Tuesday, 31 January 2023

औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने के फैसले से पहले आपत्तियां, सुझाव मांगे गए?: अदालत

बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) से यह जानना चाहा कि क्या उसने राज्य में औरंगाबाद (Aurangabad) और उस्मानाबाद (Osmanabad) शहरों का नया नाम रखने का फैसला करने से पहले आपत्तियां या सुझाव मांगे थे. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एस वी गंगापुरवाला और न्यायमूर्ति संदीप मार्ने की खंड पीठ ने केंद्र सरकार को भी निर्देश दिया कि वह इस बारे में बताए कि क्या राज्य सरकार ने नाम परिवर्तन को लेकर कोई प्रस्ताव सौंपा है. 

अदालत ने राज्य सरकार से सवाल किया कि नाम परिवर्तन किए जाने की अंतिम प्रक्रिया पूरी हुए बगैर क्या प्राधिकार नये नाम का उपयोग आधिकारिक पत्राचार में कर सकेंगे. 

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने पिछले साल औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदल कर क्रमशः संभाजी नगर और धाराशिव रखने को मंजूरी दी थी. 

इस फैसले को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय में दो जनहित याचिकाएं दायर की गई थी. 

मंगलवार को सुनवाई के दौरान पीठ ने केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील से सवाल किया, ‘‘क्या उसने आपत्तियां मांगी है.'' वकील ने कहा, ‘‘हमें अभी यह प्रस्ताव प्राप्त हुआ है.''

पीठ ने याचिकाओं की सुनवाई 15 फरवरी के लिए निर्धारित कर दी. 

ये भी पढ़ें :

* छात्राओं को अश्लील फिल्म दिखाने के आरोप में शिक्षक का ट्रांसफर : रिपोर्ट
* कोविड के बाद आधी हुई प्रवासी मजदूरों की कमाई, क्या Budget 2023 में इनके लिए होगा कुछ खास?
* केंद्र, महाराष्ट्र में हिंदुत्ववादी सरकार फिर भी ‘लव जिहाद' के खिलाफ मार्च को लेकर हैरानी : शिवसेना



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औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने के फैसले से पहले आपत्तियां, सुझाव मांगे गए?: अदालत

बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) से यह जानना चाहा कि क्या उसने राज्य में औरंगाबाद (Aurangabad) और उस्मानाबाद (Osmanabad) शहरों का नया नाम रखने का फैसला करने से पहले आपत्तियां या सुझाव मांगे थे. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एस वी गंगापुरवाला और न्यायमूर्ति संदीप मार्ने की खंड पीठ ने केंद्र सरकार को भी निर्देश दिया कि वह इस बारे में बताए कि क्या राज्य सरकार ने नाम परिवर्तन को लेकर कोई प्रस्ताव सौंपा है. 

अदालत ने राज्य सरकार से सवाल किया कि नाम परिवर्तन किए जाने की अंतिम प्रक्रिया पूरी हुए बगैर क्या प्राधिकार नये नाम का उपयोग आधिकारिक पत्राचार में कर सकेंगे. 

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने पिछले साल औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदल कर क्रमशः संभाजी नगर और धाराशिव रखने को मंजूरी दी थी. 

इस फैसले को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय में दो जनहित याचिकाएं दायर की गई थी. 

मंगलवार को सुनवाई के दौरान पीठ ने केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील से सवाल किया, ‘‘क्या उसने आपत्तियां मांगी है.'' वकील ने कहा, ‘‘हमें अभी यह प्रस्ताव प्राप्त हुआ है.''

पीठ ने याचिकाओं की सुनवाई 15 फरवरी के लिए निर्धारित कर दी. 

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जनवरी 2023 में 1.55 लाख करोड़ रुपए का GST कलेक्‍शन, अब तक का दूसरा सर्वाधिक : वित्त मंत्रालय

वित्त मंत्रालय ने कहा है कि जनवरी में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह बढ़कर 1.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जो अब तक का दूसरा सबसे बड़ा संग्रह है. मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘जनवरी 2023 में 31 तारीख को शाम 5 बजे तक सकल जीएसटी राजस्व 1,55,922 करोड़ रुपये है. इसमें सीजीएसटी 28,963 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 36,730 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 79,599 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 37,118 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 10,630 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 768 करोड़ रुपये सहित) है.''

जनवरी 2023 तक चालू वित्त वर्ष में राजस्व पिछले वर्ष की समान अवधि के जीएसटी राजस्व से 24 प्रतिशत अधिक है. यह तीसरी बार है कि चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह ने 1.50 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है. जनवरी 2023 में जीएसटी संग्रह अप्रैल 2022 में दर्ज किए गए 1.68 लाख करोड़ रुपये के सकल राजस्व के बाद दूसरा सबसे अधिक संग्रह है.अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही में महीने के अंत तक कुल 2.42 करोड़ जीएसटी रिटर्न दाखिल किए गए, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह संख्या 2.19 करोड़ थी. मंत्रालय ने कहा कि यह अनुपालन में सुधार के लिए वर्ष के दौरान शुरू किए गए विभिन्न नीतिगत परिवर्तनों के कारण हुआ.

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कार्तिक आर्यन के साथ कुछ इस अंदाज में डांस करते दिखे आमिर खान, लोग बोले- हम तो पहचान ही नहीं पाए, देखें VIDEO 

कार्तिक आर्यन इन दिनों बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स में से एक बने हुए हैं. भूल भुलैया 2 की सफलता के बाद कार्तिक की फैन फॉलोइंग अलग ही लेवल पर पहुंच गई है. कार्तिक जल्द ही फिल्म 'शहजादा' में दिखाई देंगे, जिसका ट्रेलर हाल ही में रिलीज किया गया है. फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों से बेहतरीन रिस्पांस मिला है. कार्तिक आर्यन का एक लेटेस्ट वीडियो इस समय इंटरनेट पर छाया हुआ है, जिसमें वे बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से मशहूर आमिर खान के साथ डांस करते नजर आ रहे हैं. वीडियो के सामने आते ही फैन्स ने इस पर तरह-तरह के रिएक्शन देने शुरू कर दिए हैं. 

वीडियो में आप देख सकते हैं कि कार्तिक आर्यन आमिर खान के साथ डांस कर रहे हैं. ये वीडियो किसी इवेंट या फंक्शन का लग रहा है. वीडियो में जहां आमिर शेरवानी पहने दिख रहे हैं, वहीं कार्तिक सूट बूट में नजर आ रहे हैं. दोनों का ही लुक बहुत कमाल का लग रहा है. हालांकि कुछ सोशल मीडिया यूजर्स आमिर खान को उनके लुक के लिए ट्रोल भी कर रहे हैं. दरअसल, वीडियो में आमिर खान की दाढ़ी, बाल और मूंछे बिलकुल सफेद नजर आ रही है. एक यूजर ने एक्टर को ट्रोल करते हुए लिखा है, "ये कार्तिक आर्यन के दादाजी भी डांस कर रहे हैं". तो वहीं एक अन्य ने लिखा है, "ओह गॉड! शुरुआत में मैं आमिर खान को पहचान नहीं पाया. मुझे पहले लगा यह अश्नीर ग्रोवर है".

वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो वीडियो को बेहद खूबसूरत बता रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है, "आमिर खान सर मस्त डांस कर रहे हैं". तो वहीं एक अन्य ने लिखा है, "आमिर खान का डांस कार्तिक से अच्छा है". बता दें, आमिर खान को आखिरी बार करीना कपूर के साथ लाल सिंह चड्ढा में देखा गया था, तो वहीं फ्रेडी कार्तिक की लास्ट फिल्म थी. 
 



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जनवरी 2023 में 1.55 लाख करोड़ रुपए का GST कलेक्‍शन, अब तक का दूसरा सर्वाधिक : वित्त मंत्रालय

वित्त मंत्रालय ने कहा है कि जनवरी में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह बढ़कर 1.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जो अब तक का दूसरा सबसे बड़ा संग्रह है. मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘जनवरी 2023 में 31 तारीख को शाम 5 बजे तक सकल जीएसटी राजस्व 1,55,922 करोड़ रुपये है. इसमें सीजीएसटी 28,963 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 36,730 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 79,599 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 37,118 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 10,630 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 768 करोड़ रुपये सहित) है.''

जनवरी 2023 तक चालू वित्त वर्ष में राजस्व पिछले वर्ष की समान अवधि के जीएसटी राजस्व से 24 प्रतिशत अधिक है. यह तीसरी बार है कि चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह ने 1.50 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है. जनवरी 2023 में जीएसटी संग्रह अप्रैल 2022 में दर्ज किए गए 1.68 लाख करोड़ रुपये के सकल राजस्व के बाद दूसरा सबसे अधिक संग्रह है.अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही में महीने के अंत तक कुल 2.42 करोड़ जीएसटी रिटर्न दाखिल किए गए, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह संख्या 2.19 करोड़ थी. मंत्रालय ने कहा कि यह अनुपालन में सुधार के लिए वर्ष के दौरान शुरू किए गए विभिन्न नीतिगत परिवर्तनों के कारण हुआ.

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अमेरिका में खुला मैकडॉनल्ड्स का पहला ऑटोमेटिड रेस्टोरेंट, रोबोट ले रहे हैं ऑर्डर, देखें वीडियो

अमेरिका के टेक्सास में मैकडॉनल्ड्स का पहला ऑटोमेटिड रेस्टोरेंट खुल चुका है. इस स्टोर में रोबोट ही ऑर्डर लेता है और बिल देता है. यहां कोई भी कर्मचारी नहीं है. डिजिटल के दौर में यह अमेरिका का पहला मैकडॉनल्ड्स का रेस्टोरेंट है. इस रेस्टोरेंट का अनुभव एक इंस्टाग्राम यूज़र ने शेयर किया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि शख्स रेस्टोरेंट में जाता है और ऑर्डर करता है. यह वाकई में एक बेहतरीन अनुभव है.

देखें वीडियो

सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें देखा जा सकता है कि एक शख्स मैकडॉनल्ड्स का पहला ऑटोमेटिड रेस्टोरेंट में जाता है. वहां जाते ही वो देखता है कि रोबोट ही सर्विस दे रहा है. उसने खुद के लिए एक बर्गर ऑर्डर किया. ऑर्डर करने के तुरंत बाद शख्स को बर्गर मिल जाता है. यह वीडियो लोगों को बहुत ही ज़्यादा पसंद आ रहा है.

वीडियो में शख्स वेंडिंग मशीन में अपना ऑप्शन सेलेक्ट करता है. फिर इंतजार करने के बाद उसे बर्गर मिलता है.

kaansanity नाम के इंस्टाग्राम यूज़र ने इस वीडियो को शेयर किया है. 16 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने इस वीडियो को पसंद किया है. वहीं इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स देखने को मिल रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- ये बहुत ही शानदार अनुभव है. समय मिलते ही मैं इसका अनुभव करूंगा. वहीं इस वीडियो पर एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- रोबोट खाना सर्व करते हुए कूल लग रहा है.



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Monday, 30 January 2023

'दीपिका- अमर, मैं-अकबर, जॉन अब्राहम- एंथनी', पठान हिट होने के बाद शाहरुख खान ने फैंस को दिया यूनिटी का ये खास मैसेज

फिल्म पठान की सफलता के बाद शाहरुख खान, जॉन अब्राहम और दीपिका पादुकोण ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने फिल्म से जुड़े अपने कई अनुभव शेयर किए. रिलीज से पहले फिल्म पठान को सोशल मीडिया पर बायकॉट और आलोचना का सामना करना पड़ा था. हालांकि बावजूद इसके फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई है. इस बीच किसी का नाम लिए बिना शाहरुख खान ने लोगों को एकता की नहीं परिभाषा बताई है. साथ ही कहा है कि फिल्में सिर्फ एक मनोरंजन का साधन होती हैं और कुछ नहीं. 

शाहरुख खान ने कहा, 'मैं युवा लोगों के लिए एक जरूरी बात कहना चाहता हूं कि सिनेमा यही होता है. जो भी लोग फिल्म बनाते हैं इस पूरी दुनिया में, जिस भी भाषा में बनाते हैं. सबका मकसद यही होता है कि वह लोगों में खुशियां, दया, भाईचारा और एकता फैला सकें. अगर मैं बाजीगर में बुरे इंसान का या जॉन अब्राहम पठान में बुरे इंसान को रोल करते हैं तो हम सिर्फ एक किरदार कर रहे होते हैं और खुशी फैलाने की कोशिश करते हैं. कोई भी बुरा नहीं होता है.'

शाहरुख खान ने फिल्म पठान के बारे में बात करते हुए कहा है, 'अगर आप फिल्म में देखेंगे तो इसने किसी की भी भावनाओं को आहत नहीं किया है. यह सिर्फ एक मनोरंजक है. मैं अभी आप लोगों से मुखाबित होता हुआ एक-दूसरे से कितना मजाक कर रहा हूं. लेकिन हम एक-दूसरे से बहुत प्यार, मस्ती-मजाक करते हैं. फन और मनोरंजन को ज्यादा गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं होती है. हम सभी एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और भाईचारा फैलाने की कोशिश करते हैं. फिल्में सिर्फ मनोरंजन के लिए होती हैं. 

किंग खान ने आगे कहा, 'मैं आप लोगों को बताना चाहूंगा कि यह दीपिका पादुकोण अमर हैं, मैं शाहरुख खान, मैं अकबर हूं. यह जॉन है एंथनी है. तो समझिए सिनेमा क्या है. सिनेमा में कोई फर्क नहीं होता है. हम आपसे प्यार करते हैं क्योंकि हम फिल्म बनाते हैं. हम आपसे प्यार करते हैं क्योंकि आप हमें प्यार दें. हम भूखे हैं आपके प्रेम के. फिल्म 100, 200, 500 या 1000 कितने भी करोड़ कमा ले, लेकिन यह जो प्रेम मिलता है आपको हमारी फिल्म देखकर और हमको जब आप उस फिल्म को देखकर खुश होते हैं. उससे बड़ा कोई भी इनाम और परिणाम नहीं है. इसलिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. हमें अपनी संस्कृति, पुरानी कहानियों को अपने इस खूबसूरत देश इंडिया में रखना चाहिए. और उन कहानियों हर तरीके से कहना चाहिए.' इसके अलावा शाहरुख खान ने और भी ढेर सारी बातें की. 



