉपुलर और मज़ेदार किरदार जेठालाल उर्फ दिलीप जोशी ही हैं, जो तस्वीर में बेहद अलग अलग रहे हैं. आपको  बता दें कि  दिलीप जोशी यानी तारक मेहता का उल्टा चश्मा के जेठालाल की जिंदगी में कैसा वक्त भी आया जब 1 साल के लिए वो बेरोजगार थे और उनके पास कोई काम नहीं. था तब उन्होंने एक्टिंग छोड़ने का मन बना लिया था और फिर तारक मेहता ऑफर हुआ मेरी किस्मत चमक गई..

फिल्म में बने सलमान खान के नौकर

गुजरात के पोरबंदर में जन्में दिलीप जोशी ने बहुत स्ट्रगल के बाद एक बड़ा नाम हासिल किया है. उन्होंने एक बैक स्टेज आर्टिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी, जिसके लिए उन्हें महज ₹50 मिलते थे. 1989 में उन्होंने सलमान खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म मैंने प्यार किया में उनके घर पर नौकर रामू का किरदार निभाया था. हालांकि, इस रोल में उन्हें खास पहचान नहीं मिली, इसके अलावा दिलीप जोशी ने हमराज, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, खिलाड़ी 420 जैसी कई फिल्मों में काम किया. लेकिन उनके करियर को सबसे बड़ा ब्रेक साल 2008 में टीवी पर आया शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा से मिला, जिससे उन्होंने घर-घर में अपनी पहचान बनाई और आज भी जेठालाल के रूप में घर-घर में पहचाने जाते हैं.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/ROkXcn5

दिल्ली सरकार ने विभागों से जी20 घोषणापत्र के 63 कार्य बिंदुओं को लागू करने पर योजना बनाने को कहा

दिल्ली सरकार ने अपने विभागों से जी20 घोषणापत्र के 63 कार्य बिंदुओं को लागू करने के लिए विस्तृत, समयबद्ध योजना बनाने को कहा है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. इस महीने की शुरुआत में योजना विभाग ने मुख्य सचिव नरेश कुमार द्वारा अनुमोदित एक आदेश में विभिन्न विभागों को अपनी-अपनी कार्य योजनाएं तैयार करने और सितंबर के अंत तक प्रस्तुत करने के लिए कहा.

आदेश में कहा गया कि जी20 नयी दिल्ली शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र में वर्णित दृष्टिकोण को इसके सफल कार्यान्वयन के माध्यम से जमीनी स्तर पर साकार करने जरूरत है. इसमें कहा गया है कि 63 कार्य बिंदुओं को ठोस कार्य योजनाओं में बदलने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है. योजना विभाग के विशेष सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, ‘‘इसलिए संबंधित विभागों से जी20 घोषणापत्र के कार्य बिंदुओं को लागू करने के लिए एक विस्तृत, समयबद्ध कार्य योजना तैयार करने का अनुरोध किया जाता है.''

आदेश में कहा गया है कि महत्वपूर्ण और समयसीमा वाली विस्तृत कार्य योजना 30 सितंबर तक भेजी जानी चाहिए. जी20 शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को नयी दिल्ली में आयोजित किया गया था और ‘जी20 नयी दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन' को सर्वसम्मति से समूह द्वारा अपनाया गया था. घोषणापत्र में रोजगार और आजीविका, गरीबी, जलवायु परिवर्तन, वैश्विक कौशल विकास, अर्थव्यवस्था, निवेश, लैंगिक अंतराल को कम करना, बाल श्रम, भ्रष्टाचार से मुकाबला और खाद्य सुरक्षा जैसे मुद्दे शामिल थे.

परिवहन और पर्यावरण जैसे विभाग और दिल्ली परिवहन निगम तथा दिल्ली मेट्रो रेल निगम सहित अन्य एजेंसियां, कम ग्रीनहाउस गैस और कार्बन उत्सर्जन के लिए संबंधित कार्य बिंदु पर काम करेंगी. उद्योग और स्वास्थ्य विभाग जिन कार्य बिंदुओं पर काम करेंगे, उनमें भविष्य में स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए बेहतर तैयारी को लेकर विकासशील देशों में चिकित्सा उपायों तक पहुंच में सुधार और अधिक आपूर्ति तथा उत्पादन क्षमताओं को सुविधाजनक बनाना शामिल है.

