Thursday, 31 August 2023

50 की उम्र के बाद करियर की शुरुआत, 225 फिल्मों में काम, लेकिन आखिरी समय में पाई-पाई को मोहताज हो गया था ये एक्टर

'इतना सन्नाटा क्यों है भाई'...इस डायलॉग को सुन क्या आपको कुछ याद आया. क्या आप उस एक्टर को पहचान पाएं, जो आज भी हमारे दिलों में बसा हुआ है. हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड की आइकॉनिक फिल्म 'शोले' के किरदार 'रहीम चाचा' की. उनका ये डायलॉग आज भी हर जुबां से सुनने को मिल ही जाता है. सिनेमा का 'सन्नाटा' तोड़ने में महारत हासिल करने वाले 'रहीम चाचा' ने 50 साल की उम्र के बाद ही बॉलीवुड में करियर की शुरुआत की. करीब 225 फिल्मों में काम भी किया लेकिन अपने आखिरी समय में वो पाई-पाई को मोहताज हो गए थे. उनके पास दवाई खरीदने तक के पैसे नहीं थे. अगर आप अब भी उस एक्टर को अब तक पहचान नहीं पाएं तो चलिए बताते हैं आखिर हम किसी की बात कर रहे हैं.

एक दर्जी जिसके पास था सिनेमा का सन्नाटा तोड़ने का हुनर

हम बात कर रहे हैं अपने दमदार डायलॉग से हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करने वाले बेहतरीन एक्टर अवतार किशन हंगल यानी एके हंगल (AK Hangal) की. उनका जन्म 1 फरवरी, 1914 को पंजाब के सियालकोट में हुआ था. जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है. कश्मीरी पंडित परिवार से आने वाले एके हंगल का पूरा बचपन पेशावर में बीता था. बहुत कम लोग जानते हैं कि एक्टिंग में करियर शुरू करने से पहले एके हंगल दर्जी हुआ करते थे. टेलरिंग कर अपना परिवार चलाते थे. 1936 से 1965 तक एक स्टेज आर्टिस्ट के तौर पर काम किया था.

आजादी की लड़ाई में 3 साल तक जेल

आजादी की लड़ाई में एके हंगल का अहम योगदान रहा था. 1929 से 1947 तक उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया. इसकी वजह से करीब तीन साल तक कराची की जेल में भी रहे. जेल से बाहर आने के बाद पूरे परिवार के साथ मुंबई में शिफ्ट हो गए. 

बॉलीवुड में ऐसे हुई एंट्री

एके हंगल की बॉलीवुड में तब एंट्री हुई, जब कई एक्टर रिटायरमेंट की सोचते हैं.  52 साल की उम्र में फिल्म 'तीसरी कसम' से उनका बॉलीवुड डेब्यू हुआ. उम्र ज्यादा थी तो उन्हें ज्यादातर रोल बुजुर्ग के ही मिलते थे. उनका दमदार अभिनय किसी भी सीन में जान डाल देता था. फिल्म 'शोले' के रहीम चाचा का डायलॉग, 'इतना सन्नाटा क्यों है भाई' उनमें से एक है.एके हंगल ने अपने करियर में करीब 225 फिल्मों में अभिनय किया. इनमें शोले, आईना, नमक हराम, मंजिल, प्रेम बंधन, हीर रांझा, अर्जुन, कोरा कागज, शौकीन, आंधी और परिचय जैसी फिल्में शामिल हैं. 

आखिरी समय में पाई-पाई को हो गए थे मोहताज

एके हंगल उम्र के आखिरी पड़ाव पर अपने बेटे के साथ एक छोटे से घर में रहते थे. एक दौर ऐसा भी आया था, जब उनके पास दवाई खरीदने तक के पैसे नहीं बचे थे. तब कई कलाकारों ने उनकी मदद की. एक बार घर में बाथरूम में फिसलकर गिरने से उनकी जांघ की हड्डी टूट गई और पीठ में भी गहरी चोट आई थी. लगातार इलाज के बाद हालत बिगड़ती जा रही थी. आखिरकार 26 अगस्त, 2012 को एके हंगल इस दुनिया को छोड़कर चले गए. 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/gMrHQbe

भारत के साथ ही फिलीपीन, मलेशिया, वियतनाम और ताइवान ने भी चीन के नये नक्शे को किया खारिज

बीजिंग: भारत के साथ-साथ फिलीपीन, मलेशिया, वियतनाम और ताइवान की सरकारों ने बृहस्पतिवार को चीन के नए राष्ट्रीय मानचित्र को खारिज कर दिया और कड़े शब्दों में बयान जारी कर आरोप लगाया कि बीजिंग उनके देश के क्षेत्र पर अपना दावा कर रहा है. चीन ने सोमवार को अपने राष्ट्रीय मानचित्र का एक नया संस्करण प्रकाशित किया, जिसे इसने अतीत में ‘समस्यात्मक मानचित्र' के रूप में संदर्भित किया था .

भारत ने मंगलवार को चीन के तथाकथित ‘मानक मानचित्र' पर कड़ा विरोध दर्ज कराया था, जिसमें अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन पर दावा किया गया है. भारत ने कहा था कि इस तरह के कदम सीमा विवाद के समाधान को केवल जटिल बनाते हैं. विदेश मंत्रालय ने भी चीन के दावों को आधारहीन करार देते हुये खारिज कर दिया था.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘सिर्फ बेतुके दावे करने से दूसरे लोगों का क्षेत्र आपका नहीं हो जाता.'' फिलीपीन सरकार ने बृहस्पतिवार को चीन के तथाकथित ‘मानक मानचित्र' के 2023 संस्करण की आलोचना की.

चीनी प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय ने 28 अगस्त को विवादास्पद मानचित्र जारी किया जो दक्षिण चीन सागर में कथित तौर पर चीन की सीमाओं को दर्शाता है. फिलीपीन के विदेश मामलों की प्रवक्ता मा तेरेसिता दाजा ने एक बयान में कहा, ‘‘... समुद्री क्षेत्रों पर चीन की कथित संप्रभुता और अधिकार क्षेत्र को वैध बनाने के इस नवीनतम प्रयास का अंतरराष्ट्रीय कानून, विशेष रूप से 1982 की समुद्र कानून संबंधी संयुक्त राष्ट्र संधि (यूएनसीएलओएस) के तहत कोई आधार नहीं है.''

दाजा ने कहा कि 2016 के ‘‘आर्बिट्रल अवार्ड'' ने पहले ही सीमांकन को अमान्य कर दिया है और चीन से यूएनसीएलओएस के तहत अपने दायित्वों का पालन करने का आह्वान किया है. मनीला ने पहले ही 2013 में चीन के राष्ट्रीय मानचित्र के प्रकाशन का विरोध किया था, जिसमें कलायान द्वीप समूह या स्प्रैटलीज़ के कुछ हिस्सों को चीन की ‘राष्ट्रीय सीमा' के भीतर रखा गया था.

मलेशियाई सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावों पर एक विरोध नोट भेजेगी, जैसा कि ‘चीन मानक मानचित्र संस्करण 2023' में उल्लिखित है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि मलेशिया दक्षिण चीन सागर में चीन के दावों को मान्यता नहीं देता है, जैसा कि चीन के मानक मानचित्र के ताजा संस्करण में बताया गया है और उसमें मलेशिया के समुद्री क्षेत्र को भी शामिल किया गया है.

चीन के उकसावे वाली इस ताजा कार्रवाई की वियतनाम ने भी आलोचना की है. वियतनामी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फाम थू हैंग ने कहा कि वियतनाम होआंग सा (पैरासेल) और ट्रूओंग सा (स्प्रैटली) द्वीपों पर अपनी संप्रभुता को दृढ़ता से दोहराता है, और चीन के किसी भी समुद्री दावे को दृढ़ता से खारिज करता है.

उधर, ताइवान के विदेश मंत्रालय ने भी चीन के नए ‘मानक मानचित्र' की आलोचना करते हुए कहा कि ताइवान पर कभी भी चीन का शासन नहीं रहा है. इस बीच, चीन के विदेश मंत्रालय ने संकेत दिया कि वह मानचित्र मुद्दे पर पीछे नहीं हट रहा है.

ये भी पढ़ें:-

नए सेवा कानून का परीक्षण करेगा सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली सरकार की अर्जी पर केंद्र को नोटिस

सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक बुलाया संसद का "विशेष सत्र", फिलहाल एजेंडे की जानकारी नहीं



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/feLUgPs

गुरुग्राम : शराबF के नशे में धुत लोगों ने CNG स्टेशन के कर्मियों पर किया हमला, 2 गिरफ्तार

गुरुग्राम: दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर स्थित सीएनजी स्टेशन के एक प्रबंधक और दो कर्मियों पर नशे में धुत लोगों के एक समूह ने कथित रूप से हमला किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक बुधवार मध्य रात्रि को आरोपियों ने तीनों लोगों की लाठियों से कथित तौर पर पिटाई की. पुलिस ने बताया कि समूह के दो लोगों को सीएनजी स्टेशन के अन्य कर्मचारियों ने मौके पर ही पकड़ लिया जबकि बाकी अपनी कार से भाग गए.

पुलिस ने बताया कि खेड़की दौला पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक घटना बुधवार देर रात लगभग एक बजे की है, जब एक कार राजमार्ग पर स्थित नखरोला गांव के निकट असम ऑयल पेट्रोल पंप एवं सीएनजी स्टेशन पर पहुंची.

पुलिस ने बताया कि कार में सवार सभी लोग नशे में धुत थे और जब कार में गैस भर गई तो इसके बाद वे गाड़ी से बाहर निकले. पुलिस के अनुसार सीएनजी स्टेशन के कर्मी कृष्ण कुमार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि जब एक अन्य कर्मी आकाश ने उनसे पैसे मांगे तो उन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और मामला बढ़ गया.

कृष्ण कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि सुखबीर, आकाश और बीजू गंभीर रूप से घायल हुए हैं और अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया.

पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद बृहस्पतिवार को खेड़की दौला पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148 (दंगा करने), 149 (गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होने), 323 (चोट पहुंचाने), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान मानेसर के रहने वाले प्रवेश और नवीन के रूप में हुई है जबकि पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.

ये भी पढ़ें:-

नए सेवा कानून का परीक्षण करेगा सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली सरकार की अर्जी पर केंद्र को नोटिस

सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक बुलाया संसद का "विशेष सत्र", फिलहाल एजेंडे की जानकारी नहीं



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/1tWMgfJ

स्कूल में प्रताड़ना से तंग आकर 14 साल की छात्रा ने लगाई फांसी, 2 टीचरों पर केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक 14 साल की लड़की ने स्कूल में टीचर की प्रताड़ना और मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्रा 10वीं में पढ़ती थी. बताया जा रहा है कि वह गरीब परिवार से थी और स्कूल की फीस भरने में उसे दिक्कत आ रही थी. इसे लेकर दो टीचर उसे गरीब और जातिवाद के ताने देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही थी. सुसाइड नोट में छात्रा ने स्कूल की दो टीचर पर बार-बार जाति को लेकर आपत्तिजनक शब्द कहने और प्रताड़ित किए जाने से दुखी होकर जान देने का जिक्र किया है. छात्रा की मां की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

बताया जा रहा है कि मामला 4 अगस्त का है. पुलिस ने बुधवार को इस मामले में दो आरोपी टीचर के खिलाफ केस दर्ज किया. रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रा के पिता की कई साल पहले मौत हो चुकी है. छात्रा की मां किसी तरह अपनी दो बेटियों को पढ़ा रही थी. बड़ी बहन के साथ हुए इस हादसे के बाद छोटी बहन ने भी स्कूल जाना छोड़ दिया है. टीचरों के इस भेदभाव के बाद मृत छात्रा की मां काफी हताश है. उन्होंने कार्रवाई को लेकर नगर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद उन्होंने एसपी से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस ने दो टीचरों के खिलाफ केस दर्ज किया. 