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'आयुष्मान भारत' योजना ने गरीबों के 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य खर्चों को मुफ्त किया : अमित शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से देश के 80 करोड़ गरीबों को पांच लाख रुपये तक के स्वास्थ्य के सभी खर्चों से मुक्त कर दिया है. शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मध्यप्रदेश के उज्जैन में एसजीएमएल नेत्र अस्पताल का उद्घाटन करते हुए यह बात कही. गृह मंत्री ने कहा कि दुनिया में 80 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य का पूरा खर्चा देने का ये पहला और एकमात्र उदाहरण है.

उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़ाकर 596 की गई है, एमबीबीएस सीटों की संख्या 51000 से बढ़ाकर 89000 हुई है और पीजी सीटों की संख्या 31000 से बढ़ाकर 60000 करने का काम मोदी सरकार ने किया है. शाह ने कहा कि कॉलेजों की संख्या में 55 प्रतिशत की वृद्धि, एमबीबीएस सीटों में डेढ़ गुना और एमएस और एमडी की सीटों में दोगुना वृद्धि भारत की स्वास्थ्य रचना को बहुत मजबूत करेगी.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 22 नए एम्स की स्थापना की है जिससे गरीबों को बीमारियों के इलाज में बहुत फायदा मिलेगा. शाह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पूरे भारत में पहली बार भारतीय भाषा में मेडिकल की शिक्षा की शुरूआत करने के लिए बधाई दी और कहा कि एमबीबीएस के सभी पाठ्यक्रमों का पूर्णतया हिंदी में अनुवाद करके, चौहान ने हमारी भारतीय भाषाओं को एक नई गति देने का काम किया है.

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'दीपिका- अमर, मैं-अकबर, जॉन अब्राहम- एंथनी', पठान हिट होने के बाद शाहरुख खान ने फैंस को दिया यूनिटी का ये खास मैसेज

फिल्म पठान की सफलता के बाद शाहरुख खान, जॉन अब्राहम और दीपिका पादुकोण ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने फिल्म से जुड़े अपने कई अनुभव शेयर किए. रिलीज से पहले फिल्म पठान को सोशल मीडिया पर बायकॉट और आलोचना का सामना करना पड़ा था. हालांकि बावजूद इसके फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई है. इस बीच किसी का नाम लिए बिना शाहरुख खान ने लोगों को एकता की नहीं परिभाषा बताई है. साथ ही कहा है कि फिल्में सिर्फ एक मनोरंजन का साधन होती हैं और कुछ नहीं. 

शाहरुख खान ने कहा, 'मैं युवा लोगों के लिए एक जरूरी बात कहना चाहता हूं कि सिनेमा यही होता है. जो भी लोग फिल्म बनाते हैं इस पूरी दुनिया में, जिस भी भाषा में बनाते हैं. सबका मकसद यही होता है कि वह लोगों में खुशियां, दया, भाईचारा और एकता फैला सकें. अगर मैं बाजीगर में बुरे इंसान का या जॉन अब्राहम पठान में बुरे इंसान को रोल करते हैं तो हम सिर्फ एक किरदार कर रहे होते हैं और खुशी फैलाने की कोशिश करते हैं. कोई भी बुरा नहीं होता है.'

शाहरुख खान ने फिल्म पठान के बारे में बात करते हुए कहा है, 'अगर आप फिल्म में देखेंगे तो इसने किसी की भी भावनाओं को आहत नहीं किया है. यह सिर्फ एक मनोरंजक है. मैं अभी आप लोगों से मुखाबित होता हुआ एक-दूसरे से कितना मजाक कर रहा हूं. लेकिन हम एक-दूसरे से बहुत प्यार, मस्ती-मजाक करते हैं. फन और मनोरंजन को ज्यादा गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं होती है. हम सभी एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और भाईचारा फैलाने की कोशिश करते हैं. फिल्में सिर्फ मनोरंजन के लिए होती हैं. 

किंग खान ने आगे कहा, 'मैं आप लोगों को बताना चाहूंगा कि यह दीपिका पादुकोण अमर हैं, मैं शाहरुख खान, मैं अकबर हूं. यह जॉन है एंथनी है. तो समझिए सिनेमा क्या है. सिनेमा में कोई फर्क नहीं होता है. हम आपसे प्यार करते हैं क्योंकि हम फिल्म बनाते हैं. हम आपसे प्यार करते हैं क्योंकि आप हमें प्यार दें. हम भूखे हैं आपके प्रेम के. फिल्म 100, 200, 500 या 1000 कितने भी करोड़ कमा ले, लेकिन यह जो प्रेम मिलता है आपको हमारी फिल्म देखकर और हमको जब आप उस फिल्म को देखकर खुश होते हैं. उससे बड़ा कोई भी इनाम और परिणाम नहीं है. इसलिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. हमें अपनी संस्कृति, पुरानी कहानियों को अपने इस खूबसूरत देश इंडिया में रखना चाहिए. और उन कहानियों हर तरीके से कहना चाहिए.' इसके अलावा शाहरुख खान ने और भी ढेर सारी बातें की. 



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शाहरुख खान ने स्टेज पर जॉन अब्राहम को किया Kiss, वीडियो देख लोगों ने कहा- ये है सच्चा दोस्ताना!

Pathan Movie: शाहरुख खान की पठान मूवी सिनेमाघरों में तहलका मचा रही है. इस फिल्म में जॉन अब्राहम और दीपिका पादुकोण भी हैं. कमाई के लिहाज से ये फिल्म रिकॉर्ड बना रही है. देखा जए तो शाहरुख खान ने इस फिल्म के प्रमोशन के लिए सिर्फ सोशल मीडिया का सहारा लिया. ट्विटर पर सिर्फ #AskSRK सेशन करके अपनी मूवी का प्रमोशन किया था. लेकिन आज वह पहली बार मीडिया के सामने आए और कुछ सवालों के जवाब दिया. किंग शाहरुख के अलावा जॉन और आलिया भी इस इवेंट में मौजूद थीं. मीडिया से बातचीत के बाद शाहरुख अपनी सीट से उठे और जॉन को किस कर सबको चौंका दिया. सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया.

देखें वीडियो

वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे शाहरुख खान प्यार से जॉन को किस करते हुए नज़र आ रहे हैं. लोगों को ये वीडियो बहुत ही ज्यादा पसंद आ रहा है. सोशल मीडिया पर देखते-देखते यह वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो पर कई लोगों ने कमेंट्स किए हैं.

इस वीडियो को yrf ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से भी शेयर किया है. आप पूरा वीडियो देख सकते हैं



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करीना कपूर खान को याद आए बचपन के दिन, थ्रोबैक तस्वीर की शेयर, बेबो गुस्से में खा रही हैं बिरयानी और लोलो ले रही हैं कोल्ड ड्रिंक का मजा

बॉलीवुड की खूबसूरत अभिनेत्री करीना कपूर खान फिल्मों के अलावा सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहने के लिए भी सुर्खियों में रहती हैं. वह अपने फैंस से रूबरू होने के लिए अक्सर खास तस्वीरें और वीडियो शेयर करती रहती हैं. इतना ही नहीं करीना कपूर सोशल मीडिया पर अपनी जिंदगी और परिवार से जुड़ी ढेर सारी यादों को भी शेयर करती रहती हैं. अब उन्हें अपने बचपन के दिनों की याद आ गई है. ऐसे में करीना कपूर से थ्रोबैक तस्वीर शेयर कर अपनी बचपन के दिनों को याद किया है.