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग एक कार्य बिंदु पर काम करेगा जिसमें डिजिटल सेवाओं और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे तक पहुंच में सुधार करना और टिकाऊ एवं समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल परिवर्तन के अवसरों का लाभ उठाना शामिल है. रोजगार, शिक्षा और श्रम विभाग ऐसे कार्य बिंदु पर काम करेंगे जो टिकाऊ, गुणवत्तापूर्ण, स्वस्थ, सुरक्षित और लाभकारी रोजगार को बढ़ावा दे.

आदेश में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस कानूनी ढांचे और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के अनुरूप अपराध से अर्जित आय को जब्त करने, पीड़ितों और सरकारों को वापस करने के वैश्विक प्रयासों को बढ़ाने में सहायता के लिए एक कार्य बिंदु पर काम करेगी.
 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/SUm2pPh

वीडियो : मुकेश अंबानी ने परिवार के साथ मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा की

उद्योगपति मुकेश अंबानी, पत्नी नीता अंबानी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रविवार को भगवान गणपति से आशीर्वाद लेने के लिए मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे. मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के साथ उनके बच्चे ईशा और अनंत भी थे. साथ ही अमानी को भी अपने प्यारे छोटे पोते-पोतियों के साथ देखा गया.


हाल ही में, मुकेश अंबानी और नीता अंबानी ने गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाने के लिए अपने मुंबई स्थित आवास एंटीलिया में एक समारोह का आयोजन किया. इस समारोह में बॉलीवुड, खेल, व्यापार और राजनीतिक बिरादरी के प्रसिद्ध लोग पहुंचे.

हिंदू चंद्र-सौर कैलेंडर माह 'भाद्रपद' के चौथे दिन शुरू होने वाला दस दिवसीय त्योहार गणेश चतुर्थी मंगलवार को शुरू हुआ. यह शुभ दस दिवसीय त्योहार 'चतुर्थी' से शुरू होता है और 'अनंत चतुर्दशी' पर समाप्त होता है.


गणेश चतुर्थी को 'विनायक चतुर्थी' या 'विनायक चविथी' के नाम से भी जाना जाता है. यह मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/o8BYrpz

पाकिस्तानी एक्ट्रेस ने शाहरुख खान के गाने 'चलेया' पर किया डांस, पीछे दिख रहे थे किंग खान

पाकिस्तानी एक्ट्रेस हनिया आमिर, शाहरुख खान की बहुत बड़ी फैन हैं और उन्होंने बार-बार उनके गानों पर डांस करके और उनके सिग्नेचर पोज देकर इसे साबित भी किया है. शनिवार को इंस्टाग्राम पर हनिया ने अपने फैन्स को एक दोस्तों के साथ अपनी मस्ती की एक झलक दिखाई. हनिया ने अपने दोस्तों सिंगर यशल शाहिद, आशिर वजाहत, नायेल वजाहत समेत दूसरों के साथ फोटो शेयर की और इसके अगली पोस्ट में वो शाहरुख की हालिया रिलीज जवान के गाने पर डांस कर रही थीं.

उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वो अपने दोस्तों के साथ शाहरुख खान की लेटेस्ट फिल्म 'जवान' के गाने चलेया पर डांस कर रही हैं. ढीला सफेद टॉप और पिंक लोअर पहने हनिया ने अपने टीवी के सामने डांस करना शुरू कर दिया. टीवी पर शाहरुख डांस करते दिख रहे थे और सामने हानिया डांस कर रही थीं. हनिया बिल्कुल शाहरुख के कदम से कदम मिला रही थीं.

फैंस ने की हनिया की तारीफ

हानिया ने पोस्ट को कैप्शन नहीं दिया लेकिन बस इतना लिखा "गंदा". इस पोस्ट को रैपर बादशाह और शहनाज गिल के भाई शहबाज ने भी लाइक किया है. पोस्ट पर रिएक्ट करते हुए एक फैन ने लिखा, "आपके चेहरे की स्माइ ही सब कुछ है! अल्लाह आपकी खुशी को बुरी नजर से बचाए और आपको सुरक्षित रखे. आमीन! @haniaheheofficial हमेशा मुस्कुराते रहें!!" एक ने लिखा था, "डांस बहुत प्यारा है". एक इंस्टाग्राम यूजर ने कहा, "हम आपको शाहरुख के साथ एक फिल्म में देखना चाहते हैं".