छात्रा की मां ने एसपी को बताया कि 4 अगस्त को उनकी बेटी को प्रताड़ित करते हुए क्लास से बाहर खड़ा कर दिया गया. उसी दिन घर आकर उनकी बेटी ने फांसी लगाकर जान दे दी. उसने सुसाइड नोट में जाति सूचक शब्दों से तंग आकर जान देने की बात लिखी है. उन्होंने बताया कि स्कूल के टीचर तौहीद ने उनकी बेटी को बदनाम करने की भी कोशिश की. टीचर तौहीद ने झूठा आरोप लगाया कि उनकी बेटी ने किसी लड़के दोस्त की वजह से जान दी है.

इस मामले में एसपी दिनेश कुमार सिंह ने शहर कोतवाली पुलिस को फटकार लगाई. जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई. कोतवाल संजय मौर्य ने बताया कि टीचर वस्फी खातून और टीचर तौहीद के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है. फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/eHzN46b

अदाणी समूह ने OCCRP के सभी आरोपों को खारिज किया, कहा - फिर मुनाफ़ा कमाने की हो रही कोशिश

अदाणी समूह ने ऑर्गेनाइडज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) द्वारा लगाए गए छिपे विदेशी निवेशकों के 'दोबारा थोपे गए' आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज किया है. समूह ने एक बयान जारी कर कहा, "ये समाचार रिपोर्टें हिंडनबर्ग की नाकारा रिपोर्ट को दोबारा हवा देने के लिए विदेशी मीडिया के एक वर्ग के समर्थन से जॉर्ज सोरोस-फंडेड OCCRP की एक और कोशिश प्रतीत होती है... दरअसल, यही उम्मीद थी, जब पिछले हफ़्ते मीडिया ने यही आशंका जताई थी..."

अदाणी समूह ने कहा कि एक स्वतंत्र निर्णायक प्राधिकारी और एक अपीलीय न्यायाधिकरण - दोनों ने पुष्टि की है कि मूल्यांकन को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं दिखाया गया और लेनदेन लागू कानूनों के अनुसार किए गए थे.

बयान में आगे कहा गया, "चल रही नियामक प्रक्रिया का सम्मान करना अहम है... हमें कानून की उचित प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है और हम अपने खुलासों की गुणवत्ता और कॉरपोरेट प्रशासन मानकों के प्रति आश्वस्त हैं... इन तथ्यों के प्रकाश में इन समाचार रिपोर्टों का समय संदिग्ध, शरारतपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण है, और हम इन रिपोर्टों को पूरी तरह खारिज करते हैं..."

सुप्रीम कोर्ट ने अदाणी समूह के पक्ष में फैसला सुनाया था और मामला मार्च, 2023 में बंद कर दिया गया था. समूह के मुताबिक, "स्पष्ट रूप से चूंकि कोई अधिक मूल्यांकन नहीं पाया गया था, इसलिए धन के लेनदेन को लेकर लगे इन आरोपों की कोई प्रासंगिकता या आधार नहीं है..."

समूह ने कहा, OCCRP द्वारा किए गए ये दावे "एक दशक पहले के बंद मामलों पर आधारित हैं, जब राजस्व खुफिया निदेशालय ने अधिक चालान, विदेश में धन के हस्तांतरण, संबंधित पार्टी लेनदेन और FPI के माध्यम से निवेश के आरोपों की जांच की थी..."

अदाणी समूह ने यह भी साफ़ किया कि जिन FPI का नाम लिया गया, वे पहले से भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की जांच का हिस्सा हैं.

समूह ने बताया, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति के अनुसार न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता आवश्यकताओं के उल्लंघन या स्टॉक की कीमतों में हेरफेर का कोई सबूत नहीं मिला है.

समूह के अनुसार, "दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें सवाल भेजने वाले प्रकाशनों ने हमारी प्रतिक्रिया को पूरा प्रकाशित नहीं किया... सभी बातों के अलावा, इन प्रयासों का उद्देश्य हमारे शेयरों की कीमतों को नीचे लाकर मुनाफा कमाना है और शॉर्ट सेलरों की विभिन्न अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है..."

OCCRP के आरोपों को अदाणी ग्रुप ने बताया गलत - खास बातें

  • OCCRP ने दो विदेशी निवेशकों के ज़रिये इनसाइडर ट्रेडिंग का लगाया है आरोप
  • ये आरोप पुराने हैं और रिसाइकिल किए गए हैं : अदाणी
  • न्यायिक जांच में कुछ गलत नहीं मिला : अदाणी
  • इन विदेशी निवेशकों की जांच SEBI पहले ही कर रहा है : अदाणी
  • SC कमेटी की जांच में शेयर होल्डिंग नियमों का उल्लंघन नहीं मिला : अदाणी
  • SC, SEBI की जांच की कद्र करनी चाहिए : अदाणी
  • ये रिपोर्ट एक बार फिर से पैसा बनाने की कोशिश : अदाणी
  • इन शॉर्ट सेलरों की कई एजेंसियां कर रहीं जांच : अदाणी
  • अफसोस है, मीडिया रिपोर्ट्स में हमारा बयान शामिल नहीं किया गया : अदाणी


from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/p40b5id

Wednesday, 30 August 2023

पंजाब के मुख्यमंत्री ने 5,714 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नियुक्ति पत्र सौंपा

अमृतसर: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत कार्य करने के लिए 5,714 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नियुक्ति पत्र सौंपे. अमृतसर स्थित गुरु नानक देव विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मान ने कहा कि बच्चों के पूर्ण विकास में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका है.

रक्षाबंधन के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री की कलाई पर ‘राखी' बांधी. मान ने भरोसा दिया कि राज्य सरकार आगामी दिनों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के कल्याण के लिए कदम उठाएगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें अपना काम करने के दौरान कोई परेशानी नहीं हो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में 35 हजार से अधिक युवाओं को नौकरी दी है. उन्होंने कहा कि भर्ती की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है और योग्यता के आधार पर नौकरी दी गई. उन्होंने कहा कि महिलाएं और लड़कियां हर क्षेत्र में अपनी योग्यता साबित कर रही हैं और राज्य सरकार का कर्तव्य है कि वह लड़कियों की शिक्षा और उनके रोजगार के लिए नए रास्ते खोलकर उन्हें सशक्त बनाए.

मान ने कहा कि उनकी मां संगरूर स्थित अपने पैतृक गांव में रहना पसंद करती हैं और उन्हें अपनी मां से मिले 40 दिन हो गए हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन इससे पंजाब की सेवा करने के पथ से वह विचलित नहीं होते क्योंकि राज्य की बुजुर्ग महिलाएं उनकी मां हैं और उनका आशीर्वाद उनके साथ है.

ये भी पढ़ें:-

मणिपुर : हिंसा के बीच फंसे मुस्लिम समुदाय ने दोनों पक्षों से की शांति की अपील

हरियाणा के दूसरे हिस्सों में दिखने लगा नूंह हिंसा का असर, मुस्लिमों के बहिष्कार के लिए जारी हो रहे फरमान



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/iMqp2g4

कार्तिक कुदरत का बनाया वो फरिश्ता है, जिसकी आवाज़ सुन मंत्रमुग्ध हो जाएंगे, कहानी जान भावुक हो जाएंगे

सोशल मीडिया पर आज हम आपको अब तक सबसे बेहतरीन वीडियो के बारे में बताने जा रहे हैं. ये वीडियो बहुत ही खास है. सच कहा जाए तो एक उम्मीद है, उन लोगों के लिए जो विषम परिस्थितियों में ज़िंदगी से हार मान लेते हैं. भाजपा नेता Temjen Imna Along ने इसे शेयर किया है. ये कार्तिक नाम के लड़के की एक कहानी है, जिसपर प्रकृति का प्यार है. इसे कुदरत ने ख़ुद अपने हाथों से गढ़ा है. कार्तिक आम लड़कों की तरह नहीं है, मगर सबसे अलग है और सबसे ख़ास है.

दरअसल, कार्तिक एक बीमारी से जूझ रहा है, मगर उसकी आवाज़ में मां सरस्वती ख़ुद विराजमान हैं. कार्तिक अच्छे से बोल नहीं पाता है, मगर जब गाता है तो लोग उसके आवाज़ के दिवाने हो जाते हैं.

पूरा वीडियो देखें

इस वीडियो में कार्तिक और उसके पैरेंट्स की कहानी है. कार्तिक अपने संघर्ष के साथ आगे बढ़ रहा है. एक रियलिटी शो में जाता है. शुरुआत में तो वो बोलने से भी हिचकता है, मगर जब वो गाता है तो शो के जज खुद को रोक नहीं पाते हैं. इस वीडियो को देखने के बाद आप समझ ही गए होंगे कि कैसे कार्तिक को कुदरत ने ख़ुद अपने हाथों से गढ़ा है.

सोशल मीडिया पर 5 लाख से ज़्यादा लोगों ने इस वीडियो को देखा है. इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स भी देखने को मिल रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- भगवान ने कार्तिक को बेहद खास बनाया है. वहीं एक अन्य यूज़र ने कार्तिक के बारे में कमेंट करते हुए लिखा है- कार्तिक बहुत ही सुंदर है. उसके पैरेंट्स को सलाम.
 



from NDTV India - Zara hatke https://ift.tt/QsWS1FE

ज़िंदगी में हताश हैं तो ये वीडियो देखिए, 14 सेकंड का ये वीडियो जादू है, आप पॉजीटिव हो जाएंगे

आए दिन सोशल मीडिया पर कई वीडियो देखने को मिलते रहते हैं. कुछ वीडियो बहुत ही शानदार होते हैं, जिन्हें देखने के बाद हमें बेहद खुशी मिलती है. अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखने के बाद आपके अंदर का जोश बढ़ जाएगा. इस वीडियो को देखने के बाद आपको आगे बढ़ने की हिम्मत और ताकत मिलेगी. लोगों को ये वीडियो काफी पसंद आ रहा है.

आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने इस वीडियो को शेयर किया है. 18 सेकंड का ये वीडियो काफी प्यारा है. इसे हर किसी को देखना चाहिए.

देखिए वीडियो

इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक आईपीएस किसी इंटरव्यू में बता रहे हैं कि सब कुछ बदल सकते हो, बस खुद पर विश्वास होना चाहिए. पढ़ाई, मेहनत और लगन की मदद से इंसान वो हर काम कर सकता है जिसका वो हकदार है.