उन्होंने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक थ्रोबैक तस्वीर शेयर की है. करीना कपूर की यह एक पार्टी की तस्वीर है. जिसमें वह काफी छोटी दिखाई दे रही हैं. उनके साथ तस्वीर में बहन करिश्मा भी नजर आ रही हैं. तस्वीर में करीना बिरयानी खा रही हैं तो वहीं करिश्मा सॉफ्ट ड्रिंक पी रही हैं. इस तस्वीर में इन दोनों अभिनेत्री के दादा राज कपूर भी दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर करीना कपूर और करिश्मा कपूर की यह तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है.

अभिनेत्री के फैंस तस्वीर को खूब पसंद कर रहे हैं. साथ ही कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बात करें करीना कपूर के वर्कफ्रंट की तो वह बहुत जल्द फिल्म द बकिंघम मर्डर्स में नजर आने वाली हैं. एक्ट्रेस ने यूके में हंसल मेहता द्वारा निर्देशित अपनी लेटेस्ट फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली है. वह एक मां और जासूस के रोल में दिखेंगी, जिसे बकिंघम के एक छोटे से शहर में एक हत्या की जांच करेंगी. इस फिल्म में करीना कपूर के साथ जयदीप अहलावत और विजय वर्मा भी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे.



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Sunday, 29 January 2023

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए ‘कुछ और सीटें’ छोड़ेगा वाम

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार को अगरतला में कहा कि सीटों के बंटवारे संबंधी एक फार्मूले पर यहां काम किया जा रहा है जिसके तहत माकपा के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा पहले बनी सहमति की तुलना में अपनी सहयोगी कांग्रेस के लिए 'कुछ और सीटें' छोड़ेगा.

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी कोलकाता में संकेत दिया था कि पार्टी को उम्मीद है कि सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस के साथ आम सहमति बन जाएगी. 25 जनवरी को, वाम मोर्चे ने दिल्ली में पार्टी के आलाकमान के फैसले के तहत कांग्रेस के लिए 13 सीटें छोड़कर, एक निर्दलीय सहित 47 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की थी.

हालांकि, कांग्रेस अपनी संभावित क्षमता के मद्देनजर कम सीटें आवंटित किये जाने को लेकर असंतुष्ट है. शनिवार को 'नाराज' कांग्रेस ने 60 सदस्यीय विधानसभा में से 17 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी.

माकपा के प्रदेश समिति सदस्य पवित्र कार ने कहा, ‘‘सीट बंटवारे को लेकर हमारी कांग्रेस नेताओं के साथ पहले दौर की बैठक हुई. कांग्रेस नेता अधिक सीटें मांग रहे हैं. यह मामला माकपा समेत वाम दलों के विचाराधीन है.''

उन्होंने संकेत दिया कि कांग्रेस को 'कुछ और सीटें' दी जाएंगी. इसे दोनों पार्टियों का केंद्रीय नेतृत्व अंतिम रूप देगा.'' उन्होंने कहा, ‘‘जो भी निर्णय लिया जाएगा वह आज ही करना होगा क्योंकि कल आगामी चुनावों के लिए नामांकन करने की आखिरी तारीख होगी.''

हालांकि, त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा और पार्टी विधायक सुदीप रॉय बर्मन दोनों क्रमशः कैलाशहर और अगरतला से चुनाव लड़ने की तैयार में हैं, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो सका. हालांकि, कोलकाता में माकपा नेतृत्व ने संकेत दिया था कि वार्ता में एक या दो दिन और लग सकते हैं.

येचुरी ने कहा, ‘‘हम पहली बार (त्रिपुरा में) अन्य ताकतों के साथ एक चुनावी समझौते में आ रहे हैं. 2 फरवरी तक, हमें लगता है कि कुछ सीट व्यवस्था का समायोजन हो जाएगा.'' येचुरी ने कहा, 'हम त्रिपुरा की सभी 60 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और राज्य में कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताकतों के साथ सीटों का समायोजन होगा.''

उन्होंने कहा कि पार्टी ने सभी से अपील की है ‘‘ताकि बीजेपी को सत्ता से हटाया जा सके, ताकि लोकतंत्र, कानून का शासन और लोकतंत्र को संरक्षित रखा जा सके.'' त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है और दो फरवरी को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है.

उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का कोई सवाल तब तक नहीं आ सकता जब तक कि लोकतंत्र और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा नहीं की जाती है और इसके लिए भारतीय संविधान में विश्वास रखने वाली सभी ताकतों को एकसाथ आने की आवश्यकता है.''

त्रिपुरा में 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कनिष्ठ केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक सहित 54 उम्मीदवारों की घोषणा की है.

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गडकरी से रंगदारी मांगने का मामला: आरोपी के सम्पर्क वाले छह व्यक्तियों के बयान दर्ज

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के महाराष्ट्र में नागपुर स्थित दफ्तर में फोन कर रंगदारी मांगने के आरोपी से जुड़े छह व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए हैं.

पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि कर्नाटक के बेलगावी की एक जेल में हत्या के अपराध में बंद जयेश पुजारी को 14 जनवरी को यहां खामला में गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में कथित रूप से तीन बार फोन करने और 100 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि उसने फोन करने से इनकार किया था.

उन्होंने बताया, “पुजारी द्वारा जेल में कथित रूप से इस्तेमाल किए गए फोन की कॉल विवरण रिकॉर्ड से छह व्यक्तियों की पहचान की गई थी.”

अधिकारी ने बताया, “गडकरी के कार्यालय में फोन करने से पहले और बाद में आरोपी ने इन लोगों से बात की थी. दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत उनके बयान दर्ज किए गए हैं.”

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त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए ‘कुछ और सीटें’ छोड़ेगा वाम

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार को अगरतला में कहा कि सीटों के बंटवारे संबंधी एक फार्मूले पर यहां काम किया जा रहा है जिसके तहत माकपा के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा पहले बनी सहमति की तुलना में अपनी सहयोगी कांग्रेस के लिए 'कुछ और सीटें' छोड़ेगा.

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी कोलकाता में संकेत दिया था कि पार्टी को उम्मीद है कि सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस के साथ आम सहमति बन जाएगी. 25 जनवरी को, वाम मोर्चे ने दिल्ली में पार्टी के आलाकमान के फैसले के तहत कांग्रेस के लिए 13 सीटें छोड़कर, एक निर्दलीय सहित 47 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की थी.

हालांकि, कांग्रेस अपनी संभावित क्षमता के मद्देनजर कम सीटें आवंटित किये जाने को लेकर असंतुष्ट है. शनिवार को 'नाराज' कांग्रेस ने 60 सदस्यीय विधानसभा में से 17 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी.

माकपा के प्रदेश समिति सदस्य पवित्र कार ने कहा, ‘‘सीट बंटवारे को लेकर हमारी कांग्रेस नेताओं के साथ पहले दौर की बैठक हुई. कांग्रेस नेता अधिक सीटें मांग रहे हैं. यह मामला माकपा समेत वाम दलों के विचाराधीन है.''