शाहरुख खान की फैन हैं हनिया 

अगस्त में हनिया ने इंस्टाग्राम पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह शाहरुख का सिग्नेचर पोज कर रही थीं. हानिया थोड़ा झुक कर दोनों बाहें फैलाती दिख रही थीं. पोज देते टाइम उन्होंने अलग-अलग ड्रेसेज पहनी हुई थीं. वीडियो हानिया की स्माइल के साथ खत्म हुआ. उन्होंने पोस्ट को हिंदी में कैप्शन दिया, "अरे, आप बोर नहीं हो रहे हैं, है ना?".



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/qBp5n4V

Saturday, 23 September 2023

Expend4bles Box Office Collection Day 1: 'जवान' को टक्कर देने आई एक्सपेंडेबल्स, फिल्म ने पहले दिन इंडिया में कमाए इतने करोड़

Expend4bles Box Office Collection Day 1: शाहरुख खान की फिल्म जवान को रिलीज हुए दो हफ्ते हो चुके हैं. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लगातार कमाई कर रही है. वहीं जवान की टक्कर देने के लिए इस हफ्ते हॉलीवुड फिल्म एक्सपेंड4बल्स रिलीज हुई है. यह एक्सपेंडेबल्स सीरीज की चौथी फिल्म है. इस शुक्रवार को यह फिल्म दुनियाभर के बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई है. अपने पहले ही दिन एक्सपेंड4बल्स ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत की है. हालांकि फिल्म का कलेक्शन शाहरुख खान की जवान जितना तो नहीं लेकिन हॉलीवुड फिल्म होने के कारण एक्सपेंड4बल्स ने अच्छी शुरुआत की है. 

इस फिल्म ने अपने पहले दिन भारत में 2 करोड़ रुपये की ओपनिंग की है. एक्सपेंड4बल्स ने यह कमाई अपनी सभी भाषाओं में की है. यह आकांड़े फिल्म के सुबह और दोपहर के शो के आधार पर हैं. हालांकि सटीक आंकड़े अभी आना बाकी हैं. भारत में एक्सपेंड4बल्स को चार भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु और तमिल में रिलीज किया गया है. इस फिल्म का निर्देशन "नीड फॉर स्पीड" और "हिडन स्ट्राइक" जैसी फिल्में बना चुके मशहूर डायरेक्टर स्कॉट वॉ ने किया है. एक्सपेंड4बल्स की खास बात यह है कि इसमें स्टैथम, स्टेलोन, ली क्रिसमस और बार्नी रॉस अपने किरदारों को दोहरा रहे हैं. 

आपको बता दें कि एक्सपेंडेबल्स 4 में शामिल किए गए लोगों में एंडी गार्सिया, 50 सेंट, मेगन फॉक्स, टोनी जा, इको उवैस, जैकब स्किपियो और लेवी ट्रान शामिल हैं.  मैक्स एडम्स ने फिल्म की पटकथा लिखी है, जिसका निर्माण एवी लर्नर, केविन किंग-टेम्पलटन, लेस वेल्डन, यारिव लर्नर और स्टैथम ने किया है. एक्सपेंड4बल्स हॉलीवुड सिनेमा की चर्चित फिल्म सीरीज में से एक हैं. जो अपने अलग एक्शन के लिए जानी जाती है. 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/31tPzir

सनातन मामले पर अदालत के नोटिस पर उदयनिधि स्टालिन ने कहा, 'हम न्यायपालिका में विश्वास रखते हैं'

सनातन धर्म विवाद को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी नोटिस पर द्रविड़ मुनोत्र कषगम (द्रमुक) के नेता और तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को कहा कि वह न्यायपालिका में विश्वास रखते हैं. मंत्री ने यहां संवाददाताओं को बताया कि शीर्ष अदालत द्वारा नोटिस जारी करने की खबरें उन्होंने सिर्फ अखबारों में ही पढ़ी हैं और उन्हें अभी तक नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है. नोटिस के संबंध में उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत में उचित जवाब दाखिल किया जाएगा. उदयनिधि ने कहा कि हम न्यायपालिका में विश्वास रखते हैं. सनातन धर्म विवाद पर उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस और बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने 22 सितंबर को चेन्नई के वकील बी जगन्नाथ द्वारा दाखिल एक याचिका पर नोटिस जारी किया था.