आईपीएस का ये वीडियो लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आ रहा है. इस वीडियो में पढ़ाई के महत्व के बारे में बताते हुए आईपीएस कहता है कि जमकर मेहनत करने से सफलता कदम चूमती है. ये वीडियो लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आ रहा है. इस वीडियो को 4 लाख से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं. वहीं इस वीडियो पर 11 हज़ार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. इस वीडियो पर कई लोगों के बेहतरीन कमेंट्स भी देखने को मिल रह हैं.



from NDTV India - Zara hatke https://ift.tt/G59aSMP

Tuesday, 29 August 2023

BRICS समिट में PM मोदी के बगल में क्यों बैठना चाहते थे दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति? विदेश मंत्री जयशंकर ने बताई वजह

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को NDTV के Decoding G-20 (G-20 Summit) इवेंट के तहत एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया. इस दौरान विदेश मंत्री (Foreign minister S Jaishankar) ने बताया कि भारत के चंद्रयान-3 मिशन के कामयाब होने के बाद ब्रिक्स समिट (BRICS) में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा आखिर पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के बगल में क्यों बैठना चाहते थे. उन्होंने कहा, "जोहान्सबर्ग में लोग एक दिन पहले चंद्रयान -3 लैंडिंग के बारे में बात कर रहे थे. भारत की इस उपलब्धि पर हर कोई जुड़ाव महसूस कर रहा था. तब दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा ने कहा था कि वह पीएम मोदी के बगल में बैठेंगे, ताकि उन्हें इसका कुछ असर उन पर पड़ सके. चंद्रयान-3 की लैंडिंग के वक्त दुनिया का एक बड़ा हिस्सा हमारे साथ था."

NDTV के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया को दिए गए खास इंटरव्यू में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि 75 मिलियन डॉलर (615 करोड़) के चंद्रयान-3 मिशन को दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियों और सरकारों ने सराहा है.

विदेश मंत्री ने बताया, "23 अगस्त को जब चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चांद के साउथ पोल पर लैंड कर रहा था, मैं कॉन्फ्रेंस रूम में ब्रिक्स समिट में शिरकत कर रहा था... कॉन्फ्रेंस रूम के एक कोने में एक बड़ी स्क्रीन थी. ध्यान भटकाए बिना उस समय मेरे लिए बात करना मुश्किल था.'' जयशंकर ने आगे बताया, "इसी दौरान अफ्रीकी राष्ट्रपति रामाफोसा ने (स्क्रीन की ओर इशारा करते हुए) मुझसे कहा कि विदेश मंत्री आप ऐसे देख रहे हैं जैसे कि चंद्रयान ऊपर है.''

उन्होंने आगे बताया, "मुझे लगता है तब तक चंद्रयान लोगों की कल्पना में उतर चुका था. उस दिन हम ब्रिक्स प्लस कार्यक्रम में थे. इसमें करीब 50 अन्य देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की मौजदूगी थी. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा ने चंद्रयान पर जो बात कही, वो हमारी सामूहिक भावना को दिखाता है... रामफोसा ने कहा कि वो पीएम मोदी के बगल में बैठने जा रहे हैं, ताकि उन्हें अच्छी वाइब्स मिले..."

चंद्रयान 3 मानव जाति की महत्वपूर्ण सफलता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले चंद्रयान के विक्रम लैंडर के चांद पर उतरने के बाद अन्य ब्रिक्स नेताओं को ब्रीफिंग दी थी. इस दौरान पीएम ने रामफोसा का शुक्रिया भी अदा किया था. पीएम मोदी ने कहा था, "यह हमारे लिए गर्व की बात है कि इस सफलता को किसी एक देश की सीमित सफलता के रूप में नहीं, बल्कि मानव जाति की महत्वपूर्ण सफलता के रूप में स्वीकार किया जा रहा है."

एस जयशंकर ने चंद्रयान-3 की सफलता से मिली खुशी को 'सामूहिक भावना' से जोड़ा. उन्होंने कहा, "वह भावना बहुत मजबूत थी. वहां एक लंबी U-शेप की मेज थी, जिसके चारों तरफ 100-150 लोग बैठे थे. वो सभी एकदम से खड़े हो गए और पीएम मोदी ने हर किसी के पास जाकर हाथ मिलाकर बधाई स्वीकार की. इससे आप समझ सकते हैं कि चंद्रयान-3 का चांद पर पहुंचना सिर्फ भारत की उपलब्धि नहीं थी.''

भारत चांद के साउथ पोल पर पहुंचने वाला पहला देश
बता दें कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद भारत चांद के साउथ पोल पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन चुका है. वहीं, चांद के किसी सतह पर स्पेसक्राफ्ट की सॉफ्ट लैंडिंग करने के मामले में भारत दुनिया का चौथा देश है. इससे अमेरिका, रूस (तत्कालीन सोवियत गणराज्य), और चीन ये का कर चुके हैं. लैंडिंग के बाद 6 व्हील वाला रोवर प्रज्ञान भी अपने काम पर लगा हुआ है. रोवर चांद की सतह और वातावरण की महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा कर रहा है.

ये भी पढ़ें:-

Decoding G-20: भारत 25 साल में कैसे बनेगा विकसित देश? विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया एक्शन प्लान

UN सदस्यों को कबूल करना होगा, बदलाव का वक्त आ गया : NDTV से बोले विदेशमंत्री एस जयशंकर



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/HXGDUqe

Monday, 28 August 2023

असम में बाढ़ ने मचाई तबाही : 1.90 लाख से अधिक लोग प्रभावित, कई नदियां खतरे के निशान के पार

असम में बाढ़ की स्थिति सोमवार को गंभीर हो गई, क्योंकि इससे 1.90 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और एक व्यक्ति की मौत हो गई है. यह जानकारी एक आधिकारिक बुलेटिन से मिली. बुलेटिन में कहा गया है कि ऊंचे इलाकों में लगातार बारिश के कारण अधिकांश नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जलस्तर बढ़ने के कारण ब्रह्मपुत्र नदी पर गुवाहाटी और जोरहाट के निमतीघाट में नौका सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. 

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि शिवसागर जिले के डेमो में एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना मिली है, जिससे इस साल की बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है. इसमें कहा गया है कि वर्तमान में 17 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे 1,90,675 लोग प्रभावित हुए हैं. सबसे ज्यादा प्रभावित लखीमपुर जिला है, जहां 47,338 लोग प्रभावित हुए हैं, इसके बाद धेमाजी है जहां 40,997 लोग प्रभावित हुए हैं. कुल मिलाकर 427 लोग दो राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं, जबकि 45 राहत वितरण केंद्र कार्यरत हैं. 

एएसडीएमए ने कहा कि स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ विभिन्न प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चला रहे हैं. 

डिब्रूगढ़, धुबरी, तेजपुर और जोरहाट में निमतीघाट में ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि बेकी, जिया-भराली, दिसांग, दिखौ और सुबनसिरी नदियां भी लाल निशान को पार कर गई हैं.

नौका सेवाएं रहेंगी निलंबित 
अंतर्देशीय जल परिवहन विभाग ने कहा कि ब्रह्मपुत्र के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गुवाहाटी में नौका सेवाएं मंगलवार से निलंबित रहेंगी. इसमें यह भी कहा गया है कि ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण निमतीघाट और माजुली के बीच नौका सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. 

1.30 लाख जानवर भी प्रभावित 
एएसडीएमए ने कहा कि 8,086.40 हेक्टेयर फसल भूमि वर्तमान में बाढ़ के पानी में डूब गई है और 1,30,514 जानवर प्रभावित हुए हैं, जिनमें 81,340 बड़े जानवर और 11,886 कुक्‍कुट शामिल हैं. 

बाढ़ से व्‍यापक नुकसान 
इसमें कहा गया है कि बाढ़ के पानी से तटबंध टूटने की सूचना उदलगुड़ी के दो इलाकों से और बिस्वनाथ एवं दरांग के एक-एक इलाके से मिली है. इसमें कहा गया है कि बाढ़ से सड़कें, पुल, बिजली के खंभे और स्कूल सहित अन्य संरचनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं. एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि बारपेटा, बिस्वनाथ, धुबरी, लखीमपुर, मोरीगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर, तिनसुकिया और उदलगुरी से कटाव की सूचना मिली है. 

ये भी पढ़ें :

* असम में पिछले 24 घंटे में 2 मॉब लिंचिंग की वारदात, दो लोगों की मौत
* "अभी, मुझे मुस्लिम वोट नहीं चाहिए..": असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा Exclusive
* कांग्रेसी नेता गौरव गोगोई BJP में शामिल होंगे? जानें असम के मुख्यमंत्री ने NDTV से क्या कहा



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/2pwjIVD

Sunday, 27 August 2023

विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर तापमान में भिन्नता देखी, तापमान 70 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा की सतह पर तापमान भिन्नता का एक ग्राफ रविवार को जारी किया और अंतरिक्ष एजेंसी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने चंद्रमा पर दर्ज किए गए उच्च तापमान को लेकर आश्चर्य व्यक्त किया.
राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, ‘चंद्र सर्फेस थर्मो फिजिकल एक्सपेरिमेंट' (चेस्ट) ने चंद्रमा की सतह के तापीय व्यवहार को समझने के लिए, दक्षिणी ध्रुव के आसपास चंद्रमा की ऊपरी मिट्टी का ‘तापमान प्रालेख' मापा.

इसरो ने ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यहां विक्रम लैंडर पर चेस्ट पेलोड के पहले अवलोकन हैं. चंद्रमा की सतह के तापीय व्यवहार को समझने के लिए, चेस्ट ने ध्रुव के चारों ओर चंद्रमा की ऊपरी मिट्टी के तापमान प्रालेख को मापा.''

ग्राफिक चित्रण के बारे में इसरो वैज्ञानिक बी. एच. एम. दारुकेशा ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘हम सभी मानते थे कि सतह पर तापमान 20 डिग्री सेंटीग्रेड से 30 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास हो सकता है, लेकिन यह 70 डिग्री सेंटीग्रेड है. यह आश्चर्यजनक रूप से हमारी अपेक्षा से अधिक है.'' अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि पेलोड में तापमान को मापने का एक यंत्र लगा है जो सतह के नीचे 10 सेंटीमीटर की गहराई तक पहुंचने में सक्षम है.

इसरो ने एक बयान में कहा, ‘‘इसमें 10 तापमान सेंसर लगे हैं. प्रस्तुत ग्राफ विभिन्न गहराइयों पर चंद्र सतह/करीबी-सतह की तापमान भिन्नता को दर्शाता है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के लिए ये पहले ऐसे प्रालेख हैं. विस्तृत अवलोकन जारी है.'' वैज्ञानिक दारुकेशा ने कहा, ‘‘जब हम पृथ्वी के अंदर दो से तीन सेंटीमीटर जाते हैं, तो हमें मुश्किल से दो से तीन डिग्री सेंटीग्रेड भिन्नता दिखाई देती है, जबकि वहां (चंद्रमा) यह लगभग 50 डिग्री सेंटीग्रेड भिन्नता है. यह दिलचस्प बात है.''

वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि चंद्रमा की सतह से नीचे तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे तक गिर जाता है. उन्होंने कहा कि भिन्नता 70 डिग्री सेल्सियस से शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे तक है. इसरो ने कहा कि ‘चेस्ट' पेलोड को भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल), अहमदाबाद के सहयोग से इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) की अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला (एसपीएल) के नेतृत्व वाली एक टीम द्वारा विकसित किया गया था.

अंतरिक्ष अभियान में बड़ी छलांग लगाते हुए 23 अगस्त को भारत का चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3' चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, जिससे देश चांद के इस क्षेत्र में उतरने वाला दुनिया का पहला तथा चंद्र सतह पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग' करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की थी कि चंद्रमा पर चंद्रयान-3 के लैंडिंग स्थल का नाम ‘शिवशक्ति' प्वाइंट रखा जाएगा और 23 अगस्त का दिन 'राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस' के रूप में मनाया जाएगा.

मोदी ने कहा था कि चंद्रमा की सतह पर जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने 2019 में अपने पदचिह्न छोड़े थे, उसे ‘तिरंगा' प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/LZO7iGI

"मंदिरों में प्रार्थना करें": नूंह में रैली के लिए अनुमति नहीं देने पर मनोहर लाल खट्टर

हरियाणा सरकार द्वारा नूंह में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा बुलाई गई यात्रा को अनुमति देने से इनकार करने के बाद, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि लोग पास के मंदिरों में जा सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं क्योंकि यह 'सावन' का महीना है. अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियों द्वारा कानून और व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए जिले में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.

मनोहर लाल ने आज संवाददाताओं से कहा, "महीने की शुरुआत में वहां (नूंह) जिस तरह की घटना हुई, उसे देखते हुए यह सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनी रहे. हमारी पुलिस और प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि यात्रा की बजाए लोगों को पास के मंदिरों में जाना चाहिए और प्रार्थना करनी चाहिए. यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन लोग पास के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा कर सकते हैं क्योंकि यह सावन का महीना है.'' 

मनोहर लाल ने आगे कहा कि लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए मंदिरों में जलाभिषेक की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने कहा, "सावन होने के कारण हर कोई अपने-अपने स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक कर सकता है. पिछले दिनों नूंह में हुई घटनाओं के कारण कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शोभायात्रा की अनुमति नहीं दी गई है." हरियाणा सरकार ने शनिवार को कहा कि नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा आयोजित करने की कोई अनुमति नहीं दी है और जिले में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है.

नूंह के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खड़गटा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "हमने यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. फिर भी, कुछ लोगों ने कहा है कि वे यात्रा करेंगे. हमने धारा 144 लगा दी है." हरियाणा पुलिस ने शनिवार को कहा कि नूंह जिले में सोमवार तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं. हालांकि, विश्व हिंदू परिषद ने दावा किया है कि वे सोमवार को नूंह में अपनी यात्रा जारी रखेंगे.
 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/BXfNTMe

G-20 के लिए दिल्‍ली को सजाने में किसने किया खर्च? BJP और AAP में छिड़ी जुबानी जंग

अगले महीने होने वाले तीन दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) से पहले दिल्ली को सजाने-संवारने को लेकर भाजपा और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के बीच घमासान छिड़ गया है. भाजपा का दावा है कि दिल्‍ली को सजाने-संवारने का काम केंद्र सरकार के फंड से किया गया है. इस पर AAP ने तीखा जवाब दिया है. वहीं भाजपा ने आम आदमी पार्टी को चुनौती देते हुए एक भी ऐसी परियोजना का नाम बताने के लिए कहा है, जिसे उनकी सरकार ने वित्त पोषित किया हो. उधर, आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारिक बयान में भाजपा पर गंदी राजनीति खेलने का आरोप लगाया है. 

भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी को घेरते हुए कहा कि जी-20 के लिए दिल्‍ली का बदलाव पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा फंडेड है और उनके मंत्रियों को श्रेय चुराने की कोशिश करते देखना शर्मनाक है. पार्टी की ओर से कहा गया कि यहां तक की दीवार पेंटिंग की अवधारणा भी केंद्र सरकार द्वारा पहले प्रगति मैदान सुरंग में और बाद में एनडीएमसी क्षेत्र में शुरू की गई है. 

इस मुद्दे को लेकर दिल्‍ली के भाजपा प्रदेशाध्‍यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे लेकर मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि यह अफसोसजनक है कि सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री बेशर्मी से दिल्‍ली के बदलाव का श्रेय चुराने की कोशिश कर रहे हैं. मैं दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि वे जी-20 की तैयारियों के लिए दिल्‍ली के उनकी सरकार द्वारा सौंदर्यीकरण या विकास की एक भी परियोजना बताएं. 

भाजपा पर हमलावर AAP
भाजपा के दावे पर आम आदमी पार्टी का आधिकारिक बयान सामने आया है. इसमें पार्टी ने कहा, "यह देखकर हैरानी होती है कि भाजपा को आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को भी अपना बताना पड़ रहा है. दिल्ली में पीडब्‍ल्‍यूडी की सड़कों से जुड़े कार्यों में पूरा पैसा दिल्ली सरकार के पीडब्‍ल्‍यूडी ने खर्च किया है. वहीं, एमसीडी की सड़कों से जुड़े कार्यों में पूरा पैसा एमसीडी ने खर्च किया है. केवल एनडीएमसी और एनएचएआई की सड़कों से जुड़े कार्यों में ही केंद्र का पैसा खर्च हुआ है. इस स्तर की राजनीति से देश का भला नहीं होने वाला है. भारत, जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है, लेकिन भाजपा गंदी राजनीति खेल रही है." 

जी-20 की अध्‍यक्षता कर रहा है भारत 
बता दें कि भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. इस दौरान देश के 32 विभिन्न क्षेत्रों में करीब 200 बैठकें हुई हैं. दिल्ली में होने वाला शिखर सम्मेलन भारत द्वारा आयोजित होने वाली सबसे हाई-प्रोफाइल अंतरराष्‍ट्रीय सभाओं में से एक होगा. 

ये भी पढ़ें :

* G-20 समिट के लिए सेना ने भी कसी कमर, एंटी ड्रोन सिस्टम से होगी निगरानी
* G 20 देशों के सुर-ताल से दुनिया में काशी से गया ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' की भावना का संदेश
* गलत सूचना किसी भी लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा : NDTV जी-20 कॉन्क्लेव में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/TrGXQpe

VIDEO: राहुल गांधी ने ऊटी में चॉकलेट बनाने वाली फैक्ट्री का किया दौरा, खुद भी आजमाए हाथ

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ऊटी में चॉकलेट बनाने वाली एक फैक्टरी के हालिया दौरे का वीडियो साझा करते हुए रविवार को कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को बचाने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की समान दर लागू करने और औद्योगिक केंद्र बनाने की जरूरत है. राहुल ने इस महीने की शुरुआत में अपनी लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड जाते समय ‘ऊटी के सबसे प्रसिद्ध ब्रांड में से एक'-मोडीज चॉकलेट्स-की फैक्टरी का दौरा किया था. 

कांग्रेस की ओर से जारी बयान में राहुल के हवाले से कहा गया है, ‘‘हाल ही में वायनाड जाते समय मुझे ऊटी के सबसे प्रसिद्ध ब्रांड में से एक-मोडीज चॉकलेट्स की फैक्टरी का दौरा करने का आनंददायक अनुभव मिला. इस छोटे से व्यवसाय के पीछे मुरलीधर राव और उनकी पत्नी स्वाति की उद्यमशीलता की कहानी प्रेरणादायक है.''

कांग्रेस नेता ने कहा कि दंपति के साथ काम करने वाली महिलाओं की टीम भी उतनी ही शानदार है और 70 महिलाओं की समर्पित टीम द्वारा तैयार की जाने वाली सबसे उत्तम चॉकलेट जैसा स्वाद मैंने कभी नहीं चखा. 

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, पूरे भारत में अनगिनत अन्य छोटे और मध्यम उद्यमों की तरह मोडीज भी ‘गब्बर सिंह टैक्स' का बोझ झेल रही है.''

राहुल ने जोर देते हुए कहा कि सामूहिक रूप से भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इन एमएसएमई को बचाने के लिए जीएसटी की एक समान दर लागू करने और औद्योगिक केंद्र बनाने जैसे अनिवार्य उपाय करने की जरूरत है. 

उन्होंने कहा कि इस तरह की महिला नेतृत्व वाली टीम हर तरह के समर्थन की हकदार है. 

राहुल द्वारा साझा किए गए वीडियो में वह चॉकलेट बनाते हुए और फैक्टरी में काम करने वाली महिला कर्मचारियों से बातचीत करते हुए नजर आ रहे हैं. 

राहुल के चॉकलेट फैक्टरी के दौरे का वीडियो साझा करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा को आगे बढ़ाते हुए राहुल गांधी पिछले दिनों ऊटी की एक चॉकलेट फैक्टरी पहुंचे, जिसे महिलाएं चलाती हैं. उन्होंने उनके साथ बातचीत की, अनुभव सुने, मेहनत की सराहना की और समस्याओं को समझा.''

रमेश ने लिखा, ‘‘छोटे, लघु एवं मध्यम उद्योगों से जुड़े लोगों की बात को इसी तरह सुना जाना चाहिए. उन्हें मदद की जरूरत है.''

ये भी पढ़ें :

* VIDEO: राहुल गांधी से मिलने श्रीनगर पहुंचीं सोनिया गांधी, निगीन झील में की बोटिंग
* चंद्रयान-3 की सफल ‘लैंडिंग' वैज्ञानिक समुदाय की प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिणाम: राहुल गांधी
* राहुल गांधी की लद्दाख यात्रा : मोटरसाइकिल से लामायुरू पहुंचे, आज करगिल की जांस्‍कर तहसील जाएंगे



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/bacxvj5

Saturday, 26 August 2023

G 20 देशों के सुर-ताल से दुनिया में काशी से गया ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की भावना का संदेश

चार दिवसीय जी 20 संस्कृति कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) के अंतिम दिन जी 20 देशों के संस्कृति मंत्रियों की बैठक हुई. बैठक के अंतिम निशा का आगाज़ अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम 'सुर वसुधा' के जी 20 आर्केस्ट्रा से हुआ. जी 20 देशों के सुर-ताल से काशी से  ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' की भावना का सन्देश पूरी दुनिया में गया. बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित 'सुर वसुधा' सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. 

सीएम योगी ने ब्राजील को सौंपा बेटेन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जी 20 ऑर्केस्ट्रा क्विन बेटेन जी 20 की अगली बार अध्यक्षता करने वाले देश ब्राजील को सौंपा. सीएम योगी जी 20 कल्चर वॉकिंग ग्रुप के मेहमानों के सम्मान में आयोजित रात्रि भोज में भी शामिल हुए. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी20 देशों के संस्कृति मंत्रियों की बैठक की आखिरी शाम को वाराणसी पहुंचे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल व मीनाक्षी लेखी की मौजूदगी में ब्राज़ील के संस्कृति मंत्री के प्रतिनिधि को जी-20 के अगली बैठक की अध्यक्षता का क्विन बेटेन सौंपा. 