उन्होंने संकेत दिया कि कांग्रेस को 'कुछ और सीटें' दी जाएंगी. इसे दोनों पार्टियों का केंद्रीय नेतृत्व अंतिम रूप देगा.'' उन्होंने कहा, ‘‘जो भी निर्णय लिया जाएगा वह आज ही करना होगा क्योंकि कल आगामी चुनावों के लिए नामांकन करने की आखिरी तारीख होगी.''

हालांकि, त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा और पार्टी विधायक सुदीप रॉय बर्मन दोनों क्रमशः कैलाशहर और अगरतला से चुनाव लड़ने की तैयार में हैं, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो सका. हालांकि, कोलकाता में माकपा नेतृत्व ने संकेत दिया था कि वार्ता में एक या दो दिन और लग सकते हैं.

येचुरी ने कहा, ‘‘हम पहली बार (त्रिपुरा में) अन्य ताकतों के साथ एक चुनावी समझौते में आ रहे हैं. 2 फरवरी तक, हमें लगता है कि कुछ सीट व्यवस्था का समायोजन हो जाएगा.'' येचुरी ने कहा, 'हम त्रिपुरा की सभी 60 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और राज्य में कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताकतों के साथ सीटों का समायोजन होगा.''

उन्होंने कहा कि पार्टी ने सभी से अपील की है ‘‘ताकि बीजेपी को सत्ता से हटाया जा सके, ताकि लोकतंत्र, कानून का शासन और लोकतंत्र को संरक्षित रखा जा सके.'' त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है और दो फरवरी को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है.

उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का कोई सवाल तब तक नहीं आ सकता जब तक कि लोकतंत्र और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा नहीं की जाती है और इसके लिए भारतीय संविधान में विश्वास रखने वाली सभी ताकतों को एकसाथ आने की आवश्यकता है.''

त्रिपुरा में 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कनिष्ठ केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक सहित 54 उम्मीदवारों की घोषणा की है.

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PM मोदी के कारण ही राहुल गांधी के लिए लाल चौक पर तिरंगा फहराना संभव हो पाया : बीजेपी

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर ‘‘अवांछित और अनुचित'' तरीके से निशाना साधने की निंदा की. बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी को यह स्वीकार करना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा बनाये गये बेहतर माहौल की वजह से ही वह श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा सके.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह मोदी का निर्णायक नेतृत्व है जिसने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, जिससे घाटी में शांति का माहौल बनाया और अब स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराया जा रहा है.

बीजेपी प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एक बयान में कहा, ‘‘राहुल गांधी लाल चौक पर गर्व के साथ तिरंगा फहरा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने कश्मीर में ऐसा माहौल बना दिया है कि हर भारतीय वहां गर्व के साथ तिरंगा फहरा सकता है. राहुल गांधी को तिरंगा फहराने के लिए मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए.''

कश्मीर में कांग्रेस द्वारा आतंकवाद से निपटने को लेकर कटाक्ष करते हुए प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के 10 साल के शासन में और आमतौर पर कांग्रेस के शासनकाल में क्या हुआ, लोगों को पता है. उन्होंने कहा कि घाटी में शांति लौटने से पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है.

पूर्व विधि मंत्री ने कहा, ‘‘वास्तव में दुखद बात यह है कि इस तथाकथित यात्रा के 3,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने के बाद भी आरएसएस और बीजेपी के बारे में गांधी का दृष्टिकोण वैसा ही है क्योंकि उन्होंने निराधार आक्षेप किये. यह ‘भारत जोड़ो यात्रा' नहीं है, बल्कि बीजेपी सरकार और विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ एक राजनीतिक अभियान है.''

उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बिंदु गांधी को यह स्वीकार करने की जरूरत है कि श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए उनके लिए बेहतर परिस्थितियां किसने बनाईं. प्रसाद ने कहा कि गांधी ने फिर से कुछ बेबुनियाद आरोप लगाए.

गांधी ने आरएसएस और बीजेपी पर देश में विभाजन और नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि सोमवार को समाप्त होने वाली उनकी यात्रा का उद्देश्य एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रदान करना है. गांधी ने रविवार को अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा' के तहत श्रीनगर में लाल चौक के ऐतिहासिक घंटाघर पर कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

प्रसाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को याद दिलाया कि उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू, आरएसएस के बारे में‘‘अपशब्द'' कहते रहे, लेकिन यह अपने सहयोगी संगठनों के साथ मजबूत होता चला गया जबकि विपक्षी दल पिछड़ रहा है.

इस बीच, बीजेपी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने जम्मू में कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है, जिन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाकर घाटी में स्थिति को ‘‘सामान्य'' किया.

रैना ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया और वह प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के कारण ऐसा कर पाए, जिन्होंने अनुच्छेद 370 (2019 में) को निरस्त करके अलगाववाद और आतंकवाद को करारा जवाब दिया था और राष्ट्रवादी ताकतों को मजबूत कर क्षेत्र में शांति का मार्ग प्रशस्त किया था.''

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले सात दशकों में ज्यादातर समय देश पर शासन किया, लेकिन इसके किसी भी नेता ने लाल चौक पर ‘‘तिरंगा फहराने'' की हिम्मत नहीं की थी. उन्होंने कहा कि मोदी ने बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के साथ उसी स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था जब 1990 में आतंकवाद अपने चरम पर था.

बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों से आज कश्मीर में शांति का माहौल लौट आया है . गांधी लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहरा सके हैं, जो उनकी पार्टी का कोई भी नेता पिछले 70 वर्षों में नहीं कर सका था.''

जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल के हाल के उस बयान का जिक्र करते हुए कि गांधी लाल चौक पर तिरंगा नहीं फहराएंगे क्योंकि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एजेंडा है और गांधी लाल चौक के बजाय पार्टी मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, रैना ने कहा, ‘‘चलो देर से ही सही, कांग्रेस ने आरएसएस के राष्ट्रवादी एजेंडे पर काम करना शुरू कर दिया है... हम गांधी और उनकी पार्टी के नेताओं से कहना चाहते हैं कि वे आरएसएस के सदस्यों से सीखें, जिनके दिल में राष्ट्रवादी भावना है और वे देश के लिए काम करते हैं.''

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PM मोदी के कारण ही राहुल गांधी के लिए लाल चौक पर तिरंगा फहराना संभव हो पाया : बीजेपी

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर ‘‘अवांछित और अनुचित'' तरीके से निशाना साधने की निंदा की. बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी को यह स्वीकार करना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा बनाये गये बेहतर माहौल की वजह से ही वह श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा सके.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह मोदी का निर्णायक नेतृत्व है जिसने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, जिससे घाटी में शांति का माहौल बनाया और अब स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराया जा रहा है.

बीजेपी प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एक बयान में कहा, ‘‘राहुल गांधी लाल चौक पर गर्व के साथ तिरंगा फहरा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने कश्मीर में ऐसा माहौल बना दिया है कि हर भारतीय वहां गर्व के साथ तिरंगा फहरा सकता है. राहुल गांधी को तिरंगा फहराने के लिए मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए.''

कश्मीर में कांग्रेस द्वारा आतंकवाद से निपटने को लेकर कटाक्ष करते हुए प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के 10 साल के शासन में और आमतौर पर कांग्रेस के शासनकाल में क्या हुआ, लोगों को पता है. उन्होंने कहा कि घाटी में शांति लौटने से पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है.