वहीं, मक्कल निधि मय्यम प्रमुख कमल हासन भी अब इस विवाद में कूद पड़े हैं, उन्‍होंने उदयनिधि स्‍टालिन का समर्थन किया है. कमल हासन ने शुक्रवार को कहा कि उदयनिधि स्टालिन को सनातन धर्म पर उनकी टिप्पणी के लिए परेशान किया जा रहा है. कोयंबटूर में एक पार्टी बैठक को संबोधित करते हुए हासन ने उदयनिधि, भाजपा या किसी अन्य संगठन का नाम लिए बिना कहा कि आज एक "छोटे बच्चे" को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि उसने सनातन धर्म के बारे में बात की थी.

कुळ दिनों पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीना रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स और मध्य प्रदेश में 10 औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इसी के साथ पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी गठबंधन इंडिया पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि सनातन को मिटाकर देश को फिर से गुलामी में धकेलना चाहते हैं. इनका नेता तय नहीं है, नेतृत्व पर भ्रम है. लेकिन इन्होंने अपनी मुंबई मीटिंग में ये घमंडिया गठबंधन कैसे काम करेगा इसकी नीति और रणनीति बना दी है. इन्होंने अपने एक छिपा एजेंडा भी तय कर लिया है.

विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, "ये घमंडिया गठबंधन वाले सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं. जिस सनातन को गांधी जी ने जीवनपर्यंत माना, जिस सनातन ने उन्हें अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया. ये घमंडिया गठबंधन के लोग उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं."



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/j2VKSx3

विपक्ष ने भाजपा सांसद बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दबाव बढ़ाया, भाजपा ने पलटवार किया

विपक्षी दलों के नेताओं ने सदन में बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर दबाव बढ़ाया. लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक के सुरेश (जो घटना के समय पीठासीन सभापति के रूप में संचालन कर रहे थे) उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने बिधूड़ी को तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए बिरला को पत्र लिखा है. सुरेश ने मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की मांग की है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि वह घटना के समय सदन में शोर-शराबे और अनुवाद सेवाएं बहुत अच्छी नहीं होने की वजह से बिधूड़ी के शब्दों का सही अर्थ नहीं समझ सके, हालांकि उन्होंने सदस्यों के रुख को भांपते हुए विवादित टिप्पणियों को कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया. बिधूड़ी के बयानों को लेकर भाजपा आलोचना का सामना कर रही है. इस बीच, पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने सदन में अली के आचरण पर सवाल उठाया और अध्यक्ष से लोकसभा में बसपा सांसद और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) तथा द्रमुक जैसे दलों के सदस्यों द्वारा दिए गए बयानों की जांच के लिए एक समिति गठित करने का आग्रह किया. दुबे ने शनिवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली के ‘अशोभनीय' आचरण और टिप्पणियों की भी जांच करनी चाहिए.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में दुबे ने अली पर बृहस्पतिवार को लोकसभा में विधूड़ी के भाषण के दौरान टोका-टोकी करने तथा अप्रिय टिप्पणियां करने का आरोप लगाया एवं कहा कि उनके ऐसा करने का मकसद उन्हें (बिधूड़ी को) उकसाना था कि वह अपना धैर्य खो दें. दुबे ने आरोप लगाया कि अली ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ‘बहुत ही आपत्तिजनक और अपमानजनक' टिप्पणी की. वहीं, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हरियाणा प्रभारी बिप्लब कुमार देब ने शनिवार को कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख उदय भान पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया. देब ने सवाल उठाया कि क्या किसी विपक्षी नेता ने इसकी निंदा की.

बिधूड़ी द्वारा लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने पर शुक्रवार को एक बड़ा विवाद पैदा हो गया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिधूड़ी को चेतावनी दी तथा उनकी पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया. बिधूड़ी की टिप्पणियों को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया है. बृहस्पतिवार को लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान बिधूड़ी की टिप्पणी पर हंगामा मच गया. इसके बाद सांसद अली ने कहा था कि अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह सदन की सदस्यता छोड़ने पर विचार कर सकते हैं. कांग्रेस नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नसीम खान ने शनिवार को मांग की कि लोकसभा में बसपा के सदस्य दानिश अली के बारे में अपमानजनक टिप्पणी को लेकर भाजपा सांसद बिधूड़ी को स्थायी रूप से निलंबित किया जाना चाहिए.