सीएम ने किया सम्मानित
योगी आदित्यनाथ ने सुर वसुधा के कंपोजर को अंगवस्त्रम और माला पहनाकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में भारत की प्राचीन परंपरा 'वसुधैव कुटुम्बकम' की परिकल्पना को साकार करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. कार्यक्रम में सतत विकास को बढ़ावा देने हेतु 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' की परिकल्पना पर भी कार्यक्रम आयोजित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. 

जी-20 के साथ 8 अन्य देश बने 'सुर वसुधा' का हिस्सा
देश की धार्मिक, आध्यात्मिक,  सांस्कृतिक राजधानी काशी से जी 20 संस्कृति कार्य समूह की बैठक के दौरान 'वसुधैव कुटुंबकम' का संदेश पूरे विश्व में गया. अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम 'सुर वसुधा' में जी 20 देशों के साथ ही आठ आमंत्रित देश (बांग्लादेश, मॉरिशस, नीदरलैंड, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, नाइजीरिया, यूएई) के कलाकार भी हिस्सा बने. छह अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने भी हिस्सा लिया. यह कार्यक्रम पहले सऊदी अरब, इटली, इंडोनेशिया में हो चुका है. पहली बार भारत को इसकी अध्यक्षता का अवसर मिला. इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, उत्तर प्रदेश सरकार में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, गोविंद मोहन केंद्रीय संस्कृति सचिव, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा समेत जी20 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/UIy5OA4

दो साल बाद फिल्मों में कमबैक कर रहे साजिल खंडेलवाल, ब्लैक बर्ड द स्काई किंग में आएंगे नजर

बॉलीवुड अभिनेता साजिल खंडेलवाल (Sajil Khandelwal) ने फिर से अपने फिल्मी करियर में कमबैक किया है. दो साल से साजिल अपने फिल्मी करियर से दूर थे, लेकिन अब साजिल जल्द ही अपनी आने वाली शार्ट फिल्म "ब्लैक बर्ड द स्काई किंग (Black Bird The Sky King)" से कमबैक करेंगे. साजिल ने अपने सोशल मीडिया पोस्टिंग के माध्यम से अपने फैंस के साथ यह न्यूज शेयर किया. साजिल काफी समय से अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स से भी गायब थे और कुछ ही समय पहले एक्टिव हुए हैं. 

साजिल खंडेलवाल भारत के बॉलीवुड शहर मुंबई से एक भारतीय अभिनेता/मॉडल हैं जिनका जन्म लखनऊ में 07 सितंबर 1986 को हुआ था. लखनऊ के प्रतिभाशाली, बहुमुखी साजिल ने महज 16 साल की उम्र में क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई और 19 साल की उम्र में रणजी खेला. इतना ही नहीं इसके बाद उन्होंने पार्क्स, ब्लैकबेरी, पीपुल्स ब्रांड, अर्शी जमाल, उमैर जफर, खुसिज के लिए रैंप वाक और मॉडलिंग शोज किए और लखनऊ के साथ-साथ मुंबई में फिल्मों के लिए मॉडलिंग, प्रिंट मीडिया में कई पहचान हासिल की. 

"ब्लैकबर्ड द स्काई किंग" शॉर्ट फिल्म एक एजुकेशनल फिल्म होगी, जो एक फेमस बिजनेसमैन के ऊपर आधारित होगी, जिसमें साजिल का रोलप्ले अपने किरदार के इर्द गिर्द घूमता है. फिल्म के बारे में ज्यादा जानकारी ना देते हुए साजिल ने स्टोरी में लिखा की आपको पूरी कहानी समझने के लिए फिल्म के रिलीज का वेट करना होगा. अनुमान लगाया जा रहा है की फिल्म का फर्स्ट लुक सितम्बर तक आ सकता है वही फिल्म दिसंबर तक रिलीज हो सकती है. बता दें, इससे पहले 'कंफेशंस ऑफ अ रेपिस्ट' नाम की फिल्म में काम करके साजिल ने खूब वाहवाही बटोरी थी.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/sg0Iezc

Friday, 25 August 2023

दीवार पर टंगे फोटोफ्रेम के पीछे छिपा बैठा था अजगर, शख्स ने की हटाने की कोशिश, फिर जो हुआ, खड़े हो जाएंगे रोंगटे...

सांप (Snakes) ग्रह पर मौजूद सबसे डरावने सरीसृपों में से एक हैं. लेकिन, उनकी अनोखी और अद्भुत क्षमताएं अक्सर उन्हें आकर्षक प्राणी बनाती हैं. वे भेष बदलने में भी माहिर होते हैं और अपनी रणनीति से शिकारियों को भ्रमित करने की विशेष क्षमता रखते हैं. हाल ही में, एक ऑस्ट्रेलियाई (Australian) घर के निवासी उस समय हैरान रह गए जब उनके लिविंग रूम में एक फोटो फ्रेम के पीछे एक सांप छिपा हुआ पाया गया.

सांप पकड़ने और सरीसृप पुनर्वास समूह सनशाइन कोस्ट स्नेक कैचर्स 24/7 द्वारा शेयर किए गए रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो में, एक कालीन अजगर को फोटो फ्रेम के पीछे रेंगते हुए देखा जा सकता है. सांप बचाने वाले डैन रुम्सी के अनुसार, कलाकृति के दीवार से दूर झुकने का कारण सरीसृप था.

देखें Video:

सांप को बाहर निकलते देख घर के लोगों की सांसें अटक गईं. रूम्सी कहते हैं, "ठीक है, पीछे (कलाकृति) - ओह, यह वहां है. इसे इस तरह से सामने लाने का निर्णय लिया गया है," जैसे ही मिस्टर रुम्सी फ्रेम को झुकाते हैं, सांप का सिर फ्रेम के पीछे देखा जा सकता है. बचावकर्मी आगे कहते हैं, "हो सकता है कि अगर मैं इसे थोड़ा सा गुदगुदी कर दूं, तो मैं नहीं चाहता कि पेंटिंग गिरे." फिर वह फ्रेम को सोफे के पीछे रखता है और बाद में उसे नीचे फर्श पर ले जाता है. इस बीच, सरीसृप खुद को तस्वीर के चारों ओर लपेट लेता है. कुछ ही सेकंड में, सांप पकड़ने वाला सांप को पकड़ लेता है.

कार्पेट पाइथॉन (carpet python) नामक यह गैर-जहरीली सांप की नस्ल ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और न्यू गिनी में पाई जा सकती है. स्नेक कैचर्स वेबसाइट के अनुसार, उनके पास नुकीले दांत नहीं हैं, बल्कि "उनके पास शिकार को पकड़ने के लिए डिज़ाइन किए गए कई तेज घुमावदार दांत हैं."

शेयर किए जाने के बाद से, वीडियो पर सोशल मीडिया पर ढेरों प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. एक यूजर ने कहा, "मुझे लगता है कि फ्लोरिडा और ऑस्ट्रेलिया हर जगह पाए जाने वाले इन सांपों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं." दूसरे ने लिखा, "वह पिक्चर हुक कितना मजबूत है!!" तीसरे यूजर ने कहा, "मेरी बेटी इसे अपने पालतू जानवर की तरह रखती."



from NDTV India - Zara hatke https://ift.tt/e9aNBl8

दोस्तों के साथ मॉल में घूम रही थी लड़की, लड़के ने अंगूठी लेकर अचानक कर दिया प्रपोज़ और फिर...

विवाह का प्रस्ताव (marriage proposal) अक्सर किसी भी इंसान के लिए सबसे यादगार दिनों में से एक होता है. यहां तक ​​कि देखने वालों के लिए भी, ऐसे रोमांटिक पल दिल को पिघला सकते हैं. ऐसी ही एक घटना में एक शख्स का मॉल में अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस प्यारी क्लिप पर ऑनलाइन कई प्रतिक्रियाएं आई हैं और कई लोगों ने इसे "प्यारा" कहा है.

इस क्लिप को pari_sachdeva_ नाम के अकाउंट से इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है. वीडियो में एक शख्स एक महिला की ओर बढ़ता दिख रहा है, जो अपने कुछ दोस्तों के साथ दिख रही है. जैसे ही वो पीछे देखते हैं, उन्हें घुटने पर बैठा एक शख्स दिखाई देता है जिसके हाथ में एक अंगूठी है. महिला हैरान रह जाती है और शख्स की ओर देखकर मुस्कुराती है. वह उसकी ओर बढ़ती है और वह उसे अंगूठी देता है. एक प्यारे से पल में, दोनों गले मिलते हैं और वहां खड़े लोग उन्हें देखकर मुस्कुराने लगते हैं.

देखें Video:

वायरल हो रहे वीडियो को शेयर किए जाने के बाद से अब तक 9.4 मिलियन बार देखा जा चुका है और सात लाख से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं. एक यूजर ने कहा, ''जिस तरह से उसने अपने प्यार से लव रिंग पहनने के लिए अपनी अंगूठी उतार दी.'' दूसरे ने लिखा, "ईमानदार स्वाभाविक प्रतिक्रिया, कोई अतिशयोक्ति नहीं." तीसरे यूजर ने कहा, "उसके दोस्त उससे ज्यादा हैरान लग रहे हैं." एक यूजर ने कहा, "मैंने इसे दस बार देखा, और वे बहुत प्यारे हैं, और वह भी भारत में... अब लड़कियों के लिए उम्मीदें बढ़ गई हैं."



from NDTV India - Zara hatke https://ift.tt/Xb2xHlt

... तब चीन से हमारा व्यापार घाटा बढ़ जाता, अमेरिका से दिल का नाता : पीयूष गोयल

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका एवं चीन के व्यापार मंत्रियों की मौजूदगी में शुक्रवार को कहा कि चीन की अगुवाई वाले क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी आरसीईपी गठजोड़ का भारत के हिस्सा न बनने की वजह यह रही कि इससे व्यापार घाटा बढ़ जाता. इसके साथ ही गोयल ने अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि भारत का 'दिल' अमेरिका से जुड़ा हुआ है.

गोयल ने यह टिप्पणी राजधानी में आयोजित 'बी20 शिखर सम्मेलन' में व्यापार मंत्रियों के एक परिचर्चा सत्र में की. इस दौरान चीन के व्यापार उप मंत्री वांग शोउवेन और अमेरिका की व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन तेई भी मौजूद थीं. गोयल ने शोउवेन से पूछा कि क्या चीन को भारत के आरसीईपी का हिस्सा न बनने का अफसोस है. इस पर चीन के मंत्री ने कहा कि अगर भारत इस समझौते का हिस्सा बना होता तो दोनों देशों के बीच व्यापार संभावनाएं और भी बढ़ी होतीं, जिससे दोनों देशों को फायदा होता.