पूर्व विधि मंत्री ने कहा, ‘‘वास्तव में दुखद बात यह है कि इस तथाकथित यात्रा के 3,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने के बाद भी आरएसएस और बीजेपी के बारे में गांधी का दृष्टिकोण वैसा ही है क्योंकि उन्होंने निराधार आक्षेप किये. यह ‘भारत जोड़ो यात्रा' नहीं है, बल्कि बीजेपी सरकार और विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ एक राजनीतिक अभियान है.''

उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बिंदु गांधी को यह स्वीकार करने की जरूरत है कि श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए उनके लिए बेहतर परिस्थितियां किसने बनाईं. प्रसाद ने कहा कि गांधी ने फिर से कुछ बेबुनियाद आरोप लगाए.

गांधी ने आरएसएस और बीजेपी पर देश में विभाजन और नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि सोमवार को समाप्त होने वाली उनकी यात्रा का उद्देश्य एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रदान करना है. गांधी ने रविवार को अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा' के तहत श्रीनगर में लाल चौक के ऐतिहासिक घंटाघर पर कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

प्रसाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को याद दिलाया कि उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू, आरएसएस के बारे में‘‘अपशब्द'' कहते रहे, लेकिन यह अपने सहयोगी संगठनों के साथ मजबूत होता चला गया जबकि विपक्षी दल पिछड़ रहा है.

इस बीच, बीजेपी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने जम्मू में कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है, जिन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाकर घाटी में स्थिति को ‘‘सामान्य'' किया.

रैना ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया और वह प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के कारण ऐसा कर पाए, जिन्होंने अनुच्छेद 370 (2019 में) को निरस्त करके अलगाववाद और आतंकवाद को करारा जवाब दिया था और राष्ट्रवादी ताकतों को मजबूत कर क्षेत्र में शांति का मार्ग प्रशस्त किया था.''

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले सात दशकों में ज्यादातर समय देश पर शासन किया, लेकिन इसके किसी भी नेता ने लाल चौक पर ‘‘तिरंगा फहराने'' की हिम्मत नहीं की थी. उन्होंने कहा कि मोदी ने बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के साथ उसी स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था जब 1990 में आतंकवाद अपने चरम पर था.

बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों से आज कश्मीर में शांति का माहौल लौट आया है . गांधी लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहरा सके हैं, जो उनकी पार्टी का कोई भी नेता पिछले 70 वर्षों में नहीं कर सका था.''

जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल के हाल के उस बयान का जिक्र करते हुए कि गांधी लाल चौक पर तिरंगा नहीं फहराएंगे क्योंकि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एजेंडा है और गांधी लाल चौक के बजाय पार्टी मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, रैना ने कहा, ‘‘चलो देर से ही सही, कांग्रेस ने आरएसएस के राष्ट्रवादी एजेंडे पर काम करना शुरू कर दिया है... हम गांधी और उनकी पार्टी के नेताओं से कहना चाहते हैं कि वे आरएसएस के सदस्यों से सीखें, जिनके दिल में राष्ट्रवादी भावना है और वे देश के लिए काम करते हैं.''

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सुहाना खान भाई अबराम के साथ बांद्रा के रेस्टोरेंट के बाहर हुईं स्पॉट, फैंस बोले- स्टारकिड्स को बिना मेहनत के...

सुहाना खान और उनके छोटे भाई अबराम खान शनिवार को डिनर के लिए साथ निकले. भाई-बहन को बांद्रा के एक रेस्टोरेंट के बाहर देखा गया. सुहाना जहां ब्लैक सिल्क ड्रेस में थीं, वहीं अबराम उनके साथ ब्लैक टी और ब्लू शॉर्ट्स में ट्विनिंग कर रहे थे. अबराम की नैनी भी उनके साथ रेस्टोरेंट गई थीं. एक पैपराज़ो अकाउंट ने उनके वीडियो को इंस्टाग्राम पर साझा किया. इसमें सुहाना को मुस्कुराते हुए अपनी कार की ओर जा चलते हुए दिख रही हैं.

उन्होंने एक ब्लैक पर्स कैरी किया था और अपनी कट-आउट सिल्क ड्रेस को ब्लैक फ्लैट्स के साथ पेयर किया था. उन्होंने अपने बालों को बड़े करीने से बन में बांध रखा था. अबराम को आईपैड हाथ में लिए कार की तरफ जाते देखा गया. रेस्तरां से बाहर निकलते ही उनकी नैनी ने उनका हाथ पकड़ लिया.

  फैंस को सुहाना का ये अंदाज पसंद आया और कमेंट सेक्शन में उनकी तारीफ की. एक फैन ने कमेंट किया, "सुहाना कितनी ग्रेसफुल लग रही हैं." एक अन्य ने लिखा, "सुहाना खान समय के साथ खुद में सुधार कर रही हैं..." एक और फैन ने लिखा, "प्यारे अबराम और सुहाना." एक कमेंट में यह भी लिखा है, "दोनों बेहद प्यारे लग रहे हैं."

वहीं कुछ फैंस ने उन्हें ट्रोल किया. एक फैन ने लिखा, स्टार किड्स की लाइफ भी एकदम लग्जरी होती है. नेम फेम पेरेंट्स का औऱ जलवे बच्चों के.. सही भी है. वहीं एक और फैन ने लिखा, कोई इसे वॉक करना सिखाओ.  

बता दें कि 22 साल की सुहाना खान शाहरुख खान और पत्नी गौरी खान की इकलौती बेटी हैं. उनका 25 साल का एक बड़ा भाई आर्यन खान है और छोटा भाई अबराम नौ साल का है. वह पिछले कुछ महीनों से अपने फैशन सेंस को लेकर सुर्खियां बटोर रही हैं.



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Saturday, 28 January 2023

अनियंत्रित निर्माण के कारण धंस गई जोशीमठ की भूमि - एक्सपर्ट्स

विशेषज्ञों ने शनिवार को कहा कि उत्तराखंड में विकास के नाम पर अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण ने जोशीमठ को डूबने के कगार पर ला दिया है. विशेषज्ञों ने मांग की है कि हिमालय को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया जाए. 

विशेषज्ञों ने स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) द्वारा आयोजित राउंड टेबल मीटिंग में पारित एक प्रस्ताव में, बाढ़ प्रभावित जोशीमठ में मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए उठाए गए कदमों को "अपर्याप्त" बताया. 

उन्होंने सरकार से समस्या के समाधान के लिए दीर्घकालिक उपाय करने पर विचार करने के लिए भी कहा. विशेषज्ञों के मुताबिक नैनीताल, मसूरी और गढ़वाल के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की स्थिति पैदा हो सकती है, अगर पहाड़ी राज्य में "मानव लालच से प्रेरित तथाकथित विकास" की जांच नहीं की गई.  

प्रस्ताव में कहा गया है, "हिमालय को एक पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र घोषित करें. तबाही मचाने वाली बड़ी परियोजनाओं को विनियमित करें." जबकि चार धाम सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत सड़क की चौड़ाई को मध्यवर्ती मानक के लिए विनियमित किया जाना चाहिए ताकि इलाके को नुकसान कम हो सके, चार धाम रेलवे परियोजना का पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए और फिर से देखा जाना चाहिए. 