अली के खिलाफ कथित तौर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों पर ‘‘दुख और हैरानी'' जताते हुए तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य के कविता ने शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया. कविता ने ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘हमारे राष्ट्र की सर्वोच्च विधायिका में सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा सांसद दानिश अली जी के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी सुनना दुखद और चौंकाने वाला है. इस तरह के व्यवहार का हमारे लोकतांत्रिक विमर्श में कोई स्थान नहीं है. मैं माननीय अध्यक्ष ओम बिरला जी से तत्काल और कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध करती हूं.''

लोकसभा अध्यक्ष से बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई. केवल चेतावनी जारी करके, आप सांसदों को यह बता रहे हैं कि कोई भी इस तरह का व्यवहार करके बच सकता है.'' प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने अली के खिलाफ बिधूड़ी द्वारा आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने को शर्मनाक करार देते हुए शनिवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान में यह दावा भी किया कि नफरत अब लोकतंत्र के मंदिर तक पहुंच चुकी है.

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर मोदी और उनके परिवार के खिलाफ भद्दे और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिधूड़ी की टिप्पणी की निंदा करते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि बिधूड़ी ने ‘‘सड़क के गुंडे जैसा व्यवहार किया.' तेजस्वी ने कहा कि उन्हें बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई होने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के नेताओं को सभी प्रकार के आपराधिक व्यवहार में शामिल होने का अधिकार है.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/QDOPIGs

"तब तक इसे लागू नहीं होने देंगे....": महिला कोटा विधेयक पर भाजपा की उमा भारती

भारतीय जनता पार्टी नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शनिवार को कहा कि वह महिला आरक्षण विधेयक को तब तक लागू नहीं होने देंगी, जब तक इसमें ओबीसी को ध्यान में नहीं रखा जाएगा. उमा भारती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मैं देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हूं. हमने महिलाओं को 33% आरक्षण देने वाले विधेयक को स्वीकार कर लिया है, लेकिन जब तक इसमें ओबीसी को ध्यान में नहीं रखा जाएगा, मैं इस विधेयक को लागू नहीं होने दूंगी." 

उमा भारती ने कहा, "मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से आगामी चुनावों में महिलाओं को 50% आरक्षण प्रदान करने की अपील करना चाहती हूं. इससे पहले मंगलवार को, उमा भारती ने महिला आरक्षण विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, जिसमें मांग की गई थी कि विधायी निकायों में महिलाओं के लिए सुनिश्चित 33 प्रतिशत आरक्षण में से 50 प्रतिशत एसटी, एससी और ओबीसी समुदाय के लिए रखा जाना चाहिए.

अपने पत्र में उमा भारती ने लिखा, "संसद में महिला आरक्षण विधेयक पेश होना देश की महिलाओं के लिए खुशी की बात है. 1996 में जब महिला आरक्षण का बिल तत्कालीन प्रधानमंत्री देवेगौड़ा ने संसद में पेश किया था, तब मैं संसद सदस्य थी. मैंने तुरंत इस विधेयक में एक संशोधन पेश किया और आधे से अधिक सदन ने मेरा समर्थन किया. देवेगौड़ा ने संशोधन को सहर्ष स्वीकार कर लिया. उन्होंने इसे स्थायी समिति को सौंपने की घोषणा की. स्थगित होने से पहले सदन में काफी हंगामा हुआ. जैसे ही वह सदन के गलियारे में आईं, उनकी पार्टी के कई सांसद नाराज थे, लेकिन दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनकी बात धैर्यपूर्वक सुनी. उमा भारती ने लिखा, कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मुलायम सिंह यादव, लालू यादव और उनकी पार्टी के सांसद सभी संशोधन के पक्ष में थे.

उमा भारती ने अपने पत्र में कहा, "मैं आपके (पीएम मोदी) सामने एक संशोधन का प्रस्ताव भी पेश कर रही हूं. मुझे विश्वास है कि आप प्रस्तावित संशोधनों के साथ इस विधेयक को पारित करा लेंगे. विधायी निकायों में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण एक विशेष प्रावधान है."  हालांकि, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इन 33 प्रतिशत आरक्षित सीटों में से 50 प्रतिशत एसटी, एससी और ओबीसी महिलाओं के लिए अलग रखी जाएं.'' उन्होंने कहा, "मैं अब संसद में नहीं हूं लेकिन देश के पिछड़े, दलित और आदिवासी वर्गों को भरोसा है कि हमारी सरकार हितों को ध्यान में रखते हुए विधेयक को मंजूरी देगी."  



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/br4p0wQ