इसके साथ ही शोउवेन ने कहा, 'यह फैसला आपको ही करना है कि आप आरसीईपी का हिस्सा बनेंगे या नहीं, लेकिन भारत के लिए आरसीईपी के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे.' इस पर गोयल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, 'द्विपक्षीय व्यापार बढ़ा रहता लेकिन उसके साथ व्यापार घाटा भी बढ़ जाता. हम पहले से ही चीन के साथ 130 अरब डॉलर का व्यापार चीन के पक्ष में झुके होने को लेकर चिंतित हैं. भारतीय उद्योग जगत का मानना है कि आरसीईपी का हिस्सा बनने की स्थिति में व्यापार बढ़ने के साथ घाटा भी बढ़ जाता.'

चीन के व्यापार उप मंत्री ने भारत के व्यापार हितों का ध्यान रखने में गोयल के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा, 'भले ही आप हरेक देश के साथ व्यापार को संतुलित नहीं कर पाए हों लेकिन अपने देश के लिए वैश्विक व्यापार संतुलन साधने में आप बहुत सफल रहे हैं.' चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 83 अरब डॉलर का है, जबकि अमेरिका के साथ भारत 28 अरब डॉलर के व्यापार अधिशेष में है.

इसी को ध्यान में रखते हुए गोयल ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, 'मेरा दिल अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि के साथ है.' उनका इशारा कैथरीन ताई की तरफ था. उन्होंने विश्व व्यापार संगठन में भारत और अमेरिका के बीच विवाद का विषय रहे सात में से छह मुद्दों के द्विपक्षीय निपटान में कैथरीन ताई के प्रयासों की सराहना भी की.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/P5k3FzY

अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन 2023 के दौरान Artificial Intelligence पर जोर दिया

आपराधिक कानून (Criminal law) और प्रौद्योगिकी (Technology) को हमेशा परस्पर अनन्य क्षेत्रों के रूप में देखा गया है, लेकिन कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) और प्रौद्योगिकी के विकास के साथ, अपराध पैटर्न को फिर से परिभाषित किया गया है. दिल्ली में इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन 2023 के दौरान शीर्ष पुलिस अधिकारियों द्वारा नए कानूनों और उनके साथ बदलती गतिशीलता के अलावा, इन पर चर्चा की गई.

गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की अध्यक्षता की और देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को त्वरित न्याय वितरण और नागरिकों के लिए संवैधानिक अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए एआई, बदलते कानूनों, फोरेंसिक उपयोग जैसी नई प्रौद्योगिकियों पर आधारित आपराधिक न्याय प्रणाली के लिए काम करने का निर्देश दिया.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "गृह मंत्री ने विशेष रूप से पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक के उपयोग पर जोर दिया और निचले पुलिस रैंक से लेकर उच्च संरचनाओं तक इसे लागू करने का सुझाव दिया." उनके अनुसार, गृह मंत्री ने नए कानूनों के अनुसार संपूर्ण आपराधिक न्याय प्रणाली को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. अमित शाह ने जांच और अभियोजन की पूरी प्रक्रिया में डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग के महत्व को रेखांकित किया.

बैठक में भाग लेने वाले एक अधिकारी ने कहा, "उन्होंने संशोधित आपराधिक न्याय प्रणाली की भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाली पुलिस व्यवस्था शुरू करने की पहल का आह्वान किया." एएक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "आज की दुनिया में, एआई की पूर्वानुमानित प्रकृति (Predictive Nature) के कारण, यह अपराध विज्ञान, कानून और फोरेंसिक में तेजी से लोकप्रिय हो गया है. आज, कानून प्रवर्तन में एल्गोरिथम जोखिम आकलन का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को इस पूर्वानुमानित मूल्यांकन से एक कदम आगे रहने की जरूरत है, इसलिए इस संबंध में भी चर्चा हुई.''



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/RuXZCrm

PM मोदी यूनान यात्रा के बाद भारत के लिए रवाना, कहा- ये दोनों देशों के बीच मित्रता को देगी गति

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यूनान की अपनी यात्रा पूरी कर ली और स्वदेश रवाना हो गए. इस यात्रा के दौरान मोदी ने देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ दोनों देशों के संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक पहुंचाने तथा 2030 तक द्विपक्षीय कारोबार को दोगुना करने के बारे में भी बातचीत की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूनान की अपनी पहली यात्रा पूरी करके और यूनान तथा भारत के बीच संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी' के स्तर तक बढ़ा कर भारत वापसी के लिए विमान में सवार हुए.

प्रधानमंत्री ने ‘एक्स' पर पोस्ट में कहा, ‘‘यूनान की यह यात्रा बेहद खास है. यह भारत और यूनान की मित्रता को और गति देगी, खास तौर पर लोगों के बीच संबंधों को.''

उन्होंने लिखा,‘‘यहां भारतीय समुदाय के साथ यादगार संवाद हुआ. प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस, सरकार और यूनान के लोगों का आभार.''

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार को यूनान की राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोउलू द्वारा प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले विदेशी शासनाध्यक्ष बन गए. 

यह सम्मान यूनान की राष्ट्रपति द्वारा ऐसे प्रधानमंत्रियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने विशिष्ट पद के कारण यूनान के कद को बढ़ाने में योगदान दिया है. 

ये भी पढ़ें :

* वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कर्ज में डूबे देशों की मदद का किया आह्वान
* UPA सिर्फ़ वादे करता था, मोदी सरकार काम करती है : संसद में बोलीं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण
* ऑनलाइन गेमिंग पर 28 प्रतिशत टैक्स एक अक्टूबर से होगा लागू : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/5mrARDg

Thursday, 24 August 2023

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जॉर्जिया चुनाव में धोखाधड़ी के मामले में आज कर सकते हैं सरेंडर

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जॉर्जिया चुनाव में धोखाधड़ी के मामले में सरेंडर करने अटलांटा के लिए उड़ान भर चुके हैं. रायटर्स के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप और 18 अन्य लोगों के खिलाफ जॉर्जिया चुनाव में गड़बड़ी करने और चुनाव नतीजों को पलटने की कोशिश के आरोप में बीते हफ्ते ही आरोप तय किए गए हैं. ट्रंप ने ट्वीट करके बताया कि वो गिरफ्तार होने जा रहे हैं. वह अमेरिकी समय से शाम करीब 7:30 बजे सरेंडर करेंगे.

इस मामले में ट्रंप को 2 लाख डॉलर का बॉन्ड भरना होगा. फुल्टन काउंटी के शेरिफ ऑफिस ने बताया है कि ट्रंप के सरेंडर को देखते हुए काउंटी जेल के आसपास लोगों की आवाजाही को रोक दिया जाएगा, ताकि कानून व्यवस्था के लिए कोई समस्या पैदा ना हो सके.

जॉर्जिया की एक ग्रैंड जूरी ने 14 अगस्त, 2023 को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दोषी ठहराया था. उन पर राज्य में उनकी 2020 की चुनावी हार को पलटने के कथित प्रयासों से संबंधित धोखाधड़ी और गुंडागर्दी सहित अन्य 12 आरोप लगाए गए थे. ट्रंप के पूर्व वकील रूडोल्फ गिउलिआनी और व्हाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज सहित ट्रंप के 18 सहयोगियों को भी योजना में उनकी कथित भागीदारी के लिए धोखाधड़ी और अन्य गंभीर आरोपों के लिए दोषी ठहराया गया था.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/Gga3XRK

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर ईरान, सेनेगल और मोजाम्बिक के राष्ट्रपतियों सहित कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं और उनके साथ आपसी हितों के मुद्दों तथा कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने के तरीकों पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इथियोपियाई समकक्ष अबी अहमद अली के साथ एक “सार्थक बैठक” की. प्रधानमंत्री ने अफ्रीकी नेता से उस दिन मुलाकात की, जब ब्रिक्स नेताओं ने आधिकारिक तौर पर इस समूह में इथियोपिया के प्रवेश को मंजूरी दी.

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ फलदायी बातचीत की. इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने पर उन्हें बधाई दी. हमने व्यापार, रक्षा और लोगों से लोगों के बीच संबंधों जैसे क्षेत्रों में रिश्तों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की.” उनके कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स परिवार के नए सदस्य के रूप में इथियोपिया का स्वागत किया.

प्रधानमंत्री अली ने चंद्रयान मिशन की सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी और इसे इथियोपिया तथा ‘ग्लोबल साउथ' के लिए गर्व व प्रेरणा का क्षण बताया. बागची ने एक अन्य पोस्ट में कहा, “चर्चा में संसदीय संपर्क, विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण, व्यापार और निवेश, रक्षा, आईसीटी, कृषि, युवाओं के कौशल और लोगों से लोगों के बीच संबंधों जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने के तरीकों पर चर्चा हुई.”

प्रधानमंत्री मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने व्यापार व निवेश, ऊर्जा, संपर्क, आतंकवाद और अफगानिस्तान सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की. बागची ने कहा, “भारत-ईरान सभ्यतागत संबंधों को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर ईरान के राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रईसी के साथ द्विपक्षीय बैठक की. प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स परिवार में शामिल होने पर ईरान को बधाई दी. राष्ट्रपति रईसी ने इसे (सदस्यता) हासिल करने में भारत के समर्थन के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. राष्ट्रपति रईसी ने चंद्रयान मिशन की सफलता पर प्रधानमंत्री को बधाई भी दी.”

दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, ऊर्जा, संपर्क और आतंकवाद विरोधी क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की. उन्होंने कहा, “वे चाबहार परियोजना सहित बुनियादी ढांचे के सहयोग में तेजी लाने पर सहमत हुए. उन्होंने अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.” ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के नेताओं ने बृहस्पतिवार को अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को समूह के नए सदस्यों के रूप में शामिल करने का फैसला किया.

प्रधानमंत्री मोदी ने सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी साल से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की. मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “जोहानिसबर्ग में राष्ट्रपति मैकी साल से वार्ता की. भारत सेनेगल को एक मूल्यवान विकास भागीदार मानता है. हमने अपनी बैठक में ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, रक्षा और अन्य क्षेत्रों पर चर्चा की.” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों नेताओं ने एक “सार्थक बैठक” की, जिस दौरान राष्ट्रपति साल ने चंद्रयान मिशन की सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी और कहा कि यह वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) के लिए एक प्रेरणा है.बागची ने कहा, “उन्होंने (साल ने) विकासशील दुनिया की प्राथमिकताओं की वकालत करने में प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की.”

मोदी मंगलवार को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया. उन्होंने मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की. बागची ने ‘एक्स' पर कहा, “हिंद महासागर क्षेत्र में एक प्रमुख भागीदार से संपर्क. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी से मुलाकात की. राष्ट्रपति न्यूसी ने चंद्रयान मिशन की सफलता पर प्रधानमंत्री को बधाई दी. राष्ट्रपति न्यूसी ने एयू की जी20 स्थायी सदस्यता के लिए भारत की पहल की भी सराहना की.”