प्रस्ताव में कहा गया है, "चारधाम रेलवे एक अति महत्वाकांक्षी परियोजना है जो बहुत तबाही मचाएगी और पर्यटन केंद्रित राज्य उत्तराखंड पर और अधिक बोझ डालेगी. इस परियोजना का पुनर्मूल्यांकन और फिर से विचार किया जाना चाहिए."

यह सुनिश्चित करने के लिए उत्तराखंड की विस्तृत वहन क्षमता का आकलन किया जाना चाहिए कि इन स्थानों पर आने वाले पर्यटकों की संख्या का हिसाब रखा जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि पर्यटकों के प्रवाह से पर्यावरण पर बोझ न पड़े.

'इमीनेट हिमालयन क्राइसिस' विषय पर विचार-विमर्श के लिए आयोजित इस बैठक में केंद्र की चार धाम परियोजना पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के पूर्व अध्यक्ष रवि चोपड़ा, इसके पूर्व सदस्य हेमंत ध्यानी और अन्य ने भाग लिया. एसजेएम के सह-संयोजक अश्वनी महाजन ने इस बात की जानकारी दी. 

महाजन ने कहा, "श्री आदि शंकराचार्य ने आठवीं शताब्दी में शहर की स्थापना की थी, जहाँ पवित्र ज्योतिर्लिंग स्थित है, जिसे जोशीमठ (ज्योतिर मठ) के नाम से जाना जाता है. आज यह मठ ढहने के कगार पर है. जोशीमठ के डूबने की खबर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है." उन्होंने कहा, "मौजूदा संकट को देखते हुए भले ही कुछ कदम उठाए गए हों, लेकिन विशेषज्ञों का मानना ​​है कि आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित इस पहले ज्योतिर मठ को डूबने से नहीं रोका जा सकता है."

मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को "अपर्याप्त" करार देते हुए प्रस्ताव में कहा गया है कि जहां एक तरफ जोशीमठ के डूबने से बड़ी संख्या में लोग विस्थापित होने जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसका समाधान है. प्रभावित निवासियों के पुनर्वास के माध्यम से ही मांग की जा रही है. "वर्तमान में इस क्षेत्र में मेगा परियोजनाओं पर काम - नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (NTPC) जल विद्युत परियोजना, हेलंग बाईपास सड़क निर्माण जो चारधाम सड़क चौड़ीकरण परियोजना और रोपवे परियोजना का हिस्सा है, को स्थानीय विरोध के आगे जिला प्रशासन ने रोक दिया है."

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"वे ईसाई राष्ट्रवादी नहीं कहेंगे...": एस जयशंकर ने विदेशी मीडिया पर साधा निशाना

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को भारत सरकार के लिए "हिंदू राष्ट्रवादी" जैसे विशेषण का इस्तेमाल करने के लिए विदेशी समाचार पत्रों को फटकार लगाई. उन्होंने कहा, " यदि आप विदेशी समाचार पत्र पढ़ते हैं, तो वे हमारी सरकार के लिए हिंदू राष्ट्रवादी सरकार जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. अमेरिका या यूरोप में, वे ईसाई राष्ट्रवादी नहीं कहेंगे. ये विशेषण हमारे लिए आरक्षित हैं.

विदेश मंत्री ने कहा कि वे यह नहीं समझते हैं कि यह देश दुनिया के साथ और अधिक साझेदारी करने के लिए तैयार है. दुनिया के साथ कम नहीं." बता दें कि जयशंकर अपनी अंग्रेजी पुस्तक "द इंडिया वे: स्ट्रैटेजीज़ फॉर एन अनसर्टेन वर्ल्ड" के विमोचन के लिए पुणे में थे, जिसका मराठी में 'भारत मार्ग' के रूप में अनुवाद किया गया है.

जयशंकर की किताब के मराठी संस्करण का विमोचन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया. जयशंकर ने कहा कि उन्हें इस पर (राष्ट्रवादी कहलाने पर) गर्व है और उन्हें नहीं लगता कि माफी मांगने जैसी कोई बात है. 

उन्होंने कहा, "अगर आप पिछले 9 साल को देखें, तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि आज की सरकार और राजनीति अधिक राष्ट्रवादी है. मुझे नहीं लगता कि इसके बारे में क्षमा मांगने जैसी कोई बात है. उन्हीं राष्ट्रवादी लोगों ने विदेशों में देशों की मदद की है और अन्य देशों में आपदा स्थितियों में आगे बढ़े." 

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"वे ईसाई राष्ट्रवादी नहीं कहेंगे...": एस जयशंकर ने विदेशी मीडिया पर साधा निशाना

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को भारत सरकार के लिए "हिंदू राष्ट्रवादी" जैसे विशेषण का इस्तेमाल करने के लिए विदेशी समाचार पत्रों को फटकार लगाई. उन्होंने कहा, " यदि आप विदेशी समाचार पत्र पढ़ते हैं, तो वे हमारी सरकार के लिए हिंदू राष्ट्रवादी सरकार जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. अमेरिका या यूरोप में, वे ईसाई राष्ट्रवादी नहीं कहेंगे. ये विशेषण हमारे लिए आरक्षित हैं.

विदेश मंत्री ने कहा कि वे यह नहीं समझते हैं कि यह देश दुनिया के साथ और अधिक साझेदारी करने के लिए तैयार है. दुनिया के साथ कम नहीं." बता दें कि जयशंकर अपनी अंग्रेजी पुस्तक "द इंडिया वे: स्ट्रैटेजीज़ फॉर एन अनसर्टेन वर्ल्ड" के विमोचन के लिए पुणे में थे, जिसका मराठी में 'भारत मार्ग' के रूप में अनुवाद किया गया है.

जयशंकर की किताब के मराठी संस्करण का विमोचन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया. जयशंकर ने कहा कि उन्हें इस पर (राष्ट्रवादी कहलाने पर) गर्व है और उन्हें नहीं लगता कि माफी मांगने जैसी कोई बात है. 

उन्होंने कहा, "अगर आप पिछले 9 साल को देखें, तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि आज की सरकार और राजनीति अधिक राष्ट्रवादी है. मुझे नहीं लगता कि इसके बारे में क्षमा मांगने जैसी कोई बात है. उन्हीं राष्ट्रवादी लोगों ने विदेशों में देशों की मदद की है और अन्य देशों में आपदा स्थितियों में आगे बढ़े." 

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विपक्ष की आवाज दबाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रहा केंद्र : सुखजिंदर सिंह रंधावा

कांग्रेस के राजस्थान प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिये संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है.रंधावा यहां पार्टी के 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान को लेकर जयपुर संभाग के प्रमुख कांग्रेस नेताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे. पार्टी प्रवक्ता के अनुसार रंधावा ने कहा, 'विपक्ष की आवाज दबाने के लिये केंद्र की भाजपा सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है. आम जनता की आवाज को दबाया जा रहा है.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी आम जनता की दुख, तकलीफों एवं समस्याओं को उठाते हुये 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाल रहे हैं जिसे जबरदस्त जनसमर्थन मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सबसे महत्वपूर्ण होते हैं, यह बात सभी नेताओं को समझनी होगी. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की यदि सुनेंगे, तो कार्यकर्ता आपको सफलता दिलाएगा, इसलिये कार्यकर्ताओं की मंशा के अनुरूप काम करते हुए पार्टी की मजबूती के लिये कार्य करें.पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य में भाजपा ना तो राजस्थान सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा बना पाई है, और ना ही कोई आन्दोलन कर सकी, बस झूठे तथ्यों के आधार पर पेपर लीक जैसे मुद्दों पर दुष्प्रचार कर रही है.

बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं राजस्थान सह प्रभारी तरुण कुमार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान, जयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास तथा 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान की प्रदेश स्तरीय समिति के संयोजक रामसिंह कस्वा ने भी संबोधित किया.

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प्रधानमंत्री रविवार को करेंगे 'मन की बात', नए साल का होगा पहला कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम को करेंगे. यह नए साल में 'मन की बात' कार्यक्रम का पहला एपिसोड होगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने के अंतिम रविवार को एक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात'करते रहे हैं. इस कार्यक्रम में पीएम देश के लोगों के साथ कई तरह के अनुभवों को साझा करते रहे हैं. इससे पहले के कार्यक्रमों में उन्होंने पर्यावरण से लेकर कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है.जानकारी के अनुसार यह  ‘मन की बात' की 97वीं कड़ी होगी. 

गौरतलब है कि पिछले कड़ी में पीएम ने कोविड-19 के मामले बढ़ने का जिक्र करते हुए लोगों से इस वायरस से सुरक्षित रहने के लिए एहतियाती उपायों पर अमल करने का आग्रह किया था. बताते चलें कि लाखों लोग देश भर में पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुनते रहे हैं. देशभर में बीजेपी कार्यालयों में भी कार्यकर्ता मन की बात कार्यक्रम को सुनते हैं.

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प्रधानमंत्री रविवार को करेंगे 'मन की बात', नए साल का होगा पहला कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम को करेंगे. यह नए साल में 'मन की बात' कार्यक्रम का पहला एपिसोड होगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने के अंतिम रविवार को एक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात'करते रहे हैं. इस कार्यक्रम में पीएम देश के लोगों के साथ कई तरह के अनुभवों को साझा करते रहे हैं. इससे पहले के कार्यक्रमों में उन्होंने पर्यावरण से लेकर कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है.जानकारी के अनुसार यह  ‘मन की बात' की 97वीं कड़ी होगी. 

गौरतलब है कि पिछले कड़ी में पीएम ने कोविड-19 के मामले बढ़ने का जिक्र करते हुए लोगों से इस वायरस से सुरक्षित रहने के लिए एहतियाती उपायों पर अमल करने का आग्रह किया था. बताते चलें कि लाखों लोग देश भर में पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुनते रहे हैं. देशभर में बीजेपी कार्यालयों में भी कार्यकर्ता मन की बात कार्यक्रम को सुनते हैं.

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Friday, 27 January 2023

शाहरुख खान से फैन ने 'गब्बर' के अंदाज में पूछा- 'सांबा कितने एब्स थे?' किंग खान बोले- 'खामियां तो बहुत हैं सरकार...'

बादशाह शाहरुख खान की पठान बॉक्स ऑफिस पर आज रिलीज हो गई है. हालांकि फिल्म की चर्चा कई दिनों से सोशल मीडिया पर जारी है. इसी बीच फैंस के दिल में भी शाहरुख को लेकर कई सवाल हैं, जिनके जवाब किंग खान इन दिनों आस्क एसआरके में देते हुए दिख रहे हैं. इसी बीच फैन का शोले फिल्म के अंदाज में पूछा एक सवाल चर्चा में आ गया है, जिस पर शाहरुख खान का जवाब काफी वायरल हो रहा है. वहीं फैंस भी इस सवाल पर अपना रिएक्शन शेयर करते हुए नजर आ रहे हैं. 

बीते दिन शाहरुख खान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर #AskSRK शुरु किया था, जिसके चलते फैंस ने ढेरों सवाल पूछे थे. वहीं एक फैन ने शोले फिल्म गब्बर के अंदाज में पठान फिल्म में शाहरुख के एब्स की फोटो शेयर करते हुए पूछा, सांबा! कितने एब्स थे?? इसका जवाब देते हुए शाहरुख भी फनी अंदाज में लिखते हैं. ऐब यानी खामियां तो बहुत हैं सरदार...कुछ अच्छी क्वॉलिटी ढूंढ रहा हूं अब. इस पर फैंस भी अपना रिएक्शन शेयर करते नजर आ रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, सर अच्छी बातें भी बहुत हैं. 

बता दें, भारत और विदेशों में आज यानी 25 जनवरी को पठान फिल्म रिलीज हो चुकी है, जिसे फैंस का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. वहीं खबरें हैं कि फिल्म ऑनलाइन लीक भी हो चुकी है, जिसके चलते मेकर्स को काफी परेशानी होती हुई नजर आने वाली है. हालांकि इसके बावजूद फिल्म की ताबड़तोड़ एडवांस बुकिंग जारी है. वहीं पठान की बात करें तो इस फिल्म में सलमान खान भी कैमियो करते हुए नजर आने वाले हैं, जिसके चलते फैंस काफी एक्साइटेड नजर आ रहे हैं.



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पठान की मदद के लिए यूं पहुंचा टाइगर, सोशल मीडिया पर देखिए सलमान खान का एंट्री सीन

शाहरुख खान की पठान सिनेमाघरों पर रिलीज हो गई है, जिसका क्रेज सोशल मीडिया पर फैंस के बीच देखने को मिल रहा है. लेकिन इस फिल्म के रिलीज के साथ ही सलमान खान के कैमियो की चर्चा भी सोशल मीडिया पर होने लगी है. दरअसल, सलमान खान की फिल्म में एंट्री इतने धमाकेदार तरीके से हुई है कि फैंस भी कहने लगे हैं कि टाइगर जिंदा है. वहीं इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 

पठान में सलमान खान के कैमियो की बात करें तो शाहरुख यानी पठान गुंड़ो से मार खाते हैं. वहीं उसकी जान बचाने के लिए सलमान छत से एंट्री करते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान उनके हाथ में कॉफी का ग्लास नजर आ रहा है. दूसरी तरफ, शाहरुख अपने अंदाज में उनका स्वागत करते हुए दिख रहे हैं.

वीडियो देखने के बाद फैंस फायर और हार्ट इमोजी शेयर करते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि कुछ फैंस उन्हें स्पॉइलर शेयर करने के लिए मना करते दिख रहे हैं. इसके अलावा फिल्म में शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम की एक्टिंग की तारीफ होती दिख रही है. हालांकि देखना होगा कि फिल्म की चर्चा के बीच बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कितना हो पाता है. 

बता दें, पठान की रिलीज के साथ ही सलमान खान की अपकमिंग फिल्म किसी का भाई किसी की जान का टीजर भी रिलीज हो गया है, जिसे सोशल मीडिया पर अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. वहीं इस फिल्म से एक्टर का लुक भी रिलीज हो गया है. फिल्म की बात करें तो सलमान के अलावा एक्ट्रेस पूजा हेगड़े और शहनाज गिल भी इस फिल्म का हिस्सा बनते हुए नजर आने वाली हैं. इसके चलते फैंस काफी एक्साइटेड नजर आ रहे हैं. 



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