बागची ने कहा कि दोनों नेताओं ने संसदीय संपर्क, रक्षा, आतंकवाद का विरोध, ऊर्जा, खनन, स्वास्थ्य, व्यापार और निवेश, क्षमता निर्माण, समुद्री सहयोग तथा लोगों से लोगों के संबंधों सहित व्यापक क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. बुधवार को उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा के साथ द्विपक्षीय बैठक की जिस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया तथा वैश्विक दक्षिण की आवाज को मजबूत करने के लिए संयुक्त रूप से काम करने के तरीकों पर भी चर्चा की.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/wscaH82

जदयू अध्यक्ष ललन सिंह का हरिवंश पर सीधा हमला, कहा- "पार्टी की बैठकों में आने से बच रहे"

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह “ललन” ने बुधवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पर “प्रधानमंत्री के निर्देशों के तहत” पार्टी की बैठकें में शामिल नहीं होने का आरोप लगाया. ललन ने यह आरोप जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी गठित करने के एक दिन बाद लगाया, जिसमें हरिवंश को छोड़कर सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों सहित लगभग 100 सदस्यों के नाम हैं.

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, “पिछले साल नौ अगस्त को हमारे राजग छोड़ने के बाद से हरिवंश ने पार्टी की सभी बैठकों में भाग नहीं लिया. इतना ही नहीं, उन्होंने संसदीय दल की बैठक में आना बंद कर दिया है, जो हम हर बुधवार को सदन के सत्र के दौरान आयोजित करते हैं.” उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “ऐसा संभव है कि हरिवंश को किसी और ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री ने जदयू की बैठकों में शामिल न होने के लिए कहा हो.''

ललन सिंह ने इन दलीलों को भी खारिज कर दिया कि पत्रकार से नेता बने हरिवंश शायद पार्टी की बैठकों से दूरी इसलिए बनाए हुए हैं क्योंकि वह एक संवैधानिक पद पर हैं. जदयू प्रमुख ने कहा, “नौ अगस्त, 2022 से पहले वह हमेशा पार्टी की बैठकों में शामिल होते थे.” राज्यसभा में अपना लगातार दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हरिवंश 2018 में उपसभापति बने.

ललन ने कहा, “हो सकता है, वह अब प्रधानमंत्री के निर्देशों के अनुसार कार्य कर रहे हों, जिन्होंने उन्हें पार्टी की बैठकों से दूर रहने के लिए कहा होगा. तकनीकी रूप से, वह अभी जदयू से बाहर नहीं निकल सकते हैं.” एक समय जदयू के सर्वोच्च नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र रहे हरिवंश को विपक्ष के बहिष्कार के बावजूद नए संसद भवन के उद्घाटन में भाग लेने जैसे कदमों के कारण पार्टी की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

इस बीच, बिहार भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान जारी कर ललन पर 'प्रधानमंत्री का नाम अनावश्यक रूप से घसीटने' और 'गठबंधन सहयोगी राजद और उसके नेताओं लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव का प्रवक्ता बनने' का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया, “जदयू विघटन के कगार पर है, लेकिन ललन सिंह जैसे लोगों को कोई चिंता नहीं है. वह हरिवंश जैसे बुद्धिजीवी को इस तरह से अपमानित कर रहे हैं, जो हमें नीतीश कुमार द्वारा जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव और आर सी पी सिंह जैसे दिग्गजों के साथ किए गए घटिया व्यवहार की याद दिलाता है.”



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/sA5DtGC

2024 में चंद्रयान-3 से मिलेगा वोट? इसकी सक्सेस के सियासी नफा-नुकसान का गुणा-गणित...

चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 Landing)की ऐतिहासिक कामयाबी के बाद अब इसके सियासी नफे नुकसान पर चर्चा शुरू हो गई है. बीजेपी ने इसका श्रेय वैज्ञानिकों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM  Narendra Modi) को भी दिया है. वहीं, कांग्रेस का कहना है कि पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की नीतियों के चलते आज देश इस मुकाम तक पहुंचा. चुनावी साल है. लिहाजा राजनीति होना स्वाभाविक भी है. चांद पर कदम रखने का श्रेय लेने की होड़ भी स्वाभाविक है. लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) की इस ऐतिहासिक कामयाबी ने पूरी दुनिया में भारत को एक अलग ही मुकाम पर पहुंचा दिया है. आइए समझते हैं चंद्रयान-3 की सफलता के सियासी नफा-नुकसान का गुणा-गणित...

चंद्रयान-3 ने यह कामयाबी ऐसे वक्त में हासिल की, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स बैठक में हिस्सा लेने के लिए जोहानसबर्ग में थे. भारत की इस उपलब्धि पर पीएम को बधाई देने के लिए नेताओं में होड़ लग गई. प्रेस इंफॉरमेशन ब्यूरो (PIB) ने ऐसी कई तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें पीएम को दूसरे देशों के नेता बधाइयां दे रहे हैं. 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देने का तांता लगा रहा. पीएम ने भी उनका आभार व्यक्त किया. भारत को यह कामयाबी ऐसे समय भी मिली है. जब देश अगले महीने की शुरुआत में जी-20 की शिखर बैठक की मेजबानी करने जा रहा है. 

बीजेपी ने जारी किया वीडियो
चंद्रयान-3 का क्रेडिट लेने के विषय पर लौटते हैं. बीजेपी ने गुरुवार एक वीडियो जारी किया. इसमें साल 2019 में चंद्रयान-2 की नाकामी से सबक और सीख लेते हुए पीएम मोदी की अगुवाई में चंद्रयान-3 की सफलता पाने का जिक्र किया गया है. पीएम मोदी भी दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की यात्रा समाप्त कर सीधे बंगलुरु पहुंच कर इसरो वैज्ञानिकों से मिल सकते हैं. वहीं, कांग्रेस भी पीछे नहीं हैं.
 
सोनिया गांधी ने इसरो चीफ को लिखी चिट्ठी
दूसरी ओर, यूपीए की चेयरपर्सन और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसरो चीफ एस सोमनाथ को चिट्ठी लिखी है. सोनिया ने वैज्ञानिकों को इस शानदार उपलब्धि की बधाई दी. कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया भी गुरुवार को इसरो जाकर वैज्ञानिकों से मिल आए. 

चंद्रयान-3 की सफलता का क्या असर रहेगा?
इससे पहले भी देश के खाते में आईं कामयाबियों को चुनावों में भुनाया जाता रहा है. सवाल यह है कि चंद्रयान-3 की सफलता का क्या असर रहेगा? ये जानने के लिए NDTV ने वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह और विनोद अग्निहोत्री से बात की. 

संजय सिंह कहते हैं, "चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद देश में खुशी का माहौल है. जब ऐसा माहौल होता है, तो दो चीजें होती है. कामयाबी क्यों मिली कैसे मिली... इन सबका क्रेडिट हमारे इसरो के वैज्ञानिकों को जाता है. लेकिन दूसरी चीज गौर करने वाली है, वो सरकार का सपोर्ट. मतलब ऐसे मिशन के लिए सरकार ने कौन से संसाधन मुहैया कराएं. वैज्ञानिकों को प्रोत्साहन मिला या नहीं. कौन सा सपोर्ट दिया गया वगैरह... इस प्रक्रिया को लेकर भी लोग जजमेंट करते हैं."

संजय सिंह आगे बताते हैं, "कुछ तस्वीरें भी आईं, जिसे देश ने देखा. बुधवार को ही कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक महान वैज्ञानिक को कोट करते हुए ट्विटर पर कहा था कि इस मिशन से हमें क्या फायदा होता है. कांग्रेस की ओर से इस कामयाबी का सारा क्रेडिट देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को दिए जाने की कोशिश की जा रही है. भारत की इस सफलता पर बेशक राजनीतिक दल, नेता या सोनिया गांधी इसरो को बधाई दें, या चिट्ठी लिखे.... ये सब ठीक है, लेकिन इस मिशन का क्रेडिट लेना और इसे पहले के पीएम से जोड़ना तर्कसंगत नहीं है. ऐसे में लोग इसका जजमेंट करते हैं."

वहीं, इसरो के मिशन को लेकर हो रही राजनीति पर विनोद अग्निहोत्री ने कहा, "वैज्ञानिकों के ऐसे कार्यक्रम निरंतरता में चलते हैं. निश्चित रूप से हम इसरो की स्थापना का क्रेडिट नेहरू को देते हैं. आर्यभट्ट और भास्कर की लॉन्चिंग का क्रेडिट हम इंदिरा गांधी को देते हैं. परमाणु परीक्षण का क्रेडिट अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी को दिया था. इसी तरह आज अगर चंद्रयान-3 सफल हुआ है, तो इसमें पीएम मोदी का योगदान भी है."

अग्निहोत्री ने आगे कहा, "जब इसरो से लेकर चांद तक चंद्रयान की जो यात्रा रही है, उसमें जो भी सरकारें थी. सबको क्रेडिट देते हैं. चंद्रयान-3 की सफलता का क्रेडिट जाहिर तौर पर मौजूदा सरकार को देना चाहिए. मेहनत, श्रम, तपस्या, साधना वैज्ञानिकों की है. उनकी हिम्मत बढ़ाना, उन्हें प्रोत्साहित करना और उनके लिए संसाधन जुटाना राजनीतिक नेतृत्व की जिम्मेदारी है."

विनोद अग्निहोत्री बताते हैं, "समस्या तब होती है, जब अकेले कोई सरकार सारा क्रेडिट लेने की कोशिश करे. तब पहले की सरकारें भी दावें करेंगी कि उनके वक्त में क्या-क्या हासिल हुआ था. यहीं से क्रेडिट लेने की होड़ सी शुरू हो जाती है. आज आलम ये है कि सरकार नाकामी के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराती है और कांग्रेस सफलता के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराती है. ऐसे में नेहरू जी दोनों पार्टियों के लिए एक हो गए हैं."

क्या लोकसभा चुनाव में चंद्रयान-3 की सफलता के मुद्दे पर वोट मिलेगा? इस सवाल के जवाब में संजय सिंह कहते हैं, "ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. जाहिर तौर पर मौजूदा सरकार इसे हाइलाइट करेगी. इसका असर भी पडे़गा. लेकिन जो विपक्षी गठबंधन है, उसमें एक बड़े अहम नेता हैं-नीतीश कुमार. नीतीश कुमार को पता ही नहीं था कि चंद्रयान-3 है क्या और ये कहां जा रहा है. कब लैंड कर रहा है. ये चीजें चर्चा में आनी है. चंद्रयान-3 को लेकर कुछ नेताओं ने अजीब बयान भी दिए, बेशक उनके बयान हास्यास्पद थे. लेकिन इससे चंद्रयान-3 चर्चा में तो आ गया. वहीं, पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद जो बातें कही, वो भी टॉकिंग पॉइंट बन गया. जाहिर तौर पर चुनाव में इसे भुनाया जाएगा."

सितंबर की शुरुआत में जी-20 समिट होने जा रही है. भारत एक तरह से ग्लोबल साउथ की अगुवाई करता दिख रहा है. ऐसे में वैश्विक मंच पर भारत का कद कितना बढ़ता है? इसका जवाब देते हुए संजय सिंह ने कहा, "जी-20 को भारत जिस तरह से शोकेस कर रहा है. उससे समझा जा सकता है कि भारत किस दिशा में आगे बढ़ रहा है. अब जाहिर तौर पर चंद्रयान-3 की सफलता का असर भी इस समिट में दिखेगा.
 

ये भी पढ़ें:-

धरती पर लौटेगा चंद्रयान-3? 14 दिन बाद लैंडर-रोवर का क्या होगा? जानें आपके सवालों के जवाब

"चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद घर नहीं गया...": ISRO के पूर्व चीफ के सिवन ने जाहिर की खुशी
चंद्रयान-3 के चांद पर कदम रखते ही लोगों को याद आया NYT का कार्टून, खूब बन रहा मज़ाक


 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/1KQNcWD

Wednesday, 23 August 2023

IAS अफसर बनना चाहता था ये बच्चा, किस्मत ले आई फिल्मों में, आज इनके बिना नहीं चलती सलमान-आलिया-कैटरीना की फिल्म, पहचाना क्या?

शाहरुख खान अगर बॉलीवुड में रोमांस के बादशाह हैं तो फोटो में दिख रहा ये छोटा सा बच्चा सुरों का बादशाह है. सुर भी ऐसे, जिन्हें सुनकर युवाओं की दिल की धड़कन और एनर्जी बढ़ जाती है. इस बच्चे ने भी ये नहीं सोचा होगा कि फिल्मों में और प्राइवेट एल्बम में म्यूजिक का मिजाज ही बदल कर रख देगा. कोशिश तो ये थी कि किसी अफसर की तरह फाइलों के बीच डूब कर सिस्टम का हिस्सा बने. लेकिन किस्मत चाहती थी कि नीरस फाइलों की जगह एक्साइटिंग सुरो में उलझें और करोड़ों फैन्स के दिलों पर राज करें. क्या, आपने पहचाना कौन है ये बच्चा.

ये बच्चा है बॉलीवुड का मशहूर रैपर बादशाह. जिनके रैप सॉन्ग्स के बिना अधिकांश फिल्में पूरी नहीं होती हैं. बादशाह के रैप सॉन्ग्स प्राइवेट एल्बम से लेकर सोशल मीडिया पर भी धमाल मचाते हैं. लेकिन बादशाह बचपन से अपने इस टैलेंट से वाकिफ नहीं थे. कम उम्र में उनकी इच्छा थी कि वो आईएएस अफसर बने. इसके लिए वो जी तोड़ मेहनत भी करते थे. पढ़ाई लिखाई में भी वो बादशाह ही रहे यानी कि हमेशा अव्वल ही रहे. स्कूल के बाद वो पंजाब के इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग भी शुरू कर चुके थे. पर धीरे धीरे मन बदलने लगा और आदित्य प्रतीक सिंह सिसोदिया ने अपना नाम बदलकर बादशाह रख लिया और रैप सॉन्ग गाने लगे.

आज बादशाह अपने करियर के उस मुकाम पर है जहां वो हर बड़े सितारे के साथ काम कर रहे हैं. फिल्म किसी भी बड़े स्टार की हो बादशाह के गाने के बगैर वो मुश्किल से ही पूरी होती है. बादशाह की पहचान फिल्म 'खूबसूरत' के गाने 'अभी तो पार्टी शुरू हुई है' से ही मजबूत होना शुरू हुई. उसके बाद आलिया भट्ट के लिए 'लड़की ब्यूटीफुल कर गई चुल' हो या सलमान खान का 'बेबी को बेस पसंद है' गाना हो या कैटरीना कैफ का 'काला चश्मा'. सब सितारों के साथ बादशाह की जुगलबंदी हिट रही है.
 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/vKqditY

चंद्रयान-3 की सफलता पर उद्योग जगत ने दी बधाई, बताया-गौरवशाली पल

उद्योग जगत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बुधवार को खुशी जताते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए एक गौरवशाली पल है. चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम बुधवार शाम करीब छह बजे चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सुरक्षित उतरने में सफल रहा. भारत यह उपलब्धि पाने वाला पहला देश है.

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, 'यह हरेक भारतीय के लिए गौरवशाली पल और भारत की अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी यात्रा में एक यादगार मुकाम है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इसरो की पूरी टीम को बधाई. यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा.'

अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को एक ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा, 'बधाई, इसरो. आप वास्तव में देश के गौरव हैं. अंतरिक्ष अभियानों का अंजाम देने की क्षमता उस देश के विश्वास को दर्शाती है और यह भारत का वक्त है. यह भारत के 1.4 अरब लोगों के लिए ऐतिहासिक पल है, जय हिंद.'

महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इस उपलब्धि पर इसरो को धन्यवाद देते हुए कहा, 'सितारों तक पहुंचने का इरादा रखने का तरीका बताने के लिए आपको धन्यवाद. आपने अपनी क्षमताओं में यकीन करना सिखाया. आपने दिखाया कि नाकामी से किस तरह निपटना है और उसका इस्तेमाल फिर से उठ खड़े होने के लिए करना है.'

आदित्य बिड़ला समूह ने भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी बयान में कहा, 'हरेक भारतीय के लिए बहु-प्रतीक्षित पल. चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग हम सबके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है.'

आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने कहा, 'यह हमारे किफायती प्रौद्योगिकी की इंजीनियरिंग विलक्षणता का सबूत है. मेरे पास अपनी भावना जताने के शब्द नहीं हैं, सिर्फ खुशियों के आंसू हैं.'

शेयर बाजार एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष कुमार चौहान ने कहा कि यह उल्लेखनीय उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष अभियान में एक ऐतिहासिक मुकाम है. यह हमारे जुझारूपन और प्रतिभा को भी दर्शाता है.

उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष शुभ्रकांत पांडा ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा, 'वर्षों से वे हमें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की कामयाबी के पल मुहैया कराते रहे हैं लेकिन यह उनमें खास है.'

सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि यह भारत और पूरी दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है.

एसोचैम के महानिदेशक दीपक सूद ने कहा कि भारत ने सीमित बजट में भी यह शानदार उपलब्धि हासिल कर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई है.



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/ioEbJ5k

अब मंगल और शुक्र ग्रह पर यान उतारने की तैयारी: चंद्रयान-3 की कामयाबी पर बोले ISRO चीफ

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख एस.सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए इसका श्रेय वैज्ञानिकों को दिया, जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए बेहद कष्ट और पीड़ा सही.  इसरो चीफ ने कहा कि आने वाले वर्षों में इसरो का यान इसी तरह मंगल ग्रह पर उतरेगा.

एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है और यह सफलता ‘बहुत बड़ी' और ‘प्रोत्साहित करने वाली' है. उन्होंने कहा कि चंद्रमा की यात्रा कठिन है और प्रौद्योगिकी क्षमता हासिल करने के बावजूद आज किसी भी देश के लिए किसी खगोलीय पिंड पर यान को सफलतापूर्वक उतारना मुश्किल कार्य है.

इसरो प्रमुख ने कहा कि भारत ने यह सफलता केवल दो मिशन में हासिल कर ली है. चंद्रमा पर यान उतारने की पहली कोशिश मिशन चंद्रयान-2, अंतिम समय में असफल रहा था जबकि चंद्रयान-3 मिशन पूरी तरह से सफल हुआ. चंद्रयान-1 का उद्देश्य केवल मानव रहित अंतरिक्ष यान को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित करना था.

सोमनाथ ने कहा, ‘‘यह सफलता (चंद्रयान-3 मिशन की) हमारा न केवल चंद्र मिशन के लिए आत्मविश्वास बढ़ाएगी बल्कि यह मंगल तक जाएगी. एक समय मंगल ग्रह पर सॉफ्ट लैंडिंग होगी और हो सकता है कि भविष्य में शुक्र ग्रह और अन्य ग्रहों पर ...भी यह कोशिश हो.''

उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 कठिन मिशन है और ‘‘हम इसके लिए बहुत ही पीड़ा और कष्ट से गुजरे.'' इसरो प्रमुख ने बताया कि चंद्रयान-2 के लिए काम करने वाले अहम वैज्ञानिक चंद्रयान-3 की टीम का भी हिस्सा थे. उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर लोग जो चंद्रयान-2 के साथ थे, वे हमारे साथ हैं और चंद्रयान-3 में हमारी मदद कर रहे हैं. वे इसका हिस्सा हैं, वे इतनी पीड़ा से गुजरे हैं...''

सोमनाथ बताया कि यह वैश्विक स्तर के उपकरणों के साथ पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया' मिशन था. उन्होंने कहा, ‘‘...चंद्रयान-3 में हमारे पास जो प्रौद्योगिकी है, वह चंद्रमा पर जाने वाली किसी भी अन्य प्रौद्योगिकी से कम जटिल या कमतर नहीं है. हमारे पास चंद्रयान-3 में दुनिया के सबसे अच्छे सेंसर, अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ (उपकरण) हैं.''

प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी भी दक्षिण अफ्रीका से ऑनलाइन माध्यम से इस जटिल मिशन के मुकाम तक पहुंचने के गवाह बनने के लिए जुड़े थे और उन्होंने भी वैज्ञानिकों की कोशिश की प्रशंसा की.

मिशन परिचालन परिसर में इसरो टीम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने कहा, ‘‘ माननीय प्रधानमंत्री ने मुझे फोन कॉल किया और अपनी शुभकामनाएं आप सभी को और आपके परिवारों को इसरो में किए गए आपके शानदार कार्य के लिए दी हैं. चंद्रयान-3 और ऐसे अन्य मिशन में सहयोग देने के लिए मैं उनको धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। राष्ट्र के लिए हम जो प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं, उसे आगे बढ़ाने के लिए हमें प्रशंसा मिल रही है. ''

इसरो ने कहा कि प्रधानमंत्री का ‘‘दीर्घकालिक दृष्टिकोण बहुत ही स्पष्ट है और वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अंतरिक्ष अन्वेषण और विज्ञान में हमारा प्रभुत्व रहे.'' मिशन परिचालन परिसर में इसरो टीम को संबोधित करते हुए, उन्होंने उन सभी को धन्यवाद दिया, जिन्होंने मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना की, और विशेष रूप से ए एस किरण कुमार (पूर्व इसरो प्रमुख) जैसे इसरो के दिग्गजों का नाम लिया.

उन्होंने कहा, ‘‘ वे बहुत मददगार रहे, वे उस टीम का हिस्सा थे जो वैज्ञानिकों का आत्मविश्वास बढ़ाते थे. इससे वैज्ञानिक अपने काम की समीक्षा करते थे और सुनिश्चित करते थे कि कोई गलती न हो.''

इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम' और 26 किलोग्राम वजनी रोवर ‘प्रज्ञान' से लैस लैंडर मॉड्यूल की ‘सॉफ्ट लैंडिग' कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ.

सोमनाथ ने रेखांकित किया कि यह इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा, ‘‘यह वह यात्रा है जो चंद्रयान-1 से शुरू हुई थी, जो चंद्रयान-2 में भी जारी रही और चंद्रयान-2 अब भी काम कर रहा है और बहुत से संदेश भेज रहा है.''

सोमनाथ ने कहा, ‘‘ चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाने के साथ चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 बनाने वाली पूरी टीम के योगदान को याद किया जाना चाहिए और धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए.''उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रोत्साहित करने वाली प्रगति है और निश्चित तौर पर बहुत बड़ी है.''
 



from NDTV India - Pramukh khabrein https://ift.tt/KzTfSVh